deshbandhu

deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Menu
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Facebook Twitter Youtube
  • भोपाल
  • इंदौर
  • उज्जैन
  • ग्वालियर
  • जबलपुर
  • रीवा
  • चंबल
  • नर्मदापुरम
  • शहडोल
  • सागर
  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
ADVERTISEMENT
Home ताज़ा समाचार

उत्तरकाशी के पुरोला से मुस्लिम व्यापारियों का पलायन, कपड़े के 42 साल पुराने कारोबार समेटे

by
June 12, 2023
in ताज़ा समाचार
0
उत्तरकाशी के पुरोला से मुस्लिम व्यापारियों का पलायन, कपड़े के 42 साल पुराने कारोबार समेटे
0
SHARES
1
VIEWS
Share on FacebookShare on Whatsapp
ADVERTISEMENT

उत्तरकाशी, 12 जून (आईएएनएस)। उत्तराखंड का उत्तरकाशी जिला पिछले कुछ दिनों से सांप्रदायिक तनाव को लेकर खबरों में है। माहौल इतना खराब हो चुका है कि एक समुदाय विशेष के लोगों को अपना कारोबार समेटकर रातोंरात पलायन करना पड़ रहा है। अभी तक कई मुस्लिम व्यापारी जिले के पुरोला इलाके से निकल चुके हैं। हालांकि, पुलिस-प्रशासन ऐसे किसी तनाव और पलायन की बात को खारिज करने में जुटा है।

रविवार को करीब 42 सालों से पुरोला में कपड़ों का व्यापार कर रहे शकील एंड संस व्यापारी को भी अपनी दुकान छोड़नी पड़ी है। उन्होंने लगातार बिगड़ते माहौल और विरोध को देखते हुए देहरादून शिफ्ट करने का फैसला लिया है। पुरोला में कपड़े की दुकान चला रहे सलीम ने बताया कि उनके पिता शकील 42 साल पहले पुरोला आए थे। पहले उनके पिता फड़ लगाकर कपड़ों का व्यापार करते थे। करीब 15 साल पहले उन्होंने पुरोला में मेहनत से कपड़ों की दुकान खोली थी, लेकिन अब स्थिति बिगड़ने के कारण वो देहरादून शिफ्ट हो रहे हैं।

READ ALSO

पाकिस्तान ने किया सीजफायर का ‘घोर उल्लंघन’, सेना कर रही जवाबी कार्रवाई : विदेश सचिव मिस्री

एनएसए अजीत डोभाल ने चीन के विदेश मंत्री वांग यी से की बात

उन्होंने दुकान का सामान लेकर जल्द जाने की बात कही है। उन्होंने बताया कि उन्हें करनपुर में एक दुकान मिल गई है। जहां पर उनके भाई की पहले से ही मेडिकल की दुकान है। उसके पास ही उन्हें नई दुकान मिली है। पुरोला से अब तक 8 बाहरी व्यापारी दुकानें छोड़ चुके हैं तो यमुना घाटी में दुकान छोड़ने वालों की संख्या अब 12 हो गई है।

दरअसल, बीती 26 मई को उत्तरकाशी जिले के पुरोला में मुस्लिम युवक उबैद और उसके दोस्त जितेंद्र सैनी को स्थानीय लोगों ने एक नाबालिग लड़की के साथ पकड़ा था। आरोप था कि वे नाबालिग लड़की को भगाने का प्रयास कर रहे थे। स्थानीय लोगों ने उन्हें पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया था। दोनों युवक यूपी के नजीबाबाद के रहने वाले हैं, जो पुरोला में रजाई और गद्दे की दुकान पर काम करते थे। इस घटना के बाद से ही उत्तरकाशी जिले में मुस्लिम व्यापारियों के खिलाफ कथित लव जिहाद का मुद्दा बनाकर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। आराकोट में दो नाबालिग बहनों के साथ एक मुस्लिम युवक को भी लोगों ने पकड़ा था। इसके बाद एक और मामला उत्तरकाशी जिला मुख्यालय से सामने सामने आया। जहां बस अड्डे पर एक मुस्लिम युवक के साथ नेपाली मूल की विवाहिता को व्यापारियों ने पकड़ा था, जिन्हें व्यापारियों ने पुलिस के हवाले कर दिया था। पुलिस ने बिजनौर निवासी कासिम मलिक और विवाहिता से पूछताछ की। उन्होंने बताया कि दोनों का संपर्क फोन पर हुआ था। युवक विवाहिता से मिलने कंडीसौड़ से उत्तरकाशी पहुंचा था। मुस्लिम युवक मिस्त्री का काम करता है। उसका सत्यापन भी नहीं हुआ था। मामले की जानकारी मिलने पर देर रात नगर व्यापार मंडल के पदाधिकारी कोतवाली पहुंचे। उन्होंने युवक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। जिस पर पुलिस ने कार्रवाई की।

पुरोला के इस सांप्रदायिक तनाव के ताप से सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी के नेता और कार्यकर्ता भी नहीं बच सके हैं। उत्तरकाशी जिले के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष मोहम्मद जाहिद ने भी बीते बुधवार को परिवार के साथ पुरोला छोड़ दिया। यहां वह कपड़े की दुकान चलाते थे। जाहिद ने बताया कि वह 25 सालों से यहां रह रहे थे और तीन साल पहले भाजपा ज्वाइन की थी। इसी साल फरवरी में उन्हें जिले के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। इससे पहले भी वह पार्टी में विभिन्न पद संभाल चुके हैं। उनके अलावा कुछ और भाजपा कार्यकर्ताओं ने पुरोला को छोड़ दिया है। यहां रह रहे मुस्लिम कारोबारियों ने कहा कि जब सत्ताधारी दल का नेता सुरक्षित नहीं महसूस कर रहा, तो वे कैसे यहां रह सकते हैं। अगर उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं तो फिर आम लोगों का क्या होगा?

भाजपा अल्पसंख्यक सेल के स्टेट चीफ इंजार हुसैन ने मामले की पुष्टि करते हुए कहा, जाहिद का फोन उन्हें आया था, मैंने उन्हें देहरादून आकर वरिष्ठ नेताओं के साथ चर्चा करने को कहा था। लेकिन वे खराब स्वास्थ्य का हवाला देकर नहीं आ सके। हुसैन ने कहा कि उनकी सरकार सांप्रदायिक सद्भावना के लिए प्रतिबद्ध है।

इस बीच, सीओ सुरेंद्र भंडारी यमुनाघाटी में कानून और शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पीस कमेटी की बैठक लेकर लोगों से सहयोग की अपील कर रहे हैं। नौगांव चौकी में आयोजित बैठक में सीओ भंडारी ने स्थानीय व्यापार मंडल एवं सभी वर्गो के प्रबुद्ध जनों से आपसी सौहार्द, भाईचारा एवं शांति व कानून व्यवस्था बनाए रखने की अपील की। सीओ ने बताया कि पुलिस बाहरी प्रांतों से जनपद में निवासरत व्यक्तियों के लगातार सत्यापन कर रही है।

उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी कह चुके हैं कि राज्य में किसी भी सूरत में लैंड और लव जिहाद को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। लव जिहाद में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि बहुत जल्द राज्य में सामान नागरिक संहिता लागू किया जाएगा।

–आईएएनएस

स्मिता/एसजीके

ADVERTISEMENT

उत्तरकाशी, 12 जून (आईएएनएस)। उत्तराखंड का उत्तरकाशी जिला पिछले कुछ दिनों से सांप्रदायिक तनाव को लेकर खबरों में है। माहौल इतना खराब हो चुका है कि एक समुदाय विशेष के लोगों को अपना कारोबार समेटकर रातोंरात पलायन करना पड़ रहा है। अभी तक कई मुस्लिम व्यापारी जिले के पुरोला इलाके से निकल चुके हैं। हालांकि, पुलिस-प्रशासन ऐसे किसी तनाव और पलायन की बात को खारिज करने में जुटा है।

रविवार को करीब 42 सालों से पुरोला में कपड़ों का व्यापार कर रहे शकील एंड संस व्यापारी को भी अपनी दुकान छोड़नी पड़ी है। उन्होंने लगातार बिगड़ते माहौल और विरोध को देखते हुए देहरादून शिफ्ट करने का फैसला लिया है। पुरोला में कपड़े की दुकान चला रहे सलीम ने बताया कि उनके पिता शकील 42 साल पहले पुरोला आए थे। पहले उनके पिता फड़ लगाकर कपड़ों का व्यापार करते थे। करीब 15 साल पहले उन्होंने पुरोला में मेहनत से कपड़ों की दुकान खोली थी, लेकिन अब स्थिति बिगड़ने के कारण वो देहरादून शिफ्ट हो रहे हैं।

उन्होंने दुकान का सामान लेकर जल्द जाने की बात कही है। उन्होंने बताया कि उन्हें करनपुर में एक दुकान मिल गई है। जहां पर उनके भाई की पहले से ही मेडिकल की दुकान है। उसके पास ही उन्हें नई दुकान मिली है। पुरोला से अब तक 8 बाहरी व्यापारी दुकानें छोड़ चुके हैं तो यमुना घाटी में दुकान छोड़ने वालों की संख्या अब 12 हो गई है।

दरअसल, बीती 26 मई को उत्तरकाशी जिले के पुरोला में मुस्लिम युवक उबैद और उसके दोस्त जितेंद्र सैनी को स्थानीय लोगों ने एक नाबालिग लड़की के साथ पकड़ा था। आरोप था कि वे नाबालिग लड़की को भगाने का प्रयास कर रहे थे। स्थानीय लोगों ने उन्हें पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया था। दोनों युवक यूपी के नजीबाबाद के रहने वाले हैं, जो पुरोला में रजाई और गद्दे की दुकान पर काम करते थे। इस घटना के बाद से ही उत्तरकाशी जिले में मुस्लिम व्यापारियों के खिलाफ कथित लव जिहाद का मुद्दा बनाकर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। आराकोट में दो नाबालिग बहनों के साथ एक मुस्लिम युवक को भी लोगों ने पकड़ा था। इसके बाद एक और मामला उत्तरकाशी जिला मुख्यालय से सामने सामने आया। जहां बस अड्डे पर एक मुस्लिम युवक के साथ नेपाली मूल की विवाहिता को व्यापारियों ने पकड़ा था, जिन्हें व्यापारियों ने पुलिस के हवाले कर दिया था। पुलिस ने बिजनौर निवासी कासिम मलिक और विवाहिता से पूछताछ की। उन्होंने बताया कि दोनों का संपर्क फोन पर हुआ था। युवक विवाहिता से मिलने कंडीसौड़ से उत्तरकाशी पहुंचा था। मुस्लिम युवक मिस्त्री का काम करता है। उसका सत्यापन भी नहीं हुआ था। मामले की जानकारी मिलने पर देर रात नगर व्यापार मंडल के पदाधिकारी कोतवाली पहुंचे। उन्होंने युवक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। जिस पर पुलिस ने कार्रवाई की।

पुरोला के इस सांप्रदायिक तनाव के ताप से सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी के नेता और कार्यकर्ता भी नहीं बच सके हैं। उत्तरकाशी जिले के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष मोहम्मद जाहिद ने भी बीते बुधवार को परिवार के साथ पुरोला छोड़ दिया। यहां वह कपड़े की दुकान चलाते थे। जाहिद ने बताया कि वह 25 सालों से यहां रह रहे थे और तीन साल पहले भाजपा ज्वाइन की थी। इसी साल फरवरी में उन्हें जिले के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। इससे पहले भी वह पार्टी में विभिन्न पद संभाल चुके हैं। उनके अलावा कुछ और भाजपा कार्यकर्ताओं ने पुरोला को छोड़ दिया है। यहां रह रहे मुस्लिम कारोबारियों ने कहा कि जब सत्ताधारी दल का नेता सुरक्षित नहीं महसूस कर रहा, तो वे कैसे यहां रह सकते हैं। अगर उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं तो फिर आम लोगों का क्या होगा?

भाजपा अल्पसंख्यक सेल के स्टेट चीफ इंजार हुसैन ने मामले की पुष्टि करते हुए कहा, जाहिद का फोन उन्हें आया था, मैंने उन्हें देहरादून आकर वरिष्ठ नेताओं के साथ चर्चा करने को कहा था। लेकिन वे खराब स्वास्थ्य का हवाला देकर नहीं आ सके। हुसैन ने कहा कि उनकी सरकार सांप्रदायिक सद्भावना के लिए प्रतिबद्ध है।

इस बीच, सीओ सुरेंद्र भंडारी यमुनाघाटी में कानून और शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पीस कमेटी की बैठक लेकर लोगों से सहयोग की अपील कर रहे हैं। नौगांव चौकी में आयोजित बैठक में सीओ भंडारी ने स्थानीय व्यापार मंडल एवं सभी वर्गो के प्रबुद्ध जनों से आपसी सौहार्द, भाईचारा एवं शांति व कानून व्यवस्था बनाए रखने की अपील की। सीओ ने बताया कि पुलिस बाहरी प्रांतों से जनपद में निवासरत व्यक्तियों के लगातार सत्यापन कर रही है।

उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी कह चुके हैं कि राज्य में किसी भी सूरत में लैंड और लव जिहाद को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। लव जिहाद में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि बहुत जल्द राज्य में सामान नागरिक संहिता लागू किया जाएगा।

–आईएएनएस

स्मिता/एसजीके

ADVERTISEMENT

उत्तरकाशी, 12 जून (आईएएनएस)। उत्तराखंड का उत्तरकाशी जिला पिछले कुछ दिनों से सांप्रदायिक तनाव को लेकर खबरों में है। माहौल इतना खराब हो चुका है कि एक समुदाय विशेष के लोगों को अपना कारोबार समेटकर रातोंरात पलायन करना पड़ रहा है। अभी तक कई मुस्लिम व्यापारी जिले के पुरोला इलाके से निकल चुके हैं। हालांकि, पुलिस-प्रशासन ऐसे किसी तनाव और पलायन की बात को खारिज करने में जुटा है।

