भुवनेश्वर, 14 अक्टूबर (आईएएनएस)। ओडिशा के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) वाई.बी. खुरानिया ने 10 और 11 अक्टूबर की मध्य रात्रि को राष्ट्रीय राजधानी के सराय काले खां में ओडिशा की 34 वर्षीय महिला के साथ हुए कथित यौन शोषण के मामले पर दिल्ली पुलिस आयुक्त के साथ चर्चा की।
ओडिशा पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को बताया कि डीजीपी मामले से संबंधित सभी घटनाक्रमों पर व्यक्तिगत रूप से नजर रख रखे हुए हैं।
ओडिशा पुलिस के एक सूत्र ने बताया, “दिल्ली में उड़िया लड़की के साथ हुए यौन उत्पीड़न की घटना की गंभीरता और संवेदनशीलता के साथ जांच की जा रही है। ओडिशा पुलिस पीड़िता के परिवार के सदस्यों के संपर्क में है और दिल्ली पुलिस के साथ जांच की प्रगति पर भी नजर रख रही है। परिवार के सदस्यों को भुवनेश्वर से दिल्ली लाने के लिए व्यवस्था की गई है।”
इस मामले में हस्तक्षेप की मांग करते हुए राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में दो अलग-अलग मामले दर्ज किए गए हैं।
अधिवक्ता और मानवाधिकार कार्यकर्ता राधाकांत त्रिपाठी ने रविवार को आयोग का दरवाजा खटखटाते हुए आरोप लगाया कि दिल्ली सरकार महिला की सुरक्षा करने के अपने कर्तव्य में विफल रही है।
मानवाधिकार कार्यकर्ता ने एनएचआरसी से मामले की स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच का आग्रह किया है।
शीर्ष मानवाधिकार संस्था से पीड़िता के पुनर्वास के लिए उचित चिकित्सा देखभाल और मुआवजे के लिए निर्देश जारी करने का भी अनुरोध किया गया है।
ओडिशा की नर्सिंग ग्रेजुएट पीड़िता के साथ अज्ञात बदमाशों ने कथित तौर पर बलात्कार किया था, जिसके बाद पीड़िता को रात के समय दिल्ली के सराय काले खां इलाके में बेहोशी की हालत में फेंक दिया था।
बाद में पुलिस टीम पीड़िता को एम्स ट्रॉमा सेंटर ले गई, जहां उसका इलाज चल रहा है।
दिल्ली पुलिस ने कथित तौर पर अज्ञात बदमाशों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 70(1) (सामूहिक बलात्कार) और 115(2) (स्वेच्छा से चोट पहुंचाना) के तहत मामला दर्ज किया है।
दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने बताया कि क्रूर घटना में शामिल कथित अपराधियों को पकड़ने के लिए कई टीमों का गठन किया गया है।
–आईएएनएस
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