उडुपी (कर्नाटक), 10 अगस्त (आईएएनएस)। आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) के अधिकारियों ने बुधवार को कॉलेज के शौचालय के अंदर अन्य छात्राओं द्वारा लड़कियों के वीडियो बनाने से संबंधित मामले की जांच के सिलसिले में यहां नेथराज्योति पैरामेडिकल कॉलेज का दौरा किया।
पुलिस अधीक्षक राघवेंद्र हेगड़े के नेतृत्व में सीआईडी टीम ने परिसर का निरीक्षण किया और छात्रा का बयान दर्ज किया।
टीम ने कॉलेज प्रबंधन और स्टाफ के बयान भी दर्ज किए।
सीआईडी टीम ने कॉलेज के टॉयलेट और कॉमन हॉल में अपराध स्थल का ‘महाजर’ किया।
कर्नाटक में सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी ने टॉयलेट मामले में विवाद पैदा करने वाले फिल्मांकन की जांच सोमवार को सीआईडी की विशेष शाखा को सौंप दी।
मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने कहा था, “मामले की सीआईडी जांच के आदेश दे दिए गए हैं, क्योंकि आरोप है कि वीडियो एक निजी कॉलेज के टॉयलेट में शूट किया गया था। यह एक संवेदनशील मामला है और अतिरिक्त जांच के लिए मामला सीआईडी को सौंप दिया गया है।”
इससे पहले, भाजपा के एक प्रतिनिधिमंडल ने राजभवन में राज्यपाल थावरचंद गहलोत से मुलाकात की थी और विशेष जांच दल (एसआईटी) से जांच की मांग करते हुए एक ज्ञापन सौंपा था।
सीएम सिद्दारमैया ने डिप्टी एसपी रैंक के पुलिस अधिकारी को जांच का आदेश दिया था। हालांकि, भाजपा ने कहा कि डीएसपी रैंक का अधिकारी इस मामले की जांच नहीं कर पाएगा और “सरकार अपनी तुष्टिकरण की राजनीति के तहत मामले को दबा देगी”।
भाजपा तीन मुस्लिम लड़कियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग कर रही है और आरोप लगाया है कि वे वॉशरूम में हिंदू लड़कियों का वीडियो बना रही थीं और वीडियो दूसरों को प्रसारित करने के लिए भेज रही थीं।
पार्टी नेताओं ने दावा किया था कि यह हिंदू लड़कियों के खिलाफ एक संगठित अपराध था।
कर्नाटक पुलिस पर इस मुद्दे को लेकर आवाज उठाने पर महिला कार्यकर्ता रश्मि सामंत को परेशान करने का भी आरोप लगा।
हालांकि, कॉलेज ने कहा था कि ‘पीड़िताएं’ मुस्लिम लड़कियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने की इच्छुक नहीं हैं।
–आईएएनएस
एसजीके