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Home ताज़ा समाचार

एसएफजे नेता पन्नू ने पंजाब में सहयोगियों की गिरफ्तारी के बाद केजरीवाल और सीएम मान को धमकी दी

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January 20, 2024
in ताज़ा समाचार
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नई दिल्ली, 20 जनवरी (आईएएनएस)। खालिस्तान समर्थक सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) के नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू ने चेतावनी दी है कि अगर अगले महीने तक उनके सहयोगियों को रिहा नहीं किया गया तो दिल्ली और पंजाब के मुख्यमंत्रियों को राजनीतिक मौत का सामना करना पड़ेगा।

पन्नू की धमकी शुक्रवार को पंजाब पुलिस के राज्य विशेष ऑपरेशन सेल द्वारा राजपुरा के निवासियों जगदीश सिंह, मंजीत सिंह और दविंदर सिंह की गिरफ्तारी के कुछ घंटों बाद आई है।

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शनिवार को साझा किए गए एक वीडियो संदेश में, पन्नू ने दावा किया कि तीन युवकों ने 26 जनवरी से शुरू होने वाले खालिस्तान जनमत संग्रह मतदाता पंजीकरण के लिए सीधे एसएफजे के साथ काम किया।

पन्नू ने चेतावनी दी कि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और पंजाब सीएम भगवंत मान को सिखों के क्रोध का सामना करना पड़ेगा जिन्होंने उनकी आम आदमी पार्टी (आप) को पंजाब में जीत दिलाने में मदद की।

पन्नू ने पंजाबी बोलते हुए कहा, “अगर 15 फरवरी तक तीन खालिस्तान समर्थक सिखों को रिहा नहीं किया गया तो केजरीवाल-मान की जोड़ी को ‘राजनीतिक मौत’ का सामना करना पड़ेगा। उन्हें उन सिखों के क्रोध का सामना करना पड़ेगा जिन्होंने आप को पंजाब जीतने में मदद की थी।”

उन्होंने दावा किया कि आप के दोनों नेताओं ने अमेरिका और कनाडा में खालिस्तान समर्थकों से 6 मिलियन डॉलर का चंदा इस समझ के साथ इकट्ठा किया कि वे पंजाब में उनकी गतिविधियों में हस्तक्षेप नहीं करेंगे।

पन्नू ने आगे केजरीवाल पर भगवंत मान को 1992 से 1995 तक पंजाब के मुख्यमंत्री रहे बेअंत सिंह के रास्ते पर चलने के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया, जिनकी 31 अगस्त 1995 को खालिस्तान अलगाववादी समूह बब्बर खालसा इंटरनेशनल द्वारा हत्या कर दी गई थी।

पन्नू आगे कहा कि केजरीवाल-मान की जोड़ी को 31 अगस्त 1995 को नहीं भूलना चाहिए, खालिस्तान समर्थक सिखों को प्रताड़ित करने का परिणाम उन्हें भुगतना पड़ेगा। उन्होंने एक बार फिर मान की हत्या की धमकी देते हुए कहा कि ‘जिन हाथों में खालिस्तान का झंडा है, वे रॉकेट लॉन्चर थामने से नहीं कतराएंगे।’

16 जनवरी के उस वीडियो पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए जिसमें पन्नू ने गैंगस्टरों से मान और पुलिस महानिदेशक गौरव यादव पर हमले के लिए एकजुट होने का आग्रह किया था, इस पर पंजाब के मुख्यमंत्री ने कहा कि वह इन धमकियों को गंभीरता से नहीं लेते हैं।

इस बीच, गिरफ्तार किए गए तीन लोगों ने पुलिस को बताया कि पन्नू ने उन्हें गणतंत्र दिवस से पहले खालिस्तान का झंडा फहराने और दीवारों पर खालिस्तान समर्थक चित्र बनाने और नारे लिखने के लिए कहा था।

भारत में आतंकवाद और राजद्रोह सहित लगभग दो दर्जन मामलों में वांछित पन्नू ने हाल ही में 22 जनवरी को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले अमृतसर से अयोध्या तक हवाईअड्डों को बंद करने का आह्वान किया था। इसके अलावा, पन्नू देश में मुसलमानों से इस समारोह का विरोध करने का आह्वान किया था।

–आईएएनएस

एफजेड/

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नई दिल्ली, 20 जनवरी (आईएएनएस)। खालिस्तान समर्थक सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) के नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू ने चेतावनी दी है कि अगर अगले महीने तक उनके सहयोगियों को रिहा नहीं किया गया तो दिल्ली और पंजाब के मुख्यमंत्रियों को राजनीतिक मौत का सामना करना पड़ेगा।

पन्नू की धमकी शुक्रवार को पंजाब पुलिस के राज्य विशेष ऑपरेशन सेल द्वारा राजपुरा के निवासियों जगदीश सिंह, मंजीत सिंह और दविंदर सिंह की गिरफ्तारी के कुछ घंटों बाद आई है।

शनिवार को साझा किए गए एक वीडियो संदेश में, पन्नू ने दावा किया कि तीन युवकों ने 26 जनवरी से शुरू होने वाले खालिस्तान जनमत संग्रह मतदाता पंजीकरण के लिए सीधे एसएफजे के साथ काम किया।

पन्नू ने चेतावनी दी कि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और पंजाब सीएम भगवंत मान को सिखों के क्रोध का सामना करना पड़ेगा जिन्होंने उनकी आम आदमी पार्टी (आप) को पंजाब में जीत दिलाने में मदद की।

पन्नू ने पंजाबी बोलते हुए कहा, “अगर 15 फरवरी तक तीन खालिस्तान समर्थक सिखों को रिहा नहीं किया गया तो केजरीवाल-मान की जोड़ी को ‘राजनीतिक मौत’ का सामना करना पड़ेगा। उन्हें उन सिखों के क्रोध का सामना करना पड़ेगा जिन्होंने आप को पंजाब जीतने में मदद की थी।”

उन्होंने दावा किया कि आप के दोनों नेताओं ने अमेरिका और कनाडा में खालिस्तान समर्थकों से 6 मिलियन डॉलर का चंदा इस समझ के साथ इकट्ठा किया कि वे पंजाब में उनकी गतिविधियों में हस्तक्षेप नहीं करेंगे।

पन्नू ने आगे केजरीवाल पर भगवंत मान को 1992 से 1995 तक पंजाब के मुख्यमंत्री रहे बेअंत सिंह के रास्ते पर चलने के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया, जिनकी 31 अगस्त 1995 को खालिस्तान अलगाववादी समूह बब्बर खालसा इंटरनेशनल द्वारा हत्या कर दी गई थी।

