deshbandhu

deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Menu
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Facebook Twitter Youtube
  • भोपाल
  • इंदौर
  • उज्जैन
  • ग्वालियर
  • जबलपुर
  • रीवा
  • चंबल
  • नर्मदापुरम
  • शहडोल
  • सागर
  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
ADVERTISEMENT
Home ताज़ा समाचार

एनडीए बनाम महागठबंधन मुकाबला – बिहार में होगी 6 बनाम 6 की राजनीतिक लड़ाई?

by
June 15, 2023
in ताज़ा समाचार
0
0
SHARES
2
VIEWS
Share on FacebookShare on Whatsapp
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 15 जून (आईएएनएस)। नीतीश कुमार के साथ मिलकर बिहार में महागठबंधन की सरकार बनाने के बाद जेडीयू और आरजेडी खासकर तेजस्वी यादव लगातार यह दावा करते हैं कि उन्होंने बिहार की राजनीति में भाजपा को पूरी तरह से अलग-थलग कर दिया है। एक समय वाकई बिहार की राजनीति में ऐसे हालात पैदा हो गए थे कि लोजपा को छोड़ कर अन्य कोई भी राजनीतिक दल भाजपा के साथ नहीं बचा था। तो वहीं नीतीश कुमार-तेजस्वी यादव के महागठबंधन में नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू, लालू यादव की पार्टी आरजेडी, जीतन राम मांझी की पार्टी हम और कांग्रेस के अलावा सीपीआई, सीपीएम और सीपीआई-माले सहित कुल सात दल शामिल हो गए थे।

लेकिन बिहार में लोक सभा चुनाव की तैयारियों में जुटी भाजपा ने एक तरफ जहां नीतीश कुमार की पार्टी में सेंध लगाई तो वहीं दूसरी तरफ महागठबंधन को भी कमजोर किया और अब आने वाले दिनों में पार्टी बिहार में एनडीए का इस तरह से विस्तार करने जा रही है कि राज्य में मुकाबला 6 बनाम 6 का होने की संभावना बढ़ गई है। यानी नीतीश के महागठबंधन में भी 6 राजनीतिक दल हो सकते हैं और भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन में भी 6 दलों के ही चुनाव लड़ने की संभावना मजबूत होती जा रही है।

READ ALSO

भविष्य में पीएम मोदी के पहले और बाद का चैप्टर लिखा जाएगा: जितेंद्रानंद सरस्वती

ग्वालियर के नए वोटर्स ने पीएम मोदी के 11 साल के कार्यकाल को सराहा

जीतन राम मांझी की पार्टी हम के महागठबंधन से बाहर होने के बाद अब इसमें जेडीयू, आरजेडी और कांग्रेस के अलावा सीपीआई, सीपीएम और सीपीआई-माले सहित कुल छह दल ही बचे रह गए हैं।

वहीं भाजपा के सहयोगियों की बात करें तो, घोषित रूप से अभी रालोजपा ही गठबंधन में शामिल है और इनके नेता पशुपति पारस मोदी सरकार में मंत्री भी है। लेकिन भाजपा सूत्रों की मानें तो आने वाले दिनों में चिराग पासवान अपनी पार्टी लोजपा (रामविलास), जेडीयू से अलग होकर अपनी पार्टी बनाने वाले उपेंद्र कुशवाहा और जीतन राम मांझी अपनी पार्टी हम के साथ एनडीए गठबंधन में शामिल हो सकते हैं।

सूत्रों की मानें तो, भाजपा वीआईपी के मुकेश सहनी को भी एनडीए में लाने की कोशिश कर रही है। भाजपा की यह कोशिश कामयाब हो जाती है तो बिहार में एनडीए के कुनबे में भी भाजपा, रालोजपा, लोजपा (रामविलास), रालोजद, हम और वीआईपी मिलाकार कुल 6 दल शामिल हो जाएंगे। यानी अगर महागठबंधन में भविष्य में कोई और दरार नहीं पड़ी और भाजपा सबको मनाने में कामयाब हो गई तो 2024 के लोक सभा चुनाव में बिहार में 6 बनाम 6 का राजनीतिक घमासान देखने को मिल सकता है।

