deshbandhu

deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Menu
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Facebook Twitter Youtube
  • भोपाल
  • इंदौर
  • उज्जैन
  • ग्वालियर
  • जबलपुर
  • रीवा
  • चंबल
  • नर्मदापुरम
  • शहडोल
  • सागर
  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
ADVERTISEMENT
Home ताज़ा समाचार

केरल को ‘मिनी पाकिस्तान’ कहना गलत : माजिद मेमन

by
December 30, 2024
in ताज़ा समाचार
0
0
SHARES
2
VIEWS
Share on FacebookShare on Whatsapp
ADVERTISEMENT

मुंबई, 30 दिसंबर (आईएएनएस)। एनसीपी (शरद चंद गुट) के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद माजिद मेमन ने सोमवार को आईएएनएस से बातचीत के दौरान भाजपा नेता नितेश राणे द्वारा केरल को ‘मिनी पाकिस्तान’ बताए जाने पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि कैबिनेट मंत्री की जिम्मेदारी होती है कि वह संविधान का सम्मान करें। किसी भी विषय पर अपमानजनक टिप्पणी करने से बचें। वह अब तक कई बार विवादित बयान दे चुके हैं। उनके बयानों को किसी भी प्रकार से स्वीकार नहीं किया जा सकता। वह अक्‍सर इस तरह के बयान देते रहते हैं, इसके बावजूद उन्हें कैबिनेट में शामिल कर लिया गया, यह देवेंद्र फडणवीस की मेहरबानी है।

READ ALSO

प्रधानमंत्री मोदी का तीन दिवसीय विदेश दौरा, साइप्रस के लिए रवाना

उत्तराखंड: केदारनाथ के पास हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त : 5 की मौत, सीएम धामी ने जताया दुख

उन्होंने कहा कि केरल भारत का सबसे शिक्षित राज्य है। ऐसी स्थिति में उस राज्य के बारे में इस तरह की टिप्पणी करना कि वह मिनी पाकिस्तान है, इसलिए गांधी परिवार वहां जीत का परचम लहराने में सफल हुआ। इस तरह के विवादित बयान को किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जाना चाहिए।

उन्होंने मांग की है कि गृह मंत्रालय को इस मामले का संज्ञान लेना चाहिए कि कैसे कोई मंत्री भारत के किसी भी राज्य को पाकिस्तान जैसा बता सकता है। मैं यही कहूंगा कि या तो मीडिया को इस पर किसी भी प्रकार का विचार विमर्श नहीं करना चाहिए या अगर आप इस पर चर्चा करते हैं, तो केंद्र सरकार को इस पर कार्रवाई जरूर करनी चाहिए। इस तरह के बयान देने वाले शख्स को मंत्री पद पर एक पल भी नहीं रहना चाहिए। लेकिन, अफसोस मुख्यमंत्री जी इस पर कुछ करेंगे नहीं, क्योंकि मंत्री जी उनके दुलारे हैं।

इसके साथ ही उन्होंने दिल्ली की मौजूदा राजनीतिक स्थिति को लेकर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि दिल्ली में मुख्य रूप से आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच मुकाबला है। भाजपा ने अपनी तरफ से पूरी कोशिश करते हुए आम आदमी पार्टी की बहुत बदनामी कर ली, लेकिन अब भाजपा को भी इस बात का एहसास हो चुका है कि उसे ऐसा करने से कुछ भी हासिल होने वाला नहीं है। भाजपा ने सोचा कि अगर हम आप के नेताओं को सलाखों के पीछे भेज देंगे, तो ऐसा करने से हम दिल्ली पर कब्जा कर लेंगे, लेकिन ऐसा कुछ होने वाला नहीं है। इस बीच, मैं एक बात यहां पर और जोड़ना चाहूंगा कि मौजूदा समय में जिस तरह से चुनाव में गड़बड़ी हो रही है, मसलन मतदाता सूची में बांग्लादेशी रोहिंग्याओं के नाम शाम‍िल किए जा रहे हैं, इस पर तुरंत चुनाव आयोग को संज्ञान लेकर कार्रवाई करनी चाहिए। लेकिन, अफसोस चुनाव आयोग सारी बातों को एक कान से सुनता है और दूसरे कान से निकाल देता है। यह दुख की बात है कि आयोग किसी भी बात को गंभीरता से नहीं लेता है। अगर आज तक उसने किसी भी बात को गंभीरता से लिया होता, तो आज दिल्ली की राजनीति में इस तरह की स्थिति पैदा नहीं हुई होती। लेकिन, इस बात को भी खारिज नहीं किया जा सकता है कि मौजूदा समय में चुनाव आयोग भारतीय जनता पार्टी की सरपरस्ती में काम कर रहा है, तो ऐसे में वह आम आदमी पार्टी के आरोपों को नजरअंदाज कर ही देगा।

