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Home ताज़ा समाचार

असम: सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर पैसा लेना वाला भाजपा नेता गिरफ्तार

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May 26, 2023
in ताज़ा समाचार
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असम: सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर पैसा लेना वाला भाजपा नेता गिरफ्तार
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गुवाहाटी, 26 मई (आईएएनएस)। असम के कार्बी आंगलोंग जिले में एक भाजपा नेता को सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर कई लोगों से 9.52 करोड़ रुपये वसूलने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

भाजपा के किसान मोर्चा विंग के नेता मून इंगटिपी को गुरुवार को गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तारी के बाद, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने उसे उसके पद के साथ-साथ पार्टी से भी निष्कासित कर दिया है।

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एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने शुक्रवार को आईएएनएस को बताया कि उन्हें उसके खिलाफ कई शिकायतें मिली हैं और एक आधिकारिक शिकायत के आधार पर उन्होंने जांच शुरू की है।

कार्बी आंगलोंग जिले के एडिशनल एसपी नयन बर्मन ने कहा, गिरफ्तारी करने के लिए हमें पर्याप्त सबूत मिले हैं। पुलिस टीम स्थिति को और अच्छी तरह से देख रही है।

असम में विभिन्न सरकारी विभागों में नौकरी दिलाने के नाम पर इंगतिपी ने कथित तौर पर कुछ लोगों से बड़ी रकम की मांग की, जिसके बाद यह मामला हाल ही में सामने आया।

इंगतिपी पर कई लोगों से करीब 9.52 करोड़ रुपये वसूलने का आरोप है।

वित्तीय नुकसान झेलने वाले पीड़ितों में से कुछ ने कहा कि इंगतिपी ने पहले असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के नाम का इस्तेमाल पैसे इकट्ठा करने के लिए किया था।

एक पीड़ित ने संवाददाताओं को बताया, उसने यह भी कहा कि कार्बी आंगलोंग स्वायत्त परिषद के मुख्य कार्यकारी सदस्य (सीईएम) तुलीराम रोंगहांग उसके करीबी दोस्त हैं।

उसकी गिरफ्तारी के बाद भाजपा की असम इकाई ने उसे किसान मोर्चा में उनके पद से बर्खास्त कर दिया और उसे पार्टी छोड़ने के लिए कहा।

हालांकि, भाजपा नेतृत्व मून इंगतिपी के खिलाफ लगाए गए आरोपों और उन्हें हिरासत में लिए जाने पर चुप रहा।

–आईएएनएस

एकेजे

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गुवाहाटी, 26 मई (आईएएनएस)। असम के कार्बी आंगलोंग जिले में एक भाजपा नेता को सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर कई लोगों से 9.52 करोड़ रुपये वसूलने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

भाजपा के किसान मोर्चा विंग के नेता मून इंगटिपी को गुरुवार को गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तारी के बाद, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने उसे उसके पद के साथ-साथ पार्टी से भी निष्कासित कर दिया है।

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने शुक्रवार को आईएएनएस को बताया कि उन्हें उसके खिलाफ कई शिकायतें मिली हैं और एक आधिकारिक शिकायत के आधार पर उन्होंने जांच शुरू की है।

कार्बी आंगलोंग जिले के एडिशनल एसपी नयन बर्मन ने कहा, गिरफ्तारी करने के लिए हमें पर्याप्त सबूत मिले हैं। पुलिस टीम स्थिति को और अच्छी तरह से देख रही है।

असम में विभिन्न सरकारी विभागों में नौकरी दिलाने के नाम पर इंगतिपी ने कथित तौर पर कुछ लोगों से बड़ी रकम की मांग की, जिसके बाद यह मामला हाल ही में सामने आया।

इंगतिपी पर कई लोगों से करीब 9.52 करोड़ रुपये वसूलने का आरोप है।

वित्तीय नुकसान झेलने वाले पीड़ितों में से कुछ ने कहा कि इंगतिपी ने पहले असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के नाम का इस्तेमाल पैसे इकट्ठा करने के लिए किया था।

एक पीड़ित ने संवाददाताओं को बताया, उसने यह भी कहा कि कार्बी आंगलोंग स्वायत्त परिषद के मुख्य कार्यकारी सदस्य (सीईएम) तुलीराम रोंगहांग उसके करीबी दोस्त हैं।