–आईएएनएस

एसटीपी/एसकेपी

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 15 जून (आईएएनएस)। नीतीश कुमार के साथ मिलकर बिहार में महागठबंधन की सरकार बनाने के बाद जेडीयू और आरजेडी खासकर तेजस्वी यादव लगातार यह दावा करते हैं कि उन्होंने बिहार की राजनीति में भाजपा को पूरी तरह से अलग-थलग कर दिया है। एक समय वाकई बिहार की राजनीति में ऐसे हालात पैदा हो गए थे कि लोजपा को छोड़ कर अन्य कोई भी राजनीतिक दल भाजपा के साथ नहीं बचा था। तो वहीं नीतीश कुमार-तेजस्वी यादव के महागठबंधन में नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू, लालू यादव की पार्टी आरजेडी, जीतन राम मांझी की पार्टी हम और कांग्रेस के अलावा सीपीआई, सीपीएम और सीपीआई-माले सहित कुल सात दल शामिल हो गए थे।

लेकिन बिहार में लोक सभा चुनाव की तैयारियों में जुटी भाजपा ने एक तरफ जहां नीतीश कुमार की पार्टी में सेंध लगाई तो वहीं दूसरी तरफ महागठबंधन को भी कमजोर किया और अब आने वाले दिनों में पार्टी बिहार में एनडीए का इस तरह से विस्तार करने जा रही है कि राज्य में मुकाबला 6 बनाम 6 का होने की संभावना बढ़ गई है। यानी नीतीश के महागठबंधन में भी 6 राजनीतिक दल हो सकते हैं और भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन में भी 6 दलों के ही चुनाव लड़ने की संभावना मजबूत होती जा रही है।

जीतन राम मांझी की पार्टी हम के महागठबंधन से बाहर होने के बाद अब इसमें जेडीयू, आरजेडी और कांग्रेस के अलावा सीपीआई, सीपीएम और सीपीआई-माले सहित कुल छह दल ही बचे रह गए हैं।

वहीं भाजपा के सहयोगियों की बात करें तो, घोषित रूप से अभी रालोजपा ही गठबंधन में शामिल है और इनके नेता पशुपति पारस मोदी सरकार में मंत्री भी है। लेकिन भाजपा सूत्रों की मानें तो आने वाले दिनों में चिराग पासवान अपनी पार्टी लोजपा (रामविलास), जेडीयू से अलग होकर अपनी पार्टी बनाने वाले उपेंद्र कुशवाहा और जीतन राम मांझी अपनी पार्टी हम के साथ एनडीए गठबंधन में शामिल हो सकते हैं।

सूत्रों की मानें तो, भाजपा वीआईपी के मुकेश सहनी को भी एनडीए में लाने की कोशिश कर रही है। भाजपा की यह कोशिश कामयाब हो जाती है तो बिहार में एनडीए के कुनबे में भी भाजपा, रालोजपा, लोजपा (रामविलास), रालोजद, हम और वीआईपी मिलाकार कुल 6 दल शामिल हो जाएंगे। यानी अगर महागठबंधन में भविष्य में कोई और दरार नहीं पड़ी और भाजपा सबको मनाने में कामयाब हो गई तो 2024 के लोक सभा चुनाव में बिहार में 6 बनाम 6 का राजनीतिक घमासान देखने को मिल सकता है।

–आईएएनएस

एसटीपी/एसकेपी

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 15 जून (आईएएनएस)। नीतीश कुमार के साथ मिलकर बिहार में महागठबंधन की सरकार बनाने के बाद जेडीयू और आरजेडी खासकर तेजस्वी यादव लगातार यह दावा करते हैं कि उन्होंने बिहार की राजनीति में भाजपा को पूरी तरह से अलग-थलग कर दिया है। एक समय वाकई बिहार की राजनीति में ऐसे हालात पैदा हो गए थे कि लोजपा को छोड़ कर अन्य कोई भी राजनीतिक दल भाजपा के साथ नहीं बचा था। तो वहीं नीतीश कुमार-तेजस्वी यादव के महागठबंधन में नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू, लालू यादव की पार्टी आरजेडी, जीतन राम मांझी की पार्टी हम और कांग्रेस के अलावा सीपीआई, सीपीएम और सीपीआई-माले सहित कुल सात दल शामिल हो गए थे।

