बगदाद, 20 नवंबर (आईएएनएस)। इराकी रेड क्रिसेंट सोसाइटी (आईआरसीएस) ने सूडान को 60 टन दवाइयां और मेडिकल सप्लाई पहुंचाने की घोषणा की। आईआरसीएस ने एक बयान में कहा कि सहायता खेप के साथ उसका एक प्रतिनिधिमंडल भी गया है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, प्रतिनिधिमंडल ने सूडान के स्वास्थ्य मंत्री हैथम मोहम्मद इब्राहिम के साथ बैठक कर देश के गंभीर मानवीय संकट को कम करने के लिए संयुक्त सहयोग और अतिरिक्त सहायता की संभावनाओं पर चर्चा की।
सूडानी स्वास्थ्य मंत्री ने आईआरसीएस की कोशिशों की तारीफ की। उन्होंने सूडान की तत्काल जरूरतों को पूरा करने में मेडिकल सप्लाई के महत्व पर जोर दिया।
इस बीच सूडान की संक्रमणकालीन संप्रभु परिषद के अध्यक्ष और सूडानी सशस्त्र बलों (एसएएफ) के कमांडर अब्देल फत्ताह अल-बुरहान ने देश में सशस्त्र संघर्ष के समाधान के लिए किसी भी बाहरी हस्तक्षेप को अस्वीकार करने की बात दोहराई।
अल-बुरहान ने कहा कि संघर्ष का समाधान ‘आंतरिक’ है, अर्थात विद्रोह को समाप्त करना, क्योंकि इसकी उपस्थिति का अर्थ है कि संकट भविष्य में भी जारी रहेगा।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार उन्होंने यह बात पोर्ट सूडान में युद्ध चुनौतियों से निपटने के लिए आयोजित प्रथम आर्थिक सम्मेलन के उद्घाटन के अवसर पर अपने संबोधन में कही।
अल-बुरहान ने कहा, “सूडान तब तक किसी भी वार्ता में शामिल नहीं होगा और युद्ध विराम पर सहमत नहीं होगा जब तक विद्रोही मिलिशिया उन क्षेत्रों से पूरी तरह से वापस नहीं लौट जाते जिनमें वे प्रवेश कर चुके हैं।”
सूडान अप्रैल 2023 के मध्य से एसएएफ और अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्स (आरएसएफ) के बीच विनाशकारी संघर्ष की चपेट में है।
आर्म्ड कॉन्फ्लिक्ट लोकेशन एंड इवेंट डाटा प्रोजेक्ट के नवीनतम अपडेट के अनुसार, इस घातक संघर्ष की वजह से 27,120 से अधिक मौतें हुई हैं।
इंटरनेशनल ऑर्गेनाइजेशन फॉर माइग्रेशन के नवीनतम अनुमानों के अनुसार, संघर्ष ने सूडान के अंदर या बाहर 14 मिलियन से अधिक लोगों को विस्थापित किया है।
–आईएएनएस
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