उन्होंने कांग्रेस को लेकर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि दिल्ली की राजनीति में अब कांग्रेस को अपनी खामियों का एहसास हो चुका है। अब वो दिन चले गए, जब दिल्ली में शीला दीक्षित के नेतृत्व में कांग्रेस का दबदबा हुआ करता था। दिल्ली में अब कांग्रेस बैकफुट पर है।

इसके अलावा, उन्होंने बीपीएससी अभ्यर्थियों द्वारा किए गए प्रदर्शन को लेकर कहा कि पुलिस ने बेहद ही अमानवीय तरीके से छात्रों को हटाया। इस तरह का रवैया स्वीकार नहीं किया जा सकता है। पुलिस ने जिस तरह छात्रों के ऊपर पानी की बौछार की और लाठीचार्ज किया, वो ठीक नहीं है।

–आईएएनएस

एसएचके/सीबीटी

ADVERTISEMENT

मुंबई, 30 दिसंबर (आईएएनएस)। एनसीपी (शरद चंद गुट) के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद माजिद मेमन ने सोमवार को आईएएनएस से बातचीत के दौरान भाजपा नेता नितेश राणे द्वारा केरल को ‘मिनी पाकिस्तान’ बताए जाने पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि कैबिनेट मंत्री की जिम्मेदारी होती है कि वह संविधान का सम्मान करें। किसी भी विषय पर अपमानजनक टिप्पणी करने से बचें। वह अब तक कई बार विवादित बयान दे चुके हैं। उनके बयानों को किसी भी प्रकार से स्वीकार नहीं किया जा सकता। वह अक्‍सर इस तरह के बयान देते रहते हैं, इसके बावजूद उन्हें कैबिनेट में शामिल कर लिया गया, यह देवेंद्र फडणवीस की मेहरबानी है।

उन्होंने कहा कि केरल भारत का सबसे शिक्षित राज्य है। ऐसी स्थिति में उस राज्य के बारे में इस तरह की टिप्पणी करना कि वह मिनी पाकिस्तान है, इसलिए गांधी परिवार वहां जीत का परचम लहराने में सफल हुआ। इस तरह के विवादित बयान को किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जाना चाहिए।

उन्होंने मांग की है कि गृह मंत्रालय को इस मामले का संज्ञान लेना चाहिए कि कैसे कोई मंत्री भारत के किसी भी राज्य को पाकिस्तान जैसा बता सकता है। मैं यही कहूंगा कि या तो मीडिया को इस पर किसी भी प्रकार का विचार विमर्श नहीं करना चाहिए या अगर आप इस पर चर्चा करते हैं, तो केंद्र सरकार को इस पर कार्रवाई जरूर करनी चाहिए। इस तरह के बयान देने वाले शख्स को मंत्री पद पर एक पल भी नहीं रहना चाहिए। लेकिन, अफसोस मुख्यमंत्री जी इस पर कुछ करेंगे नहीं, क्योंकि मंत्री जी उनके दुलारे हैं।