उसकी गिरफ्तारी के बाद भाजपा की असम इकाई ने उसे किसान मोर्चा में उनके पद से बर्खास्त कर दिया और उसे पार्टी छोड़ने के लिए कहा।

हालांकि, भाजपा नेतृत्व मून इंगतिपी के खिलाफ लगाए गए आरोपों और उन्हें हिरासत में लिए जाने पर चुप रहा।

–आईएएनएस

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गुवाहाटी, 26 मई (आईएएनएस)। असम के कार्बी आंगलोंग जिले में एक भाजपा नेता को सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर कई लोगों से 9.52 करोड़ रुपये वसूलने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

भाजपा के किसान मोर्चा विंग के नेता मून इंगटिपी को गुरुवार को गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तारी के बाद, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने उसे उसके पद के साथ-साथ पार्टी से भी निष्कासित कर दिया है।

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने शुक्रवार को आईएएनएस को बताया कि उन्हें उसके खिलाफ कई शिकायतें मिली हैं और एक आधिकारिक शिकायत के आधार पर उन्होंने जांच शुरू की है।

कार्बी आंगलोंग जिले के एडिशनल एसपी नयन बर्मन ने कहा, गिरफ्तारी करने के लिए हमें पर्याप्त सबूत मिले हैं। पुलिस टीम स्थिति को और अच्छी तरह से देख रही है।

असम में विभिन्न सरकारी विभागों में नौकरी दिलाने के नाम पर इंगतिपी ने कथित तौर पर कुछ लोगों से बड़ी रकम की मांग की, जिसके बाद यह मामला हाल ही में सामने आया।

इंगतिपी पर कई लोगों से करीब 9.52 करोड़ रुपये वसूलने का आरोप है।

वित्तीय नुकसान झेलने वाले पीड़ितों में से कुछ ने कहा कि इंगतिपी ने पहले असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के नाम का इस्तेमाल पैसे इकट्ठा करने के लिए किया था।

एक पीड़ित ने संवाददाताओं को बताया, उसने यह भी कहा कि कार्बी आंगलोंग स्वायत्त परिषद के मुख्य कार्यकारी सदस्य (सीईएम) तुलीराम रोंगहांग उसके करीबी दोस्त हैं।

उसकी गिरफ्तारी के बाद भाजपा की असम इकाई ने उसे किसान मोर्चा में उनके पद से बर्खास्त कर दिया और उसे पार्टी छोड़ने के लिए कहा।

हालांकि, भाजपा नेतृत्व मून इंगतिपी के खिलाफ लगाए गए आरोपों और उन्हें हिरासत में लिए जाने पर चुप रहा।

–आईएएनएस

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एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने शुक्रवार को आईएएनएस को बताया कि उन्हें उसके खिलाफ कई शिकायतें मिली हैं और एक आधिकारिक शिकायत के आधार पर उन्होंने जांच शुरू की है।

कार्बी आंगलोंग जिले के एडिशनल एसपी नयन बर्मन ने कहा, गिरफ्तारी करने के लिए हमें पर्याप्त सबूत मिले हैं। पुलिस टीम स्थिति को और अच्छी तरह से देख रही है।

असम में विभिन्न सरकारी विभागों में नौकरी दिलाने के नाम पर इंगतिपी ने कथित तौर पर कुछ लोगों से बड़ी रकम की मांग की, जिसके बाद यह मामला हाल ही में सामने आया।

इंगतिपी पर कई लोगों से करीब 9.52 करोड़ रुपये वसूलने का आरोप है।

वित्तीय नुकसान झेलने वाले पीड़ितों में से कुछ ने कहा कि इंगतिपी ने पहले असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के नाम का इस्तेमाल पैसे इकट्ठा करने के लिए किया था।

एक पीड़ित ने संवाददाताओं को बताया, उसने यह भी कहा कि कार्बी आंगलोंग स्वायत्त परिषद के मुख्य कार्यकारी सदस्य (सीईएम) तुलीराम रोंगहांग उसके करीबी दोस्त हैं।

उसकी गिरफ्तारी के बाद भाजपा की असम इकाई ने उसे किसान मोर्चा में उनके पद से बर्खास्त कर दिया और उसे पार्टी छोड़ने के लिए कहा।

हालांकि, भाजपा नेतृत्व मून इंगतिपी के खिलाफ लगाए गए आरोपों और उन्हें हिरासत में लिए जाने पर चुप रहा।