लेकिन बिहार में लोक सभा चुनाव की तैयारियों में जुटी भाजपा ने एक तरफ जहां नीतीश कुमार की पार्टी में सेंध लगाई तो वहीं दूसरी तरफ महागठबंधन को भी कमजोर किया और अब आने वाले दिनों में पार्टी बिहार में एनडीए का इस तरह से विस्तार करने जा रही है कि राज्य में मुकाबला 6 बनाम 6 का होने की संभावना बढ़ गई है। यानी नीतीश के महागठबंधन में भी 6 राजनीतिक दल हो सकते हैं और भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन में भी 6 दलों के ही चुनाव लड़ने की संभावना मजबूत होती जा रही है।

जीतन राम मांझी की पार्टी हम के महागठबंधन से बाहर होने के बाद अब इसमें जेडीयू, आरजेडी और कांग्रेस के अलावा सीपीआई, सीपीएम और सीपीआई-माले सहित कुल छह दल ही बचे रह गए हैं।

वहीं भाजपा के सहयोगियों की बात करें तो, घोषित रूप से अभी रालोजपा ही गठबंधन में शामिल है और इनके नेता पशुपति पारस मोदी सरकार में मंत्री भी है। लेकिन भाजपा सूत्रों की मानें तो आने वाले दिनों में चिराग पासवान अपनी पार्टी लोजपा (रामविलास), जेडीयू से अलग होकर अपनी पार्टी बनाने वाले उपेंद्र कुशवाहा और जीतन राम मांझी अपनी पार्टी हम के साथ एनडीए गठबंधन में शामिल हो सकते हैं।

सूत्रों की मानें तो, भाजपा वीआईपी के मुकेश सहनी को भी एनडीए में लाने की कोशिश कर रही है। भाजपा की यह कोशिश कामयाब हो जाती है तो बिहार में एनडीए के कुनबे में भी भाजपा, रालोजपा, लोजपा (रामविलास), रालोजद, हम और वीआईपी मिलाकार कुल 6 दल शामिल हो जाएंगे। यानी अगर महागठबंधन में भविष्य में कोई और दरार नहीं पड़ी और भाजपा सबको मनाने में कामयाब हो गई तो 2024 के लोक सभा चुनाव में बिहार में 6 बनाम 6 का राजनीतिक घमासान देखने को मिल सकता है।

–आईएएनएस

एसटीपी/एसकेपी

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 15 जून (आईएएनएस)। नीतीश कुमार के साथ मिलकर बिहार में महागठबंधन की सरकार बनाने के बाद जेडीयू और आरजेडी खासकर तेजस्वी यादव लगातार यह दावा करते हैं कि उन्होंने बिहार की राजनीति में भाजपा को पूरी तरह से अलग-थलग कर दिया है। एक समय वाकई बिहार की राजनीति में ऐसे हालात पैदा हो गए थे कि लोजपा को छोड़ कर अन्य कोई भी राजनीतिक दल भाजपा के साथ नहीं बचा था। तो वहीं नीतीश कुमार-तेजस्वी यादव के महागठबंधन में नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू, लालू यादव की पार्टी आरजेडी, जीतन राम मांझी की पार्टी हम और कांग्रेस के अलावा सीपीआई, सीपीएम और सीपीआई-माले सहित कुल सात दल शामिल हो गए थे।

लेकिन बिहार में लोक सभा चुनाव की तैयारियों में जुटी भाजपा ने एक तरफ जहां नीतीश कुमार की पार्टी में सेंध लगाई तो वहीं दूसरी तरफ महागठबंधन को भी कमजोर किया और अब आने वाले दिनों में पार्टी बिहार में एनडीए का इस तरह से विस्तार करने जा रही है कि राज्य में मुकाबला 6 बनाम 6 का होने की संभावना बढ़ गई है। यानी नीतीश के महागठबंधन में भी 6 राजनीतिक दल हो सकते हैं और भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन में भी 6 दलों के ही चुनाव लड़ने की संभावना मजबूत होती जा रही है।

जीतन राम मांझी की पार्टी हम के महागठबंधन से बाहर होने के बाद अब इसमें जेडीयू, आरजेडी और कांग्रेस के अलावा सीपीआई, सीपीएम और सीपीआई-माले सहित कुल छह दल ही बचे रह गए हैं।