पन्नू आगे कहा कि केजरीवाल-मान की जोड़ी को 31 अगस्त 1995 को नहीं भूलना चाहिए, खालिस्तान समर्थक सिखों को प्रताड़ित करने का परिणाम उन्हें भुगतना पड़ेगा। उन्होंने एक बार फिर मान की हत्या की धमकी देते हुए कहा कि ‘जिन हाथों में खालिस्तान का झंडा है, वे रॉकेट लॉन्चर थामने से नहीं कतराएंगे।’

16 जनवरी के उस वीडियो पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए जिसमें पन्नू ने गैंगस्टरों से मान और पुलिस महानिदेशक गौरव यादव पर हमले के लिए एकजुट होने का आग्रह किया था, इस पर पंजाब के मुख्यमंत्री ने कहा कि वह इन धमकियों को गंभीरता से नहीं लेते हैं।

इस बीच, गिरफ्तार किए गए तीन लोगों ने पुलिस को बताया कि पन्नू ने उन्हें गणतंत्र दिवस से पहले खालिस्तान का झंडा फहराने और दीवारों पर खालिस्तान समर्थक चित्र बनाने और नारे लिखने के लिए कहा था।

भारत में आतंकवाद और राजद्रोह सहित लगभग दो दर्जन मामलों में वांछित पन्नू ने हाल ही में 22 जनवरी को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले अमृतसर से अयोध्या तक हवाईअड्डों को बंद करने का आह्वान किया था। इसके अलावा, पन्नू देश में मुसलमानों से इस समारोह का विरोध करने का आह्वान किया था।

–आईएएनएस

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नई दिल्ली, 20 जनवरी (आईएएनएस)। खालिस्तान समर्थक सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) के नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू ने चेतावनी दी है कि अगर अगले महीने तक उनके सहयोगियों को रिहा नहीं किया गया तो दिल्ली और पंजाब के मुख्यमंत्रियों को राजनीतिक मौत का सामना करना पड़ेगा।

पन्नू की धमकी शुक्रवार को पंजाब पुलिस के राज्य विशेष ऑपरेशन सेल द्वारा राजपुरा के निवासियों जगदीश सिंह, मंजीत सिंह और दविंदर सिंह की गिरफ्तारी के कुछ घंटों बाद आई है।

शनिवार को साझा किए गए एक वीडियो संदेश में, पन्नू ने दावा किया कि तीन युवकों ने 26 जनवरी से शुरू होने वाले खालिस्तान जनमत संग्रह मतदाता पंजीकरण के लिए सीधे एसएफजे के साथ काम किया।

पन्नू ने चेतावनी दी कि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और पंजाब सीएम भगवंत मान को सिखों के क्रोध का सामना करना पड़ेगा जिन्होंने उनकी आम आदमी पार्टी (आप) को पंजाब में जीत दिलाने में मदद की।

पन्नू ने पंजाबी बोलते हुए कहा, “अगर 15 फरवरी तक तीन खालिस्तान समर्थक सिखों को रिहा नहीं किया गया तो केजरीवाल-मान की जोड़ी को ‘राजनीतिक मौत’ का सामना करना पड़ेगा। उन्हें उन सिखों के क्रोध का सामना करना पड़ेगा जिन्होंने आप को पंजाब जीतने में मदद की थी।”

उन्होंने दावा किया कि आप के दोनों नेताओं ने अमेरिका और कनाडा में खालिस्तान समर्थकों से 6 मिलियन डॉलर का चंदा इस समझ के साथ इकट्ठा किया कि वे पंजाब में उनकी गतिविधियों में हस्तक्षेप नहीं करेंगे।

पन्नू ने आगे केजरीवाल पर भगवंत मान को 1992 से 1995 तक पंजाब के मुख्यमंत्री रहे बेअंत सिंह के रास्ते पर चलने के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया, जिनकी 31 अगस्त 1995 को खालिस्तान अलगाववादी समूह बब्बर खालसा इंटरनेशनल द्वारा हत्या कर दी गई थी।

पन्नू आगे कहा कि केजरीवाल-मान की जोड़ी को 31 अगस्त 1995 को नहीं भूलना चाहिए, खालिस्तान समर्थक सिखों को प्रताड़ित करने का परिणाम उन्हें भुगतना पड़ेगा। उन्होंने एक बार फिर मान की हत्या की धमकी देते हुए कहा कि ‘जिन हाथों में खालिस्तान का झंडा है, वे रॉकेट लॉन्चर थामने से नहीं कतराएंगे।’

16 जनवरी के उस वीडियो पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए जिसमें पन्नू ने गैंगस्टरों से मान और पुलिस महानिदेशक गौरव यादव पर हमले के लिए एकजुट होने का आग्रह किया था, इस पर पंजाब के मुख्यमंत्री ने कहा कि वह इन धमकियों को गंभीरता से नहीं लेते हैं।

इस बीच, गिरफ्तार किए गए तीन लोगों ने पुलिस को बताया कि पन्नू ने उन्हें गणतंत्र दिवस से पहले खालिस्तान का झंडा फहराने और दीवारों पर खालिस्तान समर्थक चित्र बनाने और नारे लिखने के लिए कहा था।

भारत में आतंकवाद और राजद्रोह सहित लगभग दो दर्जन मामलों में वांछित पन्नू ने हाल ही में 22 जनवरी को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले अमृतसर से अयोध्या तक हवाईअड्डों को बंद करने का आह्वान किया था। इसके अलावा, पन्नू देश में मुसलमानों से इस समारोह का विरोध करने का आह्वान किया था।

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पन्नू की धमकी शुक्रवार को पंजाब पुलिस के राज्य विशेष ऑपरेशन सेल द्वारा राजपुरा के निवासियों जगदीश सिंह, मंजीत सिंह और दविंदर सिंह की गिरफ्तारी के कुछ घंटों बाद आई है।

शनिवार को साझा किए गए एक वीडियो संदेश में, पन्नू ने दावा किया कि तीन युवकों ने 26 जनवरी से शुरू होने वाले खालिस्तान जनमत संग्रह मतदाता पंजीकरण के लिए सीधे एसएफजे के साथ काम किया।

पन्नू ने चेतावनी दी कि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और पंजाब सीएम भगवंत मान को सिखों के क्रोध का सामना करना पड़ेगा जिन्होंने उनकी आम आदमी पार्टी (आप) को पंजाब में जीत दिलाने में मदद की।

पन्नू ने पंजाबी बोलते हुए कहा, “अगर 15 फरवरी तक तीन खालिस्तान समर्थक सिखों को रिहा नहीं किया गया तो केजरीवाल-मान की जोड़ी को ‘राजनीतिक मौत’ का सामना करना पड़ेगा। उन्हें उन सिखों के क्रोध का सामना करना पड़ेगा जिन्होंने आप को पंजाब जीतने में मदद की थी।”

