सियोल, 19 अगस्त (आईएएनएस)। दक्षिण कोरिया और अमेरिका ने उत्तर कोरिया के बढ़ते सैन्य खतरों के बीच अपनी संयुक्त रक्षा तैयारी को मजबूत करने के लिए 11 दिवसीय प्रमुख संयुक्त सैन्य अभ्यास शुरू किया।
योनहाप समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, ‘उत्तर कोरिया ने इस साल 37 बैलिस्टिक मिसाइलें लॉन्च की हैं और हाल ही में कचरा गुब्बारा अभियान चलाया है। इस सबसे दक्षिण कोरिया और उत्तर कोरिया के बीच तनाव बढ़ा है। सैन्य खतरों के बीच दक्षिण कोरिया और संयुक्त राज्य अमेरिका ने संयुक्त सैन्य अभ्यास “उल्ची फ्रीडम शील्ड” (यूएफएस) शुरू किया है, जो 29 अगस्त तक चलेगा।
दक्षिण कोरिया के संयुक्त चीफ ऑफ स्टाफ (जेसीएस) के अनुसार, सम्पूर्ण युद्ध परिदृश्य पर आधारित यूएफएस में मुख्य रूप से कंप्यूटर सिमुलेशन आधारित कमांड पोस्ट अभ्यास, समवर्ती फील्ड प्रशिक्षण और नागरिक सुरक्षा अभ्यास शामिल हैं।
इस वर्ष का अभ्यास पिछले वर्ष की तरह ही बड़े पैमाने पर होगा, जिसमें लगभग 19,000 दक्षिण कोरियाई सैनिक शामिल होंगे। इसमें 48 फील्ड प्रशिक्षण कार्यक्रम होंगे। गौरतलब है कि, पिछले साल 38 फील्ड प्रशिक्षण कार्यक्रम हुए थे। इस साल ब्रिगेड-स्तरीय अभ्यासों की संख्या भी 17 हो जाएगी, जो पिछले वर्ष से अधिक है।
जेसीएस ने कहा कि यह अभ्यास मित्र देशों की क्षमता और तत्परता को और मजबूत करेगा, ताकि वे किसी भी खतरे का जवाब दे सकें और भूमि, समुद्र, वायु, साइबर और अंतरिक्ष सहित विभिन्न संसाधनों का उपयोग करते हुए बहु-क्षेत्रीय अभ्यासों के माध्यम से, उत्तर कोरिया के सामूहिक विनाश के हथियारों से बचाव कर सकें।
एक सूत्र ने बताया कि अभ्यास अवधि के दौरान उल्ची सिविल डिफेंस ड्रिल में पहली बार उत्तर कोरियाई परमाणु हमले जैसा परिदृश्य शामिल होगा, जबकि संयुक्त सैन्य अभ्यास में ऐसा परिदृश्य शामिल नहीं होगा।
उत्तर कोरिया लंबे समय से मित्र राष्ट्रों के संयुक्त अभ्यास की निंदा करता रहा है तथा इसे अपने विरुद्ध आक्रमण का पूर्वाभ्यास बताता रहा है। इसके जवाब में हथियार परीक्षण करने का उसका पुराना रिकॉर्ड रहा है।
पिछले सप्ताह पश्चिमी फ्रंट-लाइन यूनिट की अपनी यात्रा के दौरान जेसीएस के अध्यक्ष एडमिरल किम म्युंग सू ने सैनिकों को किसी भी उकसावे की स्थिति में तत्काल जवाबी कार्रवाई करने का आदेश दिया था।
उत्तर कोरिया ने रविवार को दक्षिण कोरिया और अमेरिका के संयुक्त सैन्य अभ्यास ‘उल्ची अभ्यास’ की कड़ी निंदा करते हुए इसे ‘सबसे आक्रामक और उत्तेजक युद्ध अभ्यास’ करार दिया।
हालांकि, दक्षिण कोरिया और अमेरिका ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि यह अभ्यास पूरी तरह से रक्षात्मक है।
–आईएएनएस
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