इसके साथ ही उन्होंने दिल्ली की मौजूदा राजनीतिक स्थिति को लेकर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि दिल्ली में मुख्य रूप से आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच मुकाबला है। भाजपा ने अपनी तरफ से पूरी कोशिश करते हुए आम आदमी पार्टी की बहुत बदनामी कर ली, लेकिन अब भाजपा को भी इस बात का एहसास हो चुका है कि उसे ऐसा करने से कुछ भी हासिल होने वाला नहीं है। भाजपा ने सोचा कि अगर हम आप के नेताओं को सलाखों के पीछे भेज देंगे, तो ऐसा करने से हम दिल्ली पर कब्जा कर लेंगे, लेकिन ऐसा कुछ होने वाला नहीं है। इस बीच, मैं एक बात यहां पर और जोड़ना चाहूंगा कि मौजूदा समय में जिस तरह से चुनाव में गड़बड़ी हो रही है, मसलन मतदाता सूची में बांग्लादेशी रोहिंग्याओं के नाम शाम‍िल किए जा रहे हैं, इस पर तुरंत चुनाव आयोग को संज्ञान लेकर कार्रवाई करनी चाहिए। लेकिन, अफसोस चुनाव आयोग सारी बातों को एक कान से सुनता है और दूसरे कान से निकाल देता है। यह दुख की बात है कि आयोग किसी भी बात को गंभीरता से नहीं लेता है। अगर आज तक उसने किसी भी बात को गंभीरता से लिया होता, तो आज दिल्ली की राजनीति में इस तरह की स्थिति पैदा नहीं हुई होती। लेकिन, इस बात को भी खारिज नहीं किया जा सकता है कि मौजूदा समय में चुनाव आयोग भारतीय जनता पार्टी की सरपरस्ती में काम कर रहा है, तो ऐसे में वह आम आदमी पार्टी के आरोपों को नजरअंदाज कर ही देगा।

उन्होंने कांग्रेस को लेकर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि दिल्ली की राजनीति में अब कांग्रेस को अपनी खामियों का एहसास हो चुका है। अब वो दिन चले गए, जब दिल्ली में शीला दीक्षित के नेतृत्व में कांग्रेस का दबदबा हुआ करता था। दिल्ली में अब कांग्रेस बैकफुट पर है।

इसके अलावा, उन्होंने बीपीएससी अभ्यर्थियों द्वारा किए गए प्रदर्शन को लेकर कहा कि पुलिस ने बेहद ही अमानवीय तरीके से छात्रों को हटाया। इस तरह का रवैया स्वीकार नहीं किया जा सकता है। पुलिस ने जिस तरह छात्रों के ऊपर पानी की बौछार की और लाठीचार्ज किया, वो ठीक नहीं है।

–आईएएनएस

एसएचके/सीबीटी

ADVERTISEMENT

मुंबई, 30 दिसंबर (आईएएनएस)। एनसीपी (शरद चंद गुट) के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद माजिद मेमन ने सोमवार को आईएएनएस से बातचीत के दौरान भाजपा नेता नितेश राणे द्वारा केरल को ‘मिनी पाकिस्तान’ बताए जाने पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि कैबिनेट मंत्री की जिम्मेदारी होती है कि वह संविधान का सम्मान करें। किसी भी विषय पर अपमानजनक टिप्पणी करने से बचें। वह अब तक कई बार विवादित बयान दे चुके हैं। उनके बयानों को किसी भी प्रकार से स्वीकार नहीं किया जा सकता। वह अक्‍सर इस तरह के बयान देते रहते हैं, इसके बावजूद उन्हें कैबिनेट में शामिल कर लिया गया, यह देवेंद्र फडणवीस की मेहरबानी है।

उन्होंने कहा कि केरल भारत का सबसे शिक्षित राज्य है। ऐसी स्थिति में उस राज्य के बारे में इस तरह की टिप्पणी करना कि वह मिनी पाकिस्तान है, इसलिए गांधी परिवार वहां जीत का परचम लहराने में सफल हुआ। इस तरह के विवादित बयान को किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जाना चाहिए।