उन्होंने दावा किया कि आप के दोनों नेताओं ने अमेरिका और कनाडा में खालिस्तान समर्थकों से 6 मिलियन डॉलर का चंदा इस समझ के साथ इकट्ठा किया कि वे पंजाब में उनकी गतिविधियों में हस्तक्षेप नहीं करेंगे।

पन्नू ने आगे केजरीवाल पर भगवंत मान को 1992 से 1995 तक पंजाब के मुख्यमंत्री रहे बेअंत सिंह के रास्ते पर चलने के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया, जिनकी 31 अगस्त 1995 को खालिस्तान अलगाववादी समूह बब्बर खालसा इंटरनेशनल द्वारा हत्या कर दी गई थी।

पन्नू आगे कहा कि केजरीवाल-मान की जोड़ी को 31 अगस्त 1995 को नहीं भूलना चाहिए, खालिस्तान समर्थक सिखों को प्रताड़ित करने का परिणाम उन्हें भुगतना पड़ेगा। उन्होंने एक बार फिर मान की हत्या की धमकी देते हुए कहा कि ‘जिन हाथों में खालिस्तान का झंडा है, वे रॉकेट लॉन्चर थामने से नहीं कतराएंगे।’

16 जनवरी के उस वीडियो पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए जिसमें पन्नू ने गैंगस्टरों से मान और पुलिस महानिदेशक गौरव यादव पर हमले के लिए एकजुट होने का आग्रह किया था, इस पर पंजाब के मुख्यमंत्री ने कहा कि वह इन धमकियों को गंभीरता से नहीं लेते हैं।

इस बीच, गिरफ्तार किए गए तीन लोगों ने पुलिस को बताया कि पन्नू ने उन्हें गणतंत्र दिवस से पहले खालिस्तान का झंडा फहराने और दीवारों पर खालिस्तान समर्थक चित्र बनाने और नारे लिखने के लिए कहा था।

भारत में आतंकवाद और राजद्रोह सहित लगभग दो दर्जन मामलों में वांछित पन्नू ने हाल ही में 22 जनवरी को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले अमृतसर से अयोध्या तक हवाईअड्डों को बंद करने का आह्वान किया था। इसके अलावा, पन्नू देश में मुसलमानों से इस समारोह का विरोध करने का आह्वान किया था।

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पन्नू की धमकी शुक्रवार को पंजाब पुलिस के राज्य विशेष ऑपरेशन सेल द्वारा राजपुरा के निवासियों जगदीश सिंह, मंजीत सिंह और दविंदर सिंह की गिरफ्तारी के कुछ घंटों बाद आई है।

शनिवार को साझा किए गए एक वीडियो संदेश में, पन्नू ने दावा किया कि तीन युवकों ने 26 जनवरी से शुरू होने वाले खालिस्तान जनमत संग्रह मतदाता पंजीकरण के लिए सीधे एसएफजे के साथ काम किया।

पन्नू ने चेतावनी दी कि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और पंजाब सीएम भगवंत मान को सिखों के क्रोध का सामना करना पड़ेगा जिन्होंने उनकी आम आदमी पार्टी (आप) को पंजाब में जीत दिलाने में मदद की।

पन्नू ने पंजाबी बोलते हुए कहा, “अगर 15 फरवरी तक तीन खालिस्तान समर्थक सिखों को रिहा नहीं किया गया तो केजरीवाल-मान की जोड़ी को ‘राजनीतिक मौत’ का सामना करना पड़ेगा। उन्हें उन सिखों के क्रोध का सामना करना पड़ेगा जिन्होंने आप को पंजाब जीतने में मदद की थी।”

उन्होंने दावा किया कि आप के दोनों नेताओं ने अमेरिका और कनाडा में खालिस्तान समर्थकों से 6 मिलियन डॉलर का चंदा इस समझ के साथ इकट्ठा किया कि वे पंजाब में उनकी गतिविधियों में हस्तक्षेप नहीं करेंगे।

पन्नू ने आगे केजरीवाल पर भगवंत मान को 1992 से 1995 तक पंजाब के मुख्यमंत्री रहे बेअंत सिंह के रास्ते पर चलने के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया, जिनकी 31 अगस्त 1995 को खालिस्तान अलगाववादी समूह बब्बर खालसा इंटरनेशनल द्वारा हत्या कर दी गई थी।

पन्नू आगे कहा कि केजरीवाल-मान की जोड़ी को 31 अगस्त 1995 को नहीं भूलना चाहिए, खालिस्तान समर्थक सिखों को प्रताड़ित करने का परिणाम उन्हें भुगतना पड़ेगा। उन्होंने एक बार फिर मान की हत्या की धमकी देते हुए कहा कि ‘जिन हाथों में खालिस्तान का झंडा है, वे रॉकेट लॉन्चर थामने से नहीं कतराएंगे।’

16 जनवरी के उस वीडियो पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए जिसमें पन्नू ने गैंगस्टरों से मान और पुलिस महानिदेशक गौरव यादव पर हमले के लिए एकजुट होने का आग्रह किया था, इस पर पंजाब के मुख्यमंत्री ने कहा कि वह इन धमकियों को गंभीरता से नहीं लेते हैं।

इस बीच, गिरफ्तार किए गए तीन लोगों ने पुलिस को बताया कि पन्नू ने उन्हें गणतंत्र दिवस से पहले खालिस्तान का झंडा फहराने और दीवारों पर खालिस्तान समर्थक चित्र बनाने और नारे लिखने के लिए कहा था।

भारत में आतंकवाद और राजद्रोह सहित लगभग दो दर्जन मामलों में वांछित पन्नू ने हाल ही में 22 जनवरी को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले अमृतसर से अयोध्या तक हवाईअड्डों को बंद करने का आह्वान किया था। इसके अलावा, पन्नू देश में मुसलमानों से इस समारोह का विरोध करने का आह्वान किया था।

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शनिवार को साझा किए गए एक वीडियो संदेश में, पन्नू ने दावा किया कि तीन युवकों ने 26 जनवरी से शुरू होने वाले खालिस्तान जनमत संग्रह मतदाता पंजीकरण के लिए सीधे एसएफजे के साथ काम किया।

पन्नू ने चेतावनी दी कि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और पंजाब सीएम भगवंत मान को सिखों के क्रोध का सामना करना पड़ेगा जिन्होंने उनकी आम आदमी पार्टी (आप) को पंजाब में जीत दिलाने में मदद की।

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पन्नू ने चेतावनी दी कि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और पंजाब सीएम भगवंत मान को सिखों के क्रोध का सामना करना पड़ेगा जिन्होंने उनकी आम आदमी पार्टी (आप) को पंजाब में जीत दिलाने में मदद की।

