नई दिल्ली, 4 मार्च (आईएएनएस)। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने आम आदमी पार्टी (आप) के नेताओं और शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत के खिलाफ कथित तौर पर जबरदस्ती करने को लेकर दिल्ली पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा को पत्र लिखा है। बताया गया कि राउत ने स्कूली बच्चों से दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के समर्थन में पोस्टर बनाने को कहा है।
सिसोदिया इस समय दिल्ली आबकारी नीति घोटाले के सिलसिले में गिरफ्तार हैं।
एनसीपीसीआर के अध्यक्ष प्रियांक कानूनगो ने आईएएनएस से पुष्टि की है कि उन्होंने पत्र लिखा है। इस बीच, आईएएनएस को दिल्ली पुलिस के सूत्रों का वह पत्र भी मिला है, जिसे एनसीपीसीआर प्रमुख ने लिखा था।
उन्होंने लिखा, संजय राउत और आप विधायक राघव चड्ढा ने अपने ट्विटर हैंडल पर तस्वीरें अपलोड की हैं, जिसमें मनीष सिसोदिया स्कूलों में नाबालिग बच्चों के साथ नजर आ रहे हैं ताकि सिसोदिया के खिलाफ चल रही सीबीआई जांच से ध्यान भटकाया जा सके। तस्वीरें स्कूल में आयोजित एक समारोह के दौरान ली गई हो सकती हैं लेकिन ऐसा लगता है कि राजनेताओं द्वारा नाबालिगों के माता-पिता की सहमति के बिना इसका इस्तेमाल किया जाता है। यह व्यक्तिगत एजेंडे के लिए बच्चों का दुरुपयोग है।
पत्र में आगे कहा गया है कि आप विधायक आतिशी ने बच्चों की ऐसी तस्वीरें अपलोड की हैं जो स्पष्ट रूप से दुरुपयोग का संकेत देती हैं या निजी एजेंडे के लिए दिल्ली के स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र हैं जो शराब घोटाले में आरोपी व्यक्ति के महिमामंडन के लिए छोटे बच्चों के मनोसामाजिक व्यवहार पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकते हैं।
एनसीपीसीआर ने इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई करने का भी अनुरोध किया है।
कानूनगो ने कहा, हमें अलग-अलग लोगों द्वारा बताया गया है कि आप विधायक आतिशी ने स्कूलों में एक संदेश फ्लैश किया कि अगर स्कूली बच्चे पोस्टर नहीं बनाएंगे, तो उनकी मार्कशीट में प्रैक्टिकल के नंबर नहीं जोड़े जाएंगे।
–आईएएनएस
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