कोलकाता, 11 नवंबर (आईएएनएस)। तृणमूल कांग्रेस के सांसद अर्जुन सिंह ने शनिवार को पश्चिम बंगाल में भ्रष्टाचार के मुद्दों पर केंद्रीय एजेंसी की जांच के कई मामलों को लेकर अपनी ही पार्टी के नेताओं पर हमला किया और कहा कि अगर कोई केंद्रीय एजेंसियों का मुकाबला करना चाहता है, तो उसे सही दिशा में होना चाहिए।
उत्तर 24 परगना जिले के बैरकपुर के अपने लोकसभा क्षेत्र में पार्टी के एक कार्यक्रम में सिंह ने कहा, “अगर कुछ लोगों की हरकतों से पूरी पार्टी शर्मिंदा है, तो बेहतर है कि उन लोगों को पार्टी से निकाल दिया जाए। अगर आतंकित करने वाले लोगों को सबसे आगे रखा जाता है, तो इससे लोगों के बीच नकारात्मक धारणा बनती है।”
उनकी टिप्पणी ऐसे समय में आई है, जब मंत्रियों और विधायकों सहित तृणमूल कांग्रेस के कई दिग्गज नेता भ्रष्टाचार के विभिन्न मामलों में कथित संलिप्तता के कारण या तो न्यायिक या केंद्रीय एजेंसी की हिरासत में हैं। सिंह ने हालांकि, किसी का नाम नहीं लिया।
यह पहली बार नहीं है कि सिंह ने भ्रष्टाचार के मामलों में पार्टी नेताओं की संलिप्तता को लेकर ऐसी विवादास्पद टिप्पणी की है।
अगस्त में एक जनसभा में उन्होंने कहा था कि “राजनेताओं को अपना पैसा जितना संभव हो, उतना खर्च करना चाहिए। इससे पहले कि केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) या प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) जैसी केंद्रीय एजेंसियां इसे जब्त कर लें।”
उन्होंने कहा था, “कमाया गया पैसा जरूरी नहीं कि बचाया जाए। अगर आप बहुत ज्यादा बचाते हैं, तो केंद्रीय एजेंसियां इसे जब्त कर सकती हैं। इसे जितना संभव हो, उतना खर्च करने और वितरित करने की जरूरत है।”
2019 के लोकसभा चुनाव से पहले सिंह तृणमूल कांग्रेस से भाजपा में आ गए थे और बैरकपुर से भगवा खेमे के उम्मीदवार के रूप में सफलतापूर्वक चुनाव लड़ा था। हालांकि मई, 2022 में वह फिर से तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए। उनके बेटे पवन सिंह अभी भी भाजपा में हैं। पवन उत्तर 24 परगना जिले के बीजपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं।
–आईएएनएस
एसजीके