उन्होंने मांग की है कि गृह मंत्रालय को इस मामले का संज्ञान लेना चाहिए कि कैसे कोई मंत्री भारत के किसी भी राज्य को पाकिस्तान जैसा बता सकता है। मैं यही कहूंगा कि या तो मीडिया को इस पर किसी भी प्रकार का विचार विमर्श नहीं करना चाहिए या अगर आप इस पर चर्चा करते हैं, तो केंद्र सरकार को इस पर कार्रवाई जरूर करनी चाहिए। इस तरह के बयान देने वाले शख्स को मंत्री पद पर एक पल भी नहीं रहना चाहिए। लेकिन, अफसोस मुख्यमंत्री जी इस पर कुछ करेंगे नहीं, क्योंकि मंत्री जी उनके दुलारे हैं।

इसके साथ ही उन्होंने दिल्ली की मौजूदा राजनीतिक स्थिति को लेकर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि दिल्ली में मुख्य रूप से आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच मुकाबला है। भाजपा ने अपनी तरफ से पूरी कोशिश करते हुए आम आदमी पार्टी की बहुत बदनामी कर ली, लेकिन अब भाजपा को भी इस बात का एहसास हो चुका है कि उसे ऐसा करने से कुछ भी हासिल होने वाला नहीं है। भाजपा ने सोचा कि अगर हम आप के नेताओं को सलाखों के पीछे भेज देंगे, तो ऐसा करने से हम दिल्ली पर कब्जा कर लेंगे, लेकिन ऐसा कुछ होने वाला नहीं है। इस बीच, मैं एक बात यहां पर और जोड़ना चाहूंगा कि मौजूदा समय में जिस तरह से चुनाव में गड़बड़ी हो रही है, मसलन मतदाता सूची में बांग्लादेशी रोहिंग्याओं के नाम शाम‍िल किए जा रहे हैं, इस पर तुरंत चुनाव आयोग को संज्ञान लेकर कार्रवाई करनी चाहिए। लेकिन, अफसोस चुनाव आयोग सारी बातों को एक कान से सुनता है और दूसरे कान से निकाल देता है। यह दुख की बात है कि आयोग किसी भी बात को गंभीरता से नहीं लेता है। अगर आज तक उसने किसी भी बात को गंभीरता से लिया होता, तो आज दिल्ली की राजनीति में इस तरह की स्थिति पैदा नहीं हुई होती। लेकिन, इस बात को भी खारिज नहीं किया जा सकता है कि मौजूदा समय में चुनाव आयोग भारतीय जनता पार्टी की सरपरस्ती में काम कर रहा है, तो ऐसे में वह आम आदमी पार्टी के आरोपों को नजरअंदाज कर ही देगा।

उन्होंने कांग्रेस को लेकर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि दिल्ली की राजनीति में अब कांग्रेस को अपनी खामियों का एहसास हो चुका है। अब वो दिन चले गए, जब दिल्ली में शीला दीक्षित के नेतृत्व में कांग्रेस का दबदबा हुआ करता था। दिल्ली में अब कांग्रेस बैकफुट पर है।

इसके अलावा, उन्होंने बीपीएससी अभ्यर्थियों द्वारा किए गए प्रदर्शन को लेकर कहा कि पुलिस ने बेहद ही अमानवीय तरीके से छात्रों को हटाया। इस तरह का रवैया स्वीकार नहीं किया जा सकता है। पुलिस ने जिस तरह छात्रों के ऊपर पानी की बौछार की और लाठीचार्ज किया, वो ठीक नहीं है।

–आईएएनएस

एसएचके/सीबीटी

ADVERTISEMENT

मुंबई, 30 दिसंबर (आईएएनएस)। एनसीपी (शरद चंद गुट) के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद माजिद मेमन ने सोमवार को आईएएनएस से बातचीत के दौरान भाजपा नेता नितेश राणे द्वारा केरल को ‘मिनी पाकिस्तान’ बताए जाने पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि कैबिनेट मंत्री की जिम्मेदारी होती है कि वह संविधान का सम्मान करें। किसी भी विषय पर अपमानजनक टिप्पणी करने से बचें। वह अब तक कई बार विवादित बयान दे चुके हैं। उनके बयानों को किसी भी प्रकार से स्वीकार नहीं किया जा सकता। वह अक्‍सर इस तरह के बयान देते रहते हैं, इसके बावजूद उन्हें कैबिनेट में शामिल कर लिया गया, यह देवेंद्र फडणवीस की मेहरबानी है।

