अहमदाबाद, 21 अगस्त (आईएएनएस)। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री प्रोफेसर सत्यपाल सिंह बघेल के अनुसार, गुजरात पिछले साल कुत्तों के काटने की घटनाओं के मामले में देश के शीर्ष पांच राज्यों में शामिल रहा।
मंत्री संसद के पिछले मानसून सत्र के दौरान एक प्रश्न का उत्तर दे रहे थे।
राज्य ने कुत्तों के काटने के 1,69,261 दर्ज मामलों के साथ राष्ट्रीय स्तर पर पांचवां स्थान हासिल किया।
आंकड़ों के मुताबिक, 2022 में कम से कम 1.69 लाख लोगों को आवारा कुत्तों ने काटा।
यह प्रति दिन औसतन 464 हमलों और प्रति घंटे 19 घटनाओं के बराबर है।
मंत्री के अनुसार, 2022 में महाराष्ट्र में प्रति घंटे कुत्तों के काटने की 45 घटनाएं हुईं। इसके बाद तमिलनाडु में 42, आंध्र प्रदेश में 22, उत्तर प्रदेश में 22, गुजरात में 19, कर्नाटक में 19 और बिहार में 16 घटनाएं प्रति घंटे हुईं।
चिंताजनक संख्या के बावजूद, पिछले कुछ वर्षों में कुत्ते के काटने की घटनाओं में गिरावट की उल्लेखनीय प्रवृत्ति देखी गई है। आंकड़े बताते हैं कि 2020 में गुजरात में 4.31 लाख मामले सामने आये थे जो घटकर 2021 में 1.92 लाख और 2022 में 1.69 लाख रह गये।
आंकड़ों में एक आश्चर्यजनक विरोधाभास उभरकर सामने आता है, खासकर अहमदाबाद के संबंध में।
राज्य के समग्र आंकड़े कुत्ते के काटने के मामलों में कमी दर्शाते हैं तो वहीं, अहमदाबाद एक अलग तस्वीर पेश करता है। अमदावाद नगर निगम (एएमसी) के आधिकारिक रिकॉर्ड से पता चलता है कि 2022 में 58,000 से अधिक कुत्तों के काटने की घटनाएं दर्ज की गईं।
यह आंकड़ा 2021 में रिपोर्ट किए गए 51,000 मामलों से सात हजार अधिक है।
–आईएएनएस
एकेजे
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अहमदाबाद, 21 अगस्त (आईएएनएस)। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री प्रोफेसर सत्यपाल सिंह बघेल के अनुसार, गुजरात पिछले साल कुत्तों के काटने की घटनाओं के मामले में देश के शीर्ष पांच राज्यों में शामिल रहा।
मंत्री संसद के पिछले मानसून सत्र के दौरान एक प्रश्न का उत्तर दे रहे थे।
राज्य ने कुत्तों के काटने के 1,69,261 दर्ज मामलों के साथ राष्ट्रीय स्तर पर पांचवां स्थान हासिल किया।
आंकड़ों के मुताबिक, 2022 में कम से कम 1.69 लाख लोगों को आवारा कुत्तों ने काटा।
यह प्रति दिन औसतन 464 हमलों और प्रति घंटे 19 घटनाओं के बराबर है।
मंत्री के अनुसार, 2022 में महाराष्ट्र में प्रति घंटे कुत्तों के काटने की 45 घटनाएं हुईं। इसके बाद तमिलनाडु में 42, आंध्र प्रदेश में 22, उत्तर प्रदेश में 22, गुजरात में 19, कर्नाटक में 19 और बिहार में 16 घटनाएं प्रति घंटे हुईं।
चिंताजनक संख्या के बावजूद, पिछले कुछ वर्षों में कुत्ते के काटने की घटनाओं में गिरावट की उल्लेखनीय प्रवृत्ति देखी गई है। आंकड़े बताते हैं कि 2020 में गुजरात में 4.31 लाख मामले सामने आये थे जो घटकर 2021 में 1.92 लाख और 2022 में 1.69 लाख रह गये।
आंकड़ों में एक आश्चर्यजनक विरोधाभास उभरकर सामने आता है, खासकर अहमदाबाद के संबंध में।
राज्य के समग्र आंकड़े कुत्ते के काटने के मामलों में कमी दर्शाते हैं तो वहीं, अहमदाबाद एक अलग तस्वीर पेश करता है। अमदावाद नगर निगम (एएमसी) के आधिकारिक रिकॉर्ड से पता चलता है कि 2022 में 58,000 से अधिक कुत्तों के काटने की घटनाएं दर्ज की गईं।
यह आंकड़ा 2021 में रिपोर्ट किए गए 51,000 मामलों से सात हजार अधिक है।
–आईएएनएस
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मंत्री संसद के पिछले मानसून सत्र के दौरान एक प्रश्न का उत्तर दे रहे थे।
राज्य ने कुत्तों के काटने के 1,69,261 दर्ज मामलों के साथ राष्ट्रीय स्तर पर पांचवां स्थान हासिल किया।
