नई दिल्ली, 3 जनवरी (आईएएनएस)। भारत जोड़ो यात्रा की सफलता से उत्साहित कांग्रेस नेता राहुल गांधी को प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर पेश कर रहे हैं। मध्य प्रदेश कांग्रेस प्रमुख कमलनाथ के बाद अब छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि एक पार्टी कार्यकर्ता के रूप में वह चाहते हैं कि 2024 का आम चुनाव राहुल गांधी के नेतृत्व में लड़ा जाए। कांग्रेस नेता चाहते हैं कि राहुल गांधी को 2024 में प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में पेश किया जाए। उधर, भाजपा का कहना है कि यह केवल दिवास्वप्न है।
प्रधानमंत्री पद के लिए राहुल गांधी की उम्मीदवारी का विरोध किए बगैर कांग्रेस के गठबंधन सहयोगी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि उन्हें कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन जब विपक्षी दल एक साथ बैठेंगे तो सब कुछ तय हो जाएगा।
राहुल गांधी ने हाल ही में मीडिया से बातचीत में विपक्षी दलों के बीच एकता की वकालत करते हुए कहा,मैं जमीनी स्तर पर जो सुन रहा हूं और जो मैं देख रहा हूं, अगर विपक्ष प्रभावी ढंग से खड़ा हो तो बीजेपी के लिए चुनाव जीतना बहुत मुश्किल हो जाएगा। हालांकि कांग्रेस नेता ने आगाह किया कि विपक्ष को ठीक से समन्वय करना होगा और वैकल्पिक ²ष्टिकोण के साथ जनता के पास जाना होगा।
उन्होंने कहा कि बीजेपी के खिलाफ अंडर करंट चल रहा है।
राहुल गांधी ने कहा कि कई समान विचारधारा वाले दल हैं, जो देश में सद्भाव चाहते हैं। मैं अखिलेश जी और मायावती जी को जानता हूं, वे भारत को नफरत से मुक्त होना चाहते हैं।
उन्होंने जोर देकर कहा कि भाजपा और कांग्रेस के बीच लड़ाई अब सामरिक राजनीतिक लड़ाई नहीं है। विपक्ष को एक केंद्रीय वैचारिक ढांचे की जरूरत है, जो केवल कांग्रेस प्रदान कर सकती है, लेकिन हमारी भूमिका यह सुनिश्चित करने की भी है कि विपक्षी दल सहज महसूस करें।
उन्होंने कहा, उदाहरण के लिए उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की स्थिति है, लेकिन केरल और कर्नाटक में इसका विचार काम नहीं करेगा। केवल कांग्रेस ही विपक्षी नेताओं का सम्मान करते हुए एक राष्ट्रीय ²ष्टि दे सकती है।
राहुल गांधी ने कहा, मैं चाहता हूं कि बीजेपी और आरएसएस हम पर आक्रामक तरीके से हमला करें, इससे कांग्रेस पार्टी को विचारधारा को समझने में मदद मिलेगी।
–आईएएनएस
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