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कर्नाटक आईएएस बनाम आईपीएस : दोनों में शीत युद्ध जारी

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February 22, 2023
in राष्ट्रीय
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कर्नाटक आईएएस बनाम आईपीएस : दोनों में  शीत युद्ध जारी
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बेंगलुरू, 22 फरवरी (आईएएनएस)। सार्वजनिक विवाद में शामिल होने के लिए सजा के तौर पर कर्नाटक की दो शीर्ष आईएएस-आईपीएस महिला अधिकारियों का बिना पोस्टिंग के तबादला किया गया। इसके बावजूद, दोनों ने एक ऑडियो क्लिप जारी कर हंगामा खड़ा कर दिया।

मंगलवार को कर्नाटक सरकार ने वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी डी. रूपा मोदगिल का तबादला कर दिया। वो कर्नाटक राज्य हस्तशिल्प विकास निगम लिमिटेड में प्रबंध निदेशक के रूप में कार्य कर रही थी। वहीं आईएएस अधिकारी रोहिणी सिंधुरी, जो हिंदू धार्मिक और धर्मार्थ बंदोबस्ती आयुक्त के रूप में काम कर रही थी, उनका भी तबादला कर दिया गया।

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शासन की ओर से दोनों अधिकारियों को चुप रहने के आदेश जारी किए गए। उन्हें निर्देश दिया गया कि वे मीडिया को कोई बयान जारी न करें और सोशल मीडिया हैंडल पर कोई टिप्पणी न करें।

हालांकि, बुधवार सुबह एक आरटीआई कार्यकर्ता और आईपीएस अधिकारी रूपा के बीच बातचीत वाला एक ऑडियो क्लिप सामने आया, जो दर्शाता है कि अधिकारियों के बीच अभी भी शीत युद्ध जारी है।

ऑडियो क्लिप में रूपा और आरटीआई कार्यकर्ता गंगाराजू के बीच बातचीत है। रूपा को कथित तौर पर रोहिणी सिंधुरी के बारे में बुरा-भला कहते हुए और इंटरनेट पर वायरल हो रहे ऑडियो क्लिप में सरकारी कार्यालय के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए सुना गया है।

आरटीआई कार्यकर्ता गंगाराजू ने आरोप लगाया है कि रूपा ने उन्हें रोहिणी सिंधुरी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने के लिए मजबूर किया था। उन्होंने यह भी दावा किया कि रूपा ने उन्हें रोहिणी सिंधुरी की निजी तस्वीरें भेजी थीं और उन्हें उनके खिलाफ आवाज उठाने के लिए भी कहा था। गंगाराजू ने मीडिया से कहा है कि वह अब रूपा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराएंगे।

रूपा ऑडियो क्लिप में यह कहते हुए सुनाई दे रही हैं कि, रोहिणी सिंधुरी का परिवार जमीन और रियल एस्टेट का कारोबार करता है। मेरे पति भू-अभिलेख के कार्यालय में हैं और उन्होंने उनकी मदद ली है। उन्होंने संपत्ति खरीदने के लिए राय मांगी थी।

जमीन का सौदा करने के लिए उसने मेरे पति का इस्तेमाल किया। उसने अपने पति की अचल संपत्ति को बेचने के लिए भी जानकारी ली थी। उसकी वजह से हमें परेशानी हो रही है। वह (रोहिणी सिंधुरी) कैंसर की तरह है। वह किसी को भी प्रभावित करेगी। ठीक ऐसा ही डीके रवि (दिवंगत आईएएस अधिकारी जिन्होंने आत्महत्या की) के साथ हुआ।

गंगाराजू ने कहा कि रूपा के दो कॉल रिकॉर्ड हैं। उनमें से एक में रूपा ने उनसे 25 मिनट तक बात की थी।

उन्होंने कहा, उन्होंने जमीन सौदे के संबंध में एक सीबीआई अधिकारी की तरह मुझसे सवाल किया। मैंने उनके सभी सवालों का धैर्यपूर्वक जवाब दिया। उन्होंने रोहिणी सिंधुरी की निजी तस्वीरें भेजीं और मुझे इसकी निंदा करने के लिए कहा। मैं रोहिणी सिंधुरी का समर्थक नहीं हूं।

–आईएएनएस

पीके/एसकेपी

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बेंगलुरू, 22 फरवरी (आईएएनएस)। सार्वजनिक विवाद में शामिल होने के लिए सजा के तौर पर कर्नाटक की दो शीर्ष आईएएस-आईपीएस महिला अधिकारियों का बिना पोस्टिंग के तबादला किया गया। इसके बावजूद, दोनों ने एक ऑडियो क्लिप जारी कर हंगामा खड़ा कर दिया।

मंगलवार को कर्नाटक सरकार ने वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी डी. रूपा मोदगिल का तबादला कर दिया। वो कर्नाटक राज्य हस्तशिल्प विकास निगम लिमिटेड में प्रबंध निदेशक के रूप में कार्य कर रही थी। वहीं आईएएस अधिकारी रोहिणी सिंधुरी, जो हिंदू धार्मिक और धर्मार्थ बंदोबस्ती आयुक्त के रूप में काम कर रही थी, उनका भी तबादला कर दिया गया।

शासन की ओर से दोनों अधिकारियों को चुप रहने के आदेश जारी किए गए। उन्हें निर्देश दिया गया कि वे मीडिया को कोई बयान जारी न करें और सोशल मीडिया हैंडल पर कोई टिप्पणी न करें।

हालांकि, बुधवार सुबह एक आरटीआई कार्यकर्ता और आईपीएस अधिकारी रूपा के बीच बातचीत वाला एक ऑडियो क्लिप सामने आया, जो दर्शाता है कि अधिकारियों के बीच अभी भी शीत युद्ध जारी है।

ऑडियो क्लिप में रूपा और आरटीआई कार्यकर्ता गंगाराजू के बीच बातचीत है। रूपा को कथित तौर पर रोहिणी सिंधुरी के बारे में बुरा-भला कहते हुए और इंटरनेट पर वायरल हो रहे ऑडियो क्लिप में सरकारी कार्यालय के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए सुना गया है।

आरटीआई कार्यकर्ता गंगाराजू ने आरोप लगाया है कि रूपा ने उन्हें रोहिणी सिंधुरी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने के लिए मजबूर किया था। उन्होंने यह भी दावा किया कि रूपा ने उन्हें रोहिणी सिंधुरी की निजी तस्वीरें भेजी थीं और उन्हें उनके खिलाफ आवाज उठाने के लिए भी कहा था। गंगाराजू ने मीडिया से कहा है कि वह अब रूपा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराएंगे।

रूपा ऑडियो क्लिप में यह कहते हुए सुनाई दे रही हैं कि, रोहिणी सिंधुरी का परिवार जमीन और रियल एस्टेट का कारोबार करता है। मेरे पति भू-अभिलेख के कार्यालय में हैं और उन्होंने उनकी मदद ली है। उन्होंने संपत्ति खरीदने के लिए राय मांगी थी।