आंकड़ों के मुताबिक, 2022 में कम से कम 1.69 लाख लोगों को आवारा कुत्तों ने काटा।
यह प्रति दिन औसतन 464 हमलों और प्रति घंटे 19 घटनाओं के बराबर है।
मंत्री के अनुसार, 2022 में महाराष्ट्र में प्रति घंटे कुत्तों के काटने की 45 घटनाएं हुईं। इसके बाद तमिलनाडु में 42, आंध्र प्रदेश में 22, उत्तर प्रदेश में 22, गुजरात में 19, कर्नाटक में 19 और बिहार में 16 घटनाएं प्रति घंटे हुईं।
चिंताजनक संख्या के बावजूद, पिछले कुछ वर्षों में कुत्ते के काटने की घटनाओं में गिरावट की उल्लेखनीय प्रवृत्ति देखी गई है। आंकड़े बताते हैं कि 2020 में गुजरात में 4.31 लाख मामले सामने आये थे जो घटकर 2021 में 1.92 लाख और 2022 में 1.69 लाख रह गये।
आंकड़ों में एक आश्चर्यजनक विरोधाभास उभरकर सामने आता है, खासकर अहमदाबाद के संबंध में।
राज्य के समग्र आंकड़े कुत्ते के काटने के मामलों में कमी दर्शाते हैं तो वहीं, अहमदाबाद एक अलग तस्वीर पेश करता है। अमदावाद नगर निगम (एएमसी) के आधिकारिक रिकॉर्ड से पता चलता है कि 2022 में 58,000 से अधिक कुत्तों के काटने की घटनाएं दर्ज की गईं।
यह आंकड़ा 2021 में रिपोर्ट किए गए 51,000 मामलों से सात हजार अधिक है।
–आईएएनएस
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राज्य ने कुत्तों के काटने के 1,69,261 दर्ज मामलों के साथ राष्ट्रीय स्तर पर पांचवां स्थान हासिल किया।
आंकड़ों के मुताबिक, 2022 में कम से कम 1.69 लाख लोगों को आवारा कुत्तों ने काटा।
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मंत्री के अनुसार, 2022 में महाराष्ट्र में प्रति घंटे कुत्तों के काटने की 45 घटनाएं हुईं। इसके बाद तमिलनाडु में 42, आंध्र प्रदेश में 22, उत्तर प्रदेश में 22, गुजरात में 19, कर्नाटक में 19 और बिहार में 16 घटनाएं प्रति घंटे हुईं।
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राज्य के समग्र आंकड़े कुत्ते के काटने के मामलों में कमी दर्शाते हैं तो वहीं, अहमदाबाद एक अलग तस्वीर पेश करता है। अमदावाद नगर निगम (एएमसी) के आधिकारिक रिकॉर्ड से पता चलता है कि 2022 में 58,000 से अधिक कुत्तों के काटने की घटनाएं दर्ज की गईं।
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–आईएएनएस
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मंत्री के अनुसार, 2022 में महाराष्ट्र में प्रति घंटे कुत्तों के काटने की 45 घटनाएं हुईं। इसके बाद तमिलनाडु में 42, आंध्र प्रदेश में 22, उत्तर प्रदेश में 22, गुजरात में 19, कर्नाटक में 19 और बिहार में 16 घटनाएं प्रति घंटे हुईं।
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राज्य के समग्र आंकड़े कुत्ते के काटने के मामलों में कमी दर्शाते हैं तो वहीं, अहमदाबाद एक अलग तस्वीर पेश करता है। अमदावाद नगर निगम (एएमसी) के आधिकारिक रिकॉर्ड से पता चलता है कि 2022 में 58,000 से अधिक कुत्तों के काटने की घटनाएं दर्ज की गईं।
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राज्य ने कुत्तों के काटने के 1,69,261 दर्ज मामलों के साथ राष्ट्रीय स्तर पर पांचवां स्थान हासिल किया।
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राज्य के समग्र आंकड़े कुत्ते के काटने के मामलों में कमी दर्शाते हैं तो वहीं, अहमदाबाद एक अलग तस्वीर पेश करता है। अमदावाद नगर निगम (एएमसी) के आधिकारिक रिकॉर्ड से पता चलता है कि 2022 में 58,000 से अधिक कुत्तों के काटने की घटनाएं दर्ज की गईं।
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मंत्री के अनुसार, 2022 में महाराष्ट्र में प्रति घंटे कुत्तों के काटने की 45 घटनाएं हुईं। इसके बाद तमिलनाडु में 42, आंध्र प्रदेश में 22, उत्तर प्रदेश में 22, गुजरात में 19, कर्नाटक में 19 और बिहार में 16 घटनाएं प्रति घंटे हुईं।