रविवार को करीब 42 सालों से पुरोला में कपड़ों का व्यापार कर रहे शकील एंड संस व्यापारी को भी अपनी दुकान छोड़नी पड़ी है। उन्होंने लगातार बिगड़ते माहौल और विरोध को देखते हुए देहरादून शिफ्ट करने का फैसला लिया है। पुरोला में कपड़े की दुकान चला रहे सलीम ने बताया कि उनके पिता शकील 42 साल पहले पुरोला आए थे। पहले उनके पिता फड़ लगाकर कपड़ों का व्यापार करते थे। करीब 15 साल पहले उन्होंने पुरोला में मेहनत से कपड़ों की दुकान खोली थी, लेकिन अब स्थिति बिगड़ने के कारण वो देहरादून शिफ्ट हो रहे हैं।

उन्होंने दुकान का सामान लेकर जल्द जाने की बात कही है। उन्होंने बताया कि उन्हें करनपुर में एक दुकान मिल गई है। जहां पर उनके भाई की पहले से ही मेडिकल की दुकान है। उसके पास ही उन्हें नई दुकान मिली है। पुरोला से अब तक 8 बाहरी व्यापारी दुकानें छोड़ चुके हैं तो यमुना घाटी में दुकान छोड़ने वालों की संख्या अब 12 हो गई है।

दरअसल, बीती 26 मई को उत्तरकाशी जिले के पुरोला में मुस्लिम युवक उबैद और उसके दोस्त जितेंद्र सैनी को स्थानीय लोगों ने एक नाबालिग लड़की के साथ पकड़ा था। आरोप था कि वे नाबालिग लड़की को भगाने का प्रयास कर रहे थे। स्थानीय लोगों ने उन्हें पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया था। दोनों युवक यूपी के नजीबाबाद के रहने वाले हैं, जो पुरोला में रजाई और गद्दे की दुकान पर काम करते थे। इस घटना के बाद से ही उत्तरकाशी जिले में मुस्लिम व्यापारियों के खिलाफ कथित लव जिहाद का मुद्दा बनाकर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। आराकोट में दो नाबालिग बहनों के साथ एक मुस्लिम युवक को भी लोगों ने पकड़ा था। इसके बाद एक और मामला उत्तरकाशी जिला मुख्यालय से सामने सामने आया। जहां बस अड्डे पर एक मुस्लिम युवक के साथ नेपाली मूल की विवाहिता को व्यापारियों ने पकड़ा था, जिन्हें व्यापारियों ने पुलिस के हवाले कर दिया था। पुलिस ने बिजनौर निवासी कासिम मलिक और विवाहिता से पूछताछ की। उन्होंने बताया कि दोनों का संपर्क फोन पर हुआ था। युवक विवाहिता से मिलने कंडीसौड़ से उत्तरकाशी पहुंचा था। मुस्लिम युवक मिस्त्री का काम करता है। उसका सत्यापन भी नहीं हुआ था। मामले की जानकारी मिलने पर देर रात नगर व्यापार मंडल के पदाधिकारी कोतवाली पहुंचे। उन्होंने युवक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। जिस पर पुलिस ने कार्रवाई की।

पुरोला के इस सांप्रदायिक तनाव के ताप से सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी के नेता और कार्यकर्ता भी नहीं बच सके हैं। उत्तरकाशी जिले के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष मोहम्मद जाहिद ने भी बीते बुधवार को परिवार के साथ पुरोला छोड़ दिया। यहां वह कपड़े की दुकान चलाते थे। जाहिद ने बताया कि वह 25 सालों से यहां रह रहे थे और तीन साल पहले भाजपा ज्वाइन की थी। इसी साल फरवरी में उन्हें जिले के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। इससे पहले भी वह पार्टी में विभिन्न पद संभाल चुके हैं। उनके अलावा कुछ और भाजपा कार्यकर्ताओं ने पुरोला को छोड़ दिया है। यहां रह रहे मुस्लिम कारोबारियों ने कहा कि जब सत्ताधारी दल का नेता सुरक्षित नहीं महसूस कर रहा, तो वे कैसे यहां रह सकते हैं। अगर उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं तो फिर आम लोगों का क्या होगा?

भाजपा अल्पसंख्यक सेल के स्टेट चीफ इंजार हुसैन ने मामले की पुष्टि करते हुए कहा, जाहिद का फोन उन्हें आया था, मैंने उन्हें देहरादून आकर वरिष्ठ नेताओं के साथ चर्चा करने को कहा था। लेकिन वे खराब स्वास्थ्य का हवाला देकर नहीं आ सके। हुसैन ने कहा कि उनकी सरकार सांप्रदायिक सद्भावना के लिए प्रतिबद्ध है।

इस बीच, सीओ सुरेंद्र भंडारी यमुनाघाटी में कानून और शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पीस कमेटी की बैठक लेकर लोगों से सहयोग की अपील कर रहे हैं। नौगांव चौकी में आयोजित बैठक में सीओ भंडारी ने स्थानीय व्यापार मंडल एवं सभी वर्गो के प्रबुद्ध जनों से आपसी सौहार्द, भाईचारा एवं शांति व कानून व्यवस्था बनाए रखने की अपील की। सीओ ने बताया कि पुलिस बाहरी प्रांतों से जनपद में निवासरत व्यक्तियों के लगातार सत्यापन कर रही है।

उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी कह चुके हैं कि राज्य में किसी भी सूरत में लैंड और लव जिहाद को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। लव जिहाद में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि बहुत जल्द राज्य में सामान नागरिक संहिता लागू किया जाएगा।

–आईएएनएस

स्मिता/एसजीके

ADVERTISEMENT

उत्तरकाशी, 12 जून (आईएएनएस)। उत्तराखंड का उत्तरकाशी जिला पिछले कुछ दिनों से सांप्रदायिक तनाव को लेकर खबरों में है। माहौल इतना खराब हो चुका है कि एक समुदाय विशेष के लोगों को अपना कारोबार समेटकर रातोंरात पलायन करना पड़ रहा है। अभी तक कई मुस्लिम व्यापारी जिले के पुरोला इलाके से निकल चुके हैं। हालांकि, पुलिस-प्रशासन ऐसे किसी तनाव और पलायन की बात को खारिज करने में जुटा है।

रविवार को करीब 42 सालों से पुरोला में कपड़ों का व्यापार कर रहे शकील एंड संस व्यापारी को भी अपनी दुकान छोड़नी पड़ी है। उन्होंने लगातार बिगड़ते माहौल और विरोध को देखते हुए देहरादून शिफ्ट करने का फैसला लिया है। पुरोला में कपड़े की दुकान चला रहे सलीम ने बताया कि उनके पिता शकील 42 साल पहले पुरोला आए थे। पहले उनके पिता फड़ लगाकर कपड़ों का व्यापार करते थे। करीब 15 साल पहले उन्होंने पुरोला में मेहनत से कपड़ों की दुकान खोली थी, लेकिन अब स्थिति बिगड़ने के कारण वो देहरादून शिफ्ट हो रहे हैं।