वहीं भाजपा के सहयोगियों की बात करें तो, घोषित रूप से अभी रालोजपा ही गठबंधन में शामिल है और इनके नेता पशुपति पारस मोदी सरकार में मंत्री भी है। लेकिन भाजपा सूत्रों की मानें तो आने वाले दिनों में चिराग पासवान अपनी पार्टी लोजपा (रामविलास), जेडीयू से अलग होकर अपनी पार्टी बनाने वाले उपेंद्र कुशवाहा और जीतन राम मांझी अपनी पार्टी हम के साथ एनडीए गठबंधन में शामिल हो सकते हैं।

सूत्रों की मानें तो, भाजपा वीआईपी के मुकेश सहनी को भी एनडीए में लाने की कोशिश कर रही है। भाजपा की यह कोशिश कामयाब हो जाती है तो बिहार में एनडीए के कुनबे में भी भाजपा, रालोजपा, लोजपा (रामविलास), रालोजद, हम और वीआईपी मिलाकार कुल 6 दल शामिल हो जाएंगे। यानी अगर महागठबंधन में भविष्य में कोई और दरार नहीं पड़ी और भाजपा सबको मनाने में कामयाब हो गई तो 2024 के लोक सभा चुनाव में बिहार में 6 बनाम 6 का राजनीतिक घमासान देखने को मिल सकता है।

–आईएएनएस

एसटीपी/एसकेपी

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 15 जून (आईएएनएस)। नीतीश कुमार के साथ मिलकर बिहार में महागठबंधन की सरकार बनाने के बाद जेडीयू और आरजेडी खासकर तेजस्वी यादव लगातार यह दावा करते हैं कि उन्होंने बिहार की राजनीति में भाजपा को पूरी तरह से अलग-थलग कर दिया है। एक समय वाकई बिहार की राजनीति में ऐसे हालात पैदा हो गए थे कि लोजपा को छोड़ कर अन्य कोई भी राजनीतिक दल भाजपा के साथ नहीं बचा था। तो वहीं नीतीश कुमार-तेजस्वी यादव के महागठबंधन में नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू, लालू यादव की पार्टी आरजेडी, जीतन राम मांझी की पार्टी हम और कांग्रेस के अलावा सीपीआई, सीपीएम और सीपीआई-माले सहित कुल सात दल शामिल हो गए थे।

लेकिन बिहार में लोक सभा चुनाव की तैयारियों में जुटी भाजपा ने एक तरफ जहां नीतीश कुमार की पार्टी में सेंध लगाई तो वहीं दूसरी तरफ महागठबंधन को भी कमजोर किया और अब आने वाले दिनों में पार्टी बिहार में एनडीए का इस तरह से विस्तार करने जा रही है कि राज्य में मुकाबला 6 बनाम 6 का होने की संभावना बढ़ गई है। यानी नीतीश के महागठबंधन में भी 6 राजनीतिक दल हो सकते हैं और भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन में भी 6 दलों के ही चुनाव लड़ने की संभावना मजबूत होती जा रही है।

जीतन राम मांझी की पार्टी हम के महागठबंधन से बाहर होने के बाद अब इसमें जेडीयू, आरजेडी और कांग्रेस के अलावा सीपीआई, सीपीएम और सीपीआई-माले सहित कुल छह दल ही बचे रह गए हैं।

वहीं भाजपा के सहयोगियों की बात करें तो, घोषित रूप से अभी रालोजपा ही गठबंधन में शामिल है और इनके नेता पशुपति पारस मोदी सरकार में मंत्री भी है। लेकिन भाजपा सूत्रों की मानें तो आने वाले दिनों में चिराग पासवान अपनी पार्टी लोजपा (रामविलास), जेडीयू से अलग होकर अपनी पार्टी बनाने वाले उपेंद्र कुशवाहा और जीतन राम मांझी अपनी पार्टी हम के साथ एनडीए गठबंधन में शामिल हो सकते हैं।

सूत्रों की मानें तो, भाजपा वीआईपी के मुकेश सहनी को भी एनडीए में लाने की कोशिश कर रही है। भाजपा की यह कोशिश कामयाब हो जाती है तो बिहार में एनडीए के कुनबे में भी भाजपा, रालोजपा, लोजपा (रामविलास), रालोजद, हम और वीआईपी मिलाकार कुल 6 दल शामिल हो जाएंगे। यानी अगर महागठबंधन में भविष्य में कोई और दरार नहीं पड़ी और भाजपा सबको मनाने में कामयाब हो गई तो 2024 के लोक सभा चुनाव में बिहार में 6 बनाम 6 का राजनीतिक घमासान देखने को मिल सकता है।