जमीन का सौदा करने के लिए उसने मेरे पति का इस्तेमाल किया। उसने अपने पति की अचल संपत्ति को बेचने के लिए भी जानकारी ली थी। उसकी वजह से हमें परेशानी हो रही है। वह (रोहिणी सिंधुरी) कैंसर की तरह है। वह किसी को भी प्रभावित करेगी। ठीक ऐसा ही डीके रवि (दिवंगत आईएएस अधिकारी जिन्होंने आत्महत्या की) के साथ हुआ।

गंगाराजू ने कहा कि रूपा के दो कॉल रिकॉर्ड हैं। उनमें से एक में रूपा ने उनसे 25 मिनट तक बात की थी।

उन्होंने कहा, उन्होंने जमीन सौदे के संबंध में एक सीबीआई अधिकारी की तरह मुझसे सवाल किया। मैंने उनके सभी सवालों का धैर्यपूर्वक जवाब दिया। उन्होंने रोहिणी सिंधुरी की निजी तस्वीरें भेजीं और मुझे इसकी निंदा करने के लिए कहा। मैं रोहिणी सिंधुरी का समर्थक नहीं हूं।

–आईएएनएस

पीके/एसकेपी

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बेंगलुरू, 22 फरवरी (आईएएनएस)। सार्वजनिक विवाद में शामिल होने के लिए सजा के तौर पर कर्नाटक की दो शीर्ष आईएएस-आईपीएस महिला अधिकारियों का बिना पोस्टिंग के तबादला किया गया। इसके बावजूद, दोनों ने एक ऑडियो क्लिप जारी कर हंगामा खड़ा कर दिया।

मंगलवार को कर्नाटक सरकार ने वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी डी. रूपा मोदगिल का तबादला कर दिया। वो कर्नाटक राज्य हस्तशिल्प विकास निगम लिमिटेड में प्रबंध निदेशक के रूप में कार्य कर रही थी। वहीं आईएएस अधिकारी रोहिणी सिंधुरी, जो हिंदू धार्मिक और धर्मार्थ बंदोबस्ती आयुक्त के रूप में काम कर रही थी, उनका भी तबादला कर दिया गया।

शासन की ओर से दोनों अधिकारियों को चुप रहने के आदेश जारी किए गए। उन्हें निर्देश दिया गया कि वे मीडिया को कोई बयान जारी न करें और सोशल मीडिया हैंडल पर कोई टिप्पणी न करें।

हालांकि, बुधवार सुबह एक आरटीआई कार्यकर्ता और आईपीएस अधिकारी रूपा के बीच बातचीत वाला एक ऑडियो क्लिप सामने आया, जो दर्शाता है कि अधिकारियों के बीच अभी भी शीत युद्ध जारी है।

ऑडियो क्लिप में रूपा और आरटीआई कार्यकर्ता गंगाराजू के बीच बातचीत है। रूपा को कथित तौर पर रोहिणी सिंधुरी के बारे में बुरा-भला कहते हुए और इंटरनेट पर वायरल हो रहे ऑडियो क्लिप में सरकारी कार्यालय के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए सुना गया है।

आरटीआई कार्यकर्ता गंगाराजू ने आरोप लगाया है कि रूपा ने उन्हें रोहिणी सिंधुरी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने के लिए मजबूर किया था। उन्होंने यह भी दावा किया कि रूपा ने उन्हें रोहिणी सिंधुरी की निजी तस्वीरें भेजी थीं और उन्हें उनके खिलाफ आवाज उठाने के लिए भी कहा था। गंगाराजू ने मीडिया से कहा है कि वह अब रूपा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराएंगे।

रूपा ऑडियो क्लिप में यह कहते हुए सुनाई दे रही हैं कि, रोहिणी सिंधुरी का परिवार जमीन और रियल एस्टेट का कारोबार करता है। मेरे पति भू-अभिलेख के कार्यालय में हैं और उन्होंने उनकी मदद ली है। उन्होंने संपत्ति खरीदने के लिए राय मांगी थी।

जमीन का सौदा करने के लिए उसने मेरे पति का इस्तेमाल किया। उसने अपने पति की अचल संपत्ति को बेचने के लिए भी जानकारी ली थी। उसकी वजह से हमें परेशानी हो रही है। वह (रोहिणी सिंधुरी) कैंसर की तरह है। वह किसी को भी प्रभावित करेगी। ठीक ऐसा ही डीके रवि (दिवंगत आईएएस अधिकारी जिन्होंने आत्महत्या की) के साथ हुआ।

गंगाराजू ने कहा कि रूपा के दो कॉल रिकॉर्ड हैं। उनमें से एक में रूपा ने उनसे 25 मिनट तक बात की थी।

उन्होंने कहा, उन्होंने जमीन सौदे के संबंध में एक सीबीआई अधिकारी की तरह मुझसे सवाल किया। मैंने उनके सभी सवालों का धैर्यपूर्वक जवाब दिया। उन्होंने रोहिणी सिंधुरी की निजी तस्वीरें भेजीं और मुझे इसकी निंदा करने के लिए कहा। मैं रोहिणी सिंधुरी का समर्थक नहीं हूं।

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मंगलवार को कर्नाटक सरकार ने वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी डी. रूपा मोदगिल का तबादला कर दिया। वो कर्नाटक राज्य हस्तशिल्प विकास निगम लिमिटेड में प्रबंध निदेशक के रूप में कार्य कर रही थी। वहीं आईएएस अधिकारी रोहिणी सिंधुरी, जो हिंदू धार्मिक और धर्मार्थ बंदोबस्ती आयुक्त के रूप में काम कर रही थी, उनका भी तबादला कर दिया गया।

शासन की ओर से दोनों अधिकारियों को चुप रहने के आदेश जारी किए गए। उन्हें निर्देश दिया गया कि वे मीडिया को कोई बयान जारी न करें और सोशल मीडिया हैंडल पर कोई टिप्पणी न करें।

हालांकि, बुधवार सुबह एक आरटीआई कार्यकर्ता और आईपीएस अधिकारी रूपा के बीच बातचीत वाला एक ऑडियो क्लिप सामने आया, जो दर्शाता है कि अधिकारियों के बीच अभी भी शीत युद्ध जारी है।

ऑडियो क्लिप में रूपा और आरटीआई कार्यकर्ता गंगाराजू के बीच बातचीत है। रूपा को कथित तौर पर रोहिणी सिंधुरी के बारे में बुरा-भला कहते हुए और इंटरनेट पर वायरल हो रहे ऑडियो क्लिप में सरकारी कार्यालय के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए सुना गया है।

आरटीआई कार्यकर्ता गंगाराजू ने आरोप लगाया है कि रूपा ने उन्हें रोहिणी सिंधुरी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने के लिए मजबूर किया था। उन्होंने यह भी दावा किया कि रूपा ने उन्हें रोहिणी सिंधुरी की निजी तस्वीरें भेजी थीं और उन्हें उनके खिलाफ आवाज उठाने के लिए भी कहा था। गंगाराजू ने मीडिया से कहा है कि वह अब रूपा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराएंगे।