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पन्नू ने आगे केजरीवाल पर भगवंत मान को 1992 से 1995 तक पंजाब के मुख्यमंत्री रहे बेअंत सिंह के रास्ते पर चलने के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया, जिनकी 31 अगस्त 1995 को खालिस्तान अलगाववादी समूह बब्बर खालसा इंटरनेशनल द्वारा हत्या कर दी गई थी।

पन्नू आगे कहा कि केजरीवाल-मान की जोड़ी को 31 अगस्त 1995 को नहीं भूलना चाहिए, खालिस्तान समर्थक सिखों को प्रताड़ित करने का परिणाम उन्हें भुगतना पड़ेगा। उन्होंने एक बार फिर मान की हत्या की धमकी देते हुए कहा कि ‘जिन हाथों में खालिस्तान का झंडा है, वे रॉकेट लॉन्चर थामने से नहीं कतराएंगे।’

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इस बीच, गिरफ्तार किए गए तीन लोगों ने पुलिस को बताया कि पन्नू ने उन्हें गणतंत्र दिवस से पहले खालिस्तान का झंडा फहराने और दीवारों पर खालिस्तान समर्थक चित्र बनाने और नारे लिखने के लिए कहा था।

भारत में आतंकवाद और राजद्रोह सहित लगभग दो दर्जन मामलों में वांछित पन्नू ने हाल ही में 22 जनवरी को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले अमृतसर से अयोध्या तक हवाईअड्डों को बंद करने का आह्वान किया था। इसके अलावा, पन्नू देश में मुसलमानों से इस समारोह का विरोध करने का आह्वान किया था।

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पन्नू की धमकी शुक्रवार को पंजाब पुलिस के राज्य विशेष ऑपरेशन सेल द्वारा राजपुरा के निवासियों जगदीश सिंह, मंजीत सिंह और दविंदर सिंह की गिरफ्तारी के कुछ घंटों बाद आई है।

शनिवार को साझा किए गए एक वीडियो संदेश में, पन्नू ने दावा किया कि तीन युवकों ने 26 जनवरी से शुरू होने वाले खालिस्तान जनमत संग्रह मतदाता पंजीकरण के लिए सीधे एसएफजे के साथ काम किया।

पन्नू ने चेतावनी दी कि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और पंजाब सीएम भगवंत मान को सिखों के क्रोध का सामना करना पड़ेगा जिन्होंने उनकी आम आदमी पार्टी (आप) को पंजाब में जीत दिलाने में मदद की।

पन्नू ने पंजाबी बोलते हुए कहा, “अगर 15 फरवरी तक तीन खालिस्तान समर्थक सिखों को रिहा नहीं किया गया तो केजरीवाल-मान की जोड़ी को ‘राजनीतिक मौत’ का सामना करना पड़ेगा। उन्हें उन सिखों के क्रोध का सामना करना पड़ेगा जिन्होंने आप को पंजाब जीतने में मदद की थी।”

उन्होंने दावा किया कि आप के दोनों नेताओं ने अमेरिका और कनाडा में खालिस्तान समर्थकों से 6 मिलियन डॉलर का चंदा इस समझ के साथ इकट्ठा किया कि वे पंजाब में उनकी गतिविधियों में हस्तक्षेप नहीं करेंगे।

पन्नू ने आगे केजरीवाल पर भगवंत मान को 1992 से 1995 तक पंजाब के मुख्यमंत्री रहे बेअंत सिंह के रास्ते पर चलने के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया, जिनकी 31 अगस्त 1995 को खालिस्तान अलगाववादी समूह बब्बर खालसा इंटरनेशनल द्वारा हत्या कर दी गई थी।

पन्नू आगे कहा कि केजरीवाल-मान की जोड़ी को 31 अगस्त 1995 को नहीं भूलना चाहिए, खालिस्तान समर्थक सिखों को प्रताड़ित करने का परिणाम उन्हें भुगतना पड़ेगा। उन्होंने एक बार फिर मान की हत्या की धमकी देते हुए कहा कि ‘जिन हाथों में खालिस्तान का झंडा है, वे रॉकेट लॉन्चर थामने से नहीं कतराएंगे।’

16 जनवरी के उस वीडियो पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए जिसमें पन्नू ने गैंगस्टरों से मान और पुलिस महानिदेशक गौरव यादव पर हमले के लिए एकजुट होने का आग्रह किया था, इस पर पंजाब के मुख्यमंत्री ने कहा कि वह इन धमकियों को गंभीरता से नहीं लेते हैं।

इस बीच, गिरफ्तार किए गए तीन लोगों ने पुलिस को बताया कि पन्नू ने उन्हें गणतंत्र दिवस से पहले खालिस्तान का झंडा फहराने और दीवारों पर खालिस्तान समर्थक चित्र बनाने और नारे लिखने के लिए कहा था।

भारत में आतंकवाद और राजद्रोह सहित लगभग दो दर्जन मामलों में वांछित पन्नू ने हाल ही में 22 जनवरी को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले अमृतसर से अयोध्या तक हवाईअड्डों को बंद करने का आह्वान किया था। इसके अलावा, पन्नू देश में मुसलमानों से इस समारोह का विरोध करने का आह्वान किया था।

–आईएएनएस

एफजेड/

नई दिल्ली, 20 जनवरी (आईएएनएस)। खालिस्तान समर्थक सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) के नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू ने चेतावनी दी है कि अगर अगले महीने तक उनके सहयोगियों को रिहा नहीं किया गया तो दिल्ली और पंजाब के मुख्यमंत्रियों को राजनीतिक मौत का सामना करना पड़ेगा।

पन्नू की धमकी शुक्रवार को पंजाब पुलिस के राज्य विशेष ऑपरेशन सेल द्वारा राजपुरा के निवासियों जगदीश सिंह, मंजीत सिंह और दविंदर सिंह की गिरफ्तारी के कुछ घंटों बाद आई है।

शनिवार को साझा किए गए एक वीडियो संदेश में, पन्नू ने दावा किया कि तीन युवकों ने 26 जनवरी से शुरू होने वाले खालिस्तान जनमत संग्रह मतदाता पंजीकरण के लिए सीधे एसएफजे के साथ काम किया।

पन्नू ने चेतावनी दी कि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और पंजाब सीएम भगवंत मान को सिखों के क्रोध का सामना करना पड़ेगा जिन्होंने उनकी आम आदमी पार्टी (आप) को पंजाब में जीत दिलाने में मदद की।

पन्नू ने पंजाबी बोलते हुए कहा, “अगर 15 फरवरी तक तीन खालिस्तान समर्थक सिखों को रिहा नहीं किया गया तो केजरीवाल-मान की जोड़ी को ‘राजनीतिक मौत’ का सामना करना पड़ेगा। उन्हें उन सिखों के क्रोध का सामना करना पड़ेगा जिन्होंने आप को पंजाब जीतने में मदद की थी।”