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यह आंकड़ा 2021 में रिपोर्ट किए गए 51,000 मामलों से सात हजार अधिक है।
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अहमदाबाद, 21 अगस्त (आईएएनएस)। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री प्रोफेसर सत्यपाल सिंह बघेल के अनुसार, गुजरात पिछले साल कुत्तों के काटने की घटनाओं के मामले में देश के शीर्ष पांच राज्यों में शामिल रहा।
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आंकड़ों के मुताबिक, 2022 में कम से कम 1.69 लाख लोगों को आवारा कुत्तों ने काटा।
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मंत्री के अनुसार, 2022 में महाराष्ट्र में प्रति घंटे कुत्तों के काटने की 45 घटनाएं हुईं। इसके बाद तमिलनाडु में 42, आंध्र प्रदेश में 22, उत्तर प्रदेश में 22, गुजरात में 19, कर्नाटक में 19 और बिहार में 16 घटनाएं प्रति घंटे हुईं।
चिंताजनक संख्या के बावजूद, पिछले कुछ वर्षों में कुत्ते के काटने की घटनाओं में गिरावट की उल्लेखनीय प्रवृत्ति देखी गई है। आंकड़े बताते हैं कि 2020 में गुजरात में 4.31 लाख मामले सामने आये थे जो घटकर 2021 में 1.92 लाख और 2022 में 1.69 लाख रह गये।
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मंत्री के अनुसार, 2022 में महाराष्ट्र में प्रति घंटे कुत्तों के काटने की 45 घटनाएं हुईं। इसके बाद तमिलनाडु में 42, आंध्र प्रदेश में 22, उत्तर प्रदेश में 22, गुजरात में 19, कर्नाटक में 19 और बिहार में 16 घटनाएं प्रति घंटे हुईं।
चिंताजनक संख्या के बावजूद, पिछले कुछ वर्षों में कुत्ते के काटने की घटनाओं में गिरावट की उल्लेखनीय प्रवृत्ति देखी गई है। आंकड़े बताते हैं कि 2020 में गुजरात में 4.31 लाख मामले सामने आये थे जो घटकर 2021 में 1.92 लाख और 2022 में 1.69 लाख रह गये।
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मंत्री के अनुसार, 2022 में महाराष्ट्र में प्रति घंटे कुत्तों के काटने की 45 घटनाएं हुईं। इसके बाद तमिलनाडु में 42, आंध्र प्रदेश में 22, उत्तर प्रदेश में 22, गुजरात में 19, कर्नाटक में 19 और बिहार में 16 घटनाएं प्रति घंटे हुईं।
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मंत्री संसद के पिछले मानसून सत्र के दौरान एक प्रश्न का उत्तर दे रहे थे।
राज्य ने कुत्तों के काटने के 1,69,261 दर्ज मामलों के साथ राष्ट्रीय स्तर पर पांचवां स्थान हासिल किया।
आंकड़ों के मुताबिक, 2022 में कम से कम 1.69 लाख लोगों को आवारा कुत्तों ने काटा।
यह प्रति दिन औसतन 464 हमलों और प्रति घंटे 19 घटनाओं के बराबर है।
मंत्री के अनुसार, 2022 में महाराष्ट्र में प्रति घंटे कुत्तों के काटने की 45 घटनाएं हुईं। इसके बाद तमिलनाडु में 42, आंध्र प्रदेश में 22, उत्तर प्रदेश में 22, गुजरात में 19, कर्नाटक में 19 और बिहार में 16 घटनाएं प्रति घंटे हुईं।
चिंताजनक संख्या के बावजूद, पिछले कुछ वर्षों में कुत्ते के काटने की घटनाओं में गिरावट की उल्लेखनीय प्रवृत्ति देखी गई है। आंकड़े बताते हैं कि 2020 में गुजरात में 4.31 लाख मामले सामने आये थे जो घटकर 2021 में 1.92 लाख और 2022 में 1.69 लाख रह गये।
आंकड़ों में एक आश्चर्यजनक विरोधाभास उभरकर सामने आता है, खासकर अहमदाबाद के संबंध में।
राज्य के समग्र आंकड़े कुत्ते के काटने के मामलों में कमी दर्शाते हैं तो वहीं, अहमदाबाद एक अलग तस्वीर पेश करता है। अमदावाद नगर निगम (एएमसी) के आधिकारिक रिकॉर्ड से पता चलता है कि 2022 में 58,000 से अधिक कुत्तों के काटने की घटनाएं दर्ज की गईं।
