नई दिल्ली, 25 अक्टूबर (आईएएनएस)। सेबी ने पाया है कि मोहम्मद नसीरुद्दीन अंसारी द्वारा संचालित ‘बाप ऑफ चार्ट’ (बीओसी) के नाम से एक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म, जो बिना किसी पंजीकरण के निवेश सलाहकार के रूप में काम करता था, उसे व्यापार में भारी नुकसान हुआ है।
बाजार नियामक ने पाया है कि नोटिस प्राप्तकर्ताओं ने शेयर बाजार में निवेश करने को प्रेरित करने के लिए शैक्षिक पाठ्यक्रमों की आड़ में अपने ग्राहकों/निवेशकों को लापरवाही से और भ्रामक तरीके से सुनिश्चित रिटर्न की पेशकश की।
नासिर अपने वीडियो में बार-बार अपनाई गई रणनीतियों के कारण मुनाफा कमाने के अपने अनुभव का जिक्र करते हैं और अपने “छात्रों” (ग्राहकों/निवेशकों) को उनकी सिफारिशों/रणनीतियों की निश्चितता या लगभग निश्चितता के कारण उनकी रणनीतियों का पालन करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।
सेबी ने कहा कि नोटिस प्राप्त करने वालों को निवेश सलाहकार के रूप में कार्य करने या खुद को बनाए रखने से बचना चाहिए, चाहे वे ‘चार्ट का बाप’ का उपयोग कर रहे हों या किसी और का। वे प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से किसी भी तरीके से प्रतिभूति बाजार में ऐसी गतिविधि या किसी अन्य अपंजीकृत या धोखाधड़ी वाली गतिविधि की मांग करना बंद कर देंगे।
कुछ नोटिस प्राप्तकर्ताओं को अगले आदेश तक किसी भी तरीके से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से प्रतिभूतियों को खरीदने, बेचने या लेनदेन करने से रोक दिया गया है।
जैसा कि देखा जा सकता है, नासिर के इस दावे के विपरीत कि वह 20-30 प्रतिशत का मुनाफा कमा रहा था, वास्तव में उसे 1 जनवरी, 2021 से 7 जुलाई, 2023 की अवधि के लिए 2.89 करोड़ रुपये का शुद्ध व्यापार घाटा हुआ।
सेबी ने कहा, अपनी ऑफ़लाइन/ऑनलाइन “कक्षाओं” के साथ-साथ सोशल मीडिया पर अपने वीडियो और संदेशों के माध्यम से नासिर खुद को एक शेयर बाजार विशेषज्ञ के रूप में पेश करता है और दावा करता है कि बीओसी की सिफारिशों में 95 प्रतिशत सटीकता है, जबकि नासिर खुद 2.5 साल की अवधि में कोई समग्र लाभ नहीं कमा सका।”
नासिर, जो व्यापार के लिए ऐसी रणनीतियां पेश करने का दावा करता है, जिससे 200-300 प्रतिशत लाभ/सुनिश्चित या निकट-सुनिश्चित रिटर्न मिलेगा। वास्तव में प्रतिभूतियों में व्यापार के माध्यम से उसे 2.89 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ है और उसने निवेशकों से ये तथ्य छिपाए हैं।
नासिर/बीओसी ने सलाहकार गतिविधि को शैक्षिक प्रकृति का बताते हुए अपनी गतिविधि को वैधता का मुखौटा देने के लिए काफी प्रयास किए हैं, जहां ग्राहकों को फीस के बदले में रणनीतियां बताई जाती हैं।
कोई भी यह विश्वास करने के लिए प्रलोभित होगा कि नोटिस प्राप्तकर्ताओं ने निवेशकों को प्रतिभूति बाजार में व्यापार के बारे में शिक्षित करने के लिए एक अनूठा तरीका अपनाया। लेकिन नोटिस प्राप्त करने वालों की गतिविधियों पर बारीकी से नजर डालने पर प्रथम दृष्टया पता चलता है कि ऐसा नहीं हो सकता।
नासिर द्वारा पोस्ट किए गए वीडियो और संदेशों में प्रतिभूति बाजार में व्यापार के लिए अपनाई जाने वाली रणनीतियों पर सिफारिशें शामिल हैं। सेबी के आदेश में कहा गया है कि उनमें सप्ताह के विशिष्ट दिनों और दिन के विशिष्ट समय पर विशिष्ट सिफारिशें शामिल हैं, जिसके दौरान कुछ प्रतिभूतियों का कारोबार किया जाना चाहिए।
गौरतलब है कि नासिर के मैसेज और वीडियो इस आश्वासन से भी भरे हुए हैं कि ट्रेडिंग की रणनीतियों का पालन करने से ग्राहकों के मुनाफे में अस्वाभाविक रूप से उच्च संभावना होगी जो लगभग निश्चितता के बिंदु तक होगी, जबकि बाजार सहभागियों को यह अच्छी तरह पता है कि बाजार में निवेश जोखिम उठाकर किया जाता और प्रतिभूतियों में व्यापार से लाभ का आश्वासन नहीं दिया जा सकता।
नासिर के यूट्यूब चैनल (@Baapofchart) के 4.43 लाख से ज्यादा सब्सक्राइबर्स और 7 करोड़ से ज्यादा व्यूज हैं। जांच रिपोर्ट के अनुसार, उस यूट्यूब चैनल पर पोस्ट किए गए कुछ वीडियो के विश्लेषण में देखा गया कि वीडियो ट्रेडिंग के जरिए तुरंत और लगातार रिटर्न का वादा करता है।
नासिर द्वारा सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए इन संदेशों/स्क्रीनशॉट की जांच के दौरान यह देखा गया कि नासिर लोगों को प्रतिभूतियों में सौदा करने के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से तथाकथित ‘शैक्षणिक पाठ्यक्रमों’/’कार्यशालाओं’ की सदस्यता लेने के लिए लालच दे रहा था। यह दावा करके कि वे उसके “शैक्षणिक पाठ्यक्रमों” में दी गई सलाह/रणनीति का पालन करके लाभ कमाएंगे।
–आईएएनएस
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