बंगलुरु, 23 मई (आईएएनएस)। कर्नाटक के पूर्व मंत्री और पांच बार के विधायक यू.टी. खादर ने मंगलवार को विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए पर्चा भरा।
मुख्यमंत्री सिद्दारमैया, उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार और कैबिनेट मंत्री जमीर अहमद खान के साथ पहुंचे खादर ने विधान सौधा में अपना नामांकन दाखिल किया।
वह कर्नाटक विधानसभा के अध्यक्ष बनने वाले मुस्लिम समुदाय के पहले व्यक्ति होंगे। कांग्रेस के सूत्रों ने कहा कि वह दो साल के कार्यकाल के लिए तैयार हो गए हैं। आलाकमान ने उन्हें बाद में कैबिनेट में शामिल करने का आश्वासन दिया है।
सदन 24 मई को अध्यक्ष का चुनाव करेगा और खादर को परंपरा के अनुसार सर्वसम्मति से चुने जाने की संभावना है।
सिद्दारमैया ने उनके नाम का प्रस्ताव रखा और शिवकुमार ने समर्थन किया। नामांकन पत्र विधानसभा सचिव विशालाक्षी को सौंपा गया।
खादर 2013 में सिद्दारमैया के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार में स्वास्थ्य मंत्री, खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री के रूप में काम कर चुके हैं। उन्होंने राज्य विधानसभा में विपक्ष के उप नेता के रूप में भी काम किया।
सूत्रों ने बताया कि इस पद के लिए दिग्गज नेता आर.वी. देशपांडे, टी.बी. जयचंद्र और एच.के. पाटिल पार्टी की पसंद थे। हालांकि, सीनियर्स ने इस प्रपोजल को साफ मना कर दिया। देशपांडे ने यहां तक कहा कि वह इस पद के लायक नहीं हैं।
एआईसीसी सचिव के.सी. वेणुगोपाल और कर्नाटक प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने व्यक्तिगत रूप से खादर से बात की और उनसे पार्टी के हित में पद संभालने का अनुरोध किया।
बाद में मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने भी उनसे व्यक्तिगत रूप से बात की और उन्हें मनाया। हालांकि खादर सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील दक्षिण कन्नड़ से आते हैं, उन्होंने कभी भी भड़काऊ बयान नहीं दिया और न ही अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया।
सिद्दारमैया सरकार के तहत स्वास्थ्य मंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान, उन्होंने गुटखा पर प्रतिबंध लगा दिया था।
उन्हें खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री के रूप में राशन कार्ड प्राप्त करने की प्रक्रिया को सुव्यवस्थित और सरल बनाने के लिए भी जाना जाता है।
–आईएएनएस
एसकेपी