स्टैनलो (ब्रिटेन), 4 अक्टूबर (आईएएनएस)। एस्सार एनर्जी ट्रांजिशन (ईईटी) ने शुक्रवार को ब्रितानी सरकार द्वारा हाईनेट क्लस्टर को समर्थन देने की घोषणा का स्वागत किया।
ईईटी का एक डिविजन ईईटी हाइड्रोजन स्टैनलो में अपनी साइट पर ब्रिटेन का पहला बड़े स्तर का लो कार्बन हाइड्रोजन उत्पादन केंद्र विकसित कर रहा है। यह केंद्र की कुल 1,350 मेगावाट हाइड्रोजन क्षमता का उत्पादन करेगा और प्रति वर्ष लगभग 25 लाख टन कार्बन उत्सर्जन कम करने में योगदान देगा – जो सड़कों से 11 लाख कारों को हटाने के बराबर है।
ईईटी हाइड्रोजन केंद्र क्षेत्रीय औद्योगिक और बिजली उत्पादन कंपनियों को जीवाश्म ईंधन से कम कार्बन उत्सर्जन वाली ऊर्जा की तरफ स्विच करके डीकार्बोनाइज करने में सक्षम बनाएगा। लो कार्बन हाइड्रोजन का उपयोग स्थानीय रूप से ईईटी फ्यूल्स की स्टैनलो रिफाइनरी और क्षेत्र के अन्य प्रमुख विनिर्माण कंपनियों द्वारा किया जाएगा, जिसमें एनसर्क, पिलकिंगटन और टाटा केमिकल्स शामिल हैं। इससे दुनिया में पहला लो कार्बन रिफाइनिंग ऑपरेशन, ग्लास और केमिकल्स निर्माण स्थल बनाया जा सकेगा। ईईटी हाइड्रोजन केंद्र महत्वपूर्ण उद्योगों को सुरक्षित और विकसित करने, रोजगार सृजित करने और संबंधित निवेश के अरबों पाउंड को अनलॉक करने में मदद करेगा।
ईईटी हाइड्रोजन दो चरणों में हाइड्रोजन हब विकसित करेगा। पहला प्लांट (एचपीपी1) 350 मेगावाट क्षमता का होगा। दूसरा (एचपीपी2) एक हजार मेगावाट क्षमता का होगा। कंपनी ने 2030 तक कुल 4,000 मेगावाट से अधिक क्षमता विकसित करने का लक्ष्य रखा है। ईईटी हाइड्रोजन को उम्मीद है कि वह 2025 में एचपीपी1 का निर्माण शुरू कर देगा, और 2028 तक साइट पर लो कार्बन हाइड्रोजन का उत्पादन होने लगेगा।
ईईटी के मैनेजिंग पार्टनर टोनी फाउंटेन ने कहा, “सरकार को हाईनेट क्लस्टर के साथ आगे बढ़ते देखना शानदार है, जिसके केंद्र में स्टैनलो में हमारा पहला लो कार्बन हाइड्रोजन उत्पादन प्लांट है, जो उत्तर पश्चिम में रोजगार और विकास पैदा कर रहा है। अब जब सरकार के समर्थन की पुष्टि हो गई है, तो हम अपना अंतिम निवेश निर्णय लेने और 2025 में निर्माण शुरू करने के लिए तत्पर हैं।”
ईईटी हाइड्रोजन के सीईओ जो सीफर्ट ने कहा, “सरकार की ओर से आज की घोषणा ब्रिटेन के हाइड्रोजन उद्योग में एक महत्वपूर्ण क्षण का प्रतिनिधित्व करती है। नेट कार्बन उत्सर्जन के बिना रोजमर्रा की महत्वपूर्ण वस्तुओं का उत्पादन कर उत्तर पश्चिम एक बार फिर वैश्विक उद्योग को एक नए युग में ले जा रहा है। यह निवेश आने वाली पीढ़ियों के लिए हमारे विनिर्माण क्षेत्रों में नौकरियों को सुरक्षित करने और बढ़ाने में मदद करेगा।”
–आईएएनएस
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