उन्होंने दावा किया कि आप के दोनों नेताओं ने अमेरिका और कनाडा में खालिस्तान समर्थकों से 6 मिलियन डॉलर का चंदा इस समझ के साथ इकट्ठा किया कि वे पंजाब में उनकी गतिविधियों में हस्तक्षेप नहीं करेंगे।

पन्नू ने आगे केजरीवाल पर भगवंत मान को 1992 से 1995 तक पंजाब के मुख्यमंत्री रहे बेअंत सिंह के रास्ते पर चलने के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया, जिनकी 31 अगस्त 1995 को खालिस्तान अलगाववादी समूह बब्बर खालसा इंटरनेशनल द्वारा हत्या कर दी गई थी।

पन्नू आगे कहा कि केजरीवाल-मान की जोड़ी को 31 अगस्त 1995 को नहीं भूलना चाहिए, खालिस्तान समर्थक सिखों को प्रताड़ित करने का परिणाम उन्हें भुगतना पड़ेगा। उन्होंने एक बार फिर मान की हत्या की धमकी देते हुए कहा कि ‘जिन हाथों में खालिस्तान का झंडा है, वे रॉकेट लॉन्चर थामने से नहीं कतराएंगे।’

16 जनवरी के उस वीडियो पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए जिसमें पन्नू ने गैंगस्टरों से मान और पुलिस महानिदेशक गौरव यादव पर हमले के लिए एकजुट होने का आग्रह किया था, इस पर पंजाब के मुख्यमंत्री ने कहा कि वह इन धमकियों को गंभीरता से नहीं लेते हैं।

इस बीच, गिरफ्तार किए गए तीन लोगों ने पुलिस को बताया कि पन्नू ने उन्हें गणतंत्र दिवस से पहले खालिस्तान का झंडा फहराने और दीवारों पर खालिस्तान समर्थक चित्र बनाने और नारे लिखने के लिए कहा था।

भारत में आतंकवाद और राजद्रोह सहित लगभग दो दर्जन मामलों में वांछित पन्नू ने हाल ही में 22 जनवरी को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले अमृतसर से अयोध्या तक हवाईअड्डों को बंद करने का आह्वान किया था। इसके अलावा, पन्नू देश में मुसलमानों से इस समारोह का विरोध करने का आह्वान किया था।

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नई दिल्ली, 20 जनवरी (आईएएनएस)। खालिस्तान समर्थक सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) के नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू ने चेतावनी दी है कि अगर अगले महीने तक उनके सहयोगियों को रिहा नहीं किया गया तो दिल्ली और पंजाब के मुख्यमंत्रियों को राजनीतिक मौत का सामना करना पड़ेगा।

पन्नू की धमकी शुक्रवार को पंजाब पुलिस के राज्य विशेष ऑपरेशन सेल द्वारा राजपुरा के निवासियों जगदीश सिंह, मंजीत सिंह और दविंदर सिंह की गिरफ्तारी के कुछ घंटों बाद आई है।

शनिवार को साझा किए गए एक वीडियो संदेश में, पन्नू ने दावा किया कि तीन युवकों ने 26 जनवरी से शुरू होने वाले खालिस्तान जनमत संग्रह मतदाता पंजीकरण के लिए सीधे एसएफजे के साथ काम किया।

पन्नू ने चेतावनी दी कि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और पंजाब सीएम भगवंत मान को सिखों के क्रोध का सामना करना पड़ेगा जिन्होंने उनकी आम आदमी पार्टी (आप) को पंजाब में जीत दिलाने में मदद की।

पन्नू ने पंजाबी बोलते हुए कहा, “अगर 15 फरवरी तक तीन खालिस्तान समर्थक सिखों को रिहा नहीं किया गया तो केजरीवाल-मान की जोड़ी को ‘राजनीतिक मौत’ का सामना करना पड़ेगा। उन्हें उन सिखों के क्रोध का सामना करना पड़ेगा जिन्होंने आप को पंजाब जीतने में मदद की थी।”

उन्होंने दावा किया कि आप के दोनों नेताओं ने अमेरिका और कनाडा में खालिस्तान समर्थकों से 6 मिलियन डॉलर का चंदा इस समझ के साथ इकट्ठा किया कि वे पंजाब में उनकी गतिविधियों में हस्तक्षेप नहीं करेंगे।

पन्नू ने आगे केजरीवाल पर भगवंत मान को 1992 से 1995 तक पंजाब के मुख्यमंत्री रहे बेअंत सिंह के रास्ते पर चलने के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया, जिनकी 31 अगस्त 1995 को खालिस्तान अलगाववादी समूह बब्बर खालसा इंटरनेशनल द्वारा हत्या कर दी गई थी।

पन्नू आगे कहा कि केजरीवाल-मान की जोड़ी को 31 अगस्त 1995 को नहीं भूलना चाहिए, खालिस्तान समर्थक सिखों को प्रताड़ित करने का परिणाम उन्हें भुगतना पड़ेगा। उन्होंने एक बार फिर मान की हत्या की धमकी देते हुए कहा कि ‘जिन हाथों में खालिस्तान का झंडा है, वे रॉकेट लॉन्चर थामने से नहीं कतराएंगे।’

16 जनवरी के उस वीडियो पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए जिसमें पन्नू ने गैंगस्टरों से मान और पुलिस महानिदेशक गौरव यादव पर हमले के लिए एकजुट होने का आग्रह किया था, इस पर पंजाब के मुख्यमंत्री ने कहा कि वह इन धमकियों को गंभीरता से नहीं लेते हैं।

इस बीच, गिरफ्तार किए गए तीन लोगों ने पुलिस को बताया कि पन्नू ने उन्हें गणतंत्र दिवस से पहले खालिस्तान का झंडा फहराने और दीवारों पर खालिस्तान समर्थक चित्र बनाने और नारे लिखने के लिए कहा था।

भारत में आतंकवाद और राजद्रोह सहित लगभग दो दर्जन मामलों में वांछित पन्नू ने हाल ही में 22 जनवरी को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले अमृतसर से अयोध्या तक हवाईअड्डों को बंद करने का आह्वान किया था। इसके अलावा, पन्नू देश में मुसलमानों से इस समारोह का विरोध करने का आह्वान किया था।

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पन्नू की धमकी शुक्रवार को पंजाब पुलिस के राज्य विशेष ऑपरेशन सेल द्वारा राजपुरा के निवासियों जगदीश सिंह, मंजीत सिंह और दविंदर सिंह की गिरफ्तारी के कुछ घंटों बाद आई है।

