मथुरा, 27 मार्च (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि चुनावी समर में दो पक्ष स्पष्ट नजर आ रहे हैं। एक के लिए “फैमिली फर्स्ट” है तो मोदी के नेतृत्व वाले पक्ष के लिए “नेशन फर्स्ट” है। एक अपने माफिया राज को प्रश्रय देता है तो मोदी का पक्ष कानून के राज को प्रभावी ढंग से लागू करता है। एक भ्रष्टाचार को बढ़ावा देता है तो मोदी का पक्ष जीरो टॉलरेंस का पक्षधर है।
मुख्यमंत्री ने बुधवार से लोकसभा चुनाव प्रचार की कमान संभाल ली। उन्होंने मथुरा में पहली जनसभा कर प्रबुद्धजनों से संवाद बनाते हुए सांसद व भाजपा उम्मीदवार हेमामालिनी के पक्ष में वोट देने की अपील की। उन्होंने विभिन्न विकास योजनाएं गिनाकर मोदी का मतलब भी बताया। कहा कि एक पक्ष तुष्टिकरण, जाति-मत-मजहब के आधार पर समाज को बांटना चाहता है, लेकिन दूसरे पक्ष में मोदी जी के नाम पर सबका साथ, सबका विकास के माध्यम से गरीब कल्याणकारी योजनाओं का लाभ बिना भेदभाव जरूरतमंदों को देने का भाव दिखाई देता है। एक तरफ “फैमिली फर्स्ट” की बात करने वाले लोग हैं तो दूसरी तरफ 140 करोड़ लोगों को परिवार मानने वाले मोदी हैं।
सीएम ने कहा कि हम सभी ने ‘होली खेले ऱघुबीरा’ भजन सुना है, लेकिन 500 वर्ष में पहली बार अयोध्या में मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम ने अपने धाम में विराजमान होकर होली के साक्षात दर्शन भी कराए। मथुरा-वृंदावन की गलियां भी इंतजार कर रही थीं। दुनिया के अंदर मथुरा-वृंदावन, बरसाना, गोकुल, गोवर्धन, नंदगांव, बलदेव में खेली गई होली की चर्चा है। श्रद्धालुओं की भीड़ देखते ही बनती है।
उन्होंने कहा कि 10 वर्ष में लोगों ने बदलते हुए नए भारत को देखा है। सीमा सुरक्षित हुई तो इंफ्रास्ट्रक्चर के बड़े-बड़े कार्य भी हुए। हाइवे, रेलवे, एयरपोर्ट, मेडिकल कॉलेज, विश्वविद्यालय, नए संस्थानों का निर्माण और बिना भेदभाव जरूरतमंदों को गरीब कल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिल रहा है।
सीएम ने कहा कि हम बिना भेदभाव 140 करोड़ लोगों को अपना परिवार मानते हैं। वर्ष 2014 के पहले पूर्वोत्तर के राज्यों में उग्रवाद, अलगावाद चरम पर था। जम्मू-कश्मीर में पत्थरबाज हावी थे। सुरक्षा के जवान चोटिल होते थे। आज जम्मू-कश्मीर में पत्थरबाजी समाप्त, धारा-370 समाप्त हो गया। कांग्रेस ने 1952 में यह दंश दिया था, जो देश में उग्रवाद का कारण बना था, लेकिन उसका निदान मोदी जी ने कर दिया। आज कोई भारत की सीमा में घुसपैठ या आतंकी घटना का साहस नहीं कर सकता।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब पहली बार सांसद के रूप में हेमामालिनी सदन में पहुंचीं तो कहा कि मैं ब्रज क्षेत्र की प्रतिनिधि बनकर आई हूं। उन्होंने यहां की पीड़ा बताई। उन्होंने कहा कि सांसद के मुंह से जो आवाज संसद में उठी थी, वह वैसे ही साकार होगी, जैसे एक-एक सपने साकार हो रहे हैं। पांच हजार वर्ष पहले श्रीकृष्ण ने कुरुक्षेत्र में पूरी लीलाएं रचीं। उसकी साक्षी बनीं थीं यमुना मैया। यमुना मैया की आवाज संसद में उठी थी, तब उसी समय नमामि गंगे योजना बनाई गई। भारत सरकार ने कार्यक्रम भी प्रारंभ कर दिए। नमामि गंगे के माध्यम से प्रयागराज कुंभ या माघ मेले में संगम में शुद्ध पेयजल भी मिलता है। गंगा मैया के बाद अब यमुना मैया की बारी है।
सीएम ने कहा कि कला का प्रतिनिधि आपका प्रतिनिधित्व कर संसद में आवाज बुलंद कर रही हैं। फिल्म जगत की नामचीन कलाकार होने के बाद भी हेमामालिनी संसदीय क्षेत्रों के मुद्दों को संसद, मंत्रालयों व मुख्यमंत्री के समक्ष रखकर समस्या के समाधान पर चर्चा करती हैं। ऐसे जनप्रतिनिधियों की बदौलत ही समस्याओं से समाधान का रास्ता निकलता है। ब्रज क्षेत्र समस्या नहीं, समाधान देता है।
–आईएएनएस
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