रूपा ऑडियो क्लिप में यह कहते हुए सुनाई दे रही हैं कि, रोहिणी सिंधुरी का परिवार जमीन और रियल एस्टेट का कारोबार करता है। मेरे पति भू-अभिलेख के कार्यालय में हैं और उन्होंने उनकी मदद ली है। उन्होंने संपत्ति खरीदने के लिए राय मांगी थी।

जमीन का सौदा करने के लिए उसने मेरे पति का इस्तेमाल किया। उसने अपने पति की अचल संपत्ति को बेचने के लिए भी जानकारी ली थी। उसकी वजह से हमें परेशानी हो रही है। वह (रोहिणी सिंधुरी) कैंसर की तरह है। वह किसी को भी प्रभावित करेगी। ठीक ऐसा ही डीके रवि (दिवंगत आईएएस अधिकारी जिन्होंने आत्महत्या की) के साथ हुआ।

गंगाराजू ने कहा कि रूपा के दो कॉल रिकॉर्ड हैं। उनमें से एक में रूपा ने उनसे 25 मिनट तक बात की थी।

उन्होंने कहा, उन्होंने जमीन सौदे के संबंध में एक सीबीआई अधिकारी की तरह मुझसे सवाल किया। मैंने उनके सभी सवालों का धैर्यपूर्वक जवाब दिया। उन्होंने रोहिणी सिंधुरी की निजी तस्वीरें भेजीं और मुझे इसकी निंदा करने के लिए कहा। मैं रोहिणी सिंधुरी का समर्थक नहीं हूं।

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मंगलवार को कर्नाटक सरकार ने वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी डी. रूपा मोदगिल का तबादला कर दिया। वो कर्नाटक राज्य हस्तशिल्प विकास निगम लिमिटेड में प्रबंध निदेशक के रूप में कार्य कर रही थी। वहीं आईएएस अधिकारी रोहिणी सिंधुरी, जो हिंदू धार्मिक और धर्मार्थ बंदोबस्ती आयुक्त के रूप में काम कर रही थी, उनका भी तबादला कर दिया गया।

शासन की ओर से दोनों अधिकारियों को चुप रहने के आदेश जारी किए गए। उन्हें निर्देश दिया गया कि वे मीडिया को कोई बयान जारी न करें और सोशल मीडिया हैंडल पर कोई टिप्पणी न करें।

हालांकि, बुधवार सुबह एक आरटीआई कार्यकर्ता और आईपीएस अधिकारी रूपा के बीच बातचीत वाला एक ऑडियो क्लिप सामने आया, जो दर्शाता है कि अधिकारियों के बीच अभी भी शीत युद्ध जारी है।

ऑडियो क्लिप में रूपा और आरटीआई कार्यकर्ता गंगाराजू के बीच बातचीत है। रूपा को कथित तौर पर रोहिणी सिंधुरी के बारे में बुरा-भला कहते हुए और इंटरनेट पर वायरल हो रहे ऑडियो क्लिप में सरकारी कार्यालय के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए सुना गया है।

आरटीआई कार्यकर्ता गंगाराजू ने आरोप लगाया है कि रूपा ने उन्हें रोहिणी सिंधुरी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने के लिए मजबूर किया था। उन्होंने यह भी दावा किया कि रूपा ने उन्हें रोहिणी सिंधुरी की निजी तस्वीरें भेजी थीं और उन्हें उनके खिलाफ आवाज उठाने के लिए भी कहा था। गंगाराजू ने मीडिया से कहा है कि वह अब रूपा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराएंगे।

रूपा ऑडियो क्लिप में यह कहते हुए सुनाई दे रही हैं कि, रोहिणी सिंधुरी का परिवार जमीन और रियल एस्टेट का कारोबार करता है। मेरे पति भू-अभिलेख के कार्यालय में हैं और उन्होंने उनकी मदद ली है। उन्होंने संपत्ति खरीदने के लिए राय मांगी थी।

जमीन का सौदा करने के लिए उसने मेरे पति का इस्तेमाल किया। उसने अपने पति की अचल संपत्ति को बेचने के लिए भी जानकारी ली थी। उसकी वजह से हमें परेशानी हो रही है। वह (रोहिणी सिंधुरी) कैंसर की तरह है। वह किसी को भी प्रभावित करेगी। ठीक ऐसा ही डीके रवि (दिवंगत आईएएस अधिकारी जिन्होंने आत्महत्या की) के साथ हुआ।

गंगाराजू ने कहा कि रूपा के दो कॉल रिकॉर्ड हैं। उनमें से एक में रूपा ने उनसे 25 मिनट तक बात की थी।

उन्होंने कहा, उन्होंने जमीन सौदे के संबंध में एक सीबीआई अधिकारी की तरह मुझसे सवाल किया। मैंने उनके सभी सवालों का धैर्यपूर्वक जवाब दिया। उन्होंने रोहिणी सिंधुरी की निजी तस्वीरें भेजीं और मुझे इसकी निंदा करने के लिए कहा। मैं रोहिणी सिंधुरी का समर्थक नहीं हूं।

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मंगलवार को कर्नाटक सरकार ने वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी डी. रूपा मोदगिल का तबादला कर दिया। वो कर्नाटक राज्य हस्तशिल्प विकास निगम लिमिटेड में प्रबंध निदेशक के रूप में कार्य कर रही थी। वहीं आईएएस अधिकारी रोहिणी सिंधुरी, जो हिंदू धार्मिक और धर्मार्थ बंदोबस्ती आयुक्त के रूप में काम कर रही थी, उनका भी तबादला कर दिया गया।

शासन की ओर से दोनों अधिकारियों को चुप रहने के आदेश जारी किए गए। उन्हें निर्देश दिया गया कि वे मीडिया को कोई बयान जारी न करें और सोशल मीडिया हैंडल पर कोई टिप्पणी न करें।

हालांकि, बुधवार सुबह एक आरटीआई कार्यकर्ता और आईपीएस अधिकारी रूपा के बीच बातचीत वाला एक ऑडियो क्लिप सामने आया, जो दर्शाता है कि अधिकारियों के बीच अभी भी शीत युद्ध जारी है।

ऑडियो क्लिप में रूपा और आरटीआई कार्यकर्ता गंगाराजू के बीच बातचीत है। रूपा को कथित तौर पर रोहिणी सिंधुरी के बारे में बुरा-भला कहते हुए और इंटरनेट पर वायरल हो रहे ऑडियो क्लिप में सरकारी कार्यालय के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए सुना गया है।

आरटीआई कार्यकर्ता गंगाराजू ने आरोप लगाया है कि रूपा ने उन्हें रोहिणी सिंधुरी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने के लिए मजबूर किया था। उन्होंने यह भी दावा किया कि रूपा ने उन्हें रोहिणी सिंधुरी की निजी तस्वीरें भेजी थीं और उन्हें उनके खिलाफ आवाज उठाने के लिए भी कहा था। गंगाराजू ने मीडिया से कहा है कि वह अब रूपा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराएंगे।

रूपा ऑडियो क्लिप में यह कहते हुए सुनाई दे रही हैं कि, रोहिणी सिंधुरी का परिवार जमीन और रियल एस्टेट का कारोबार करता है। मेरे पति भू-अभिलेख के कार्यालय में हैं और उन्होंने उनकी मदद ली है। उन्होंने संपत्ति खरीदने के लिए राय मांगी थी।

