नई दिल्ली, 18 जुलाई (आईएएनएस)। आरके एचआईवी एड्स रिसर्च एंड केयर सेंटर ने गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में जगह बनाकर एक उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है।
भैरवनाथ शुगर इंडस्ट्रीज और महाराष्ट्र स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के सहयोग से, आरके एचआईवी एड्स रिसर्च एंड केयर सेंटर ने दुनिया में अब तक का सबसे बड़ा मुफ्त जनरल चिकित्सा शिविर का आयोजन किया।
यह असाधारण कार्यक्रम महाराष्ट्र के पंढरपुर में हुआ और 1.1 मिलियन यानि 11 लाख से अधिक मरीजों को सेवा प्रदान की गई। शिविर का उद्घाटन महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने किया।
इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिंदे के साथ स्वास्थ्य मंत्री तानाजी राव सावंत और परिवार कल्याण मंत्री गिरीश महाजन सहित सम्मानित अतिथि उपस्थित रहे।
इसके अलावा, चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्रीकांत शिंदे और महाराष्ट्र के मंत्री शिवाजी सावंत जैसी उल्लेखनीय हस्तियों ने भी इस कार्यक्रम में भाग लिया।
जसलोक अस्पताल, लीलावती अस्पताल, ज्यूपिटर अस्पताल और एचसीजी अस्पताल जैसे प्रसिद्ध अस्पताल सहित 8,000 से अधिक चिकित्सा टीमों की भागीदारी से चिकित्सा शिविर की सफलता काफी बढ़ गई।
चिकित्सा टीमों और अस्पतालों द्वारा प्रदान किए गए अटूट समर्थन की अत्यधिक सराहना की गई। उन्होंने मुफ्त नेत्र परीक्षण किए, चश्मे वितरित किए और व्यापक स्वास्थ्य जांच की। उन्होंने दवाएं भी वितरित की, रक्त परीक्षण, ईसीजी, सोनोग्राफी परीक्षण किए और विभिन्न अन्य चिकित्सा सुविधाएं प्रदान की।
पंढरपुर में मेगा महा आरोग्य शिविर चिकित्सा शिविर में सेवाओं की एक विस्तृत श्रृंखला शामिल है। अकेले जनरल ओपीडी में 946,021 मरीजों को देखा गया।
कार्डियोलॉजी, मेडिसिन, सर्जरी, स्त्री रोग, त्वचाविज्ञान, ईएनटी, दंत चिकित्सा, आर्थोपेडिक्स, फिजियोथेरेपी, आयुष, सोनोग्राफी/यूएसजी, ऑप्थेल्मिक ओपीडी आदि में विशेषज्ञता वाले विभिन्न विभागों ने भी बड़ी संख्या में मरीजों की देखभाल की और सुनिश्चित किया कि उन्हें आवश्यक चिकित्सा सहायता मिले।
आरके एचआईवी एड्स रिसर्च एंड केयर सेंटर के अध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार ने 29,000 से अधिक चिकित्सा शिविरों के आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिससे 35 मिलियन से अधिक लोगों को लाभ हुआ। इतनी बड़ी संख्या में लाभार्थियों को चिकित्सा सेवाएं और देखभाल प्रदान करने के प्रति उनका समर्पण वास्तव में सराहनीय है।
कुमार लोगों के स्वास्थ्य और कल्याण में सुधार के लिए इस तरह के चिकित्सा शिविरों का आयोजन कर अभिभूत महसूस कर रहे हैं।
–आईएएनएस
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