उन्होंने कहा कि केरल भारत का सबसे शिक्षित राज्य है। ऐसी स्थिति में उस राज्य के बारे में इस तरह की टिप्पणी करना कि वह मिनी पाकिस्तान है, इसलिए गांधी परिवार वहां जीत का परचम लहराने में सफल हुआ। इस तरह के विवादित बयान को किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जाना चाहिए।

उन्होंने मांग की है कि गृह मंत्रालय को इस मामले का संज्ञान लेना चाहिए कि कैसे कोई मंत्री भारत के किसी भी राज्य को पाकिस्तान जैसा बता सकता है। मैं यही कहूंगा कि या तो मीडिया को इस पर किसी भी प्रकार का विचार विमर्श नहीं करना चाहिए या अगर आप इस पर चर्चा करते हैं, तो केंद्र सरकार को इस पर कार्रवाई जरूर करनी चाहिए। इस तरह के बयान देने वाले शख्स को मंत्री पद पर एक पल भी नहीं रहना चाहिए। लेकिन, अफसोस मुख्यमंत्री जी इस पर कुछ करेंगे नहीं, क्योंकि मंत्री जी उनके दुलारे हैं।

इसके साथ ही उन्होंने दिल्ली की मौजूदा राजनीतिक स्थिति को लेकर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि दिल्ली में मुख्य रूप से आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच मुकाबला है। भाजपा ने अपनी तरफ से पूरी कोशिश करते हुए आम आदमी पार्टी की बहुत बदनामी कर ली, लेकिन अब भाजपा को भी इस बात का एहसास हो चुका है कि उसे ऐसा करने से कुछ भी हासिल होने वाला नहीं है। भाजपा ने सोचा कि अगर हम आप के नेताओं को सलाखों के पीछे भेज देंगे, तो ऐसा करने से हम दिल्ली पर कब्जा कर लेंगे, लेकिन ऐसा कुछ होने वाला नहीं है। इस बीच, मैं एक बात यहां पर और जोड़ना चाहूंगा कि मौजूदा समय में जिस तरह से चुनाव में गड़बड़ी हो रही है, मसलन मतदाता सूची में बांग्लादेशी रोहिंग्याओं के नाम शाम‍िल किए जा रहे हैं, इस पर तुरंत चुनाव आयोग को संज्ञान लेकर कार्रवाई करनी चाहिए। लेकिन, अफसोस चुनाव आयोग सारी बातों को एक कान से सुनता है और दूसरे कान से निकाल देता है। यह दुख की बात है कि आयोग किसी भी बात को गंभीरता से नहीं लेता है। अगर आज तक उसने किसी भी बात को गंभीरता से लिया होता, तो आज दिल्ली की राजनीति में इस तरह की स्थिति पैदा नहीं हुई होती। लेकिन, इस बात को भी खारिज नहीं किया जा सकता है कि मौजूदा समय में चुनाव आयोग भारतीय जनता पार्टी की सरपरस्ती में काम कर रहा है, तो ऐसे में वह आम आदमी पार्टी के आरोपों को नजरअंदाज कर ही देगा।

उन्होंने कांग्रेस को लेकर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि दिल्ली की राजनीति में अब कांग्रेस को अपनी खामियों का एहसास हो चुका है। अब वो दिन चले गए, जब दिल्ली में शीला दीक्षित के नेतृत्व में कांग्रेस का दबदबा हुआ करता था। दिल्ली में अब कांग्रेस बैकफुट पर है।

इसके अलावा, उन्होंने बीपीएससी अभ्यर्थियों द्वारा किए गए प्रदर्शन को लेकर कहा कि पुलिस ने बेहद ही अमानवीय तरीके से छात्रों को हटाया। इस तरह का रवैया स्वीकार नहीं किया जा सकता है। पुलिस ने जिस तरह छात्रों के ऊपर पानी की बौछार की और लाठीचार्ज किया, वो ठीक नहीं है।