जमीन का सौदा करने के लिए उसने मेरे पति का इस्तेमाल किया। उसने अपने पति की अचल संपत्ति को बेचने के लिए भी जानकारी ली थी। उसकी वजह से हमें परेशानी हो रही है। वह (रोहिणी सिंधुरी) कैंसर की तरह है। वह किसी को भी प्रभावित करेगी। ठीक ऐसा ही डीके रवि (दिवंगत आईएएस अधिकारी जिन्होंने आत्महत्या की) के साथ हुआ।

गंगाराजू ने कहा कि रूपा के दो कॉल रिकॉर्ड हैं। उनमें से एक में रूपा ने उनसे 25 मिनट तक बात की थी।

उन्होंने कहा, उन्होंने जमीन सौदे के संबंध में एक सीबीआई अधिकारी की तरह मुझसे सवाल किया। मैंने उनके सभी सवालों का धैर्यपूर्वक जवाब दिया। उन्होंने रोहिणी सिंधुरी की निजी तस्वीरें भेजीं और मुझे इसकी निंदा करने के लिए कहा। मैं रोहिणी सिंधुरी का समर्थक नहीं हूं।

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बेंगलुरू, 22 फरवरी (आईएएनएस)। सार्वजनिक विवाद में शामिल होने के लिए सजा के तौर पर कर्नाटक की दो शीर्ष आईएएस-आईपीएस महिला अधिकारियों का बिना पोस्टिंग के तबादला किया गया। इसके बावजूद, दोनों ने एक ऑडियो क्लिप जारी कर हंगामा खड़ा कर दिया।

मंगलवार को कर्नाटक सरकार ने वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी डी. रूपा मोदगिल का तबादला कर दिया। वो कर्नाटक राज्य हस्तशिल्प विकास निगम लिमिटेड में प्रबंध निदेशक के रूप में कार्य कर रही थी। वहीं आईएएस अधिकारी रोहिणी सिंधुरी, जो हिंदू धार्मिक और धर्मार्थ बंदोबस्ती आयुक्त के रूप में काम कर रही थी, उनका भी तबादला कर दिया गया।

शासन की ओर से दोनों अधिकारियों को चुप रहने के आदेश जारी किए गए। उन्हें निर्देश दिया गया कि वे मीडिया को कोई बयान जारी न करें और सोशल मीडिया हैंडल पर कोई टिप्पणी न करें।

हालांकि, बुधवार सुबह एक आरटीआई कार्यकर्ता और आईपीएस अधिकारी रूपा के बीच बातचीत वाला एक ऑडियो क्लिप सामने आया, जो दर्शाता है कि अधिकारियों के बीच अभी भी शीत युद्ध जारी है।

ऑडियो क्लिप में रूपा और आरटीआई कार्यकर्ता गंगाराजू के बीच बातचीत है। रूपा को कथित तौर पर रोहिणी सिंधुरी के बारे में बुरा-भला कहते हुए और इंटरनेट पर वायरल हो रहे ऑडियो क्लिप में सरकारी कार्यालय के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए सुना गया है।

आरटीआई कार्यकर्ता गंगाराजू ने आरोप लगाया है कि रूपा ने उन्हें रोहिणी सिंधुरी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने के लिए मजबूर किया था। उन्होंने यह भी दावा किया कि रूपा ने उन्हें रोहिणी सिंधुरी की निजी तस्वीरें भेजी थीं और उन्हें उनके खिलाफ आवाज उठाने के लिए भी कहा था। गंगाराजू ने मीडिया से कहा है कि वह अब रूपा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराएंगे।

रूपा ऑडियो क्लिप में यह कहते हुए सुनाई दे रही हैं कि, रोहिणी सिंधुरी का परिवार जमीन और रियल एस्टेट का कारोबार करता है। मेरे पति भू-अभिलेख के कार्यालय में हैं और उन्होंने उनकी मदद ली है। उन्होंने संपत्ति खरीदने के लिए राय मांगी थी।

जमीन का सौदा करने के लिए उसने मेरे पति का इस्तेमाल किया। उसने अपने पति की अचल संपत्ति को बेचने के लिए भी जानकारी ली थी। उसकी वजह से हमें परेशानी हो रही है। वह (रोहिणी सिंधुरी) कैंसर की तरह है। वह किसी को भी प्रभावित करेगी। ठीक ऐसा ही डीके रवि (दिवंगत आईएएस अधिकारी जिन्होंने आत्महत्या की) के साथ हुआ।

गंगाराजू ने कहा कि रूपा के दो कॉल रिकॉर्ड हैं। उनमें से एक में रूपा ने उनसे 25 मिनट तक बात की थी।

उन्होंने कहा, उन्होंने जमीन सौदे के संबंध में एक सीबीआई अधिकारी की तरह मुझसे सवाल किया। मैंने उनके सभी सवालों का धैर्यपूर्वक जवाब दिया। उन्होंने रोहिणी सिंधुरी की निजी तस्वीरें भेजीं और मुझे इसकी निंदा करने के लिए कहा। मैं रोहिणी सिंधुरी का समर्थक नहीं हूं।

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बेंगलुरू, 22 फरवरी (आईएएनएस)। सार्वजनिक विवाद में शामिल होने के लिए सजा के तौर पर कर्नाटक की दो शीर्ष आईएएस-आईपीएस महिला अधिकारियों का बिना पोस्टिंग के तबादला किया गया। इसके बावजूद, दोनों ने एक ऑडियो क्लिप जारी कर हंगामा खड़ा कर दिया।

मंगलवार को कर्नाटक सरकार ने वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी डी. रूपा मोदगिल का तबादला कर दिया। वो कर्नाटक राज्य हस्तशिल्प विकास निगम लिमिटेड में प्रबंध निदेशक के रूप में कार्य कर रही थी। वहीं आईएएस अधिकारी रोहिणी सिंधुरी, जो हिंदू धार्मिक और धर्मार्थ बंदोबस्ती आयुक्त के रूप में काम कर रही थी, उनका भी तबादला कर दिया गया।

शासन की ओर से दोनों अधिकारियों को चुप रहने के आदेश जारी किए गए। उन्हें निर्देश दिया गया कि वे मीडिया को कोई बयान जारी न करें और सोशल मीडिया हैंडल पर कोई टिप्पणी न करें।

हालांकि, बुधवार सुबह एक आरटीआई कार्यकर्ता और आईपीएस अधिकारी रूपा के बीच बातचीत वाला एक ऑडियो क्लिप सामने आया, जो दर्शाता है कि अधिकारियों के बीच अभी भी शीत युद्ध जारी है।

ऑडियो क्लिप में रूपा और आरटीआई कार्यकर्ता गंगाराजू के बीच बातचीत है। रूपा को कथित तौर पर रोहिणी सिंधुरी के बारे में बुरा-भला कहते हुए और इंटरनेट पर वायरल हो रहे ऑडियो क्लिप में सरकारी कार्यालय के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए सुना गया है।

