अमृतसर, 10 जुलाई (आईएएनएस)। अमृतसर पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस कमिश्नर की टीम ने हथियारों की तस्करी करने वाले आठ लोगों के एक गिरोह को पकड़ा है। पुलिस कमिश्नर रणजीत सिंह ढिलो ने बताया कि ये लोग फर्जी हथियार लाइसेंस का इस्तेमाल कर हथियार रखते थे।
उन्होंने कहा कि आठ लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और जल्द ही उनके अन्य साथियों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इस दौरान पुलिस को पता चला कि एक व्यक्ति के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज है और उसके पास हथियार हैं। पुलिस ने जांच की तो पता चला कि यह हथियार लाइसेंस तरनतारन इलाके से बनाया गया था और यह पूरी तरह से फर्जी था।
पुलिस ने कहा कि अब तक कुल आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें शामिल छह लोगों ने फर्जी हथियार लाइसेंस बनवाये हैं। वहीं, फर्जी हथियार लाइसेंस बनाने में दो लोग शामिल थे, जिनमें तरनतारन के सर्विस सेंटर का एक कर्मचारी भी शामिल है। सर्विस सेंटर का मैनेजर सूरज भंडारी इस गांव का सरगना है और वह फिलहाल पुलिस हिरासत से फरार है।
पुलिस का कहना है कि अब तक जांच में छह असलहा लाइसेंस फर्जी पाए गए हैं और पुलिस ने उन असलहा लाइसेंस बनाने वाले लोगों को भी गिरफ्तार कर लिया है। जल्द ही इस मामले के सरगना सूरज भंडारी को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
दरअसल तरनतारन के कुछ सीआईए स्टाफ को फर्जी कंसल्टेंसी लाइसेंस बनाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। जिसके बाद अमृतसर पुलिस ने फर्जी हथियार लाइसेंस बनाने वाले लोगों को गिरफ्तार भी किया, लेकिन अमृतसर पुलिस का कहना है कि इन लोगों और तरनतारन पुलिस द्वारा पकड़े गए लोगों के बीच अब तक कोई संबंध सामने नहीं आया है।
–आईएएनएस
एकेएस/एसकेपी
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अमृतसर, 10 जुलाई (आईएएनएस)। अमृतसर पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस कमिश्नर की टीम ने हथियारों की तस्करी करने वाले आठ लोगों के एक गिरोह को पकड़ा है। पुलिस कमिश्नर रणजीत सिंह ढिलो ने बताया कि ये लोग फर्जी हथियार लाइसेंस का इस्तेमाल कर हथियार रखते थे।
उन्होंने कहा कि आठ लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और जल्द ही उनके अन्य साथियों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इस दौरान पुलिस को पता चला कि एक व्यक्ति के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज है और उसके पास हथियार हैं। पुलिस ने जांच की तो पता चला कि यह हथियार लाइसेंस तरनतारन इलाके से बनाया गया था और यह पूरी तरह से फर्जी था।
पुलिस ने कहा कि अब तक कुल आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें शामिल छह लोगों ने फर्जी हथियार लाइसेंस बनवाये हैं। वहीं, फर्जी हथियार लाइसेंस बनाने में दो लोग शामिल थे, जिनमें तरनतारन के सर्विस सेंटर का एक कर्मचारी भी शामिल है। सर्विस सेंटर का मैनेजर सूरज भंडारी इस गांव का सरगना है और वह फिलहाल पुलिस हिरासत से फरार है।
पुलिस का कहना है कि अब तक जांच में छह असलहा लाइसेंस फर्जी पाए गए हैं और पुलिस ने उन असलहा लाइसेंस बनाने वाले लोगों को भी गिरफ्तार कर लिया है। जल्द ही इस मामले के सरगना सूरज भंडारी को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
दरअसल तरनतारन के कुछ सीआईए स्टाफ को फर्जी कंसल्टेंसी लाइसेंस बनाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। जिसके बाद अमृतसर पुलिस ने फर्जी हथियार लाइसेंस बनाने वाले लोगों को गिरफ्तार भी किया, लेकिन अमृतसर पुलिस का कहना है कि इन लोगों और तरनतारन पुलिस द्वारा पकड़े गए लोगों के बीच अब तक कोई संबंध सामने नहीं आया है।
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अमृतसर, 10 जुलाई (आईएएनएस)। अमृतसर पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस कमिश्नर की टीम ने हथियारों की तस्करी करने वाले आठ लोगों के एक गिरोह को पकड़ा है। पुलिस कमिश्नर रणजीत सिंह ढिलो ने बताया कि ये लोग फर्जी हथियार लाइसेंस का इस्तेमाल कर हथियार रखते थे।
उन्होंने कहा कि आठ लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और जल्द ही उनके अन्य साथियों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इस दौरान पुलिस को पता चला कि एक व्यक्ति के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज है और उसके पास हथियार हैं। पुलिस ने जांच की तो पता चला कि यह हथियार लाइसेंस तरनतारन इलाके से बनाया गया था और यह पूरी तरह से फर्जी था।
पुलिस ने कहा कि अब तक कुल आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें शामिल छह लोगों ने फर्जी हथियार लाइसेंस बनवाये हैं। वहीं, फर्जी हथियार लाइसेंस बनाने में दो लोग शामिल थे, जिनमें तरनतारन के सर्विस सेंटर का एक कर्मचारी भी शामिल है। सर्विस सेंटर का मैनेजर सूरज भंडारी इस गांव का सरगना है और वह फिलहाल पुलिस हिरासत से फरार है।
