नई दिल्ली, 16 अक्टूबर (आईएएनएस)। वेस्टलैंड बुक्स ने एक प्रतिष्ठित पूर्व आईएएस अधिकारी नरेश नंदन प्रसाद के संस्मरण का प्रकाशन किया है। ‘स्मॉल कॉग्स इन ए लार्ज व्हील’ शीर्षक से यह पुस्तक सिविल सेवा के लिए समर्पित प्रसाद के जीवन का ईमानदारी से वर्णन करती है। यह उन लोगों के लिए प्रेरणा स्रोत है जो इस भूमिका में देश सेवा की इच्छा रखते हैं।
वेस्टलैंड द्वारा जीवंत किया गया यह प्रकाशन 13 अक्टूबर से दुकानों में उपलब्ध है।
प्रसाद ने अपने पेशेवर करियर के लिए लगभग 45 वर्ष समर्पित किए। इस दौरान उन्होंने संयुक्त राष्ट्र औद्योगिक विकास संगठन (यूएनआईडीओ) और विश्व बौद्धिक संपदा संगठन (डब्ल्यूआईपीओ) में भी योगदान दिया।
प्रसाद ने इस संस्मरण में एलबीएसएनएए में उनके शुरुआती दिनों से लेकर विभिन्न भारतीय राज्यों में सेवारत एक आईएएस अधिकारी के रूप में उनके व्यापक करियर और यूएनआईडीओ और डब्ल्यूआईपीओ में उनकी बाद की भूमिकाओं तक की यात्रा के बारे में विस्तार से बताया है। जगह-जगह हास्य का पुट भी रखा गया है, और सहकर्मियों तथा दोस्तों के साथ यादगार घटनाओं और संजोई गई यादों को कलमबद्ध किया गया है। प्रसाद की कहानी कड़ी मेहनत और विनम्रता में निहित जीवन और दुनिया में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए उनके अटूट समर्पण के बारे में बताती है।
उनके संस्मरण का प्रकाशन मरणोपरांत किया गया है। अपने पिता की पुस्तक के विमोचन के दौरान नीति आयोग के उपाध्यक्ष कार्यालय की निदेशक उर्वशी प्रसाद ने कहा, “मेरे पिता ने अपने जीवनकाल के दौरान निभाई गई हर भूमिका में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। यह पुस्तक मुख्य रूप से एक भारतीय प्रशासनिक सेवा अधिकारी और उसके बाद एक अंतरराष्ट्रीय सिविल सेवक के रूप में उनकी पेशेवर यात्रा का वर्णन करती है। हालाँकि, हर अध्याय में जो बात सामने आती है वह व्यक्तिगत मूल्य और गुण हैं जो उन्हें एक असाधारण इंसान बनाते हैं।”
भारत के जी20 शेरपा अमिताभ कांत ने टिप्पणी की, “यह केवल नरेश के करियर की यादें नहीं है। यह भारत में एक सिविल सेवक की भूमिका और स्वयं से ऊपर सेवा को प्राथमिकता देने के लिए आवश्यक बलिदानों को दर्शाता है।”
केंद्र सरकार में स्कूल शिक्षा (2016-18) और कोयला (2014-16) के पूर्व सचिव अनिल स्वरूप ने पुस्तक में सिविल सेवकों के सामने आने वाली चुनौतियों के चित्रण की सराहना की। उन्होंने कहा, “किताब खूबसूरती से बताती है कि इन कठिनाइयों से कैसे निपटा जाए। नरेश प्रसाद का मेहनती व्यक्तित्व उनकी प्रतिबद्धता का प्रमाण है।”
‘स्मॉल कॉग्स इन ए लार्ज व्हील’ सिविल सेवा के प्रति समर्पित जीवन का एक विस्तृत संस्मरण है। यह सिविल सेवा में जीवन का एक सुस्पष्ट संस्मरण प्रस्तुत करता है। अमिताभ कांत ने इसे सिविल सेवकों की भावी पीढ़ियों और भारत में सिविल सेवकों के जीवन में रुचि रखने वाले किसी भी व्यक्ति के लिए अनिवार्य रूप से पठनीय बताया।
स्वरूप ने कहा, “संस्मरण शानदार ढंग से एक सिविल सेवक के सफर का दस्तावेजीकरण है। इसमें देश की कुछ सबसे ऐतिहासिक घटनाओं के जीवंत उपाख्यान शामिल हैं। यह भावी सिविल सेवकों और भारत में उनके जीवन के बारे में जानने वालों के लिए महत्वपूर्ण है। नरेश की ईमानदारी, जुनून, सरल भाषा और हास्य पाठकों को उनके व्यक्तित्व का सच्चा प्रतिबिंब दिखाता है।”
–आईएएनएस
एकेजे