–आईएएनएस

एसएचके/सीबीटी

ADVERTISEMENT

मुंबई, 30 दिसंबर (आईएएनएस)। एनसीपी (शरद चंद गुट) के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद माजिद मेमन ने सोमवार को आईएएनएस से बातचीत के दौरान भाजपा नेता नितेश राणे द्वारा केरल को ‘मिनी पाकिस्तान’ बताए जाने पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि कैबिनेट मंत्री की जिम्मेदारी होती है कि वह संविधान का सम्मान करें। किसी भी विषय पर अपमानजनक टिप्पणी करने से बचें। वह अब तक कई बार विवादित बयान दे चुके हैं। उनके बयानों को किसी भी प्रकार से स्वीकार नहीं किया जा सकता। वह अक्‍सर इस तरह के बयान देते रहते हैं, इसके बावजूद उन्हें कैबिनेट में शामिल कर लिया गया, यह देवेंद्र फडणवीस की मेहरबानी है।

उन्होंने कहा कि केरल भारत का सबसे शिक्षित राज्य है। ऐसी स्थिति में उस राज्य के बारे में इस तरह की टिप्पणी करना कि वह मिनी पाकिस्तान है, इसलिए गांधी परिवार वहां जीत का परचम लहराने में सफल हुआ। इस तरह के विवादित बयान को किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जाना चाहिए।

उन्होंने मांग की है कि गृह मंत्रालय को इस मामले का संज्ञान लेना चाहिए कि कैसे कोई मंत्री भारत के किसी भी राज्य को पाकिस्तान जैसा बता सकता है। मैं यही कहूंगा कि या तो मीडिया को इस पर किसी भी प्रकार का विचार विमर्श नहीं करना चाहिए या अगर आप इस पर चर्चा करते हैं, तो केंद्र सरकार को इस पर कार्रवाई जरूर करनी चाहिए। इस तरह के बयान देने वाले शख्स को मंत्री पद पर एक पल भी नहीं रहना चाहिए। लेकिन, अफसोस मुख्यमंत्री जी इस पर कुछ करेंगे नहीं, क्योंकि मंत्री जी उनके दुलारे हैं।

इसके साथ ही उन्होंने दिल्ली की मौजूदा राजनीतिक स्थिति को लेकर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि दिल्ली में मुख्य रूप से आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच मुकाबला है। भाजपा ने अपनी तरफ से पूरी कोशिश करते हुए आम आदमी पार्टी की बहुत बदनामी कर ली, लेकिन अब भाजपा को भी इस बात का एहसास हो चुका है कि उसे ऐसा करने से कुछ भी हासिल होने वाला नहीं है। भाजपा ने सोचा कि अगर हम आप के नेताओं को सलाखों के पीछे भेज देंगे, तो ऐसा करने से हम दिल्ली पर कब्जा कर लेंगे, लेकिन ऐसा कुछ होने वाला नहीं है। इस बीच, मैं एक बात यहां पर और जोड़ना चाहूंगा कि मौजूदा समय में जिस तरह से चुनाव में गड़बड़ी हो रही है, मसलन मतदाता सूची में बांग्लादेशी रोहिंग्याओं के नाम शाम‍िल किए जा रहे हैं, इस पर तुरंत चुनाव आयोग को संज्ञान लेकर कार्रवाई करनी चाहिए। लेकिन, अफसोस चुनाव आयोग सारी बातों को एक कान से सुनता है और दूसरे कान से निकाल देता है। यह दुख की बात है कि आयोग किसी भी बात को गंभीरता से नहीं लेता है। अगर आज तक उसने किसी भी बात को गंभीरता से लिया होता, तो आज दिल्ली की राजनीति में इस तरह की स्थिति पैदा नहीं हुई होती। लेकिन, इस बात को भी खारिज नहीं किया जा सकता है कि मौजूदा समय में चुनाव आयोग भारतीय जनता पार्टी की सरपरस्ती में काम कर रहा है, तो ऐसे में वह आम आदमी पार्टी के आरोपों को नजरअंदाज कर ही देगा।