आरटीआई कार्यकर्ता गंगाराजू ने आरोप लगाया है कि रूपा ने उन्हें रोहिणी सिंधुरी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने के लिए मजबूर किया था। उन्होंने यह भी दावा किया कि रूपा ने उन्हें रोहिणी सिंधुरी की निजी तस्वीरें भेजी थीं और उन्हें उनके खिलाफ आवाज उठाने के लिए भी कहा था। गंगाराजू ने मीडिया से कहा है कि वह अब रूपा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराएंगे।

रूपा ऑडियो क्लिप में यह कहते हुए सुनाई दे रही हैं कि, रोहिणी सिंधुरी का परिवार जमीन और रियल एस्टेट का कारोबार करता है। मेरे पति भू-अभिलेख के कार्यालय में हैं और उन्होंने उनकी मदद ली है। उन्होंने संपत्ति खरीदने के लिए राय मांगी थी।

जमीन का सौदा करने के लिए उसने मेरे पति का इस्तेमाल किया। उसने अपने पति की अचल संपत्ति को बेचने के लिए भी जानकारी ली थी। उसकी वजह से हमें परेशानी हो रही है। वह (रोहिणी सिंधुरी) कैंसर की तरह है। वह किसी को भी प्रभावित करेगी। ठीक ऐसा ही डीके रवि (दिवंगत आईएएस अधिकारी जिन्होंने आत्महत्या की) के साथ हुआ।

गंगाराजू ने कहा कि रूपा के दो कॉल रिकॉर्ड हैं। उनमें से एक में रूपा ने उनसे 25 मिनट तक बात की थी।

उन्होंने कहा, उन्होंने जमीन सौदे के संबंध में एक सीबीआई अधिकारी की तरह मुझसे सवाल किया। मैंने उनके सभी सवालों का धैर्यपूर्वक जवाब दिया। उन्होंने रोहिणी सिंधुरी की निजी तस्वीरें भेजीं और मुझे इसकी निंदा करने के लिए कहा। मैं रोहिणी सिंधुरी का समर्थक नहीं हूं।

–आईएएनएस

पीके/एसकेपी

बेंगलुरू, 22 फरवरी (आईएएनएस)। सार्वजनिक विवाद में शामिल होने के लिए सजा के तौर पर कर्नाटक की दो शीर्ष आईएएस-आईपीएस महिला अधिकारियों का बिना पोस्टिंग के तबादला किया गया। इसके बावजूद, दोनों ने एक ऑडियो क्लिप जारी कर हंगामा खड़ा कर दिया।

मंगलवार को कर्नाटक सरकार ने वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी डी. रूपा मोदगिल का तबादला कर दिया। वो कर्नाटक राज्य हस्तशिल्प विकास निगम लिमिटेड में प्रबंध निदेशक के रूप में कार्य कर रही थी। वहीं आईएएस अधिकारी रोहिणी सिंधुरी, जो हिंदू धार्मिक और धर्मार्थ बंदोबस्ती आयुक्त के रूप में काम कर रही थी, उनका भी तबादला कर दिया गया।

शासन की ओर से दोनों अधिकारियों को चुप रहने के आदेश जारी किए गए। उन्हें निर्देश दिया गया कि वे मीडिया को कोई बयान जारी न करें और सोशल मीडिया हैंडल पर कोई टिप्पणी न करें।

हालांकि, बुधवार सुबह एक आरटीआई कार्यकर्ता और आईपीएस अधिकारी रूपा के बीच बातचीत वाला एक ऑडियो क्लिप सामने आया, जो दर्शाता है कि अधिकारियों के बीच अभी भी शीत युद्ध जारी है।

ऑडियो क्लिप में रूपा और आरटीआई कार्यकर्ता गंगाराजू के बीच बातचीत है। रूपा को कथित तौर पर रोहिणी सिंधुरी के बारे में बुरा-भला कहते हुए और इंटरनेट पर वायरल हो रहे ऑडियो क्लिप में सरकारी कार्यालय के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए सुना गया है।

आरटीआई कार्यकर्ता गंगाराजू ने आरोप लगाया है कि रूपा ने उन्हें रोहिणी सिंधुरी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने के लिए मजबूर किया था। उन्होंने यह भी दावा किया कि रूपा ने उन्हें रोहिणी सिंधुरी की निजी तस्वीरें भेजी थीं और उन्हें उनके खिलाफ आवाज उठाने के लिए भी कहा था। गंगाराजू ने मीडिया से कहा है कि वह अब रूपा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराएंगे।

रूपा ऑडियो क्लिप में यह कहते हुए सुनाई दे रही हैं कि, रोहिणी सिंधुरी का परिवार जमीन और रियल एस्टेट का कारोबार करता है। मेरे पति भू-अभिलेख के कार्यालय में हैं और उन्होंने उनकी मदद ली है। उन्होंने संपत्ति खरीदने के लिए राय मांगी थी।

जमीन का सौदा करने के लिए उसने मेरे पति का इस्तेमाल किया। उसने अपने पति की अचल संपत्ति को बेचने के लिए भी जानकारी ली थी। उसकी वजह से हमें परेशानी हो रही है। वह (रोहिणी सिंधुरी) कैंसर की तरह है। वह किसी को भी प्रभावित करेगी। ठीक ऐसा ही डीके रवि (दिवंगत आईएएस अधिकारी जिन्होंने आत्महत्या की) के साथ हुआ।

गंगाराजू ने कहा कि रूपा के दो कॉल रिकॉर्ड हैं। उनमें से एक में रूपा ने उनसे 25 मिनट तक बात की थी।

उन्होंने कहा, उन्होंने जमीन सौदे के संबंध में एक सीबीआई अधिकारी की तरह मुझसे सवाल किया। मैंने उनके सभी सवालों का धैर्यपूर्वक जवाब दिया। उन्होंने रोहिणी सिंधुरी की निजी तस्वीरें भेजीं और मुझे इसकी निंदा करने के लिए कहा। मैं रोहिणी सिंधुरी का समर्थक नहीं हूं।

–आईएएनएस

पीके/एसकेपी

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बेंगलुरू, 22 फरवरी (आईएएनएस)। सार्वजनिक विवाद में शामिल होने के लिए सजा के तौर पर कर्नाटक की दो शीर्ष आईएएस-आईपीएस महिला अधिकारियों का बिना पोस्टिंग के तबादला किया गया। इसके बावजूद, दोनों ने एक ऑडियो क्लिप जारी कर हंगामा खड़ा कर दिया।

मंगलवार को कर्नाटक सरकार ने वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी डी. रूपा मोदगिल का तबादला कर दिया। वो कर्नाटक राज्य हस्तशिल्प विकास निगम लिमिटेड में प्रबंध निदेशक के रूप में कार्य कर रही थी। वहीं आईएएस अधिकारी रोहिणी सिंधुरी, जो हिंदू धार्मिक और धर्मार्थ बंदोबस्ती आयुक्त के रूप में काम कर रही थी, उनका भी तबादला कर दिया गया।

शासन की ओर से दोनों अधिकारियों को चुप रहने के आदेश जारी किए गए। उन्हें निर्देश दिया गया कि वे मीडिया को कोई बयान जारी न करें और सोशल मीडिया हैंडल पर कोई टिप्पणी न करें।

