उज्जैन, 28 मई (आईएएनएस)। मध्यप्रदेश के कई हिस्सों में रविवार को तेज आंधी और बवंडर ने बिजली के खंभों व कई पेड़ों को गिरा दिया। उज्जैन के महाकाल लोक परिसर में स्थापित सप्तर्षियों की मूतियों में से छह अपने पेडेस्टल से नीचे गिर गईं।
तेज आंधी और बवंडर के साथ उज्जैन में कई स्थानों पर पेड़ गिर गए और संपत्ति को नुकसान हुआ, वहीं महाकाल लोक परिसर में स्थापित सप्तर्षियों में से छह की प्रतिमाएं पेडेस्टल से जमीन पर गिर गईं। यह तो वहां आए पर्यटकों की खुशनसीबी रही कि किसी को चोट नहीं आई।
बताया गया है कि पेडेस्टल से गिरीं ऋषियों की मूर्तियां खंडित हो गई हैं। किसी मूर्ति का हाथ का हिस्सा टूटा है, तो किसी मूर्ति के शरीर का अन्य हिस्सा टूट गया।
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने महाकाल लोक की मूर्तियां क्षतिग्रस्त होने पर तंज कसा है और ट्वीट कर कहा, मध्यप्रदेश की तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने जब उज्जैन में महाकाल मंदिर परिसर का भव्य निर्माण करने का संकल्प लिया था, तब इस बात की कल्पना नहीं की थी कि बाद की सरकार महाकाल लोक के निर्माण में भी गंभीर अनियमितता करेगी। आज आंधी चलने से जिस तरह से महाकाल लोक परिसर में देव प्रतिमाएं जमीन पर गिर गईं, वह दृश्य किसी भी धार्मिक व्यक्ति के लिए अत्यंत करुण दृश्य है। मैं मुख्यमंत्री से मांग करता हूं कि महाकाल लोक में जो प्रतिमाएं गिरी हैं, वहां नई प्रतिमाएं तुरंत स्थापित की जाएं और जांच कर घटिया निर्माण करने वालों को दंडित किया जाए।
रविवार को राज्य के गुना में तेज बारिश हुई, जबकि राघोगढ़ में आंधी-तूफान से बिजली के खंभे टूट गए और ट्रांसफार्मर गिर गए। इसी तरह मधुसूदनपुर में भी तेज बारिश के साथ ओले गिरे। इसके अलावा, रायसेन में आंधी के कारण टेंट उखड़ गए, वहीं सीहोर में भी आंधी का असर रहा।
–आईएएनएस
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