अहमदाबाद, 7 जून (आईएएनएस)। अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड (एपीएसईजेड) ने शुक्रवार को बताया कि उसे कोलकाता के श्यामा प्रसाद मुखर्जी बंदरगाह पर नेताजी सुभाष डॉक कंटेनर टर्मिनल का पांच साल परिचालन करने के लिए लेटर ऑफ इंटेंट मिला है।
इसके साथ ही देश के सबसे बड़े पोर्ट डेवलपर-सह-ऑपरेटर कंपनी ने पूर्वी तट के सबसे बड़े कंटेनर टर्मिनल पर अपनी उपस्थित दर्ज करा ली है।
एपीएसईजेड के पूर्णकालिक निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी अश्विनी गुप्ता ने कहा, “नेताजी सुभाष डॉक के कंटेनर हैंडलिंग केंद्र का अनुबंध एपीएसईजेड को मिलना देश भर में बंदरगाह और लॉजिस्टिक इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित करने की हमारी प्रतिबद्धता और पश्चिम बंगाल में हमें जो संभावनाएं नजर आती हैं, उन्हें रेखांकित करता है।”
गुप्ता ने कहा, “देश और विदेशों में विभिन्न कंटेनर टर्मिनलों के संचालन के दो दशक से ज्यादा के हमारे अनुभव से ग्राहकों और राज्य के लोगों को फायदा होगा।”
एपीएसईजेड को प्रतिस्पर्धात्मक बोली प्रक्रिया के जरिये यह पांच साल का अनुबंध मिला है। सफलतापूर्वक बोली लगाने वाले को स्वीकृति पत्र (एलओए) जारी करने के सात महीने के भीतर कार्गो हैंडलिंग के लिए जरूरी उपकरण लगाने होंगे।
नेताजी सुभाष डॉक देश के पूर्वी तट पर सबसे बड़ा कंटेनर टर्मिनल है। इसने वित्त वर्ष 2023-24 में 6.3 लाख टीईयू (ट्वेंटी फुट इक्विवेलेंट) कंटेनरों की आवाजाही को हैंडल किया था।
इस डॉक पर एपीएसईजेड की उपस्थिति से इस टर्मिनल और कंपनी के अन्य कंटेनर पोर्ट्स के बीच, खासकर केरल के वझिंजम और श्रीलंका के कोलंबो ट्रांसशिपमेंट हबों के बीच कनेटिविटी बेहतर होगी। दोनों हबों के इस साल कमीशन होने की उम्मीद है।
अदाणी पोर्ट्स पश्चिमी तट पर सात और पूर्वी तट पर आठ बंदरगाहों तथा टर्मिनलों का संचलान करता है जो रणनीतिक लोकेशनों पर हैं। देश के बंदरगाहों से हैंडल किये जाने वाले माल के वॉल्यूम में इनका योगदान 27 प्रतिशत है।
–आईएएनएस
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