जयपुर, 14 सितंबर (आईएएनएस)। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरुवार को सांगोद के कांग्रेस विधायक भरत सिंह कुंदनपुर से मुलाकात की। भारत सिंह ने विरोध स्वरूप अपना सिर मुंडवा लिया था और गहलोत को अपने बाल पेश किए थे। उन्होंने दावा किया था कि राज्य सरकार ने उनकी मांगों को अनसुना कर दिया था।
गुरुवार सुबह कोटा के सर्किट हाउस में स्थानीय नेताओं और पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात के बाद गहलोत गुमानपुरा स्थित भरत सिंह के आवास पर पहुंचे, जहां उन्होंने चाय पी और पार्टी विधायक के साथ मुद्दों पर चर्चा की।
मंगलवार को गहलोत को लिखे पत्र में भरत सिंह ने कहा था, ”आपने खुले तौर पर भाया (राज्य मंत्री प्रमोद भाया) के भ्रष्टाचार का समर्थन किया। खान की झोपड़ी गांव को कोटा जिले में शामिल नहीं किया गया। यह बात गांधीवादी अशोक गहलोत को शोभा नहीं देती। सिर मुंडवा चुका हूं और अपने बाल आपको अर्पित कर रहा हूं। कृपया इस विनम्र उपहार को स्वीकार करें। महात्मा गांधी को याद करें और उनके द्वारा बताए गए सात पापों पर विचार करें।”
“मैं प्रतीकात्मक विरोध स्वरूप अपना सिर मुंडवा रहा हूं। कुछ मुद्दों को मुख्यमंत्री के समक्ष बहुत लंबे समय से रखा गया था। हमारे मुख्यमंत्री एक प्रसिद्ध गांधीवादी हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री के रूप में उत्कृष्ट कार्य किया है।”
इससे पहले भरत सिंह ने बुधवार रात को भी सर्किट हाउस में गहलोत से मुलाकात की थी और लंबी चर्चा की थी।
मुलाकात के बाद कांग्रेस विधायक ने कहा कि उन्हें जानकारी मिली है कि सीएम ने उनसे मिलने की इच्छा जताई है।
“सीएम ने मुझसे मिलने की इच्छा व्यक्त की क्योंकि मैं कुछ मुद्दों पर अपना विरोध व्यक्त करता रहा हूं, यह उनका बड़प्पन है। मैंने उनके खिलाफ बोला था और उन्हें बुरा भी लगा होगा लेकिन फिर भी उन्होंने मुझसे मिलने की इच्छा जताई। यही उनकी महानता है।”
भरत सिंह ने कहा, “मैं सर्किट हाउस में उनसे मिलने गया था। मैंने जो मुद्दे उठाए थे, उन पर चर्चा नहीं की। मैंने अपना सिर मुंडवाकर अपना विरोध जताया है… इसलिए मेरी उपस्थिति मेरे द्वारा उठाए गए मुद्दों को उजागर करने के लिए पर्याप्त है। कोई नहीं गहलोत से बेहतर सरकार चला सकता। लेकिन मैंने जो मुद्दे उठाए हैं, उनसे मैं कभी पीछे नहीं हटूंगा।”
–आईएएनएस
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