–आईएएनएस

एसटीपी/एसकेपी

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 15 जून (आईएएनएस)। नीतीश कुमार के साथ मिलकर बिहार में महागठबंधन की सरकार बनाने के बाद जेडीयू और आरजेडी खासकर तेजस्वी यादव लगातार यह दावा करते हैं कि उन्होंने बिहार की राजनीति में भाजपा को पूरी तरह से अलग-थलग कर दिया है। एक समय वाकई बिहार की राजनीति में ऐसे हालात पैदा हो गए थे कि लोजपा को छोड़ कर अन्य कोई भी राजनीतिक दल भाजपा के साथ नहीं बचा था। तो वहीं नीतीश कुमार-तेजस्वी यादव के महागठबंधन में नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू, लालू यादव की पार्टी आरजेडी, जीतन राम मांझी की पार्टी हम और कांग्रेस के अलावा सीपीआई, सीपीएम और सीपीआई-माले सहित कुल सात दल शामिल हो गए थे।

लेकिन बिहार में लोक सभा चुनाव की तैयारियों में जुटी भाजपा ने एक तरफ जहां नीतीश कुमार की पार्टी में सेंध लगाई तो वहीं दूसरी तरफ महागठबंधन को भी कमजोर किया और अब आने वाले दिनों में पार्टी बिहार में एनडीए का इस तरह से विस्तार करने जा रही है कि राज्य में मुकाबला 6 बनाम 6 का होने की संभावना बढ़ गई है। यानी नीतीश के महागठबंधन में भी 6 राजनीतिक दल हो सकते हैं और भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन में भी 6 दलों के ही चुनाव लड़ने की संभावना मजबूत होती जा रही है।

जीतन राम मांझी की पार्टी हम के महागठबंधन से बाहर होने के बाद अब इसमें जेडीयू, आरजेडी और कांग्रेस के अलावा सीपीआई, सीपीएम और सीपीआई-माले सहित कुल छह दल ही बचे रह गए हैं।

वहीं भाजपा के सहयोगियों की बात करें तो, घोषित रूप से अभी रालोजपा ही गठबंधन में शामिल है और इनके नेता पशुपति पारस मोदी सरकार में मंत्री भी है। लेकिन भाजपा सूत्रों की मानें तो आने वाले दिनों में चिराग पासवान अपनी पार्टी लोजपा (रामविलास), जेडीयू से अलग होकर अपनी पार्टी बनाने वाले उपेंद्र कुशवाहा और जीतन राम मांझी अपनी पार्टी हम के साथ एनडीए गठबंधन में शामिल हो सकते हैं।

सूत्रों की मानें तो, भाजपा वीआईपी के मुकेश सहनी को भी एनडीए में लाने की कोशिश कर रही है। भाजपा की यह कोशिश कामयाब हो जाती है तो बिहार में एनडीए के कुनबे में भी भाजपा, रालोजपा, लोजपा (रामविलास), रालोजद, हम और वीआईपी मिलाकार कुल 6 दल शामिल हो जाएंगे। यानी अगर महागठबंधन में भविष्य में कोई और दरार नहीं पड़ी और भाजपा सबको मनाने में कामयाब हो गई तो 2024 के लोक सभा चुनाव में बिहार में 6 बनाम 6 का राजनीतिक घमासान देखने को मिल सकता है।

–आईएएनएस

एसटीपी/एसकेपी

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 15 जून (आईएएनएस)। नीतीश कुमार के साथ मिलकर बिहार में महागठबंधन की सरकार बनाने के बाद जेडीयू और आरजेडी खासकर तेजस्वी यादव लगातार यह दावा करते हैं कि उन्होंने बिहार की राजनीति में भाजपा को पूरी तरह से अलग-थलग कर दिया है। एक समय वाकई बिहार की राजनीति में ऐसे हालात पैदा हो गए थे कि लोजपा को छोड़ कर अन्य कोई भी राजनीतिक दल भाजपा के साथ नहीं बचा था। तो वहीं नीतीश कुमार-तेजस्वी यादव के महागठबंधन में नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू, लालू यादव की पार्टी आरजेडी, जीतन राम मांझी की पार्टी हम और कांग्रेस के अलावा सीपीआई, सीपीएम और सीपीआई-माले सहित कुल सात दल शामिल हो गए थे।