उन्होंने दुकान का सामान लेकर जल्द जाने की बात कही है। उन्होंने बताया कि उन्हें करनपुर में एक दुकान मिल गई है। जहां पर उनके भाई की पहले से ही मेडिकल की दुकान है। उसके पास ही उन्हें नई दुकान मिली है। पुरोला से अब तक 8 बाहरी व्यापारी दुकानें छोड़ चुके हैं तो यमुना घाटी में दुकान छोड़ने वालों की संख्या अब 12 हो गई है।

दरअसल, बीती 26 मई को उत्तरकाशी जिले के पुरोला में मुस्लिम युवक उबैद और उसके दोस्त जितेंद्र सैनी को स्थानीय लोगों ने एक नाबालिग लड़की के साथ पकड़ा था। आरोप था कि वे नाबालिग लड़की को भगाने का प्रयास कर रहे थे। स्थानीय लोगों ने उन्हें पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया था। दोनों युवक यूपी के नजीबाबाद के रहने वाले हैं, जो पुरोला में रजाई और गद्दे की दुकान पर काम करते थे। इस घटना के बाद से ही उत्तरकाशी जिले में मुस्लिम व्यापारियों के खिलाफ कथित लव जिहाद का मुद्दा बनाकर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। आराकोट में दो नाबालिग बहनों के साथ एक मुस्लिम युवक को भी लोगों ने पकड़ा था। इसके बाद एक और मामला उत्तरकाशी जिला मुख्यालय से सामने सामने आया। जहां बस अड्डे पर एक मुस्लिम युवक के साथ नेपाली मूल की विवाहिता को व्यापारियों ने पकड़ा था, जिन्हें व्यापारियों ने पुलिस के हवाले कर दिया था। पुलिस ने बिजनौर निवासी कासिम मलिक और विवाहिता से पूछताछ की। उन्होंने बताया कि दोनों का संपर्क फोन पर हुआ था। युवक विवाहिता से मिलने कंडीसौड़ से उत्तरकाशी पहुंचा था। मुस्लिम युवक मिस्त्री का काम करता है। उसका सत्यापन भी नहीं हुआ था। मामले की जानकारी मिलने पर देर रात नगर व्यापार मंडल के पदाधिकारी कोतवाली पहुंचे। उन्होंने युवक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। जिस पर पुलिस ने कार्रवाई की।

पुरोला के इस सांप्रदायिक तनाव के ताप से सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी के नेता और कार्यकर्ता भी नहीं बच सके हैं। उत्तरकाशी जिले के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष मोहम्मद जाहिद ने भी बीते बुधवार को परिवार के साथ पुरोला छोड़ दिया। यहां वह कपड़े की दुकान चलाते थे। जाहिद ने बताया कि वह 25 सालों से यहां रह रहे थे और तीन साल पहले भाजपा ज्वाइन की थी। इसी साल फरवरी में उन्हें जिले के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। इससे पहले भी वह पार्टी में विभिन्न पद संभाल चुके हैं। उनके अलावा कुछ और भाजपा कार्यकर्ताओं ने पुरोला को छोड़ दिया है। यहां रह रहे मुस्लिम कारोबारियों ने कहा कि जब सत्ताधारी दल का नेता सुरक्षित नहीं महसूस कर रहा, तो वे कैसे यहां रह सकते हैं। अगर उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं तो फिर आम लोगों का क्या होगा?

भाजपा अल्पसंख्यक सेल के स्टेट चीफ इंजार हुसैन ने मामले की पुष्टि करते हुए कहा, जाहिद का फोन उन्हें आया था, मैंने उन्हें देहरादून आकर वरिष्ठ नेताओं के साथ चर्चा करने को कहा था। लेकिन वे खराब स्वास्थ्य का हवाला देकर नहीं आ सके। हुसैन ने कहा कि उनकी सरकार सांप्रदायिक सद्भावना के लिए प्रतिबद्ध है।

इस बीच, सीओ सुरेंद्र भंडारी यमुनाघाटी में कानून और शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पीस कमेटी की बैठक लेकर लोगों से सहयोग की अपील कर रहे हैं। नौगांव चौकी में आयोजित बैठक में सीओ भंडारी ने स्थानीय व्यापार मंडल एवं सभी वर्गो के प्रबुद्ध जनों से आपसी सौहार्द, भाईचारा एवं शांति व कानून व्यवस्था बनाए रखने की अपील की। सीओ ने बताया कि पुलिस बाहरी प्रांतों से जनपद में निवासरत व्यक्तियों के लगातार सत्यापन कर रही है।

उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी कह चुके हैं कि राज्य में किसी भी सूरत में लैंड और लव जिहाद को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। लव जिहाद में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि बहुत जल्द राज्य में सामान नागरिक संहिता लागू किया जाएगा।

–आईएएनएस

स्मिता/एसजीके

ADVERTISEMENT

उत्तरकाशी, 12 जून (आईएएनएस)। उत्तराखंड का उत्तरकाशी जिला पिछले कुछ दिनों से सांप्रदायिक तनाव को लेकर खबरों में है। माहौल इतना खराब हो चुका है कि एक समुदाय विशेष के लोगों को अपना कारोबार समेटकर रातोंरात पलायन करना पड़ रहा है। अभी तक कई मुस्लिम व्यापारी जिले के पुरोला इलाके से निकल चुके हैं। हालांकि, पुलिस-प्रशासन ऐसे किसी तनाव और पलायन की बात को खारिज करने में जुटा है।

रविवार को करीब 42 सालों से पुरोला में कपड़ों का व्यापार कर रहे शकील एंड संस व्यापारी को भी अपनी दुकान छोड़नी पड़ी है। उन्होंने लगातार बिगड़ते माहौल और विरोध को देखते हुए देहरादून शिफ्ट करने का फैसला लिया है। पुरोला में कपड़े की दुकान चला रहे सलीम ने बताया कि उनके पिता शकील 42 साल पहले पुरोला आए थे। पहले उनके पिता फड़ लगाकर कपड़ों का व्यापार करते थे। करीब 15 साल पहले उन्होंने पुरोला में मेहनत से कपड़ों की दुकान खोली थी, लेकिन अब स्थिति बिगड़ने के कारण वो देहरादून शिफ्ट हो रहे हैं।

उन्होंने दुकान का सामान लेकर जल्द जाने की बात कही है। उन्होंने बताया कि उन्हें करनपुर में एक दुकान मिल गई है। जहां पर उनके भाई की पहले से ही मेडिकल की दुकान है। उसके पास ही उन्हें नई दुकान मिली है। पुरोला से अब तक 8 बाहरी व्यापारी दुकानें छोड़ चुके हैं तो यमुना घाटी में दुकान छोड़ने वालों की संख्या अब 12 हो गई है।

