अमरावती, 4 मार्च (आई एएनएस)। आंध्र प्रदेश के गुंटूर जिले के इप्पतम गांव में शनिवार को नगर निगम के अधिकारियों ने तोड़फोड़ की। जिस कारण एक बार फिर तनाव व्याप्त हो गया। स्थानीय निवासियों ने विध्वंस (तोड़फोड़) का कड़ा विरोध जताया।
अधिकारियों ने 12 घरों की चारदीवारी को बुलडोजर से गिरा दिया। इस दौरान किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया था। पुलिस ने गांव में प्रवेश बिंदुओं पर भी पुलिसकर्मियों को तैनात किया था और लोगों की पहचान की जांच के बाद ही उन्हें आने-जाने दिया जा रहा था।
नगर निगम के अधिकारियों की कार्रवाई से ग्रामीणों में आक्रोश है। उन्होंने आरोप लगया कि उन्हें निशाना बनाया जा रहा है। विरोध को अनसुना कर अधिकारी अपने काम में लगे रहे।
जब अधिकारी जन सेना पार्टी के ग्राम अध्यक्ष नरसिम्हा राव के घर को गिराने के लिए पहुंचे तो तनाव बढ़ गया। ग्रामीणों के भारी विरोध के बाद अधिकारी दीवारों को तोड़कर चले गए।
ग्रामीणों ने अधिकारियों से सवाल किया कि जब गांव में कोई सार्वजनिक परिवहन सुविधा नहीं है, तो मौजूदा सड़क का विस्तार करके वे क्या हासिल करना चाहते थे।
इस बीच, जन सेना पार्टी (जेएसपी) के नेता एन मनोहर ने विध्वंस को वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) सरकार की प्रतिशोध की राजनीति करार दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि सत्ता पक्ष ग्रामीणों को सिर्फ इसलिए निशाना बना रहा है क्योंकि उन्होंने जेएसपी की बैठक के लिए अपनी जमीन दी थी।
यह दूसरी बार है जब नगर निगम के अधिकारियों ने गांव में तोड़फोड़ की है। पिछले साल नवंबर में कुछ घरों को तोड़ा गया था। अभिनेता और जेपीएस नेता पवन कल्याण ने ग्रामीणों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए गांव का दौरा किया था।
उन्होंने आरोप लगाया था कि जन सेना समर्थकों के घरों को तोड़ा गया। इसके अलावा यह भी आरोप लगाया था कि जगन मोहन रेड्डी के नेतृत्व वाली वाईएसआरसीपी सरकार 14 मार्च 2022 को जन सेना गठन दिवस की जनसभा आयोजित करने के लिए ग्रामीणों को अपनी जमीन देने के लिए निशाना बना रही है।
–आईएएनएस
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