उन्होंने कांग्रेस को लेकर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि दिल्ली की राजनीति में अब कांग्रेस को अपनी खामियों का एहसास हो चुका है। अब वो दिन चले गए, जब दिल्ली में शीला दीक्षित के नेतृत्व में कांग्रेस का दबदबा हुआ करता था। दिल्ली में अब कांग्रेस बैकफुट पर है।

इसके अलावा, उन्होंने बीपीएससी अभ्यर्थियों द्वारा किए गए प्रदर्शन को लेकर कहा कि पुलिस ने बेहद ही अमानवीय तरीके से छात्रों को हटाया। इस तरह का रवैया स्वीकार नहीं किया जा सकता है। पुलिस ने जिस तरह छात्रों के ऊपर पानी की बौछार की और लाठीचार्ज किया, वो ठीक नहीं है।

–आईएएनएस

एसएचके/सीबीटी

ADVERTISEMENT

मुंबई, 30 दिसंबर (आईएएनएस)। एनसीपी (शरद चंद गुट) के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद माजिद मेमन ने सोमवार को आईएएनएस से बातचीत के दौरान भाजपा नेता नितेश राणे द्वारा केरल को ‘मिनी पाकिस्तान’ बताए जाने पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि कैबिनेट मंत्री की जिम्मेदारी होती है कि वह संविधान का सम्मान करें। किसी भी विषय पर अपमानजनक टिप्पणी करने से बचें। वह अब तक कई बार विवादित बयान दे चुके हैं। उनके बयानों को किसी भी प्रकार से स्वीकार नहीं किया जा सकता। वह अक्‍सर इस तरह के बयान देते रहते हैं, इसके बावजूद उन्हें कैबिनेट में शामिल कर लिया गया, यह देवेंद्र फडणवीस की मेहरबानी है।

उन्होंने कहा कि केरल भारत का सबसे शिक्षित राज्य है। ऐसी स्थिति में उस राज्य के बारे में इस तरह की टिप्पणी करना कि वह मिनी पाकिस्तान है, इसलिए गांधी परिवार वहां जीत का परचम लहराने में सफल हुआ। इस तरह के विवादित बयान को किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जाना चाहिए।

उन्होंने मांग की है कि गृह मंत्रालय को इस मामले का संज्ञान लेना चाहिए कि कैसे कोई मंत्री भारत के किसी भी राज्य को पाकिस्तान जैसा बता सकता है। मैं यही कहूंगा कि या तो मीडिया को इस पर किसी भी प्रकार का विचार विमर्श नहीं करना चाहिए या अगर आप इस पर चर्चा करते हैं, तो केंद्र सरकार को इस पर कार्रवाई जरूर करनी चाहिए। इस तरह के बयान देने वाले शख्स को मंत्री पद पर एक पल भी नहीं रहना चाहिए। लेकिन, अफसोस मुख्यमंत्री जी इस पर कुछ करेंगे नहीं, क्योंकि मंत्री जी उनके दुलारे हैं।

इसके साथ ही उन्होंने दिल्ली की मौजूदा राजनीतिक स्थिति को लेकर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि दिल्ली में मुख्य रूप से आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच मुकाबला है। भाजपा ने अपनी तरफ से पूरी कोशिश करते हुए आम आदमी पार्टी की बहुत बदनामी कर ली, लेकिन अब भाजपा को भी इस बात का एहसास हो चुका है कि उसे ऐसा करने से कुछ भी हासिल होने वाला नहीं है। भाजपा ने सोचा कि अगर हम आप के नेताओं को सलाखों के पीछे भेज देंगे, तो ऐसा करने से हम दिल्ली पर कब्जा कर लेंगे, लेकिन ऐसा कुछ होने वाला नहीं है। इस बीच, मैं एक बात यहां पर और जोड़ना चाहूंगा कि मौजूदा समय में जिस तरह से चुनाव में गड़बड़ी हो रही है, मसलन मतदाता सूची में बांग्लादेशी रोहिंग्याओं के नाम शाम‍िल किए जा रहे हैं, इस पर तुरंत चुनाव आयोग को संज्ञान लेकर कार्रवाई करनी चाहिए। लेकिन, अफसोस चुनाव आयोग सारी बातों को एक कान से सुनता है और दूसरे कान से निकाल देता है। यह दुख की बात है कि आयोग किसी भी बात को गंभीरता से नहीं लेता है। अगर आज तक उसने किसी भी बात को गंभीरता से लिया होता, तो आज दिल्ली की राजनीति में इस तरह की स्थिति पैदा नहीं हुई होती। लेकिन, इस बात को भी खारिज नहीं किया जा सकता है कि मौजूदा समय में चुनाव आयोग भारतीय जनता पार्टी की सरपरस्ती में काम कर रहा है, तो ऐसे में वह आम आदमी पार्टी के आरोपों को नजरअंदाज कर ही देगा।

