नई दिल्ली, 2 नवंबर (आईएएनएस)। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी. के. विजयकुमार का कहना है कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व का रेट नहीं बढ़ाने का फैसला भले ही उम्मीद के मुताबिक हो, लेकिन बाजार में आशंका बनी हुई है।
फेड प्रमुख जेरोम पॉवेल ने टिप्पणी की कि “उच्च मुद्रास्फीति के बावजूद उम्मीदें अच्छी तरह से स्थिर बनी हुई हैं”। इसे बाजार ने थोड़ा नरम रूप में लिया। उनका कहना था कि फेड फिर से दरों में बढ़ोतरी नहीं कर सकता। नतीजतन बांड यील्ड में तेजी से गिरावट आई। उन्होंने कहा, बेंचमार्क 10-वर्षीय बॉन्ड यील्ड 17 बेसिस प्वाइंट गिरकर 4.75 प्रतिशत हो गई। इसकी वजह से इक्विटी बाजारों ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी।
डॉलर इंडेक्स 106.3 पर, ब्रेंट क्रूड लगभग 85 डॉलर पर और 10-वर्षीय अमेरिकी बॉन्ड यील्ड 4.75 प्रतिशत पर है जो शेयर बाजारों के लिए अनुकूल है। उन्होंने कहा, ऐसी संभावना है कि अक्टूबर में लगातार बिकवाली कर रहे एफआईआई खरीददार बन सकते हैं और अगर ऐसा होता है, तो इजराइल-हमास संघर्ष को लेकर अनिश्चितता के बावजूद बाजार ऊपर जा सकता है।
गुरुवार को बीएसई सेंसेक्स 444 अंक ऊपर 64,035 अंक पर है। इंडसइंड बैंक 2 फीसदी, सन फार्मा, एचसीएल टेक, एसबीआई 1 फीसदी ऊपर हैं।
–आईएएनएस
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