हालांकि, बुधवार सुबह एक आरटीआई कार्यकर्ता और आईपीएस अधिकारी रूपा के बीच बातचीत वाला एक ऑडियो क्लिप सामने आया, जो दर्शाता है कि अधिकारियों के बीच अभी भी शीत युद्ध जारी है।

ऑडियो क्लिप में रूपा और आरटीआई कार्यकर्ता गंगाराजू के बीच बातचीत है। रूपा को कथित तौर पर रोहिणी सिंधुरी के बारे में बुरा-भला कहते हुए और इंटरनेट पर वायरल हो रहे ऑडियो क्लिप में सरकारी कार्यालय के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए सुना गया है।

आरटीआई कार्यकर्ता गंगाराजू ने आरोप लगाया है कि रूपा ने उन्हें रोहिणी सिंधुरी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने के लिए मजबूर किया था। उन्होंने यह भी दावा किया कि रूपा ने उन्हें रोहिणी सिंधुरी की निजी तस्वीरें भेजी थीं और उन्हें उनके खिलाफ आवाज उठाने के लिए भी कहा था। गंगाराजू ने मीडिया से कहा है कि वह अब रूपा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराएंगे।

रूपा ऑडियो क्लिप में यह कहते हुए सुनाई दे रही हैं कि, रोहिणी सिंधुरी का परिवार जमीन और रियल एस्टेट का कारोबार करता है। मेरे पति भू-अभिलेख के कार्यालय में हैं और उन्होंने उनकी मदद ली है। उन्होंने संपत्ति खरीदने के लिए राय मांगी थी।

जमीन का सौदा करने के लिए उसने मेरे पति का इस्तेमाल किया। उसने अपने पति की अचल संपत्ति को बेचने के लिए भी जानकारी ली थी। उसकी वजह से हमें परेशानी हो रही है। वह (रोहिणी सिंधुरी) कैंसर की तरह है। वह किसी को भी प्रभावित करेगी। ठीक ऐसा ही डीके रवि (दिवंगत आईएएस अधिकारी जिन्होंने आत्महत्या की) के साथ हुआ।

गंगाराजू ने कहा कि रूपा के दो कॉल रिकॉर्ड हैं। उनमें से एक में रूपा ने उनसे 25 मिनट तक बात की थी।

उन्होंने कहा, उन्होंने जमीन सौदे के संबंध में एक सीबीआई अधिकारी की तरह मुझसे सवाल किया। मैंने उनके सभी सवालों का धैर्यपूर्वक जवाब दिया। उन्होंने रोहिणी सिंधुरी की निजी तस्वीरें भेजीं और मुझे इसकी निंदा करने के लिए कहा। मैं रोहिणी सिंधुरी का समर्थक नहीं हूं।

–आईएएनएस

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मंगलवार को कर्नाटक सरकार ने वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी डी. रूपा मोदगिल का तबादला कर दिया। वो कर्नाटक राज्य हस्तशिल्प विकास निगम लिमिटेड में प्रबंध निदेशक के रूप में कार्य कर रही थी। वहीं आईएएस अधिकारी रोहिणी सिंधुरी, जो हिंदू धार्मिक और धर्मार्थ बंदोबस्ती आयुक्त के रूप में काम कर रही थी, उनका भी तबादला कर दिया गया।

शासन की ओर से दोनों अधिकारियों को चुप रहने के आदेश जारी किए गए। उन्हें निर्देश दिया गया कि वे मीडिया को कोई बयान जारी न करें और सोशल मीडिया हैंडल पर कोई टिप्पणी न करें।

हालांकि, बुधवार सुबह एक आरटीआई कार्यकर्ता और आईपीएस अधिकारी रूपा के बीच बातचीत वाला एक ऑडियो क्लिप सामने आया, जो दर्शाता है कि अधिकारियों के बीच अभी भी शीत युद्ध जारी है।

ऑडियो क्लिप में रूपा और आरटीआई कार्यकर्ता गंगाराजू के बीच बातचीत है। रूपा को कथित तौर पर रोहिणी सिंधुरी के बारे में बुरा-भला कहते हुए और इंटरनेट पर वायरल हो रहे ऑडियो क्लिप में सरकारी कार्यालय के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए सुना गया है।

आरटीआई कार्यकर्ता गंगाराजू ने आरोप लगाया है कि रूपा ने उन्हें रोहिणी सिंधुरी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने के लिए मजबूर किया था। उन्होंने यह भी दावा किया कि रूपा ने उन्हें रोहिणी सिंधुरी की निजी तस्वीरें भेजी थीं और उन्हें उनके खिलाफ आवाज उठाने के लिए भी कहा था। गंगाराजू ने मीडिया से कहा है कि वह अब रूपा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराएंगे।

रूपा ऑडियो क्लिप में यह कहते हुए सुनाई दे रही हैं कि, रोहिणी सिंधुरी का परिवार जमीन और रियल एस्टेट का कारोबार करता है। मेरे पति भू-अभिलेख के कार्यालय में हैं और उन्होंने उनकी मदद ली है। उन्होंने संपत्ति खरीदने के लिए राय मांगी थी।

जमीन का सौदा करने के लिए उसने मेरे पति का इस्तेमाल किया। उसने अपने पति की अचल संपत्ति को बेचने के लिए भी जानकारी ली थी। उसकी वजह से हमें परेशानी हो रही है। वह (रोहिणी सिंधुरी) कैंसर की तरह है। वह किसी को भी प्रभावित करेगी। ठीक ऐसा ही डीके रवि (दिवंगत आईएएस अधिकारी जिन्होंने आत्महत्या की) के साथ हुआ।

गंगाराजू ने कहा कि रूपा के दो कॉल रिकॉर्ड हैं। उनमें से एक में रूपा ने उनसे 25 मिनट तक बात की थी।

उन्होंने कहा, उन्होंने जमीन सौदे के संबंध में एक सीबीआई अधिकारी की तरह मुझसे सवाल किया। मैंने उनके सभी सवालों का धैर्यपूर्वक जवाब दिया। उन्होंने रोहिणी सिंधुरी की निजी तस्वीरें भेजीं और मुझे इसकी निंदा करने के लिए कहा। मैं रोहिणी सिंधुरी का समर्थक नहीं हूं।

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मंगलवार को कर्नाटक सरकार ने वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी डी. रूपा मोदगिल का तबादला कर दिया। वो कर्नाटक राज्य हस्तशिल्प विकास निगम लिमिटेड में प्रबंध निदेशक के रूप में कार्य कर रही थी। वहीं आईएएस अधिकारी रोहिणी सिंधुरी, जो हिंदू धार्मिक और धर्मार्थ बंदोबस्ती आयुक्त के रूप में काम कर रही थी, उनका भी तबादला कर दिया गया।

शासन की ओर से दोनों अधिकारियों को चुप रहने के आदेश जारी किए गए। उन्हें निर्देश दिया गया कि वे मीडिया को कोई बयान जारी न करें और सोशल मीडिया हैंडल पर कोई टिप्पणी न करें।

