गुवाहाटी, 15 अगस्त (आईएएनएस)। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने मंगलवार को कहा, ”चुनाव आयोग (ईसी) द्वारा परिसीमन पर रिपोर्ट एक वास्तविकता है, जिसे सभी को स्वीकार करना चाहिए।”
इस मुद्दे पर पूर्वोत्तर राज्य में भगवा पार्टी के सहयोगियों के बीच असंतोष और नाराजगी की सुगबुगाहट के बीच मुख्यमंत्री की टिप्पणी आई है। पिछले हफ्ते, चुनाव आयोग ने अंतिम परिसीमन प्रस्ताव प्रकाशित किया, जिसमें कई विधानसभा और संसदीय क्षेत्रों की सीमाएं बदल दी गईं।
हालांकि सीटों की कुल संख्या स्थिर रखी गई है, लेकिन कुछ सीटें ख़त्म कर दी गईं। साथ ही, चुनाव आयोग ने कुछ नई सीटों का भी प्रस्ताव रखा है। इससे असम गण परिषद के कुछ विधायकों सहित कई नेताओं में निराशा हुई है, जिन्होंने परिसीमन प्रक्रिया में अपनी सीटें खो दी हैं।
ऊपरी असम के शिवसागर जिले के अमगुरी से पांच बार विधायक रहे प्रदीप हजारिका ने परिसीमन के विरोध में पार्टी पद छोड़ दिया है। गुवाहाटी में 77वें स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम से इतर सीएम सरमा ने कहा कि परिसीमन अब हकीकत बन गया है। इसे सभी को स्वीकार करना होगा। भारत के राष्ट्रपति 2-3 दिनों के भीतर इस संबंध में अधिसूचना जारी करेंगे।
इस बीच, एआईयूडीएफ नेता बदरुद्दीन अजमल ने कहा कि भाजपा ने राज्य में मुस्लिम विधायकों की संख्या कम करने के लिए परिसीमन प्रक्रिया के जरिए विवाद की साजिश रची है।
–आईएएनएस
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