दरअसल, बीती 26 मई को उत्तरकाशी जिले के पुरोला में मुस्लिम युवक उबैद और उसके दोस्त जितेंद्र सैनी को स्थानीय लोगों ने एक नाबालिग लड़की के साथ पकड़ा था। आरोप था कि वे नाबालिग लड़की को भगाने का प्रयास कर रहे थे। स्थानीय लोगों ने उन्हें पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया था। दोनों युवक यूपी के नजीबाबाद के रहने वाले हैं, जो पुरोला में रजाई और गद्दे की दुकान पर काम करते थे। इस घटना के बाद से ही उत्तरकाशी जिले में मुस्लिम व्यापारियों के खिलाफ कथित लव जिहाद का मुद्दा बनाकर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। आराकोट में दो नाबालिग बहनों के साथ एक मुस्लिम युवक को भी लोगों ने पकड़ा था। इसके बाद एक और मामला उत्तरकाशी जिला मुख्यालय से सामने सामने आया। जहां बस अड्डे पर एक मुस्लिम युवक के साथ नेपाली मूल की विवाहिता को व्यापारियों ने पकड़ा था, जिन्हें व्यापारियों ने पुलिस के हवाले कर दिया था। पुलिस ने बिजनौर निवासी कासिम मलिक और विवाहिता से पूछताछ की। उन्होंने बताया कि दोनों का संपर्क फोन पर हुआ था। युवक विवाहिता से मिलने कंडीसौड़ से उत्तरकाशी पहुंचा था। मुस्लिम युवक मिस्त्री का काम करता है। उसका सत्यापन भी नहीं हुआ था। मामले की जानकारी मिलने पर देर रात नगर व्यापार मंडल के पदाधिकारी कोतवाली पहुंचे। उन्होंने युवक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। जिस पर पुलिस ने कार्रवाई की।

पुरोला के इस सांप्रदायिक तनाव के ताप से सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी के नेता और कार्यकर्ता भी नहीं बच सके हैं। उत्तरकाशी जिले के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष मोहम्मद जाहिद ने भी बीते बुधवार को परिवार के साथ पुरोला छोड़ दिया। यहां वह कपड़े की दुकान चलाते थे। जाहिद ने बताया कि वह 25 सालों से यहां रह रहे थे और तीन साल पहले भाजपा ज्वाइन की थी। इसी साल फरवरी में उन्हें जिले के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। इससे पहले भी वह पार्टी में विभिन्न पद संभाल चुके हैं। उनके अलावा कुछ और भाजपा कार्यकर्ताओं ने पुरोला को छोड़ दिया है। यहां रह रहे मुस्लिम कारोबारियों ने कहा कि जब सत्ताधारी दल का नेता सुरक्षित नहीं महसूस कर रहा, तो वे कैसे यहां रह सकते हैं। अगर उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं तो फिर आम लोगों का क्या होगा?

भाजपा अल्पसंख्यक सेल के स्टेट चीफ इंजार हुसैन ने मामले की पुष्टि करते हुए कहा, जाहिद का फोन उन्हें आया था, मैंने उन्हें देहरादून आकर वरिष्ठ नेताओं के साथ चर्चा करने को कहा था। लेकिन वे खराब स्वास्थ्य का हवाला देकर नहीं आ सके। हुसैन ने कहा कि उनकी सरकार सांप्रदायिक सद्भावना के लिए प्रतिबद्ध है।

इस बीच, सीओ सुरेंद्र भंडारी यमुनाघाटी में कानून और शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पीस कमेटी की बैठक लेकर लोगों से सहयोग की अपील कर रहे हैं। नौगांव चौकी में आयोजित बैठक में सीओ भंडारी ने स्थानीय व्यापार मंडल एवं सभी वर्गो के प्रबुद्ध जनों से आपसी सौहार्द, भाईचारा एवं शांति व कानून व्यवस्था बनाए रखने की अपील की। सीओ ने बताया कि पुलिस बाहरी प्रांतों से जनपद में निवासरत व्यक्तियों के लगातार सत्यापन कर रही है।

उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी कह चुके हैं कि राज्य में किसी भी सूरत में लैंड और लव जिहाद को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। लव जिहाद में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि बहुत जल्द राज्य में सामान नागरिक संहिता लागू किया जाएगा।

–आईएएनएस

स्मिता/एसजीके

ADVERTISEMENT

उत्तरकाशी, 12 जून (आईएएनएस)। उत्तराखंड का उत्तरकाशी जिला पिछले कुछ दिनों से सांप्रदायिक तनाव को लेकर खबरों में है। माहौल इतना खराब हो चुका है कि एक समुदाय विशेष के लोगों को अपना कारोबार समेटकर रातोंरात पलायन करना पड़ रहा है। अभी तक कई मुस्लिम व्यापारी जिले के पुरोला इलाके से निकल चुके हैं। हालांकि, पुलिस-प्रशासन ऐसे किसी तनाव और पलायन की बात को खारिज करने में जुटा है।

रविवार को करीब 42 सालों से पुरोला में कपड़ों का व्यापार कर रहे शकील एंड संस व्यापारी को भी अपनी दुकान छोड़नी पड़ी है। उन्होंने लगातार बिगड़ते माहौल और विरोध को देखते हुए देहरादून शिफ्ट करने का फैसला लिया है। पुरोला में कपड़े की दुकान चला रहे सलीम ने बताया कि उनके पिता शकील 42 साल पहले पुरोला आए थे। पहले उनके पिता फड़ लगाकर कपड़ों का व्यापार करते थे। करीब 15 साल पहले उन्होंने पुरोला में मेहनत से कपड़ों की दुकान खोली थी, लेकिन अब स्थिति बिगड़ने के कारण वो देहरादून शिफ्ट हो रहे हैं।

उन्होंने दुकान का सामान लेकर जल्द जाने की बात कही है। उन्होंने बताया कि उन्हें करनपुर में एक दुकान मिल गई है। जहां पर उनके भाई की पहले से ही मेडिकल की दुकान है। उसके पास ही उन्हें नई दुकान मिली है। पुरोला से अब तक 8 बाहरी व्यापारी दुकानें छोड़ चुके हैं तो यमुना घाटी में दुकान छोड़ने वालों की संख्या अब 12 हो गई है।

