न्यूयॉर्क, 30 जनवरी (आईएएनएस)। हाल ही में अमेरिका में सिख मंदिर (गुरुद्वारे) पर उपद्रवियों द्वारा किए गए हमलों ने समुदाय को चिंतित कर दिया है और नेता इन घटनाओं की गहन जांच की मांग कर रहे हैं।
स्थानीय मीडिया ने बताया कि पिछले दो महीनों में विभिन्न घटनाओं में उत्तरी कैरोलिना के शार्लोट में ईस्ट एरोवुड रोड पर गुरुद्वारा साहिब खालसा दरबार की खिड़कियां, लाइट, सुरक्षा कैमरे तोड़कर क्षतिग्रस्त कर दिए गए।
सिख समुदाय के एक सदस्य अजय सिंह ने शार्लोट ऑब्जर्वर को बताया, इस तरह की चीजों का अनुभव करना हमारे लिए चौंकाने वाला है। हम शार्लोट में एक छोटा सा समुदाय हैं..। 2021 के अमेरिकी सामुदायिक सर्वेक्षण के अनुसार, पूरे उत्तरी कैरोलिना में 10.5 मिलियन लोगों में से लगभग 6,900 सिख हैं।
सिंह ने कहा, 3 जनवरी को, पूजा कक्ष के पास की एक खिड़की को तोड़ दिया गया था। दो दिन बाद, बच्चों के लिए कमरे के पास की खिड़की को तोड़ दिया गया।
ऑब्जर्वर के अनुसार, गुरुद्वारा के सदस्यों ने एक पुलिस रिपोर्ट दर्ज की थी, लेकिन शार्लोट-मेक्लेनबर्ग पुलिस ने इनकार किया कि 1 दिसंबर और 13 जनवरी के बीच कोई शिकायत की गई थी। पुलिस ने चार्लोट ऑब्जर्वर के सावल का जवाब नहीं दिया कि क्या सक्रिय जांच हो रही थी।
गुरुद्वारे के एक सदस्य पवनजीत सिंह ने चार्लोट ऑब्जर्वर को बताया, हमें वास्तव में कदम उठाने के लिए कानून प्रवर्तन की आवश्यकता है। उन्हें यह पता लगाने की जरूरत है कि यह कौन कर रहा है और वह ऐसा क्यों कर रहे हैं। घटना के समय गुरुद्वारे में कोई मौजूद नहीं था और हमले का मकसद अज्ञात है।
उन्होंने कहा, नब्बे फीसदी पुलिस अधिकारी शायद नहीं जानते कि सिख कौन हैं। जब वे नहीं जानते कि सिख मंदिर में तोड़-फोड़ का मतलब क्या होता है, इससे वे संबंधित नहीं हो सकते। समुदाय के नेताओं ने नुकसान की लागत को कवर करने और सुरक्षा बाड़ और गेट स्थापित करने में सहायता के लिए एक गोफंडमी पेज स्थापित किया है। पूजा स्थल होने के अलावा, गुरुद्वारा 40 से अधिक बच्चों के लिए एक स्कूल चलाता है, और सामुदायिक भोजन, पंजाबी भाषा, नेतृत्व और संगीत की कक्षाएं प्रदान करता है।
–आईएएनएस
केसी/एसजीके