–आईएएनएस

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भाजपा के किसान मोर्चा विंग के नेता मून इंगटिपी को गुरुवार को गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तारी के बाद, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने उसे उसके पद के साथ-साथ पार्टी से भी निष्कासित कर दिया है।

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने शुक्रवार को आईएएनएस को बताया कि उन्हें उसके खिलाफ कई शिकायतें मिली हैं और एक आधिकारिक शिकायत के आधार पर उन्होंने जांच शुरू की है।

कार्बी आंगलोंग जिले के एडिशनल एसपी नयन बर्मन ने कहा, गिरफ्तारी करने के लिए हमें पर्याप्त सबूत मिले हैं। पुलिस टीम स्थिति को और अच्छी तरह से देख रही है।

असम में विभिन्न सरकारी विभागों में नौकरी दिलाने के नाम पर इंगतिपी ने कथित तौर पर कुछ लोगों से बड़ी रकम की मांग की, जिसके बाद यह मामला हाल ही में सामने आया।

इंगतिपी पर कई लोगों से करीब 9.52 करोड़ रुपये वसूलने का आरोप है।

वित्तीय नुकसान झेलने वाले पीड़ितों में से कुछ ने कहा कि इंगतिपी ने पहले असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के नाम का इस्तेमाल पैसे इकट्ठा करने के लिए किया था।

एक पीड़ित ने संवाददाताओं को बताया, उसने यह भी कहा कि कार्बी आंगलोंग स्वायत्त परिषद के मुख्य कार्यकारी सदस्य (सीईएम) तुलीराम रोंगहांग उसके करीबी दोस्त हैं।

उसकी गिरफ्तारी के बाद भाजपा की असम इकाई ने उसे किसान मोर्चा में उनके पद से बर्खास्त कर दिया और उसे पार्टी छोड़ने के लिए कहा।

हालांकि, भाजपा नेतृत्व मून इंगतिपी के खिलाफ लगाए गए आरोपों और उन्हें हिरासत में लिए जाने पर चुप रहा।

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भाजपा के किसान मोर्चा विंग के नेता मून इंगटिपी को गुरुवार को गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तारी के बाद, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने उसे उसके पद के साथ-साथ पार्टी से भी निष्कासित कर दिया है।

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एक पीड़ित ने संवाददाताओं को बताया, उसने यह भी कहा कि कार्बी आंगलोंग स्वायत्त परिषद के मुख्य कार्यकारी सदस्य (सीईएम) तुलीराम रोंगहांग उसके करीबी दोस्त हैं।

उसकी गिरफ्तारी के बाद भाजपा की असम इकाई ने उसे किसान मोर्चा में उनके पद से बर्खास्त कर दिया और उसे पार्टी छोड़ने के लिए कहा।

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भाजपा के किसान मोर्चा विंग के नेता मून इंगटिपी को गुरुवार को गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तारी के बाद, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने उसे उसके पद के साथ-साथ पार्टी से भी निष्कासित कर दिया है।

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भाजपा के किसान मोर्चा विंग के नेता मून इंगटिपी को गुरुवार को गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तारी के बाद, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने उसे उसके पद के साथ-साथ पार्टी से भी निष्कासित कर दिया है।

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इंगतिपी पर कई लोगों से करीब 9.52 करोड़ रुपये वसूलने का आरोप है।

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एक पीड़ित ने संवाददाताओं को बताया, उसने यह भी कहा कि कार्बी आंगलोंग स्वायत्त परिषद के मुख्य कार्यकारी सदस्य (सीईएम) तुलीराम रोंगहांग उसके करीबी दोस्त हैं।

उसकी गिरफ्तारी के बाद भाजपा की असम इकाई ने उसे किसान मोर्चा में उनके पद से बर्खास्त कर दिया और उसे पार्टी छोड़ने के लिए कहा।

हालांकि, भाजपा नेतृत्व मून इंगतिपी के खिलाफ लगाए गए आरोपों और उन्हें हिरासत में लिए जाने पर चुप रहा।

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इंगतिपी पर कई लोगों से करीब 9.52 करोड़ रुपये वसूलने का आरोप है।

वित्तीय नुकसान झेलने वाले पीड़ितों में से कुछ ने कहा कि इंगतिपी ने पहले असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के नाम का इस्तेमाल पैसे इकट्ठा करने के लिए किया था।

एक पीड़ित ने संवाददाताओं को बताया, उसने यह भी कहा कि कार्बी आंगलोंग स्वायत्त परिषद के मुख्य कार्यकारी सदस्य (सीईएम) तुलीराम रोंगहांग उसके करीबी दोस्त हैं।