दरअसल, बीती 26 मई को उत्तरकाशी जिले के पुरोला में मुस्लिम युवक उबैद और उसके दोस्त जितेंद्र सैनी को स्थानीय लोगों ने एक नाबालिग लड़की के साथ पकड़ा था। आरोप था कि वे नाबालिग लड़की को भगाने का प्रयास कर रहे थे। स्थानीय लोगों ने उन्हें पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया था। दोनों युवक यूपी के नजीबाबाद के रहने वाले हैं, जो पुरोला में रजाई और गद्दे की दुकान पर काम करते थे। इस घटना के बाद से ही उत्तरकाशी जिले में मुस्लिम व्यापारियों के खिलाफ कथित लव जिहाद का मुद्दा बनाकर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। आराकोट में दो नाबालिग बहनों के साथ एक मुस्लिम युवक को भी लोगों ने पकड़ा था। इसके बाद एक और मामला उत्तरकाशी जिला मुख्यालय से सामने सामने आया। जहां बस अड्डे पर एक मुस्लिम युवक के साथ नेपाली मूल की विवाहिता को व्यापारियों ने पकड़ा था, जिन्हें व्यापारियों ने पुलिस के हवाले कर दिया था। पुलिस ने बिजनौर निवासी कासिम मलिक और विवाहिता से पूछताछ की। उन्होंने बताया कि दोनों का संपर्क फोन पर हुआ था। युवक विवाहिता से मिलने कंडीसौड़ से उत्तरकाशी पहुंचा था। मुस्लिम युवक मिस्त्री का काम करता है। उसका सत्यापन भी नहीं हुआ था। मामले की जानकारी मिलने पर देर रात नगर व्यापार मंडल के पदाधिकारी कोतवाली पहुंचे। उन्होंने युवक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। जिस पर पुलिस ने कार्रवाई की।

पुरोला के इस सांप्रदायिक तनाव के ताप से सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी के नेता और कार्यकर्ता भी नहीं बच सके हैं। उत्तरकाशी जिले के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष मोहम्मद जाहिद ने भी बीते बुधवार को परिवार के साथ पुरोला छोड़ दिया। यहां वह कपड़े की दुकान चलाते थे। जाहिद ने बताया कि वह 25 सालों से यहां रह रहे थे और तीन साल पहले भाजपा ज्वाइन की थी। इसी साल फरवरी में उन्हें जिले के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। इससे पहले भी वह पार्टी में विभिन्न पद संभाल चुके हैं। उनके अलावा कुछ और भाजपा कार्यकर्ताओं ने पुरोला को छोड़ दिया है। यहां रह रहे मुस्लिम कारोबारियों ने कहा कि जब सत्ताधारी दल का नेता सुरक्षित नहीं महसूस कर रहा, तो वे कैसे यहां रह सकते हैं। अगर उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं तो फिर आम लोगों का क्या होगा?

भाजपा अल्पसंख्यक सेल के स्टेट चीफ इंजार हुसैन ने मामले की पुष्टि करते हुए कहा, जाहिद का फोन उन्हें आया था, मैंने उन्हें देहरादून आकर वरिष्ठ नेताओं के साथ चर्चा करने को कहा था। लेकिन वे खराब स्वास्थ्य का हवाला देकर नहीं आ सके। हुसैन ने कहा कि उनकी सरकार सांप्रदायिक सद्भावना के लिए प्रतिबद्ध है।

इस बीच, सीओ सुरेंद्र भंडारी यमुनाघाटी में कानून और शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पीस कमेटी की बैठक लेकर लोगों से सहयोग की अपील कर रहे हैं। नौगांव चौकी में आयोजित बैठक में सीओ भंडारी ने स्थानीय व्यापार मंडल एवं सभी वर्गो के प्रबुद्ध जनों से आपसी सौहार्द, भाईचारा एवं शांति व कानून व्यवस्था बनाए रखने की अपील की। सीओ ने बताया कि पुलिस बाहरी प्रांतों से जनपद में निवासरत व्यक्तियों के लगातार सत्यापन कर रही है।

उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी कह चुके हैं कि राज्य में किसी भी सूरत में लैंड और लव जिहाद को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। लव जिहाद में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि बहुत जल्द राज्य में सामान नागरिक संहिता लागू किया जाएगा।

–आईएएनएस

स्मिता/एसजीके

ADVERTISEMENT

उत्तरकाशी, 12 जून (आईएएनएस)। उत्तराखंड का उत्तरकाशी जिला पिछले कुछ दिनों से सांप्रदायिक तनाव को लेकर खबरों में है। माहौल इतना खराब हो चुका है कि एक समुदाय विशेष के लोगों को अपना कारोबार समेटकर रातोंरात पलायन करना पड़ रहा है। अभी तक कई मुस्लिम व्यापारी जिले के पुरोला इलाके से निकल चुके हैं। हालांकि, पुलिस-प्रशासन ऐसे किसी तनाव और पलायन की बात को खारिज करने में जुटा है।

रविवार को करीब 42 सालों से पुरोला में कपड़ों का व्यापार कर रहे शकील एंड संस व्यापारी को भी अपनी दुकान छोड़नी पड़ी है। उन्होंने लगातार बिगड़ते माहौल और विरोध को देखते हुए देहरादून शिफ्ट करने का फैसला लिया है। पुरोला में कपड़े की दुकान चला रहे सलीम ने बताया कि उनके पिता शकील 42 साल पहले पुरोला आए थे। पहले उनके पिता फड़ लगाकर कपड़ों का व्यापार करते थे। करीब 15 साल पहले उन्होंने पुरोला में मेहनत से कपड़ों की दुकान खोली थी, लेकिन अब स्थिति बिगड़ने के कारण वो देहरादून शिफ्ट हो रहे हैं।

उन्होंने दुकान का सामान लेकर जल्द जाने की बात कही है। उन्होंने बताया कि उन्हें करनपुर में एक दुकान मिल गई है। जहां पर उनके भाई की पहले से ही मेडिकल की दुकान है। उसके पास ही उन्हें नई दुकान मिली है। पुरोला से अब तक 8 बाहरी व्यापारी दुकानें छोड़ चुके हैं तो यमुना घाटी में दुकान छोड़ने वालों की संख्या अब 12 हो गई है।

दरअसल, बीती 26 मई को उत्तरकाशी जिले के पुरोला में मुस्लिम युवक उबैद और उसके दोस्त जितेंद्र सैनी को स्थानीय लोगों ने एक नाबालिग लड़की के साथ पकड़ा था। आरोप था कि वे नाबालिग लड़की को भगाने का प्रयास कर रहे थे। स्थानीय लोगों ने उन्हें पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया था। दोनों युवक यूपी के नजीबाबाद के रहने वाले हैं, जो पुरोला में रजाई और गद्दे की दुकान पर काम करते थे। इस घटना के बाद से ही उत्तरकाशी जिले में मुस्लिम व्यापारियों के खिलाफ कथित लव जिहाद का मुद्दा बनाकर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। आराकोट में दो नाबालिग बहनों के साथ एक मुस्लिम युवक को भी लोगों ने पकड़ा था। इसके बाद एक और मामला उत्तरकाशी जिला मुख्यालय से सामने सामने आया। जहां बस अड्डे पर एक मुस्लिम युवक के साथ नेपाली मूल की विवाहिता को व्यापारियों ने पकड़ा था, जिन्हें व्यापारियों ने पुलिस के हवाले कर दिया था। पुलिस ने बिजनौर निवासी कासिम मलिक और विवाहिता से पूछताछ की। उन्होंने बताया कि दोनों का संपर्क फोन पर हुआ था। युवक विवाहिता से मिलने कंडीसौड़ से उत्तरकाशी पहुंचा था। मुस्लिम युवक मिस्त्री का काम करता है। उसका सत्यापन भी नहीं हुआ था। मामले की जानकारी मिलने पर देर रात नगर व्यापार मंडल के पदाधिकारी कोतवाली पहुंचे। उन्होंने युवक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। जिस पर पुलिस ने कार्रवाई की।

