भोपाल, 31 जनवरी (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा कि देश-प्रदेश की आर्थिक प्रगति को सुनिश्चित करने, सामाजिक एकता और देश के युवाओं को सशक्त बनाने के लिए अनुसंधान और शिक्षण के बीच तालमेल कर शिक्षा संस्थानों, अनुसंधान केंद्रों और उद्योगों के बीच साझेदारी को प्रोत्साहित किया जाना समय की आवश्यकता है।
पीपुल्स विश्वविद्यालय के सभागार में आयेाजित स्टेट लेवल एनालिसिस ऑफ एक्रिडेटेड हायर एजुकेशन इंस्टीट्यूशन प्रतिवेदन के लोकार्पण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्यपाल पटेल ने कहा कि नागरिकों एवं समाज की प्रगति और उन्नति काफी हद तक शिक्षा के विकास, विशेषकर उच्च शिक्षा पर निर्भर करती है। आवश्यकता अंतर्राष्ट्रीय मानकों और चुनौतियों के अनुसार उच्च शिक्षा संस्थानों की गुणवत्ता, ज्ञान और नवाचार के साथ ही शिक्षा की उत्कृष्टता, प्रसार और मूल्यांकन के प्रति सजग होने की है। यह समझना जरूरी है कि उच्च शिक्षा प्रणाली के विस्तार के लिए हमें शिक्षण पद्धति में अनिवार्यता सुधार करना होगा, तभी संस्थान की प्रासंगिकता और अस्तित्व बना रह सकेगा।
उन्होंने सुझाव दिया कि उच्च शिक्षा को इस तरह से डिजाइन किया जाए कि वह समाज को जिम्मेदार और सभ्य नागरिक प्रदान करे, जो राज्य और लोगों की सेवा एवं भविष्य की चुनौतियों का सामना करने में सक्षम हो।
राज्यपाल पटेल ने सभी उच्च शिक्षा संस्थानों से आग्रह किया है कि दर्पण के समान आत्म-निरीक्षण और आत्म-चिंतन के लिए नैक की रिपोर्ट का उपयोग करें। रिपोर्ट में रेखांकित विषयों पर विशेष ध्यान दें। संस्थान की व्यवस्था में सुधार करें। उच्च शिक्षा के वातावरण में मौजूद स्थायी प्रथाओं की पहचान कर, शिक्षा के सभी हितधारकों को सर्वोत्तम शैक्षिक अनुभव प्रदान करना सुनिश्चित करें।
नैक के संचार सह प्रकाशन अधिकारी प्रो. वहीद उल हसन ने राज्य स्तरीय विश्लेषण प्रतिवेदन की जानकारी दी। पुस्तक के लेखक नैक के सलाहकार स्व. गणेश हेगड़े के योगदान का स्मरण किया। विशेषज्ञ डॉ. डी.एन. संसवाल ने बताया कि सात मानदंडों का विश्लेषण प्रतिवेदन में किया गया है। पीपुल्स विश्वविद्यालय के कुलपति राजेश कपूर ने स्वागत उद्बोधन दिया। नैक के सहायक सलाहकार श्याम सिंह इंदा ने आभार माना।
–आईएएनएस
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