रांची, 2 जनवरी (आईएएनएस)। झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन के इस्तीफा देने और अपनी पत्नी कल्पना सोरेन को सीएम की कुर्सी ट्रांसफर करने की चर्चा से सूबे का सियासी तापमान बढ़ गया है। प्रभावशाली पॉलिटिकल फैमिली से ताल्लुक रखने के बावजूद कल्पना सोरेन ने अब तक सियासत से फासला बनाए रखा था, लेकिन बदली परिस्थितियों में उनका नाम एक बार फिर सीधे सीएम पद के लिए सामने आ रहा है।
कल्पना सोरेन अपने पति हेमंत सोरेन के साथ अक्सर सार्वजनिक कार्यक्रमों में शिरकत करती दिखती रही हैं। हाल में सोरेन सरकार के चार साल पूरे होने पर मोरहाबादी मैदान में आयोजित समारोह में भी वह मंच पर मौजूद थीं।
वर्ष 2019 में जब सोरेन ने सीएम पद की शपथ ली थी, तब पत्रकारों ने कल्पना सोरेन से राजनीति में उनके प्रवेश करने की संभावनाओं के बारे में पूछा था। इस पर कल्पना ने कहा था कि मैं फिलहाल पारिवारिक जिम्मेदारियां निभा रही हूं और इसी में खुश हूं। कल्पना मूल रूप से ओडिशा के मयूरभंज जिले के रायरंगपुर की रहने वाली हैं और सोरेन की तरह संथाली आदिवासी परिवार से आती हैं।
भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भी मयूरभंज की ही रहने वाली हैं। हेमंत सोरेन के साथ कल्पना की शादी 7 फरवरी, 2006 को हुई थी। उनके पिता का नाम अम्पा मुर्मू है और वह भारतीय सेना में कैप्टन रह चुके हैं। उन्होंने पिछले साल एक इंटरव्यू में बताया था कि कल्पना सोरेन का जन्म पंजाब के कपूरथला में 1976 में हुआ था। उस वक्त सेना में उनकी तैनाती वहीं थी।
कल्पना सोरेन दो बच्चों की मां हैं और रांची के बरियातू इलाके में एक स्कूल भी चलाती हैं। शैक्षणिक डिग्रियों के मामले में वह अपने पति हेमंत सोरेन से आगे हैं। हेमंत सोरेन ने इंटरमीडिएट के बाद रांची स्थित बिरसा इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में बीटेक में दाखिला तो लिया था, लेकिन बीच में ही पढ़ाई छोड़ दी थी।
कल्पना सोरेन के पिता अम्पा मुर्मू ने इंटरव्यू में बताया था कि कल्पना सोरेन एमटेक और एमबीए हैं। उन्होंने यह भी कहा था कि उनकी बेटी इतनी पढ़ी-लिखी और काबिल हैं कि वह वक्त पड़ने पर किसी भी बड़ी जिम्मेदारी को उठाने में सक्षम हैं। राजनीति से इतर कल्पना सोरेन महिला विकास से जुड़े कार्यक्रमों में भी शिरकत करती रही हैं, लेकिन राजनीति से जुड़े मुद्दों को लेकर उनका आज तक कभी कोई बयान नहीं आया है।
–आईएएनएस
एसएनसी/एबीएम