नई दिल्ली, 1 नवंबर (आईएएनएस)। गुड्स और सर्विस टैक्स (जीएसटी) संग्रह अक्टूबर में सालाना आधार पर 8.9 प्रतिशत बढ़कर 1.87 लाख करोड़ रुपये हो गया है। पिछले साल अक्टूबर में यह 1.72 लाख करोड़ रुपये था। यह जानकारी सरकार की ओर से शुक्रवार को जारी किए गए डेटा से मिली।
यह लगातार आंठवां महीना है, जब जीएसटी संग्रह 1.7 लाख करोड़ रुपये से अधिक रहा है।
आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, बीते महीने सीजीएसटी, एसजीएसटी, आईजीएसटी और सेस सभी में वृद्धि देखी गई है।
अक्टूबर में केंद्रीय जीएसटी (सीजीएसटी) के रूप में 33,821 करोड़ रुपये का संग्रह हुआ है, जबकि स्टेट जीएसटी (एसजीएसटी) संग्रह 41,864 करोड़ रुपये रहा।
इसके अलावा बीते महीने सरकार को 99,111 करोड़ रुपये का इंटीग्रेटेड जीएसटी (आईजीएसटी) और 12,550 करोड़ रुपये का सेस कलेक्ट हुआ है।
चालू वित्त वर्ष के पहले सात महीनों में जीएसटी संग्रह 9.4 प्रतिशत बढ़कर 12.74 लाख करोड़ रुपये हो गया, जबकि 2023 की इसी अवधि में यह आंकड़ा 11.64 लाख करोड़ रुपये था।
घरेलू लेनदेन से सकल जीएसटी राजस्व 10.6 प्रतिशत बढ़कर लगभग 1.42 लाख करोड़ रुपये हो गया, क्योंकि माल के आयात से राजस्व पिछले वर्ष के आंकड़ों की तुलना में 4 प्रतिशत बढ़कर 45,096 करोड़ रुपये हो गया।
इस दौरान रिफंड पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 18.2 प्रतिशत बढ़कर 19,306 करोड़ रुपये हो गया है। रिफंड को समायोजित करने के बाद कुल जीएसटी संग्रह 1.68 लाख करोड़ रुपये रहा है। इसमें सालाना आधार पर 8 प्रतिशत की बढ़त हुई है।
जीएसटी संग्रह में हुई वृद्धि दर्शाती है कि देश में आर्थिक स्थिति में पहले के मुकाबले सुधार हो रहा है।
सितंबर में जीएसटी संग्रह में 6.5 प्रतिशत की वृद्धि महामारी काल के बाद से सबसे कम थी।
वित्त वर्ष 2025 की सितंबर तिमाही में औसत जीएसटी संग्रह घटकर 1.77 लाख करोड़ रुपये प्रति महीने रह गया है। वित्त वर्ष 2025 की जून तिमाही में यह 1.86 लाख करोड़ रुपये प्रति महीने था।
–आईएएनएस
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