नई दिल्ली, 31 जनवरी (आईएएनएस)। आम बजट को लेकर आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि उम्मीद की जा रही है कि यह बजट जनता के हित में होगा। उन्होंने अपनी पार्टी की योजनाओं और संभावित फैसलों का विस्तार से उल्लेख किया।
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार की मौजूदा योजनाओं से दिल्ली के हर परिवार को लगभग 25,000 रुपए प्रति माह का फायदा हो रहा है, जबकि आगामी योजनाओं से इस राशि में और 10,000 रुपए का इजाफा होगा।
अरविंद केजरीवाल ने बताया कि दिल्ली सरकार की सुविधाओं से मिडिल क्लास और गरीब वर्ग के परिवारों को प्रतिमाह कुल 25,000 रुपए की बचत हो रही है। इन सुविधाओं में मुफ्त बिजली, पानी, बस यात्रा, शिक्षा और चिकित्सा सेवाएं शामिल हैं। उदाहरण के तौर पर, मुफ्त बिजली से हर परिवार को 4,000-5,000 रुपए की बचत हो रही है, मुफ्त पानी से 2,000-2,500 रुपए और मुफ्त बस यात्रा से 2,500 रुपए की बचत हो रही है। इसके अलावा, सरकारी स्कूलों में मुफ्त शिक्षा और मोहल्ला क्लीनिक में मुफ्त इलाज से भी परिवारों की अतिरिक्त बचत हो रही है।
उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार यदि सत्ता में आती है, तो इन सारी सुविधाओं को बंद कर दिया जाएगा, जिससे लोगों को 25,000 रुपए का नुकसान होगा। भाजपा ने पहले ही ऐलान किया है कि वे मुफ्त शिक्षा, मुफ्त बिजली, महिलाओं की मुफ्त बस यात्रा, मोहल्ला क्लीनिक और मुफ्त पानी जैसी योजनाओं को खत्म कर देंगे।
केजरीवाल का कहना है कि पार्टी ने घोषणा की है कि वे हर महिला को 2,100 रुपए प्रतिमाह ‘महिला सम्मान राशि’ देंगे, जिससे हर परिवार को औसतन 4,200 रुपए की अतिरिक्त बचत होगी। इसके अलावा, स्टूडेंट्स को मुफ्त बस पास और दिल्ली मेट्रो में 50 प्रतिशत छूट का लाभ मिलेगा। साथ ही, बुजुर्गों के इलाज के लिए ‘संजीवनी योजना’ की शुरुआत की जाएगी, जिससे हर परिवार को लगभग 8,000-10,000 रुपए की बचत होगी।
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा की सरकार सरकारी खजाने का पैसा अरबपतियों को देने में लगा देती है। भाजपा ने पांच सालों में 400 अरबपतियों के 10 लाख करोड़ रुपए माफ कर दिए हैं, जबकि आम आदमी के लिए कोई मदद नहीं की जा रही है। केजरीवाल ने एक ‘बचत पत्र’ भी लॉन्च किया, जिसके माध्यम से दिल्ली के हर परिवार को यह बताया जाएगा कि उन्हें मौजूदा और आगामी योजनाओं से कितना फायदा हो रहा है। पार्टी के नेता अब घर-घर जाकर यह ‘बचत पत्र’ भरवाएंगे, ताकि लोग समझ सकें कि उन्हें किस योजना से कितनी बचत हो रही है।
–आईएएनएस
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