लेकिन बिहार में लोक सभा चुनाव की तैयारियों में जुटी भाजपा ने एक तरफ जहां नीतीश कुमार की पार्टी में सेंध लगाई तो वहीं दूसरी तरफ महागठबंधन को भी कमजोर किया और अब आने वाले दिनों में पार्टी बिहार में एनडीए का इस तरह से विस्तार करने जा रही है कि राज्य में मुकाबला 6 बनाम 6 का होने की संभावना बढ़ गई है। यानी नीतीश के महागठबंधन में भी 6 राजनीतिक दल हो सकते हैं और भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन में भी 6 दलों के ही चुनाव लड़ने की संभावना मजबूत होती जा रही है।

जीतन राम मांझी की पार्टी हम के महागठबंधन से बाहर होने के बाद अब इसमें जेडीयू, आरजेडी और कांग्रेस के अलावा सीपीआई, सीपीएम और सीपीआई-माले सहित कुल छह दल ही बचे रह गए हैं।

वहीं भाजपा के सहयोगियों की बात करें तो, घोषित रूप से अभी रालोजपा ही गठबंधन में शामिल है और इनके नेता पशुपति पारस मोदी सरकार में मंत्री भी है। लेकिन भाजपा सूत्रों की मानें तो आने वाले दिनों में चिराग पासवान अपनी पार्टी लोजपा (रामविलास), जेडीयू से अलग होकर अपनी पार्टी बनाने वाले उपेंद्र कुशवाहा और जीतन राम मांझी अपनी पार्टी हम के साथ एनडीए गठबंधन में शामिल हो सकते हैं।

सूत्रों की मानें तो, भाजपा वीआईपी के मुकेश सहनी को भी एनडीए में लाने की कोशिश कर रही है। भाजपा की यह कोशिश कामयाब हो जाती है तो बिहार में एनडीए के कुनबे में भी भाजपा, रालोजपा, लोजपा (रामविलास), रालोजद, हम और वीआईपी मिलाकार कुल 6 दल शामिल हो जाएंगे। यानी अगर महागठबंधन में भविष्य में कोई और दरार नहीं पड़ी और भाजपा सबको मनाने में कामयाब हो गई तो 2024 के लोक सभा चुनाव में बिहार में 6 बनाम 6 का राजनीतिक घमासान देखने को मिल सकता है।

–आईएएनएस

एसटीपी/एसकेपी

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 15 जून (आईएएनएस)। नीतीश कुमार के साथ मिलकर बिहार में महागठबंधन की सरकार बनाने के बाद जेडीयू और आरजेडी खासकर तेजस्वी यादव लगातार यह दावा करते हैं कि उन्होंने बिहार की राजनीति में भाजपा को पूरी तरह से अलग-थलग कर दिया है। एक समय वाकई बिहार की राजनीति में ऐसे हालात पैदा हो गए थे कि लोजपा को छोड़ कर अन्य कोई भी राजनीतिक दल भाजपा के साथ नहीं बचा था। तो वहीं नीतीश कुमार-तेजस्वी यादव के महागठबंधन में नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू, लालू यादव की पार्टी आरजेडी, जीतन राम मांझी की पार्टी हम और कांग्रेस के अलावा सीपीआई, सीपीएम और सीपीआई-माले सहित कुल सात दल शामिल हो गए थे।

लेकिन बिहार में लोक सभा चुनाव की तैयारियों में जुटी भाजपा ने एक तरफ जहां नीतीश कुमार की पार्टी में सेंध लगाई तो वहीं दूसरी तरफ महागठबंधन को भी कमजोर किया और अब आने वाले दिनों में पार्टी बिहार में एनडीए का इस तरह से विस्तार करने जा रही है कि राज्य में मुकाबला 6 बनाम 6 का होने की संभावना बढ़ गई है। यानी नीतीश के महागठबंधन में भी 6 राजनीतिक दल हो सकते हैं और भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन में भी 6 दलों के ही चुनाव लड़ने की संभावना मजबूत होती जा रही है।