पुलिस का कहना है कि अब तक जांच में छह असलहा लाइसेंस फर्जी पाए गए हैं और पुलिस ने उन असलहा लाइसेंस बनाने वाले लोगों को भी गिरफ्तार कर लिया है। जल्द ही इस मामले के सरगना सूरज भंडारी को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
दरअसल तरनतारन के कुछ सीआईए स्टाफ को फर्जी कंसल्टेंसी लाइसेंस बनाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। जिसके बाद अमृतसर पुलिस ने फर्जी हथियार लाइसेंस बनाने वाले लोगों को गिरफ्तार भी किया, लेकिन अमृतसर पुलिस का कहना है कि इन लोगों और तरनतारन पुलिस द्वारा पकड़े गए लोगों के बीच अब तक कोई संबंध सामने नहीं आया है।
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अमृतसर, 10 जुलाई (आईएएनएस)। अमृतसर पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस कमिश्नर की टीम ने हथियारों की तस्करी करने वाले आठ लोगों के एक गिरोह को पकड़ा है। पुलिस कमिश्नर रणजीत सिंह ढिलो ने बताया कि ये लोग फर्जी हथियार लाइसेंस का इस्तेमाल कर हथियार रखते थे।
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पुलिस ने कहा कि अब तक कुल आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें शामिल छह लोगों ने फर्जी हथियार लाइसेंस बनवाये हैं। वहीं, फर्जी हथियार लाइसेंस बनाने में दो लोग शामिल थे, जिनमें तरनतारन के सर्विस सेंटर का एक कर्मचारी भी शामिल है। सर्विस सेंटर का मैनेजर सूरज भंडारी इस गांव का सरगना है और वह फिलहाल पुलिस हिरासत से फरार है।
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अमृतसर, 10 जुलाई (आईएएनएस)। अमृतसर पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस कमिश्नर की टीम ने हथियारों की तस्करी करने वाले आठ लोगों के एक गिरोह को पकड़ा है। पुलिस कमिश्नर रणजीत सिंह ढिलो ने बताया कि ये लोग फर्जी हथियार लाइसेंस का इस्तेमाल कर हथियार रखते थे।
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उन्होंने कहा कि आठ लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और जल्द ही उनके अन्य साथियों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इस दौरान पुलिस को पता चला कि एक व्यक्ति के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज है और उसके पास हथियार हैं। पुलिस ने जांच की तो पता चला कि यह हथियार लाइसेंस तरनतारन इलाके से बनाया गया था और यह पूरी तरह से फर्जी था।
पुलिस ने कहा कि अब तक कुल आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें शामिल छह लोगों ने फर्जी हथियार लाइसेंस बनवाये हैं। वहीं, फर्जी हथियार लाइसेंस बनाने में दो लोग शामिल थे, जिनमें तरनतारन के सर्विस सेंटर का एक कर्मचारी भी शामिल है। सर्विस सेंटर का मैनेजर सूरज भंडारी इस गांव का सरगना है और वह फिलहाल पुलिस हिरासत से फरार है।
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अमृतसर, 10 जुलाई (आईएएनएस)। अमृतसर पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस कमिश्नर की टीम ने हथियारों की तस्करी करने वाले आठ लोगों के एक गिरोह को पकड़ा है। पुलिस कमिश्नर रणजीत सिंह ढिलो ने बताया कि ये लोग फर्जी हथियार लाइसेंस का इस्तेमाल कर हथियार रखते थे।
उन्होंने कहा कि आठ लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और जल्द ही उनके अन्य साथियों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इस दौरान पुलिस को पता चला कि एक व्यक्ति के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज है और उसके पास हथियार हैं। पुलिस ने जांच की तो पता चला कि यह हथियार लाइसेंस तरनतारन इलाके से बनाया गया था और यह पूरी तरह से फर्जी था।
पुलिस ने कहा कि अब तक कुल आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें शामिल छह लोगों ने फर्जी हथियार लाइसेंस बनवाये हैं। वहीं, फर्जी हथियार लाइसेंस बनाने में दो लोग शामिल थे, जिनमें तरनतारन के सर्विस सेंटर का एक कर्मचारी भी शामिल है। सर्विस सेंटर का मैनेजर सूरज भंडारी इस गांव का सरगना है और वह फिलहाल पुलिस हिरासत से फरार है।
पुलिस का कहना है कि अब तक जांच में छह असलहा लाइसेंस फर्जी पाए गए हैं और पुलिस ने उन असलहा लाइसेंस बनाने वाले लोगों को भी गिरफ्तार कर लिया है। जल्द ही इस मामले के सरगना सूरज भंडारी को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
दरअसल तरनतारन के कुछ सीआईए स्टाफ को फर्जी कंसल्टेंसी लाइसेंस बनाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। जिसके बाद अमृतसर पुलिस ने फर्जी हथियार लाइसेंस बनाने वाले लोगों को गिरफ्तार भी किया, लेकिन अमृतसर पुलिस का कहना है कि इन लोगों और तरनतारन पुलिस द्वारा पकड़े गए लोगों के बीच अब तक कोई संबंध सामने नहीं आया है।