नई दिल्ली, 28 सितंबर (आईएएनएस)। कांग्रेस ने ड्रग्स मामले में किसान कांग्रेस प्रमुख और पार्टी विधायक सुखपाल सिंह खैरा की गिरफ्तारी को लेकर गुरुवार को पंजाब में आम आदमी पार्टी (आप) सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि यह सत्ता के दुरुपयोग और प्रतिशोध का सबूत है। अन्याय के खिलाफ उनकी बुलंद आवाज को दबाने की इस साजिश के खिलाफ पार्टी उनके साथ खड़ी है।
कांग्रेस ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल से खैरा की गिरफ्तारी की निंदा की और कहा, “अखिल भारतीय किसान कांग्रेस के अध्यक्ष सुखपाल खैरा जी की गिरफ्तारी सत्ता के दुरुपयोग और प्रतिशोध का प्रमाण है। अन्याय के खिलाफ उनकी बुलंद आवाज को दबाने की इस ओछी साजिश के खिलाफ पूरा कांग्रेस परिवार उनके साथ खड़ा है। हम झुकने को तैयार नहीं हैं, रुकने को तैयार नहीं हैं। हम लड़ेंगे और जीतेंगे।”
पार्टी के लोकसभा सांसद मनिकम टैगोर ने भी खैरा की गिरफ्तारी की निंदा की और कहा, “पुलिस बल के दुरुपयोग और एआईसीसी किसान कांग्रेस के अध्यक्ष सुखपाल खैरा की गिरफ्तारी की निंदा करते हैं। आप को सवाल बर्दाश्त नहीं, दुर्भाग्य।”
पार्टी नेता सुप्रिया श्रीनेत ने गिरफ्तारी की निंदा की और इसे बदला करार दिया और आप सरकार पर राज्य में विपक्ष की आवाज को दबाने का प्रयास करने का आरोप लगाया। एक्स पर एक पोस्ट में, पार्टी की सोशल मीडिया और डिजिटल प्लेटफॉर्म की अध्यक्ष श्रीनेत ने कहा, “किसान कांग्रेस अध्यक्ष सुखपाल खैरा की गिरफ्तारी पंजाब सरकार की बदले की राजनीति का सबूत है। आम आदमी पार्टी सरकार का यह कदम विपक्ष की आवाज को दबाने की कोशिश है, ये बिल्कुल गलत है, हम सब सुखपाल जी के साथ हैं।”
भारतीय युवा कांग्रेस (आईवाईसी) के प्रमुख श्रीनिवास बीवी ने भी सरकार की आलोचना की और एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “अखिल भारतीय किसान कांग्रेस के अध्यक्ष सुखपाल खैरा जी की गिरफ्तारी सत्ता के दुरुपयोग और प्रतिशोध का सबूत है। अन्याय के खिलाफ उनकी बुलंद आवाज को दबाने की इस ओछी साजिश के खिलाफ पूरा कांग्रेस परिवार उनके साथ खड़ा है। हम झुकने को तैयार नहीं हैं, रुकने को तैयार नहीं हैं। हम लड़ेंगे और जीतेंगे।”
कांग्रेस नेताओं की यह टिप्पणी पार्टी के तेजतर्रार विधायक खैरा को गुरुवार को ड्रग्स मामले में उनके चंडीगढ़ स्थित घर से गिरफ्तार किए जाने के बाद आई है। पंजाब पुलिस ने अभी तक उनकी गिरफ्तारी और उन पर लगे आरोपों पर कोई बयान जारी नहीं किया है। खैरा फेसबुक पर लाइव हुए, जहां वह और पुलिसकर्मी उन्हें गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी को लेकर बहस करते नजर आए। एक पुलिस अधिकारी को खैरा को यह कहते हुए देखा गया कि एनडीपीएस मामले में एक एसआईटी (विशेष जांच दल) का गठन किया गया है, जिसके पास उनके खिलाफ ड्रग्स तस्करी के सबूत हैं।
इस पर खैरा को अधिकारी से यह कहते हुए सुना गया कि सुप्रीम कोर्ट पहले ही एनडीपीएस मामले को रद्द कर चुका है। बाद में पुलिस खैरा को गिरफ्तार कर पंजाब के जलालाबाद ले गयी।
–आईएएनएस
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