जयपुर, 11 अक्टूबर (आईएएनएस)। राजस्थान पुलिस के विशेष अभियान समूह (एसओजी) ने शुक्रवार को बताया कि 2021 सब इंस्पेक्टर (एसआई) पेपर लीक मामले के तार हरियाणा से जुड़े हैं। मामले की जांच करते हुए हरियाणा के साथ एक नया लिंक मिला है।
अधिकारियों ने खुलासा किया कि ट्रेनी एसआई (प्रशिक्षु उपनिरीक्षकों) ने हरियाणा स्थित एक गैंग से प्रश्न पत्र खरीदने के लिए 20 से 40 लाख रुपये की भारी रकम चुकाई थी।
गिरफ्तार आरोपी ट्रेनी उपनिरीक्षकों से पूछताछ में पता चला कि हरियाणा के गैंग के पास प्रश्न पत्र थे, जिन्हें अभ्यर्थियों को बेचा गया था।
एटीएस-एसओजी के अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजी) वीके सिंह ने शुक्रवार को बताया, “ट्रेनी एसआई ने हरियाणा गैंग से 40 लाख और 20-20 लाख रुपए में पेपर खरीदा था। इन ट्रेनी (प्रशिक्षुओं) में अलवर के कोलिला निवासी रेणु कुमारी चौहान, झुंझुनू के नूनिया गोथरा निवासी मोनिका जाट, सुरजीत सिंह यादव और अलवर के राज्धोकी निवासी नीरज कुमार यादव शामिल हैं।
एडीजी ने आगे कहा, “एसओजी की टीम हरियाणा में विभिन्न स्थानों पर छापेमारी कर रही है। आरोपियों के पकड़े जाने के बाद ही पता चल पाएगा कि गैंग ने पेपर कहां और किसे बेचा था। गिरफ्तार ट्रेनी रेणु राजस्थान पुलिस की कांस्टेबल हैं।”
रेणु का परीक्षा केंद्र अजमेर के सेंट्रल एकेडमी सीनियर सेकेंडरी स्कूल में था, जहां उसने नकल करके परीक्षा पास कर ली।
पूछताछ में ट्रेनी मोनिका ने कबूला कि उसने अपने एक परिचित से पैसे लेकर हरियाणा गैंग से पेपर खरीदा था। सुरजीत और नीरज ने भी 20-20 लाख रुपए देकर पेपर खरीदा था। एसओजी आगे की जांच कर रही है।
इस बीच, एसओजी ने चारों गिरफ्तार ट्रेनी एसआई को कोर्ट में पेश किया था, जहां से उन्हें 17 अक्टूबर तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया था।
सूत्रों ने बताया कि इस मामले में कुछ और ट्रेनी अधिकारियों के शामिल होने का संदेह है जो फिलहाल राजस्थान पुलिस अकादमी में ट्रेनिंग ले रहे हैं। सूत्रों के अनुसार, ऐसी जानकारी है कि कुछ ड्रग तस्करों के बच्चे भी आरपीए की ट्रेनिंग ले रहे हैं।
–आईएएनएस
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