यह आंकड़ा 2021 में रिपोर्ट किए गए 51,000 मामलों से सात हजार अधिक है।
–आईएएनएस
एकेजे
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अहमदाबाद, 21 अगस्त (आईएएनएस)। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री प्रोफेसर सत्यपाल सिंह बघेल के अनुसार, गुजरात पिछले साल कुत्तों के काटने की घटनाओं के मामले में देश के शीर्ष पांच राज्यों में शामिल रहा।
मंत्री संसद के पिछले मानसून सत्र के दौरान एक प्रश्न का उत्तर दे रहे थे।
राज्य ने कुत्तों के काटने के 1,69,261 दर्ज मामलों के साथ राष्ट्रीय स्तर पर पांचवां स्थान हासिल किया।
आंकड़ों के मुताबिक, 2022 में कम से कम 1.69 लाख लोगों को आवारा कुत्तों ने काटा।
यह प्रति दिन औसतन 464 हमलों और प्रति घंटे 19 घटनाओं के बराबर है।
मंत्री के अनुसार, 2022 में महाराष्ट्र में प्रति घंटे कुत्तों के काटने की 45 घटनाएं हुईं। इसके बाद तमिलनाडु में 42, आंध्र प्रदेश में 22, उत्तर प्रदेश में 22, गुजरात में 19, कर्नाटक में 19 और बिहार में 16 घटनाएं प्रति घंटे हुईं।
चिंताजनक संख्या के बावजूद, पिछले कुछ वर्षों में कुत्ते के काटने की घटनाओं में गिरावट की उल्लेखनीय प्रवृत्ति देखी गई है। आंकड़े बताते हैं कि 2020 में गुजरात में 4.31 लाख मामले सामने आये थे जो घटकर 2021 में 1.92 लाख और 2022 में 1.69 लाख रह गये।
आंकड़ों में एक आश्चर्यजनक विरोधाभास उभरकर सामने आता है, खासकर अहमदाबाद के संबंध में।
राज्य के समग्र आंकड़े कुत्ते के काटने के मामलों में कमी दर्शाते हैं तो वहीं, अहमदाबाद एक अलग तस्वीर पेश करता है। अमदावाद नगर निगम (एएमसी) के आधिकारिक रिकॉर्ड से पता चलता है कि 2022 में 58,000 से अधिक कुत्तों के काटने की घटनाएं दर्ज की गईं।
यह आंकड़ा 2021 में रिपोर्ट किए गए 51,000 मामलों से सात हजार अधिक है।
–आईएएनएस
एकेजे
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अहमदाबाद, 21 अगस्त (आईएएनएस)। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री प्रोफेसर सत्यपाल सिंह बघेल के अनुसार, गुजरात पिछले साल कुत्तों के काटने की घटनाओं के मामले में देश के शीर्ष पांच राज्यों में शामिल रहा।
मंत्री संसद के पिछले मानसून सत्र के दौरान एक प्रश्न का उत्तर दे रहे थे।
राज्य ने कुत्तों के काटने के 1,69,261 दर्ज मामलों के साथ राष्ट्रीय स्तर पर पांचवां स्थान हासिल किया।
आंकड़ों के मुताबिक, 2022 में कम से कम 1.69 लाख लोगों को आवारा कुत्तों ने काटा।
यह प्रति दिन औसतन 464 हमलों और प्रति घंटे 19 घटनाओं के बराबर है।
मंत्री के अनुसार, 2022 में महाराष्ट्र में प्रति घंटे कुत्तों के काटने की 45 घटनाएं हुईं। इसके बाद तमिलनाडु में 42, आंध्र प्रदेश में 22, उत्तर प्रदेश में 22, गुजरात में 19, कर्नाटक में 19 और बिहार में 16 घटनाएं प्रति घंटे हुईं।
चिंताजनक संख्या के बावजूद, पिछले कुछ वर्षों में कुत्ते के काटने की घटनाओं में गिरावट की उल्लेखनीय प्रवृत्ति देखी गई है। आंकड़े बताते हैं कि 2020 में गुजरात में 4.31 लाख मामले सामने आये थे जो घटकर 2021 में 1.92 लाख और 2022 में 1.69 लाख रह गये।
आंकड़ों में एक आश्चर्यजनक विरोधाभास उभरकर सामने आता है, खासकर अहमदाबाद के संबंध में।
राज्य के समग्र आंकड़े कुत्ते के काटने के मामलों में कमी दर्शाते हैं तो वहीं, अहमदाबाद एक अलग तस्वीर पेश करता है। अमदावाद नगर निगम (एएमसी) के आधिकारिक रिकॉर्ड से पता चलता है कि 2022 में 58,000 से अधिक कुत्तों के काटने की घटनाएं दर्ज की गईं।
यह आंकड़ा 2021 में रिपोर्ट किए गए 51,000 मामलों से सात हजार अधिक है।