पुरोला के इस सांप्रदायिक तनाव के ताप से सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी के नेता और कार्यकर्ता भी नहीं बच सके हैं। उत्तरकाशी जिले के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष मोहम्मद जाहिद ने भी बीते बुधवार को परिवार के साथ पुरोला छोड़ दिया। यहां वह कपड़े की दुकान चलाते थे। जाहिद ने बताया कि वह 25 सालों से यहां रह रहे थे और तीन साल पहले भाजपा ज्वाइन की थी। इसी साल फरवरी में उन्हें जिले के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। इससे पहले भी वह पार्टी में विभिन्न पद संभाल चुके हैं। उनके अलावा कुछ और भाजपा कार्यकर्ताओं ने पुरोला को छोड़ दिया है। यहां रह रहे मुस्लिम कारोबारियों ने कहा कि जब सत्ताधारी दल का नेता सुरक्षित नहीं महसूस कर रहा, तो वे कैसे यहां रह सकते हैं। अगर उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं तो फिर आम लोगों का क्या होगा?

भाजपा अल्पसंख्यक सेल के स्टेट चीफ इंजार हुसैन ने मामले की पुष्टि करते हुए कहा, जाहिद का फोन उन्हें आया था, मैंने उन्हें देहरादून आकर वरिष्ठ नेताओं के साथ चर्चा करने को कहा था। लेकिन वे खराब स्वास्थ्य का हवाला देकर नहीं आ सके। हुसैन ने कहा कि उनकी सरकार सांप्रदायिक सद्भावना के लिए प्रतिबद्ध है।

इस बीच, सीओ सुरेंद्र भंडारी यमुनाघाटी में कानून और शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पीस कमेटी की बैठक लेकर लोगों से सहयोग की अपील कर रहे हैं। नौगांव चौकी में आयोजित बैठक में सीओ भंडारी ने स्थानीय व्यापार मंडल एवं सभी वर्गो के प्रबुद्ध जनों से आपसी सौहार्द, भाईचारा एवं शांति व कानून व्यवस्था बनाए रखने की अपील की। सीओ ने बताया कि पुलिस बाहरी प्रांतों से जनपद में निवासरत व्यक्तियों के लगातार सत्यापन कर रही है।

उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी कह चुके हैं कि राज्य में किसी भी सूरत में लैंड और लव जिहाद को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। लव जिहाद में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि बहुत जल्द राज्य में सामान नागरिक संहिता लागू किया जाएगा।

–आईएएनएस

स्मिता/एसजीके

ADVERTISEMENT

उत्तरकाशी, 12 जून (आईएएनएस)। उत्तराखंड का उत्तरकाशी जिला पिछले कुछ दिनों से सांप्रदायिक तनाव को लेकर खबरों में है। माहौल इतना खराब हो चुका है कि एक समुदाय विशेष के लोगों को अपना कारोबार समेटकर रातोंरात पलायन करना पड़ रहा है। अभी तक कई मुस्लिम व्यापारी जिले के पुरोला इलाके से निकल चुके हैं। हालांकि, पुलिस-प्रशासन ऐसे किसी तनाव और पलायन की बात को खारिज करने में जुटा है।

रविवार को करीब 42 सालों से पुरोला में कपड़ों का व्यापार कर रहे शकील एंड संस व्यापारी को भी अपनी दुकान छोड़नी पड़ी है। उन्होंने लगातार बिगड़ते माहौल और विरोध को देखते हुए देहरादून शिफ्ट करने का फैसला लिया है। पुरोला में कपड़े की दुकान चला रहे सलीम ने बताया कि उनके पिता शकील 42 साल पहले पुरोला आए थे। पहले उनके पिता फड़ लगाकर कपड़ों का व्यापार करते थे। करीब 15 साल पहले उन्होंने पुरोला में मेहनत से कपड़ों की दुकान खोली थी, लेकिन अब स्थिति बिगड़ने के कारण वो देहरादून शिफ्ट हो रहे हैं।

उन्होंने दुकान का सामान लेकर जल्द जाने की बात कही है। उन्होंने बताया कि उन्हें करनपुर में एक दुकान मिल गई है। जहां पर उनके भाई की पहले से ही मेडिकल की दुकान है। उसके पास ही उन्हें नई दुकान मिली है। पुरोला से अब तक 8 बाहरी व्यापारी दुकानें छोड़ चुके हैं तो यमुना घाटी में दुकान छोड़ने वालों की संख्या अब 12 हो गई है।

दरअसल, बीती 26 मई को उत्तरकाशी जिले के पुरोला में मुस्लिम युवक उबैद और उसके दोस्त जितेंद्र सैनी को स्थानीय लोगों ने एक नाबालिग लड़की के साथ पकड़ा था। आरोप था कि वे नाबालिग लड़की को भगाने का प्रयास कर रहे थे। स्थानीय लोगों ने उन्हें पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया था। दोनों युवक यूपी के नजीबाबाद के रहने वाले हैं, जो पुरोला में रजाई और गद्दे की दुकान पर काम करते थे। इस घटना के बाद से ही उत्तरकाशी जिले में मुस्लिम व्यापारियों के खिलाफ कथित लव जिहाद का मुद्दा बनाकर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। आराकोट में दो नाबालिग बहनों के साथ एक मुस्लिम युवक को भी लोगों ने पकड़ा था। इसके बाद एक और मामला उत्तरकाशी जिला मुख्यालय से सामने सामने आया। जहां बस अड्डे पर एक मुस्लिम युवक के साथ नेपाली मूल की विवाहिता को व्यापारियों ने पकड़ा था, जिन्हें व्यापारियों ने पुलिस के हवाले कर दिया था। पुलिस ने बिजनौर निवासी कासिम मलिक और विवाहिता से पूछताछ की। उन्होंने बताया कि दोनों का संपर्क फोन पर हुआ था। युवक विवाहिता से मिलने कंडीसौड़ से उत्तरकाशी पहुंचा था। मुस्लिम युवक मिस्त्री का काम करता है। उसका सत्यापन भी नहीं हुआ था। मामले की जानकारी मिलने पर देर रात नगर व्यापार मंडल के पदाधिकारी कोतवाली पहुंचे। उन्होंने युवक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। जिस पर पुलिस ने कार्रवाई की।

पुरोला के इस सांप्रदायिक तनाव के ताप से सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी के नेता और कार्यकर्ता भी नहीं बच सके हैं। उत्तरकाशी जिले के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष मोहम्मद जाहिद ने भी बीते बुधवार को परिवार के साथ पुरोला छोड़ दिया। यहां वह कपड़े की दुकान चलाते थे। जाहिद ने बताया कि वह 25 सालों से यहां रह रहे थे और तीन साल पहले भाजपा ज्वाइन की थी। इसी साल फरवरी में उन्हें जिले के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। इससे पहले भी वह पार्टी में विभिन्न पद संभाल चुके हैं। उनके अलावा कुछ और भाजपा कार्यकर्ताओं ने पुरोला को छोड़ दिया है। यहां रह रहे मुस्लिम कारोबारियों ने कहा कि जब सत्ताधारी दल का नेता सुरक्षित नहीं महसूस कर रहा, तो वे कैसे यहां रह सकते हैं। अगर उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं तो फिर आम लोगों का क्या होगा?