उसकी गिरफ्तारी के बाद भाजपा की असम इकाई ने उसे किसान मोर्चा में उनके पद से बर्खास्त कर दिया और उसे पार्टी छोड़ने के लिए कहा।

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भाजपा के किसान मोर्चा विंग के नेता मून इंगटिपी को गुरुवार को गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तारी के बाद, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने उसे उसके पद के साथ-साथ पार्टी से भी निष्कासित कर दिया है।

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने शुक्रवार को आईएएनएस को बताया कि उन्हें उसके खिलाफ कई शिकायतें मिली हैं और एक आधिकारिक शिकायत के आधार पर उन्होंने जांच शुरू की है।

कार्बी आंगलोंग जिले के एडिशनल एसपी नयन बर्मन ने कहा, गिरफ्तारी करने के लिए हमें पर्याप्त सबूत मिले हैं। पुलिस टीम स्थिति को और अच्छी तरह से देख रही है।

असम में विभिन्न सरकारी विभागों में नौकरी दिलाने के नाम पर इंगतिपी ने कथित तौर पर कुछ लोगों से बड़ी रकम की मांग की, जिसके बाद यह मामला हाल ही में सामने आया।

इंगतिपी पर कई लोगों से करीब 9.52 करोड़ रुपये वसूलने का आरोप है।

वित्तीय नुकसान झेलने वाले पीड़ितों में से कुछ ने कहा कि इंगतिपी ने पहले असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के नाम का इस्तेमाल पैसे इकट्ठा करने के लिए किया था।

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उसकी गिरफ्तारी के बाद भाजपा की असम इकाई ने उसे किसान मोर्चा में उनके पद से बर्खास्त कर दिया और उसे पार्टी छोड़ने के लिए कहा।

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भाजपा के किसान मोर्चा विंग के नेता मून इंगटिपी को गुरुवार को गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तारी के बाद, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने उसे उसके पद के साथ-साथ पार्टी से भी निष्कासित कर दिया है।

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गुवाहाटी, 26 मई (आईएएनएस)। असम के कार्बी आंगलोंग जिले में एक भाजपा नेता को सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर कई लोगों से 9.52 करोड़ रुपये वसूलने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

भाजपा के किसान मोर्चा विंग के नेता मून इंगटिपी को गुरुवार को गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तारी के बाद, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने उसे उसके पद के साथ-साथ पार्टी से भी निष्कासित कर दिया है।

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने शुक्रवार को आईएएनएस को बताया कि उन्हें उसके खिलाफ कई शिकायतें मिली हैं और एक आधिकारिक शिकायत के आधार पर उन्होंने जांच शुरू की है।

कार्बी आंगलोंग जिले के एडिशनल एसपी नयन बर्मन ने कहा, गिरफ्तारी करने के लिए हमें पर्याप्त सबूत मिले हैं। पुलिस टीम स्थिति को और अच्छी तरह से देख रही है।

असम में विभिन्न सरकारी विभागों में नौकरी दिलाने के नाम पर इंगतिपी ने कथित तौर पर कुछ लोगों से बड़ी रकम की मांग की, जिसके बाद यह मामला हाल ही में सामने आया।

इंगतिपी पर कई लोगों से करीब 9.52 करोड़ रुपये वसूलने का आरोप है।

वित्तीय नुकसान झेलने वाले पीड़ितों में से कुछ ने कहा कि इंगतिपी ने पहले असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के नाम का इस्तेमाल पैसे इकट्ठा करने के लिए किया था।

एक पीड़ित ने संवाददाताओं को बताया, उसने यह भी कहा कि कार्बी आंगलोंग स्वायत्त परिषद के मुख्य कार्यकारी सदस्य (सीईएम) तुलीराम रोंगहांग उसके करीबी दोस्त हैं।

उसकी गिरफ्तारी के बाद भाजपा की असम इकाई ने उसे किसान मोर्चा में उनके पद से बर्खास्त कर दिया और उसे पार्टी छोड़ने के लिए कहा।

हालांकि, भाजपा नेतृत्व मून इंगतिपी के खिलाफ लगाए गए आरोपों और उन्हें हिरासत में लिए जाने पर चुप रहा।

