नई दिल्ली, 6 अक्टूबर (आईएएनएस)। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने वल्दाई डिस्कशन क्लब के पूर्ण सत्र में कहा कि डॉलर आधारित वैश्विक वित्तीय प्रणाली संतुलित नहीं है क्योंकि यह सभी देशों के हितों को पूरा नहीं करती है।
रूसी मीडिया आरटी की रिपोर्ट के अनुसार, पुतिन ने कहा कि अमेरिकी मुद्रा का प्रभुत्व समाप्त होना चाहिए, जो पहले से ही हो रहा है, जबकि अमेरिकी अधिकारी “अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मार रहे हैं”।
रूसी नेता ने बताया, “ब्रेटन वुड्स प्रणाली – इसे एक बार डॉलर के आधार पर बनाया गया था, लेकिन यह सब धीरे-धीरे ढह रहा है। मुद्रा देश की अर्थव्यवस्था की शक्ति का परिणाम है, जो इस मुद्रा को जारी करती है।”
पुतिन ने जोर देकर कहा कि इसके अलावा, वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद में अमेरिकी अर्थव्यवस्था की हिस्सेदारी घट रही है, जैसा कि सांख्यिकीय आंकड़ों से पता चलता है।
आरटी की रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रपति ने कहा कि अमेरिका अपने बजट घाटे को कवर करने के लिए पैसा छापने का आदी है और जब तक जरूरत होगी, वह इस नीति को जारी रखेगा।
पुतिन ने भविष्यवाणी की, “वे और अधिक छापेंगे। उन्होंने कोविड और पोस्ट-कोविड अवधि के दौरान नौ लाख करोड़ डॉलर से अधिक की छपाई की। इसलिए, उन्हें कुछ और छापने और उसे पूरी दुनिया में फैलाने में कुछ भी खर्च नहीं होता है, जिससे खाद्य मुद्रास्फीति बढ़ जाती है। वे निश्चित रूप से ऐसा करेंगे।”
–आईएएनएस
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