हालांकि, बुधवार सुबह एक आरटीआई कार्यकर्ता और आईपीएस अधिकारी रूपा के बीच बातचीत वाला एक ऑडियो क्लिप सामने आया, जो दर्शाता है कि अधिकारियों के बीच अभी भी शीत युद्ध जारी है।

ऑडियो क्लिप में रूपा और आरटीआई कार्यकर्ता गंगाराजू के बीच बातचीत है। रूपा को कथित तौर पर रोहिणी सिंधुरी के बारे में बुरा-भला कहते हुए और इंटरनेट पर वायरल हो रहे ऑडियो क्लिप में सरकारी कार्यालय के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए सुना गया है।

आरटीआई कार्यकर्ता गंगाराजू ने आरोप लगाया है कि रूपा ने उन्हें रोहिणी सिंधुरी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने के लिए मजबूर किया था। उन्होंने यह भी दावा किया कि रूपा ने उन्हें रोहिणी सिंधुरी की निजी तस्वीरें भेजी थीं और उन्हें उनके खिलाफ आवाज उठाने के लिए भी कहा था। गंगाराजू ने मीडिया से कहा है कि वह अब रूपा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराएंगे।

रूपा ऑडियो क्लिप में यह कहते हुए सुनाई दे रही हैं कि, रोहिणी सिंधुरी का परिवार जमीन और रियल एस्टेट का कारोबार करता है। मेरे पति भू-अभिलेख के कार्यालय में हैं और उन्होंने उनकी मदद ली है। उन्होंने संपत्ति खरीदने के लिए राय मांगी थी।

जमीन का सौदा करने के लिए उसने मेरे पति का इस्तेमाल किया। उसने अपने पति की अचल संपत्ति को बेचने के लिए भी जानकारी ली थी। उसकी वजह से हमें परेशानी हो रही है। वह (रोहिणी सिंधुरी) कैंसर की तरह है। वह किसी को भी प्रभावित करेगी। ठीक ऐसा ही डीके रवि (दिवंगत आईएएस अधिकारी जिन्होंने आत्महत्या की) के साथ हुआ।

गंगाराजू ने कहा कि रूपा के दो कॉल रिकॉर्ड हैं। उनमें से एक में रूपा ने उनसे 25 मिनट तक बात की थी।

उन्होंने कहा, उन्होंने जमीन सौदे के संबंध में एक सीबीआई अधिकारी की तरह मुझसे सवाल किया। मैंने उनके सभी सवालों का धैर्यपूर्वक जवाब दिया। उन्होंने रोहिणी सिंधुरी की निजी तस्वीरें भेजीं और मुझे इसकी निंदा करने के लिए कहा। मैं रोहिणी सिंधुरी का समर्थक नहीं हूं।

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हालांकि, बुधवार सुबह एक आरटीआई कार्यकर्ता और आईपीएस अधिकारी रूपा के बीच बातचीत वाला एक ऑडियो क्लिप सामने आया, जो दर्शाता है कि अधिकारियों के बीच अभी भी शीत युद्ध जारी है।

ऑडियो क्लिप में रूपा और आरटीआई कार्यकर्ता गंगाराजू के बीच बातचीत है। रूपा को कथित तौर पर रोहिणी सिंधुरी के बारे में बुरा-भला कहते हुए और इंटरनेट पर वायरल हो रहे ऑडियो क्लिप में सरकारी कार्यालय के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए सुना गया है।

आरटीआई कार्यकर्ता गंगाराजू ने आरोप लगाया है कि रूपा ने उन्हें रोहिणी सिंधुरी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने के लिए मजबूर किया था। उन्होंने यह भी दावा किया कि रूपा ने उन्हें रोहिणी सिंधुरी की निजी तस्वीरें भेजी थीं और उन्हें उनके खिलाफ आवाज उठाने के लिए भी कहा था। गंगाराजू ने मीडिया से कहा है कि वह अब रूपा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराएंगे।

रूपा ऑडियो क्लिप में यह कहते हुए सुनाई दे रही हैं कि, रोहिणी सिंधुरी का परिवार जमीन और रियल एस्टेट का कारोबार करता है। मेरे पति भू-अभिलेख के कार्यालय में हैं और उन्होंने उनकी मदद ली है। उन्होंने संपत्ति खरीदने के लिए राय मांगी थी।

जमीन का सौदा करने के लिए उसने मेरे पति का इस्तेमाल किया। उसने अपने पति की अचल संपत्ति को बेचने के लिए भी जानकारी ली थी। उसकी वजह से हमें परेशानी हो रही है। वह (रोहिणी सिंधुरी) कैंसर की तरह है। वह किसी को भी प्रभावित करेगी। ठीक ऐसा ही डीके रवि (दिवंगत आईएएस अधिकारी जिन्होंने आत्महत्या की) के साथ हुआ।

गंगाराजू ने कहा कि रूपा के दो कॉल रिकॉर्ड हैं। उनमें से एक में रूपा ने उनसे 25 मिनट तक बात की थी।

उन्होंने कहा, उन्होंने जमीन सौदे के संबंध में एक सीबीआई अधिकारी की तरह मुझसे सवाल किया। मैंने उनके सभी सवालों का धैर्यपूर्वक जवाब दिया। उन्होंने रोहिणी सिंधुरी की निजी तस्वीरें भेजीं और मुझे इसकी निंदा करने के लिए कहा। मैं रोहिणी सिंधुरी का समर्थक नहीं हूं।

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मंगलवार को कर्नाटक सरकार ने वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी डी. रूपा मोदगिल का तबादला कर दिया। वो कर्नाटक राज्य हस्तशिल्प विकास निगम लिमिटेड में प्रबंध निदेशक के रूप में कार्य कर रही थी। वहीं आईएएस अधिकारी रोहिणी सिंधुरी, जो हिंदू धार्मिक और धर्मार्थ बंदोबस्ती आयुक्त के रूप में काम कर रही थी, उनका भी तबादला कर दिया गया।

शासन की ओर से दोनों अधिकारियों को चुप रहने के आदेश जारी किए गए। उन्हें निर्देश दिया गया कि वे मीडिया को कोई बयान जारी न करें और सोशल मीडिया हैंडल पर कोई टिप्पणी न करें।

हालांकि, बुधवार सुबह एक आरटीआई कार्यकर्ता और आईपीएस अधिकारी रूपा के बीच बातचीत वाला एक ऑडियो क्लिप सामने आया, जो दर्शाता है कि अधिकारियों के बीच अभी भी शीत युद्ध जारी है।

ऑडियो क्लिप में रूपा और आरटीआई कार्यकर्ता गंगाराजू के बीच बातचीत है। रूपा को कथित तौर पर रोहिणी सिंधुरी के बारे में बुरा-भला कहते हुए और इंटरनेट पर वायरल हो रहे ऑडियो क्लिप में सरकारी कार्यालय के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए सुना गया है।

आरटीआई कार्यकर्ता गंगाराजू ने आरोप लगाया है कि रूपा ने उन्हें रोहिणी सिंधुरी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने के लिए मजबूर किया था। उन्होंने यह भी दावा किया कि रूपा ने उन्हें रोहिणी सिंधुरी की निजी तस्वीरें भेजी थीं और उन्हें उनके खिलाफ आवाज उठाने के लिए भी कहा था। गंगाराजू ने मीडिया से कहा है कि वह अब रूपा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराएंगे।

