नई दिल्ली, 19 अगस्त (आईएएनएस)। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शनिवार को कहा कि हाल में आई बाढ़ और भूस्खलन की आपदा के कारण राज्य को 10 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है और इसे दोबारा बनाने में लगभग एक साल लगेगा।
दिल्ली में पत्रकारों से बात करते हुये हिमाचल के सीएम ने कहा, “राज्य के कानून के अनुसार, हमने पहले ही हिमाचल प्रदेश को ‘प्राकृतिक आपदा प्रभावित क्षेत्र’ घोषित कर दिया है और शुक्रवार को मेरी केंद्र सरकार से बातचीत हुई।”
उन्होंने कहा कि हिमाचल सरकार को पूरे देश से मदद मिल रही है। राजस्थान और छत्तीसगढ़ सरकारों ने राहत के रूप में क्रमशः 15 करोड़ रुपये और 11 करोड़ रुपये का सहयोग दिया है।
सुक्खू ने कहा, “केंद्र सरकार ने हिमाचल प्रदेश में एक टीम भेजी थी और मुझे यकीन है कि टीम ने अपनी रिपोर्ट केंद्र सरकार को सौंप दी है। रिपोर्ट के आधार पर राहत कोष की पहली किस्त जल्द ही जारी की जाएगी।”
सुक्खू ने कहा कि हिमाचल को दो बार प्राकृतिक आपदा का सामना करना पड़ा। पहले 7 जुलाई से 11 जुलाई के दौरान और फिर 13 अगस्त से 16 अगस्त तक।
उन्होंने आगे कहा, “बीबीएमबी (भाखड़ा-ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड) द्वारा छोड़े गए 1.50 लाख क्यूसेक पानी के कारण कांगड़ा बेल्ट के फ़तेहपुर और इंदौरा और पंजाब के कुछ हिस्से में नुकसान हुआ। अब पूरे क्षेत्र के प्रमुख के रूप में, मेरा पहला काम क्षेत्र का पुनर्निर्माण करना है। हमें उन लोगों के लिए गहरा दु:ख है जिन्होंने अपनी जान गंवाई।”
हिमाचल सरकार के मुताबिक, राज्य में अब तक 223 लोगों की जान जा चुकी है और 295 लोग घायल हुए हैं।
–आईएएनएस
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