लाहौर, 17 मई (आईएएनएस)। पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान ने बुधवार को उपाध्यक्ष शाह महमूद कुरैशी और महासचिव असद उमर सहित पीटीआई नेताओं की अवैध गिरफ्तारी और अपहरण की निंदा की है। इन्हें एक सप्ताह से अधिक समय तक जेल में रखा गया।
इस्लामाबाद हाईकोर्ट से खान की गिरफ्तारी के एक दिन बाद 10 मई को कुरैशी और उमर को गिरफ्तार किया गया था। जिसके कारण उनके समर्थकों और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के नेताओं तथा कार्यकर्ताओं द्वारा देशव्यापी हिंसक विरोध प्रदर्शन किया गया था।
पीटीआई अध्यक्ष इमरान खान ने अपने ट्विटर अकाउंट से एक ट्वीट किया। पीटीआई अध्यक्ष इमरान खान ने दावा किया है कि अदालत के आदेशों के बावजूद, पत्रकार इमरान रियाज खान को अदालत में पेश नहीं किया गया है और उनके खिलाफ यातना की पुष्टि की गई है।
उन्होंने कि हमारी सभी महिला नेताओं, कार्यकर्ताओं और हमारे नेताओं और कार्यकर्ताओं की महिला परिवार के सदस्यों की तत्काल रिहाई की भी मांग की।
हमारी कई महिला एनएनए समर्थकों और कार्यकर्ताओं को अमानवीय परिस्थितियों में पाकिस्तान की जेलों में रखा जा रहा है, जो पुलिस की ज्यादतियों की चपेट में हैं।
ये अपहरण और इस फासीवादी सरकार द्वारा महिलाओं के साथ किया जा रहा व्यवहार न केवल गंभीर मानवाधिकारों का उल्लंघन है, बल्कि हमारी संस्कृति और इस्लामी शिक्षाओं के सख्त खिलाफ है।
खान ने कहा कि इन सभी महिलाओं को तुरंत रिहा किया जाना चाहिए। उनका लगातार कारावास अचेतन है। मैं इसे अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों के साथ भी उठा रहा हूं।
–आईएएनएस
एफजेड/एएनएम
लाहौर, 17 मई (आईएएनएस)। पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान ने बुधवार को उपाध्यक्ष शाह महमूद कुरैशी और महासचिव असद उमर सहित पीटीआई नेताओं की अवैध गिरफ्तारी और अपहरण की निंदा की है। इन्हें एक सप्ताह से अधिक समय तक जेल में रखा गया।
इस्लामाबाद हाईकोर्ट से खान की गिरफ्तारी के एक दिन बाद 10 मई को कुरैशी और उमर को गिरफ्तार किया गया था। जिसके कारण उनके समर्थकों और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के नेताओं तथा कार्यकर्ताओं द्वारा देशव्यापी हिंसक विरोध प्रदर्शन किया गया था।
पीटीआई अध्यक्ष इमरान खान ने अपने ट्विटर अकाउंट से एक ट्वीट किया। पीटीआई अध्यक्ष इमरान खान ने दावा किया है कि अदालत के आदेशों के बावजूद, पत्रकार इमरान रियाज खान को अदालत में पेश नहीं किया गया है और उनके खिलाफ यातना की पुष्टि की गई है।
उन्होंने कि हमारी सभी महिला नेताओं, कार्यकर्ताओं और हमारे नेताओं और कार्यकर्ताओं की महिला परिवार के सदस्यों की तत्काल रिहाई की भी मांग की।
हमारी कई महिला एनएनए समर्थकों और कार्यकर्ताओं को अमानवीय परिस्थितियों में पाकिस्तान की जेलों में रखा जा रहा है, जो पुलिस की ज्यादतियों की चपेट में हैं।
ये अपहरण और इस फासीवादी सरकार द्वारा महिलाओं के साथ किया जा रहा व्यवहार न केवल गंभीर मानवाधिकारों का उल्लंघन है, बल्कि हमारी संस्कृति और इस्लामी शिक्षाओं के सख्त खिलाफ है।
खान ने कहा कि इन सभी महिलाओं को तुरंत रिहा किया जाना चाहिए। उनका लगातार कारावास अचेतन है। मैं इसे अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों के साथ भी उठा रहा हूं।
–आईएएनएस
एफजेड/एएनएम