शनिवार को साझा किए गए एक वीडियो संदेश में, पन्नू ने दावा किया कि तीन युवकों ने 26 जनवरी से शुरू होने वाले खालिस्तान जनमत संग्रह मतदाता पंजीकरण के लिए सीधे एसएफजे के साथ काम किया।

पन्नू ने चेतावनी दी कि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और पंजाब सीएम भगवंत मान को सिखों के क्रोध का सामना करना पड़ेगा जिन्होंने उनकी आम आदमी पार्टी (आप) को पंजाब में जीत दिलाने में मदद की।

पन्नू ने पंजाबी बोलते हुए कहा, “अगर 15 फरवरी तक तीन खालिस्तान समर्थक सिखों को रिहा नहीं किया गया तो केजरीवाल-मान की जोड़ी को ‘राजनीतिक मौत’ का सामना करना पड़ेगा। उन्हें उन सिखों के क्रोध का सामना करना पड़ेगा जिन्होंने आप को पंजाब जीतने में मदद की थी।”

उन्होंने दावा किया कि आप के दोनों नेताओं ने अमेरिका और कनाडा में खालिस्तान समर्थकों से 6 मिलियन डॉलर का चंदा इस समझ के साथ इकट्ठा किया कि वे पंजाब में उनकी गतिविधियों में हस्तक्षेप नहीं करेंगे।

पन्नू ने आगे केजरीवाल पर भगवंत मान को 1992 से 1995 तक पंजाब के मुख्यमंत्री रहे बेअंत सिंह के रास्ते पर चलने के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया, जिनकी 31 अगस्त 1995 को खालिस्तान अलगाववादी समूह बब्बर खालसा इंटरनेशनल द्वारा हत्या कर दी गई थी।

पन्नू आगे कहा कि केजरीवाल-मान की जोड़ी को 31 अगस्त 1995 को नहीं भूलना चाहिए, खालिस्तान समर्थक सिखों को प्रताड़ित करने का परिणाम उन्हें भुगतना पड़ेगा। उन्होंने एक बार फिर मान की हत्या की धमकी देते हुए कहा कि ‘जिन हाथों में खालिस्तान का झंडा है, वे रॉकेट लॉन्चर थामने से नहीं कतराएंगे।’

16 जनवरी के उस वीडियो पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए जिसमें पन्नू ने गैंगस्टरों से मान और पुलिस महानिदेशक गौरव यादव पर हमले के लिए एकजुट होने का आग्रह किया था, इस पर पंजाब के मुख्यमंत्री ने कहा कि वह इन धमकियों को गंभीरता से नहीं लेते हैं।

इस बीच, गिरफ्तार किए गए तीन लोगों ने पुलिस को बताया कि पन्नू ने उन्हें गणतंत्र दिवस से पहले खालिस्तान का झंडा फहराने और दीवारों पर खालिस्तान समर्थक चित्र बनाने और नारे लिखने के लिए कहा था।

भारत में आतंकवाद और राजद्रोह सहित लगभग दो दर्जन मामलों में वांछित पन्नू ने हाल ही में 22 जनवरी को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले अमृतसर से अयोध्या तक हवाईअड्डों को बंद करने का आह्वान किया था। इसके अलावा, पन्नू देश में मुसलमानों से इस समारोह का विरोध करने का आह्वान किया था।

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पन्नू की धमकी शुक्रवार को पंजाब पुलिस के राज्य विशेष ऑपरेशन सेल द्वारा राजपुरा के निवासियों जगदीश सिंह, मंजीत सिंह और दविंदर सिंह की गिरफ्तारी के कुछ घंटों बाद आई है।

शनिवार को साझा किए गए एक वीडियो संदेश में, पन्नू ने दावा किया कि तीन युवकों ने 26 जनवरी से शुरू होने वाले खालिस्तान जनमत संग्रह मतदाता पंजीकरण के लिए सीधे एसएफजे के साथ काम किया।

पन्नू ने चेतावनी दी कि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और पंजाब सीएम भगवंत मान को सिखों के क्रोध का सामना करना पड़ेगा जिन्होंने उनकी आम आदमी पार्टी (आप) को पंजाब में जीत दिलाने में मदद की।

पन्नू ने पंजाबी बोलते हुए कहा, “अगर 15 फरवरी तक तीन खालिस्तान समर्थक सिखों को रिहा नहीं किया गया तो केजरीवाल-मान की जोड़ी को ‘राजनीतिक मौत’ का सामना करना पड़ेगा। उन्हें उन सिखों के क्रोध का सामना करना पड़ेगा जिन्होंने आप को पंजाब जीतने में मदद की थी।”

उन्होंने दावा किया कि आप के दोनों नेताओं ने अमेरिका और कनाडा में खालिस्तान समर्थकों से 6 मिलियन डॉलर का चंदा इस समझ के साथ इकट्ठा किया कि वे पंजाब में उनकी गतिविधियों में हस्तक्षेप नहीं करेंगे।

पन्नू ने आगे केजरीवाल पर भगवंत मान को 1992 से 1995 तक पंजाब के मुख्यमंत्री रहे बेअंत सिंह के रास्ते पर चलने के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया, जिनकी 31 अगस्त 1995 को खालिस्तान अलगाववादी समूह बब्बर खालसा इंटरनेशनल द्वारा हत्या कर दी गई थी।

पन्नू आगे कहा कि केजरीवाल-मान की जोड़ी को 31 अगस्त 1995 को नहीं भूलना चाहिए, खालिस्तान समर्थक सिखों को प्रताड़ित करने का परिणाम उन्हें भुगतना पड़ेगा। उन्होंने एक बार फिर मान की हत्या की धमकी देते हुए कहा कि ‘जिन हाथों में खालिस्तान का झंडा है, वे रॉकेट लॉन्चर थामने से नहीं कतराएंगे।’

16 जनवरी के उस वीडियो पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए जिसमें पन्नू ने गैंगस्टरों से मान और पुलिस महानिदेशक गौरव यादव पर हमले के लिए एकजुट होने का आग्रह किया था, इस पर पंजाब के मुख्यमंत्री ने कहा कि वह इन धमकियों को गंभीरता से नहीं लेते हैं।

इस बीच, गिरफ्तार किए गए तीन लोगों ने पुलिस को बताया कि पन्नू ने उन्हें गणतंत्र दिवस से पहले खालिस्तान का झंडा फहराने और दीवारों पर खालिस्तान समर्थक चित्र बनाने और नारे लिखने के लिए कहा था।

भारत में आतंकवाद और राजद्रोह सहित लगभग दो दर्जन मामलों में वांछित पन्नू ने हाल ही में 22 जनवरी को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले अमृतसर से अयोध्या तक हवाईअड्डों को बंद करने का आह्वान किया था। इसके अलावा, पन्नू देश में मुसलमानों से इस समारोह का विरोध करने का आह्वान किया था।