रूपा ऑडियो क्लिप में यह कहते हुए सुनाई दे रही हैं कि, रोहिणी सिंधुरी का परिवार जमीन और रियल एस्टेट का कारोबार करता है। मेरे पति भू-अभिलेख के कार्यालय में हैं और उन्होंने उनकी मदद ली है। उन्होंने संपत्ति खरीदने के लिए राय मांगी थी।

जमीन का सौदा करने के लिए उसने मेरे पति का इस्तेमाल किया। उसने अपने पति की अचल संपत्ति को बेचने के लिए भी जानकारी ली थी। उसकी वजह से हमें परेशानी हो रही है। वह (रोहिणी सिंधुरी) कैंसर की तरह है। वह किसी को भी प्रभावित करेगी। ठीक ऐसा ही डीके रवि (दिवंगत आईएएस अधिकारी जिन्होंने आत्महत्या की) के साथ हुआ।

गंगाराजू ने कहा कि रूपा के दो कॉल रिकॉर्ड हैं। उनमें से एक में रूपा ने उनसे 25 मिनट तक बात की थी।

उन्होंने कहा, उन्होंने जमीन सौदे के संबंध में एक सीबीआई अधिकारी की तरह मुझसे सवाल किया। मैंने उनके सभी सवालों का धैर्यपूर्वक जवाब दिया। उन्होंने रोहिणी सिंधुरी की निजी तस्वीरें भेजीं और मुझे इसकी निंदा करने के लिए कहा। मैं रोहिणी सिंधुरी का समर्थक नहीं हूं।

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मंगलवार को कर्नाटक सरकार ने वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी डी. रूपा मोदगिल का तबादला कर दिया। वो कर्नाटक राज्य हस्तशिल्प विकास निगम लिमिटेड में प्रबंध निदेशक के रूप में कार्य कर रही थी। वहीं आईएएस अधिकारी रोहिणी सिंधुरी, जो हिंदू धार्मिक और धर्मार्थ बंदोबस्ती आयुक्त के रूप में काम कर रही थी, उनका भी तबादला कर दिया गया।

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हालांकि, बुधवार सुबह एक आरटीआई कार्यकर्ता और आईपीएस अधिकारी रूपा के बीच बातचीत वाला एक ऑडियो क्लिप सामने आया, जो दर्शाता है कि अधिकारियों के बीच अभी भी शीत युद्ध जारी है।

ऑडियो क्लिप में रूपा और आरटीआई कार्यकर्ता गंगाराजू के बीच बातचीत है। रूपा को कथित तौर पर रोहिणी सिंधुरी के बारे में बुरा-भला कहते हुए और इंटरनेट पर वायरल हो रहे ऑडियो क्लिप में सरकारी कार्यालय के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए सुना गया है।

आरटीआई कार्यकर्ता गंगाराजू ने आरोप लगाया है कि रूपा ने उन्हें रोहिणी सिंधुरी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने के लिए मजबूर किया था। उन्होंने यह भी दावा किया कि रूपा ने उन्हें रोहिणी सिंधुरी की निजी तस्वीरें भेजी थीं और उन्हें उनके खिलाफ आवाज उठाने के लिए भी कहा था। गंगाराजू ने मीडिया से कहा है कि वह अब रूपा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराएंगे।

रूपा ऑडियो क्लिप में यह कहते हुए सुनाई दे रही हैं कि, रोहिणी सिंधुरी का परिवार जमीन और रियल एस्टेट का कारोबार करता है। मेरे पति भू-अभिलेख के कार्यालय में हैं और उन्होंने उनकी मदद ली है। उन्होंने संपत्ति खरीदने के लिए राय मांगी थी।

जमीन का सौदा करने के लिए उसने मेरे पति का इस्तेमाल किया। उसने अपने पति की अचल संपत्ति को बेचने के लिए भी जानकारी ली थी। उसकी वजह से हमें परेशानी हो रही है। वह (रोहिणी सिंधुरी) कैंसर की तरह है। वह किसी को भी प्रभावित करेगी। ठीक ऐसा ही डीके रवि (दिवंगत आईएएस अधिकारी जिन्होंने आत्महत्या की) के साथ हुआ।

गंगाराजू ने कहा कि रूपा के दो कॉल रिकॉर्ड हैं। उनमें से एक में रूपा ने उनसे 25 मिनट तक बात की थी।

उन्होंने कहा, उन्होंने जमीन सौदे के संबंध में एक सीबीआई अधिकारी की तरह मुझसे सवाल किया। मैंने उनके सभी सवालों का धैर्यपूर्वक जवाब दिया। उन्होंने रोहिणी सिंधुरी की निजी तस्वीरें भेजीं और मुझे इसकी निंदा करने के लिए कहा। मैं रोहिणी सिंधुरी का समर्थक नहीं हूं।

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मंगलवार को कर्नाटक सरकार ने वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी डी. रूपा मोदगिल का तबादला कर दिया। वो कर्नाटक राज्य हस्तशिल्प विकास निगम लिमिटेड में प्रबंध निदेशक के रूप में कार्य कर रही थी। वहीं आईएएस अधिकारी रोहिणी सिंधुरी, जो हिंदू धार्मिक और धर्मार्थ बंदोबस्ती आयुक्त के रूप में काम कर रही थी, उनका भी तबादला कर दिया गया।

शासन की ओर से दोनों अधिकारियों को चुप रहने के आदेश जारी किए गए। उन्हें निर्देश दिया गया कि वे मीडिया को कोई बयान जारी न करें और सोशल मीडिया हैंडल पर कोई टिप्पणी न करें।

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ऑडियो क्लिप में रूपा और आरटीआई कार्यकर्ता गंगाराजू के बीच बातचीत है। रूपा को कथित तौर पर रोहिणी सिंधुरी के बारे में बुरा-भला कहते हुए और इंटरनेट पर वायरल हो रहे ऑडियो क्लिप में सरकारी कार्यालय के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए सुना गया है।

आरटीआई कार्यकर्ता गंगाराजू ने आरोप लगाया है कि रूपा ने उन्हें रोहिणी सिंधुरी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने के लिए मजबूर किया था। उन्होंने यह भी दावा किया कि रूपा ने उन्हें रोहिणी सिंधुरी की निजी तस्वीरें भेजी थीं और उन्हें उनके खिलाफ आवाज उठाने के लिए भी कहा था। गंगाराजू ने मीडिया से कहा है कि वह अब रूपा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराएंगे।

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जमीन का सौदा करने के लिए उसने मेरे पति का इस्तेमाल किया। उसने अपने पति की अचल संपत्ति को बेचने के लिए भी जानकारी ली थी। उसकी वजह से हमें परेशानी हो रही है। वह (रोहिणी सिंधुरी) कैंसर की तरह है। वह किसी को भी प्रभावित करेगी। ठीक ऐसा ही डीके रवि (दिवंगत आईएएस अधिकारी जिन्होंने आत्महत्या की) के साथ हुआ।

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