बेलगावी, 1 फरवरी (आईएएनएस)। कर्नाटक पुलिस ने गुरुवार को एक भागे हुए जोड़े का पता लगाने के बाद बेलगावी के एक उप-पंजीयक कार्यालय में उनकी शादी करा दी।
यह शादी बेलगावी साउथ सब-रजिस्ट्रार ऑफिस में हुई। डुंडप्पा अशोक नायक और प्रियंका बसप्पा नायक प्रक्रिया के बाद कानूनी रूप से विवाहित जोड़े बन गए।
10 दिसंबर को 42 वर्षीय एक महिला को उसके घर के बाहर खींचकर निर्वस्त्र घुमाया गया था और कथित तौर पर उसके साथ मारपीट की गई। उसका बेटा गांव की एक लड़की के साथ भाग गया था।
न्यूड परेड कांड को लेकर प्रियंका ने अपने पिता और मामा के खिलाफ पुलिस में बयान दर्ज कराया था। उसने पुलिस को बताया था कि उन्होंने उसे फोन पर धमकी दी थी कि अगर वह घर नहीं लौटी तो वे घिनौना कृत्य करेंगे।
कर्नाटक उच्च न्यायालय ने घटना को रोकने में पुलिस विभाग की विफलता के लिए पहले सरकार की कड़ी आलोचना की।
पीठ ने कहा था, ”अन्य महिलाओं के बीच डर की कल्पना करें? वे देश में असुरक्षित महसूस करेंगी। ऐसी घटना महाभारत में भी नहीं हुई थी। द्रौपदी के पास भगवान कृष्ण थे जो उनकी मदद के लिए आए थे, लेकिन आधुनिक दुनिया में इस महिला की मदद के लिए कोई नहीं आया। दुर्भाग्य से यह दुर्योधन और दुशासन की दुनिया है।”
कर्नाटक उच्च न्यायालय ने यह भी कहा कि जो ग्रामीण एक दलित महिला को निर्वस्त्र करके नग्न घुमाए जाने पर मूकदर्शक बने रहे, उन पर सरकार द्वारा जुर्माना लगाया जाना चाहिए, और जमा किए गए पैसे पीड़िता को दिए जाने चाहिए।
मुख्य न्यायाधीश पीबी वराले और न्यायमूर्ति कृष्ण एस दीक्षित की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने मामले को लेकर दायर स्वत: संज्ञान जनहित याचिका पर गौर करते हुए आगे कहा कि कर्नाटक सरकार को बेलगावी जिले के वंतमुरी गांव के लोगों को सजा देने या जुर्माना लगाने का प्रावधान करना चाहिए।
मामले की जांच अब विशेष विंग आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) द्वारा की जा रही है।
पुलिस ने मामले में एक नाबालिग समेत सभी 13 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
राज्य सरकार ने पीड़िता को 2 एकड़ जमीन दी थी।
विशेष शाखा आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) मामले के संबंध में 1,500 पन्नों की चार्जशीट अदालत में सौंपने की तैयारी कर रही है।
–आईएएनएस
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