जीतन राम मांझी की पार्टी हम के महागठबंधन से बाहर होने के बाद अब इसमें जेडीयू, आरजेडी और कांग्रेस के अलावा सीपीआई, सीपीएम और सीपीआई-माले सहित कुल छह दल ही बचे रह गए हैं।

वहीं भाजपा के सहयोगियों की बात करें तो, घोषित रूप से अभी रालोजपा ही गठबंधन में शामिल है और इनके नेता पशुपति पारस मोदी सरकार में मंत्री भी है। लेकिन भाजपा सूत्रों की मानें तो आने वाले दिनों में चिराग पासवान अपनी पार्टी लोजपा (रामविलास), जेडीयू से अलग होकर अपनी पार्टी बनाने वाले उपेंद्र कुशवाहा और जीतन राम मांझी अपनी पार्टी हम के साथ एनडीए गठबंधन में शामिल हो सकते हैं।

सूत्रों की मानें तो, भाजपा वीआईपी के मुकेश सहनी को भी एनडीए में लाने की कोशिश कर रही है। भाजपा की यह कोशिश कामयाब हो जाती है तो बिहार में एनडीए के कुनबे में भी भाजपा, रालोजपा, लोजपा (रामविलास), रालोजद, हम और वीआईपी मिलाकार कुल 6 दल शामिल हो जाएंगे। यानी अगर महागठबंधन में भविष्य में कोई और दरार नहीं पड़ी और भाजपा सबको मनाने में कामयाब हो गई तो 2024 के लोक सभा चुनाव में बिहार में 6 बनाम 6 का राजनीतिक घमासान देखने को मिल सकता है।

–आईएएनएस

एसटीपी/एसकेपी

Related Posts

ताज़ा समाचार

भविष्य में पीएम मोदी के पहले और बाद का चैप्टर लिखा जाएगा: जितेंद्रानंद सरस्वती

June 10, 2025
ताज़ा समाचार

ग्वालियर के नए वोटर्स ने पीएम मोदी के 11 साल के कार्यकाल को सराहा

June 10, 2025
ताज़ा समाचार

बोनी कपूर ने एनडीए सरकार के कार्यकाल को सराहा, बोले- पीएम मोदी वैश्विक और दूरदर्शी नेता

June 10, 2025
ताज़ा समाचार

दिल्ली में 66 अवैध बांग्लादेशी गिरफ्तार, घनी आबादी वाले इलाकों में ले रहे थे पनाह

June 10, 2025
ताज़ा समाचार

जम्मू-कश्मीर: पाक गोलाबारी से प्रभावित घरों के लिए केंद्र ने 25 करोड़ रुपए की अतिरिक्त सहायता राशि को मंजूरी दी

June 10, 2025
ताज़ा समाचार

उत्तर प्रदेश: अमरोहा में सीजीएसटी अधीक्षक और कर अधिवक्ता रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार

June 10, 2025
Next Post
जम्मू-कश्मीर के पुंछ में घुसपैठ की कोशिश नाकाम

जम्मू-कश्मीर के पुंछ में घुसपैठ की कोशिश नाकाम

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

ADVERTISEMENT

Contact us

Address

Deshbandhu Complex, Naudra Bridge Jabalpur 482001

Mail

deshbandhump@gmail.com

Mobile

9425156056

Important links

  • राशि-भविष्य
  • वर्गीकृत विज्ञापन
  • लाइफ स्टाइल
  • मनोरंजन
  • ब्लॉग

Important links

  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
  • ई पेपर

Related Links

  • Mayaram Surjan
  • Swayamsiddha
  • Deshbandhu

Social Links

083698
Total views : 5888079
Powered By WPS Visitor Counter

Published by Abhas Surjan on behalf of Patrakar Prakashan Pvt.Ltd., Deshbandhu Complex, Naudra Bridge, Jabalpur – 482001 |T:+91 761 4006577 |M: +91 9425156056 Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions The contents of this website is for reading only. Any unauthorised attempt to temper / edit / change the contents of this website comes under cyber crime and is punishable.

Copyright @ 2022 Deshbandhu. All rights are reserved.

  • Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions
No Result
View All Result
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर

Copyright @ 2022 Deshbandhu-MP All rights are reserved.

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password? Sign Up

Create New Account!

Fill the forms below to register

All fields are required. Log In

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In