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पन्नू की धमकी शुक्रवार को पंजाब पुलिस के राज्य विशेष ऑपरेशन सेल द्वारा राजपुरा के निवासियों जगदीश सिंह, मंजीत सिंह और दविंदर सिंह की गिरफ्तारी के कुछ घंटों बाद आई है।

शनिवार को साझा किए गए एक वीडियो संदेश में, पन्नू ने दावा किया कि तीन युवकों ने 26 जनवरी से शुरू होने वाले खालिस्तान जनमत संग्रह मतदाता पंजीकरण के लिए सीधे एसएफजे के साथ काम किया।

पन्नू ने चेतावनी दी कि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और पंजाब सीएम भगवंत मान को सिखों के क्रोध का सामना करना पड़ेगा जिन्होंने उनकी आम आदमी पार्टी (आप) को पंजाब में जीत दिलाने में मदद की।

पन्नू ने पंजाबी बोलते हुए कहा, “अगर 15 फरवरी तक तीन खालिस्तान समर्थक सिखों को रिहा नहीं किया गया तो केजरीवाल-मान की जोड़ी को ‘राजनीतिक मौत’ का सामना करना पड़ेगा। उन्हें उन सिखों के क्रोध का सामना करना पड़ेगा जिन्होंने आप को पंजाब जीतने में मदद की थी।”

उन्होंने दावा किया कि आप के दोनों नेताओं ने अमेरिका और कनाडा में खालिस्तान समर्थकों से 6 मिलियन डॉलर का चंदा इस समझ के साथ इकट्ठा किया कि वे पंजाब में उनकी गतिविधियों में हस्तक्षेप नहीं करेंगे।

पन्नू ने आगे केजरीवाल पर भगवंत मान को 1992 से 1995 तक पंजाब के मुख्यमंत्री रहे बेअंत सिंह के रास्ते पर चलने के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया, जिनकी 31 अगस्त 1995 को खालिस्तान अलगाववादी समूह बब्बर खालसा इंटरनेशनल द्वारा हत्या कर दी गई थी।

पन्नू आगे कहा कि केजरीवाल-मान की जोड़ी को 31 अगस्त 1995 को नहीं भूलना चाहिए, खालिस्तान समर्थक सिखों को प्रताड़ित करने का परिणाम उन्हें भुगतना पड़ेगा। उन्होंने एक बार फिर मान की हत्या की धमकी देते हुए कहा कि ‘जिन हाथों में खालिस्तान का झंडा है, वे रॉकेट लॉन्चर थामने से नहीं कतराएंगे।’

16 जनवरी के उस वीडियो पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए जिसमें पन्नू ने गैंगस्टरों से मान और पुलिस महानिदेशक गौरव यादव पर हमले के लिए एकजुट होने का आग्रह किया था, इस पर पंजाब के मुख्यमंत्री ने कहा कि वह इन धमकियों को गंभीरता से नहीं लेते हैं।

इस बीच, गिरफ्तार किए गए तीन लोगों ने पुलिस को बताया कि पन्नू ने उन्हें गणतंत्र दिवस से पहले खालिस्तान का झंडा फहराने और दीवारों पर खालिस्तान समर्थक चित्र बनाने और नारे लिखने के लिए कहा था।

भारत में आतंकवाद और राजद्रोह सहित लगभग दो दर्जन मामलों में वांछित पन्नू ने हाल ही में 22 जनवरी को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले अमृतसर से अयोध्या तक हवाईअड्डों को बंद करने का आह्वान किया था। इसके अलावा, पन्नू देश में मुसलमानों से इस समारोह का विरोध करने का आह्वान किया था।

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पन्नू की धमकी शुक्रवार को पंजाब पुलिस के राज्य विशेष ऑपरेशन सेल द्वारा राजपुरा के निवासियों जगदीश सिंह, मंजीत सिंह और दविंदर सिंह की गिरफ्तारी के कुछ घंटों बाद आई है।

शनिवार को साझा किए गए एक वीडियो संदेश में, पन्नू ने दावा किया कि तीन युवकों ने 26 जनवरी से शुरू होने वाले खालिस्तान जनमत संग्रह मतदाता पंजीकरण के लिए सीधे एसएफजे के साथ काम किया।

पन्नू ने चेतावनी दी कि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और पंजाब सीएम भगवंत मान को सिखों के क्रोध का सामना करना पड़ेगा जिन्होंने उनकी आम आदमी पार्टी (आप) को पंजाब में जीत दिलाने में मदद की।

पन्नू ने पंजाबी बोलते हुए कहा, “अगर 15 फरवरी तक तीन खालिस्तान समर्थक सिखों को रिहा नहीं किया गया तो केजरीवाल-मान की जोड़ी को ‘राजनीतिक मौत’ का सामना करना पड़ेगा। उन्हें उन सिखों के क्रोध का सामना करना पड़ेगा जिन्होंने आप को पंजाब जीतने में मदद की थी।”

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पन्नू ने आगे केजरीवाल पर भगवंत मान को 1992 से 1995 तक पंजाब के मुख्यमंत्री रहे बेअंत सिंह के रास्ते पर चलने के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया, जिनकी 31 अगस्त 1995 को खालिस्तान अलगाववादी समूह बब्बर खालसा इंटरनेशनल द्वारा हत्या कर दी गई थी।

पन्नू आगे कहा कि केजरीवाल-मान की जोड़ी को 31 अगस्त 1995 को नहीं भूलना चाहिए, खालिस्तान समर्थक सिखों को प्रताड़ित करने का परिणाम उन्हें भुगतना पड़ेगा। उन्होंने एक बार फिर मान की हत्या की धमकी देते हुए कहा कि ‘जिन हाथों में खालिस्तान का झंडा है, वे रॉकेट लॉन्चर थामने से नहीं कतराएंगे।’

16 जनवरी के उस वीडियो पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए जिसमें पन्नू ने गैंगस्टरों से मान और पुलिस महानिदेशक गौरव यादव पर हमले के लिए एकजुट होने का आग्रह किया था, इस पर पंजाब के मुख्यमंत्री ने कहा कि वह इन धमकियों को गंभीरता से नहीं लेते हैं।

इस बीच, गिरफ्तार किए गए तीन लोगों ने पुलिस को बताया कि पन्नू ने उन्हें गणतंत्र दिवस से पहले खालिस्तान का झंडा फहराने और दीवारों पर खालिस्तान समर्थक चित्र बनाने और नारे लिखने के लिए कहा था।

भारत में आतंकवाद और राजद्रोह सहित लगभग दो दर्जन मामलों में वांछित पन्नू ने हाल ही में 22 जनवरी को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले अमृतसर से अयोध्या तक हवाईअड्डों को बंद करने का आह्वान किया था। इसके अलावा, पन्नू देश में मुसलमानों से इस समारोह का विरोध करने का आह्वान किया था।

