चेन्नई, 18 फरवरी (आईएएनएस)। विपक्षी अन्नाद्रमुक व भाजपा गठबंधन इरोड पूर्व उपचुनाव में 2021 के विधानसभा चुनाव के दौरान डीएमके द्वारा मतदाताओं से किए गए उन वादों की याद दिला रही है, जिसे सरकार पूरा नहीं कर पाई है।
अपने चुनाव अभियानों में, अन्ना द्रमुक लोगों को बता रही है कि कैसे एक साल और नौ महीने सत्ता में रहने के बाद भी द्रमुक चिकित्सा और संबद्ध पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) को रोकने में विफल रही, जो सत्ता में आने के बाद पार्टी के प्रमुख चुनावाी वादों में एक थी।
विपक्ष द्वारा उजागर किया जा रहा एक और मुद्दा बीपीएल महिलाओं को 1000 रुपये मासिक प्रदान करने में सरकार की विफलता है। एआईएडीएमके और भाजपा राज्य में हो रही बैक टू बैक हत्याओं पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं और राज्य में कानून व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति पर अभियान चला रहे हैं।
एआईएडीएमके के अंतरिम महासचिव और तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री एडप्पादी के. पलानीस्वामी ने शुक्रवार को अपने पहले सार्वजनिक चुनाव अभियान के दौरान कहा कि तमिलनाडु में कानून और व्यवस्था की स्थिति विफल है और एम.के. स्टालिन ने पुलिस को निष्क्रिय बना दिया है।
इसके अलावा, पार्टी ने यह भी कहा है कि चेन्नई के मरीना बीच पर दिवंगत मुख्यमंत्री और डीएमके नेता एम. करुणानिधि के लिए प्रस्तावित पेन मेमोरियल पर्यावरण का उल्लंघन है और करदाताओं के पैसे की बर्बादी है।
मरीना बीच पर प्रस्तावित पेन स्मारक के खिलाफ राज्य के कई राजनीतिक दलों ने विरोध जताया है।
एआईएडीएमके के नेता इरोड जिला कलेक्टर और जिला पुलिस अधीक्षक के तबादले की भी मांग कर रहे हैं। इसमें कहा गया है कि वे सत्तारूढ़ डीएमके के इशारे पर काम कर रहे है और मुख्यमंत्री स्टालिन द्वारा नियंत्रित किए जा रहे हैं।
विपक्ष ने यह भी आरोप लगाया है कि मतदाताओं को डीएमके द्वारा निर्मित कई झोपड़ियों में कैदियों की तरह रखा जा रहा और वे मंत्रियों के नियंत्रण में हैं, जिन्हें विशेष रूप से काम सौंपा गया है। विपक्ष के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री एडप्पादी के पलानीस्वामी (ईपीएस) ने कहा कि वह इन सभी झुग्गियों और लोगों तक पहुंचेंगे।
–आईएएनएस
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