भाजपा अल्पसंख्यक सेल के स्टेट चीफ इंजार हुसैन ने मामले की पुष्टि करते हुए कहा, जाहिद का फोन उन्हें आया था, मैंने उन्हें देहरादून आकर वरिष्ठ नेताओं के साथ चर्चा करने को कहा था। लेकिन वे खराब स्वास्थ्य का हवाला देकर नहीं आ सके। हुसैन ने कहा कि उनकी सरकार सांप्रदायिक सद्भावना के लिए प्रतिबद्ध है।

इस बीच, सीओ सुरेंद्र भंडारी यमुनाघाटी में कानून और शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पीस कमेटी की बैठक लेकर लोगों से सहयोग की अपील कर रहे हैं। नौगांव चौकी में आयोजित बैठक में सीओ भंडारी ने स्थानीय व्यापार मंडल एवं सभी वर्गो के प्रबुद्ध जनों से आपसी सौहार्द, भाईचारा एवं शांति व कानून व्यवस्था बनाए रखने की अपील की। सीओ ने बताया कि पुलिस बाहरी प्रांतों से जनपद में निवासरत व्यक्तियों के लगातार सत्यापन कर रही है।

उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी कह चुके हैं कि राज्य में किसी भी सूरत में लैंड और लव जिहाद को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। लव जिहाद में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि बहुत जल्द राज्य में सामान नागरिक संहिता लागू किया जाएगा।

–आईएएनएस

स्मिता/एसजीके

Related Posts

पाकिस्तान ने किया सीजफायर का ‘घोर उल्लंघन’, सेना कर रही जवाबी कार्रवाई : विदेश सचिव मिस्री
ताज़ा समाचार

पाकिस्तान ने किया सीजफायर का ‘घोर उल्लंघन’, सेना कर रही जवाबी कार्रवाई : विदेश सचिव मिस्री

May 11, 2025
ताज़ा समाचार

एनएसए अजीत डोभाल ने चीन के विदेश मंत्री वांग यी से की बात

May 11, 2025
ताज़ा समाचार

भारत को अपनी सरहदें इतनी मजबूत करनी चाहिए कि भविष्य में पहलगाम जैसी घटना न हो : राशिद अल्वी

May 11, 2025
ताज़ा समाचार

राजस्थान : सीएम भजनलाल शर्मा ने कहा, नागरिकों की सुरक्षा हमारी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता

May 11, 2025
ताज़ा समाचार

युद्धविराम के उल्लंघन पर नेताओं ने पाकिस्तान को लताड़ा

May 11, 2025
ताज़ा समाचार

संदीप दीक्षित ने सीजफायर को लेकर विदेशी ताकत के हस्तक्षेप पर उठाए सवाल

May 11, 2025
Next Post
ईरान ने 101 सजायाफ्ता अफगानों को स्वदेश भेजा : मंत्रालय

ईरान ने 101 सजायाफ्ता अफगानों को स्वदेश भेजा : मंत्रालय

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

POPULAR NEWS

बंदा प्रकाश तेलंगाना विधान परिषद के उप सभापति चुने गए

बंदा प्रकाश तेलंगाना विधान परिषद के उप सभापति चुने गए

February 12, 2023
बीएसएफ ने मेघालय में 40 मवेशियों को छुड़ाया, 3 तस्कर गिरफ्तार

बीएसएफ ने मेघालय में 40 मवेशियों को छुड़ाया, 3 तस्कर गिरफ्तार

February 12, 2023
चीनी शताब्दी की दूर-दूर तक संभावना नहीं

चीनी शताब्दी की दूर-दूर तक संभावना नहीं

February 12, 2023

बंगाल के जलपाईगुड़ी में बाढ़ जैसे हालात, शहर में घुसने लगा नदी का पानी

August 26, 2023
राधिका खेड़ा ने छोड़ा कांग्रेस का दामन, प्राथमिक सदस्यता से दिया इस्तीफा

राधिका खेड़ा ने छोड़ा कांग्रेस का दामन, प्राथमिक सदस्यता से दिया इस्तीफा

May 5, 2024

EDITOR'S PICK

पश्चिम बंगाल: मोथाबाड़ी में सांप्रदायिक तनाव जारी, 57 लोग गिरफ्तार

पश्चिम बंगाल: मोथाबाड़ी में सांप्रदायिक तनाव जारी, 57 लोग गिरफ्तार

March 30, 2025
बाबिल खान ने बताया, वह जसलीन रॉयल संग क्यों करना चाहते थे काम

बाबिल खान ने बताया, वह जसलीन रॉयल संग क्यों करना चाहते थे काम

March 18, 2025

स्टार्टअप पर जमकर दांव लगा रहे निवेशक, 2024 में 13 राउंड में मिली 100 मिलियन डॉलर से ज्यादा की फंडिंग

September 5, 2024
हलफनामे में गलत विवरण देने पर आप पार्षद के खिलाफ शिकायत

हलफनामे में गलत विवरण देने पर आप पार्षद के खिलाफ शिकायत

March 23, 2023
ADVERTISEMENT

Contact us

Address

Deshbandhu Complex, Naudra Bridge Jabalpur 482001

Mail

deshbandhump@gmail.com

Mobile

9425156056

Important links

  • राशि-भविष्य
  • वर्गीकृत विज्ञापन
  • लाइफ स्टाइल
  • मनोरंजन
  • ब्लॉग

Important links

  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
  • ई पेपर

Related Links

  • Mayaram Surjan
  • Swayamsiddha
  • Deshbandhu

Social Links

080875
Total views : 5870315
Powered By WPS Visitor Counter

Published by Abhas Surjan on behalf of Patrakar Prakashan Pvt.Ltd., Deshbandhu Complex, Naudra Bridge, Jabalpur – 482001 |T:+91 761 4006577 |M: +91 9425156056 Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions The contents of this website is for reading only. Any unauthorised attempt to temper / edit / change the contents of this website comes under cyber crime and is punishable.

Copyright @ 2022 Deshbandhu. All rights are reserved.

  • Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions
No Result
View All Result
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर

Copyright @ 2022 Deshbandhu-MP All rights are reserved.

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password? Sign Up

Create New Account!

Fill the forms below to register

All fields are required. Log In

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In