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शनिवार को साझा किए गए एक वीडियो संदेश में, पन्नू ने दावा किया कि तीन युवकों ने 26 जनवरी से शुरू होने वाले खालिस्तान जनमत संग्रह मतदाता पंजीकरण के लिए सीधे एसएफजे के साथ काम किया।

पन्नू ने चेतावनी दी कि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और पंजाब सीएम भगवंत मान को सिखों के क्रोध का सामना करना पड़ेगा जिन्होंने उनकी आम आदमी पार्टी (आप) को पंजाब में जीत दिलाने में मदद की।

पन्नू ने पंजाबी बोलते हुए कहा, “अगर 15 फरवरी तक तीन खालिस्तान समर्थक सिखों को रिहा नहीं किया गया तो केजरीवाल-मान की जोड़ी को ‘राजनीतिक मौत’ का सामना करना पड़ेगा। उन्हें उन सिखों के क्रोध का सामना करना पड़ेगा जिन्होंने आप को पंजाब जीतने में मदद की थी।”

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पन्नू ने आगे केजरीवाल पर भगवंत मान को 1992 से 1995 तक पंजाब के मुख्यमंत्री रहे बेअंत सिंह के रास्ते पर चलने के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया, जिनकी 31 अगस्त 1995 को खालिस्तान अलगाववादी समूह बब्बर खालसा इंटरनेशनल द्वारा हत्या कर दी गई थी।

पन्नू आगे कहा कि केजरीवाल-मान की जोड़ी को 31 अगस्त 1995 को नहीं भूलना चाहिए, खालिस्तान समर्थक सिखों को प्रताड़ित करने का परिणाम उन्हें भुगतना पड़ेगा। उन्होंने एक बार फिर मान की हत्या की धमकी देते हुए कहा कि ‘जिन हाथों में खालिस्तान का झंडा है, वे रॉकेट लॉन्चर थामने से नहीं कतराएंगे।’

16 जनवरी के उस वीडियो पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए जिसमें पन्नू ने गैंगस्टरों से मान और पुलिस महानिदेशक गौरव यादव पर हमले के लिए एकजुट होने का आग्रह किया था, इस पर पंजाब के मुख्यमंत्री ने कहा कि वह इन धमकियों को गंभीरता से नहीं लेते हैं।

इस बीच, गिरफ्तार किए गए तीन लोगों ने पुलिस को बताया कि पन्नू ने उन्हें गणतंत्र दिवस से पहले खालिस्तान का झंडा फहराने और दीवारों पर खालिस्तान समर्थक चित्र बनाने और नारे लिखने के लिए कहा था।

भारत में आतंकवाद और राजद्रोह सहित लगभग दो दर्जन मामलों में वांछित पन्नू ने हाल ही में 22 जनवरी को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले अमृतसर से अयोध्या तक हवाईअड्डों को बंद करने का आह्वान किया था। इसके अलावा, पन्नू देश में मुसलमानों से इस समारोह का विरोध करने का आह्वान किया था।

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पन्नू की धमकी शुक्रवार को पंजाब पुलिस के राज्य विशेष ऑपरेशन सेल द्वारा राजपुरा के निवासियों जगदीश सिंह, मंजीत सिंह और दविंदर सिंह की गिरफ्तारी के कुछ घंटों बाद आई है।

शनिवार को साझा किए गए एक वीडियो संदेश में, पन्नू ने दावा किया कि तीन युवकों ने 26 जनवरी से शुरू होने वाले खालिस्तान जनमत संग्रह मतदाता पंजीकरण के लिए सीधे एसएफजे के साथ काम किया।

पन्नू ने चेतावनी दी कि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और पंजाब सीएम भगवंत मान को सिखों के क्रोध का सामना करना पड़ेगा जिन्होंने उनकी आम आदमी पार्टी (आप) को पंजाब में जीत दिलाने में मदद की।

पन्नू ने पंजाबी बोलते हुए कहा, “अगर 15 फरवरी तक तीन खालिस्तान समर्थक सिखों को रिहा नहीं किया गया तो केजरीवाल-मान की जोड़ी को ‘राजनीतिक मौत’ का सामना करना पड़ेगा। उन्हें उन सिखों के क्रोध का सामना करना पड़ेगा जिन्होंने आप को पंजाब जीतने में मदद की थी।”

उन्होंने दावा किया कि आप के दोनों नेताओं ने अमेरिका और कनाडा में खालिस्तान समर्थकों से 6 मिलियन डॉलर का चंदा इस समझ के साथ इकट्ठा किया कि वे पंजाब में उनकी गतिविधियों में हस्तक्षेप नहीं करेंगे।

पन्नू ने आगे केजरीवाल पर भगवंत मान को 1992 से 1995 तक पंजाब के मुख्यमंत्री रहे बेअंत सिंह के रास्ते पर चलने के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया, जिनकी 31 अगस्त 1995 को खालिस्तान अलगाववादी समूह बब्बर खालसा इंटरनेशनल द्वारा हत्या कर दी गई थी।

पन्नू आगे कहा कि केजरीवाल-मान की जोड़ी को 31 अगस्त 1995 को नहीं भूलना चाहिए, खालिस्तान समर्थक सिखों को प्रताड़ित करने का परिणाम उन्हें भुगतना पड़ेगा। उन्होंने एक बार फिर मान की हत्या की धमकी देते हुए कहा कि ‘जिन हाथों में खालिस्तान का झंडा है, वे रॉकेट लॉन्चर थामने से नहीं कतराएंगे।’

16 जनवरी के उस वीडियो पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए जिसमें पन्नू ने गैंगस्टरों से मान और पुलिस महानिदेशक गौरव यादव पर हमले के लिए एकजुट होने का आग्रह किया था, इस पर पंजाब के मुख्यमंत्री ने कहा कि वह इन धमकियों को गंभीरता से नहीं लेते हैं।

इस बीच, गिरफ्तार किए गए तीन लोगों ने पुलिस को बताया कि पन्नू ने उन्हें गणतंत्र दिवस से पहले खालिस्तान का झंडा फहराने और दीवारों पर खालिस्तान समर्थक चित्र बनाने और नारे लिखने के लिए कहा था।

भारत में आतंकवाद और राजद्रोह सहित लगभग दो दर्जन मामलों में वांछित पन्नू ने हाल ही में 22 जनवरी को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले अमृतसर से अयोध्या तक हवाईअड्डों को बंद करने का आह्वान किया था। इसके अलावा, पन्नू देश में मुसलमानों से इस समारोह का विरोध करने का आह्वान किया था।

–आईएएनएस

एफजेड/

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