मुंबई, 24 मई (आईएएनएस)। चार महीने में दूसरी बार राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता और महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख ने दावा किया कि उन्हें भाजपा में शामिल होने और तत्कालीन महा विकास अघाड़ी सरकार को गिराने का ऑफर दिया गया था।
देशमुख ने कहा कि कथित प्रस्ताव दो साल पहले आया था और वह भी तब जब उन्हें कथित भ्रष्टाचार के आरोप में जेल भेजा गया था।
देशमुख ने एक निजी मराठी समाचार चैनल से कहा, अगर मैंने उस ऑफर को स्वीकार कर लिया होता, तो एमवीए सरकार बहुत पहले ही गिर गई होती.. लेकिन मैंने इसे अस्वीकार कर दिया और केंद्रीय एजेंसियों द्वारा कार्रवाई का सामना किया।
इससे पहले, फरवरी में भी देशमुख ने विपक्षी नेताओं के खिलाफ केंद्रीय जांच एजेंसियों के खुलेआम दुरूपयोग की बात करते हुए इसी तरह का दावा किया था।
एमवीए के सहयोगी और शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत ने कहा कि वह देशमुख द्वारा किए गए दावे से अवगत हैं और इसी तरह की पेशकश अन्य एमवीए नेताओं को भी की गई थी, लेकिन वे भाजपा के दबाव में नहीं झुके।
राकांपा नेता के बयानों पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने देशमुख के बयान को सिरे से खारिज कर दिया और उन्हें याद दिलाया कि वह केवल जमानत पर जेल से बाहर हैं।
बावनकुले ने चेताया, अदालत ने स्वास्थ्य के आधार पर उन्हें जमानत दी है.. मामले की सुनवाई अभी भी जारी है और उनका बयान अदालत की अवमानना के समान है। अगर वह इस तरह के बयान देना जारी रखते हैं, तो हम अदालत में शिकायत करेंगे।
देशमुख कथित भ्रष्टाचार और मनी-लॉन्ड्रिंग के मामलों में लगभग 13 महीने तक जेल में रहे।
–आईएएनएस
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