लंदन, 28 दिसंबर (आईएएनएस)। इजरायल के एक मंत्री ने चेतावनी दी है कि अगर हिजबुल्लाह के हमले जारी रहे तो इजरायल की सेना लेबनान की सीमा से हिजबुल्लाह को हटाने के लिए कार्रवाई करेगी।
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, बिना विभाग के मंत्री और इजरायल के आपातकालीन युद्ध कैबिनेट के सदस्य बेनी गैंट्ज ने कहा कि अगर आतंकवादी उत्तरी इजरायल पर फायरिंग बंद नहीं करते हैं तो सेना हस्तक्षेप करेगी। कूटनीतिक समाधान का समय खत्म होता जा रहा है।
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, इस बीच इज़रायल रक्षा बलों (आईडीएफ) के प्रमुख ने कहा कि सैनिक उत्तर में और अधिक लड़ाई के लिए तैयार है।
स्थिति का मूल्यांकन करने के बाद जनरल स्टाफ के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल हर्ज़ी हलेवी ने कहा, ”हमारा पहला काम उत्तर में निवासियों के लिए सुरक्षा और सुरक्षा की भावना को बहाल करना है और इसमें समय लगेगा।”
7 अक्टूबर को इज़रायल पर हमास के हमलों के बाद से सीमा पार से फायरिंग बढ़ रही है। इससे यह चिंता पैदा हो गई है कि गाजा में संघर्ष पूरे क्षेत्र में व्यापक हो सकता है। बेनी गैंट्ज ने बुधवार रात पत्रकारों से कहा, “इजरायल की उत्तरी सीमा पर स्थिति बदलाव की मांग कर रही है।”
उन्होंने कहा, ”कूटनीतिक समाधान के लिए स्टॉपवॉच खत्म हो रहा है। यदि दुनिया और लेबनानी सरकार इजरायल के उत्तरी निवासियों पर फायरिंग को रोकने और हिजबुल्लाह को सीमा से दूर करने के लिए कार्रवाई नहीं करती है, तो आईडीएफ यह करेगा।”
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, शिया मुस्लिम संगठन हिजबुल्लाह को पश्चिमी देशों, इजरायल, खाड़ी अरब देशों और अरब लीग द्वारा आतंकवादी संगठन घोषित किया गया है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि ईरान द्वारा वित्त पोषित, यह दुनिया में सबसे भारी हथियारों से लैस, गैर-देश सैन्य बलों में से एक है।
2006 में, हिजबुल्लाह और इजरायल के बीच एक पूर्ण युद्ध छिड़ गया था, जब इtराइली सैनिकों ने दक्षिणी लेबनान पर हमला करते हुए एक घातक सीमा पार हमला किया था।
–आईएएनएस
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