श्रीनगर, 22 मार्च (आईएएनएस)। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में मां शारदा देवी मंदिर का वर्चुअली उद्घाटन किया। इस अवसर पर जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा भी उपस्थित थे।
एक आधिकारिक बयान में कहा गया- अमित शाह ने अपने संबोधन की शुरूआत देशवासियों को नव वर्ष की बधाई देकर की। उन्होंने कहा कि मां शारदा के नवनिर्मित मंदिर को श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया है और यह पूरे भारत के श्रद्धालुओं के लिए एक शुभ संकेत है। मां शारदा मंदिर का उद्घाटन एक नए युग की शुरूआत है।
गृह मंत्री ने कहा कि शारदा पीठ के तत्वावधान में मंदिर का वास्तु शास्त्र और निर्माण पौराणिक शास्त्रों के अनुसार किया गया है। बयान में कहा गया है कि श्रृंगेरी मठ द्वारा दान की गई शारदा मां की मूर्ति और यहां स्थापना.. 24 जनवरी से आज तक का समय एक यात्रा की तरह था। कुपवाड़ा में मां शारदा के मंदिर का पुनर्निर्माण शारदा-सभ्यता की खोज और शारदा-लिपि के प्रचार-प्रसार की दिशा में आवश्यक और महत्वपूर्ण कदम है।
अमित शाह ने कहा कि एक जमाने में शारदा पीठ को भारतीय उपमहाद्वीप में ज्ञान का केंद्र माना जाता था, जहां देश भर से विद्वान शास्त्रों और आध्यात्मिक ज्ञान की खोज में यहां आते थे। उन्होंने कहा कि शारदा लिपि कश्मीर की मूल लिपि है, जिसका नाम मां शारदा के नाम पर रखा गया है। यह महाशक्ति पीठों में से एक है और धार्मिक मान्यताओं के अनुसार यहां मां सती का दाहिना हाथ गिरा था।
गृह मंत्री ने कहा कि शारदा पीठ भारत की सांस्कृतिक, धार्मिक और शैक्षिक विरासत का ऐतिहासिक केंद्र रहा है और करतारपुर कॉरिडोर की तरह ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार शारदा पीठ को श्रद्धालुओं के लिए खोलने की दिशा में आगे बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के प्रयासों से धारा 370 हटने के बाद कश्मीर में शांति स्थापित हुई है और कश्मीर घाटी और जम्मू एक बार फिर अपनी पुरानी परंपरा की ओर लौट रहे हैं।
शाह ने कहा कि केंद्र ने सामाजिक और आर्थिक परिवर्तन की अपनी प्रतिबद्धता के तहत सांस्कृतिक कायाकल्प समेत जम्मू-कश्मीर के सभी क्षेत्रों में पहल की है। इसके तहत चिन्हित 123 स्थानों पर व्यवस्थित जीर्णोद्धार और मरम्मत का काम चल रहा है, जिसमें कई मंदिर और सूफी स्थल शामिल हैं।
गृह मंत्री ने कहा कि प्रथम चरण में 65 करोड़ रुपये की लागत से 35 स्थानों का जीर्णोद्धार किया जा रहा है, साथ ही धार्मिक एवं सूफी संतों के 75 स्थलों को चिन्हित कर 31 मेगा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किये गये हैं। शाह ने कहा कि हर जिले में 20 सांस्कृतिक उत्सव भी आयोजित किए गए हैं, जो हमारी पुरानी विरासत को पुनर्जीवित करने में मदद करेंगे।
–आईएएनएस
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