–आईएएनएस

एकेजे

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गुवाहाटी, 26 मई (आईएएनएस)। असम के कार्बी आंगलोंग जिले में एक भाजपा नेता को सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर कई लोगों से 9.52 करोड़ रुपये वसूलने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

भाजपा के किसान मोर्चा विंग के नेता मून इंगटिपी को गुरुवार को गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तारी के बाद, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने उसे उसके पद के साथ-साथ पार्टी से भी निष्कासित कर दिया है।

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने शुक्रवार को आईएएनएस को बताया कि उन्हें उसके खिलाफ कई शिकायतें मिली हैं और एक आधिकारिक शिकायत के आधार पर उन्होंने जांच शुरू की है।

कार्बी आंगलोंग जिले के एडिशनल एसपी नयन बर्मन ने कहा, गिरफ्तारी करने के लिए हमें पर्याप्त सबूत मिले हैं। पुलिस टीम स्थिति को और अच्छी तरह से देख रही है।

असम में विभिन्न सरकारी विभागों में नौकरी दिलाने के नाम पर इंगतिपी ने कथित तौर पर कुछ लोगों से बड़ी रकम की मांग की, जिसके बाद यह मामला हाल ही में सामने आया।

इंगतिपी पर कई लोगों से करीब 9.52 करोड़ रुपये वसूलने का आरोप है।

वित्तीय नुकसान झेलने वाले पीड़ितों में से कुछ ने कहा कि इंगतिपी ने पहले असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के नाम का इस्तेमाल पैसे इकट्ठा करने के लिए किया था।

एक पीड़ित ने संवाददाताओं को बताया, उसने यह भी कहा कि कार्बी आंगलोंग स्वायत्त परिषद के मुख्य कार्यकारी सदस्य (सीईएम) तुलीराम रोंगहांग उसके करीबी दोस्त हैं।

उसकी गिरफ्तारी के बाद भाजपा की असम इकाई ने उसे किसान मोर्चा में उनके पद से बर्खास्त कर दिया और उसे पार्टी छोड़ने के लिए कहा।

हालांकि, भाजपा नेतृत्व मून इंगतिपी के खिलाफ लगाए गए आरोपों और उन्हें हिरासत में लिए जाने पर चुप रहा।

–आईएएनएस

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गुवाहाटी, 26 मई (आईएएनएस)। असम के कार्बी आंगलोंग जिले में एक भाजपा नेता को सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर कई लोगों से 9.52 करोड़ रुपये वसूलने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

भाजपा के किसान मोर्चा विंग के नेता मून इंगटिपी को गुरुवार को गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तारी के बाद, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने उसे उसके पद के साथ-साथ पार्टी से भी निष्कासित कर दिया है।

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने शुक्रवार को आईएएनएस को बताया कि उन्हें उसके खिलाफ कई शिकायतें मिली हैं और एक आधिकारिक शिकायत के आधार पर उन्होंने जांच शुरू की है।

कार्बी आंगलोंग जिले के एडिशनल एसपी नयन बर्मन ने कहा, गिरफ्तारी करने के लिए हमें पर्याप्त सबूत मिले हैं। पुलिस टीम स्थिति को और अच्छी तरह से देख रही है।

असम में विभिन्न सरकारी विभागों में नौकरी दिलाने के नाम पर इंगतिपी ने कथित तौर पर कुछ लोगों से बड़ी रकम की मांग की, जिसके बाद यह मामला हाल ही में सामने आया।

इंगतिपी पर कई लोगों से करीब 9.52 करोड़ रुपये वसूलने का आरोप है।

वित्तीय नुकसान झेलने वाले पीड़ितों में से कुछ ने कहा कि इंगतिपी ने पहले असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के नाम का इस्तेमाल पैसे इकट्ठा करने के लिए किया था।

एक पीड़ित ने संवाददाताओं को बताया, उसने यह भी कहा कि कार्बी आंगलोंग स्वायत्त परिषद के मुख्य कार्यकारी सदस्य (सीईएम) तुलीराम रोंगहांग उसके करीबी दोस्त हैं।

उसकी गिरफ्तारी के बाद भाजपा की असम इकाई ने उसे किसान मोर्चा में उनके पद से बर्खास्त कर दिया और उसे पार्टी छोड़ने के लिए कहा।

हालांकि, भाजपा नेतृत्व मून इंगतिपी के खिलाफ लगाए गए आरोपों और उन्हें हिरासत में लिए जाने पर चुप रहा।

–आईएएनएस

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