नई दिल्ली, 15 मई (आईएएनएस)। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने बताया कि बुधवार को एक अत्यंत गंभीर विषय भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने निर्वाचन आयोग के समक्ष रखा है। इसमें राहुल गांधी के सैनिकों के संदर्भ में दिए गए विभाजनकारी बयान की शिकायत की गई है।
केंद्रीय मंत्री के मुताबिक, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने हाल ही में अपने बयान में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दो तरह के सैनिक बनाए हैं, एक है गरीब, दलित, आदिवासी, पिछड़े, अल्पसंख्यक और गरीब का बेटा एवं दूसरा है अमीर घर का बेटा।
उन्होंने कहा कि ये बयान सरासर झूठ और प्रत्यक्ष रूप से देश की सशस्त्र सेना बल का अपमान है। कांग्रेस सेना का मनोबल कम करना चाहती है। भारतीय सेना चुनाव का नहीं, अपितु राष्ट्रीय सुरक्षा का विषय है। चुनाव के समय चीनी बलों और पाकिस्तानी आतंकवादियों के सामने डटकर देश की सुरक्षा करने वाली सेना का कांग्रेस अपमान कर रही है। जनता में झूठ फैला रही है कि किसी सैनिक के शहीद होने पर भाजपा सरकार उनके लिए कुछ नहीं करेगी। यह अत्यंत गंभीर विषय है और निर्वाचन आयोग को इस पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने पहली बार सेना का अपमान नहीं किया है, इससे पहले भी जब देश के वीर सैनिक अरुणाचल प्रदेश में चीनी सेना का मुकाबला कर रहे थे, उस समय राहुल गांधी ने संसद में कहा था कि भारतीय सैनिकों की पिटाई हुई है। बालाकोट सर्जिकल स्ट्राइक और उरी एयर स्ट्राइक के वक्त सेना पर प्रश्नचिह्न खड़े कर एवं पूर्व सीडीएस विपिन रावत के खिलाफ आपत्तिजनक बयान देकर कांग्रेस ने पहले भी सेना का अपमान किया है। ये बयान देश के लिए अत्यंत खतरनाक हैं और देश इन्हें कभी बर्दाश्त नहीं करेगा।
भारतीय जनता पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को निर्वाचन आयोग से कांग्रेस की शिकायत की। भाजपा नेताओं ने कहा कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस द्वारा निरंतर आचार संहिता का उल्लंघन किया जा रहा है।
भाजपा के इस प्रतिनिधिमंडल में केंद्रीय मंत्री एस. जयशंकर, अर्जुन राम मेघवाल, राजीव चंद्रशेखर और जी. किशन रेड्डी शामिल थे। चुनाव आयोग को ज्ञापन सौंपने के बाद मीडिया से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि आज कांग्रेस सहित इंडी गठबंधन के अन्य दल बार-बार आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन कर रहे हैं।
भारतीय जनता पार्टी अनेक बार इन उल्लंघन को निर्वाचन आयोग के ध्यान में ला चुकी है। इन मामलों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई और यह अत्यंत खेद का विषय है। एक बार फिर निर्वाचन आयोग से मुलाकात कर भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने 22 उदाहरण निर्वाचन आयोग के समक्ष रखे, जिनमें इंडी गठबंधन के दलों द्वारा आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किया गया है।
भाजपा ने इन दलों पर कार्रवाई करने की मांग दोहराई है। केंद्रीय मंत्री का कहना है कि अगर इस प्रकार के उल्लंघनों पर निर्वाचन आयोग कार्रवाई नहीं करता है तो इससे पूरे देश की हानि होगी, क्योंकि फिर आदर्श आचार संहिता के नियमों के कोई मायने नहीं रह जाएंगे और कोई भी दल इन नियमों को गंभीरता से नहीं लेगा।
–आईएएनएस
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