नई दिल्ली, 20 सितंबर (आईएएनएस)। ओडिशा में एक महिला के साथ पुलिस स्टेशन में हुए यौन उत्पीड़न की घटना पर शुक्रवार को कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि यह घटना बेहद शर्मनाक है, इस तरह की घटना से देश के महिला सशक्तिकरण के दावों की पोल खुलती है।
सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि 17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओडिशा में महिला सशक्तिकरण की बात की थी, लेकिन उसके बाद ऐसी जघन्य घटना सामने आई है। एक महिला को सड़क पर परेशान किया जा रहा था, वह जब मदद के लिए पुलिस स्टेशन गई, तो वहां भी उसके साथ दरिंदगी की गई। उसके हाथ-पैर बांध दिए गए, उसे निर्वस्त्र कर दिया गया और उसके अंडर गारमेंट उतारे गए, उसके चेस्ट पर किक मारा गया। एक पुरुष पुलिसकर्मी ने उसके सामने निर्वस्त्र होकर अपने प्राइवेट पार्ट दिखाए। यह हिंदुस्तान में कैसे हो सकता है?
उन्होंने कहा कि जिस महिला से साथ यह घटना हुई, वह कोई अबला नारी नहीं है। वह एक वकील है और एक भारतीय सेना के अधिकारी की मंगेतर है। इस प्रकार की घटनाएं निरंतर हो रही हैं। श्रीनेत ने भाजपा सरकार की नीतियों पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि यहां पर जो तथाकथित ‘डबल इंजन’ की सरकार है, उसके बारे में क्या कहें? हर बार जब भाजपा की सरकार बनती है, तो हैवानियत और दयनीयता का यह स्तर क्यों बढ़ता है?
मामले को महिला आयोग के संज्ञान लेने के बारे में उन्होंने कहा, “महिला आयोग कुछ नहीं करेगा, क्योंकि यह अब भाजपा के महिला मोर्चे का नया फ्रंटल बन चुका है। विपक्ष शासित राज्यों में अपराधों पर ध्यान दिया जाता है, लेकिन भाजपा शासित राज्यों में ये मुद्दे नजरअंदाज कर दिए जाते हैं।
उन्होंने कहा कि इस देश की बेटियां अपने साथ हो रही निर्ममता और जघन्य अपराध को देख रही हैं और वे भाजपा को सबक सिखाएंगी। यह घटना हमें दिखाती है कि हमारे समाज में सुरक्षा और सम्मान का क्या हाल है।
–आईएएनएस
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