उन्होंने कांग्रेस को लेकर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि दिल्ली की राजनीति में अब कांग्रेस को अपनी खामियों का एहसास हो चुका है। अब वो दिन चले गए, जब दिल्ली में शीला दीक्षित के नेतृत्व में कांग्रेस का दबदबा हुआ करता था। दिल्ली में अब कांग्रेस बैकफुट पर है।

इसके अलावा, उन्होंने बीपीएससी अभ्यर्थियों द्वारा किए गए प्रदर्शन को लेकर कहा कि पुलिस ने बेहद ही अमानवीय तरीके से छात्रों को हटाया। इस तरह का रवैया स्वीकार नहीं किया जा सकता है। पुलिस ने जिस तरह छात्रों के ऊपर पानी की बौछार की और लाठीचार्ज किया, वो ठीक नहीं है।

–आईएएनएस

एसएचके/सीबीटी

ADVERTISEMENT

मुंबई, 30 दिसंबर (आईएएनएस)। एनसीपी (शरद चंद गुट) के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद माजिद मेमन ने सोमवार को आईएएनएस से बातचीत के दौरान भाजपा नेता नितेश राणे द्वारा केरल को ‘मिनी पाकिस्तान’ बताए जाने पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि कैबिनेट मंत्री की जिम्मेदारी होती है कि वह संविधान का सम्मान करें। किसी भी विषय पर अपमानजनक टिप्पणी करने से बचें। वह अब तक कई बार विवादित बयान दे चुके हैं। उनके बयानों को किसी भी प्रकार से स्वीकार नहीं किया जा सकता। वह अक्‍सर इस तरह के बयान देते रहते हैं, इसके बावजूद उन्हें कैबिनेट में शामिल कर लिया गया, यह देवेंद्र फडणवीस की मेहरबानी है।

उन्होंने कहा कि केरल भारत का सबसे शिक्षित राज्य है। ऐसी स्थिति में उस राज्य के बारे में इस तरह की टिप्पणी करना कि वह मिनी पाकिस्तान है, इसलिए गांधी परिवार वहां जीत का परचम लहराने में सफल हुआ। इस तरह के विवादित बयान को किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जाना चाहिए।

उन्होंने मांग की है कि गृह मंत्रालय को इस मामले का संज्ञान लेना चाहिए कि कैसे कोई मंत्री भारत के किसी भी राज्य को पाकिस्तान जैसा बता सकता है। मैं यही कहूंगा कि या तो मीडिया को इस पर किसी भी प्रकार का विचार विमर्श नहीं करना चाहिए या अगर आप इस पर चर्चा करते हैं, तो केंद्र सरकार को इस पर कार्रवाई जरूर करनी चाहिए। इस तरह के बयान देने वाले शख्स को मंत्री पद पर एक पल भी नहीं रहना चाहिए। लेकिन, अफसोस मुख्यमंत्री जी इस पर कुछ करेंगे नहीं, क्योंकि मंत्री जी उनके दुलारे हैं।

इसके साथ ही उन्होंने दिल्ली की मौजूदा राजनीतिक स्थिति को लेकर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि दिल्ली में मुख्य रूप से आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच मुकाबला है। भाजपा ने अपनी तरफ से पूरी कोशिश करते हुए आम आदमी पार्टी की बहुत बदनामी कर ली, लेकिन अब भाजपा को भी इस बात का एहसास हो चुका है कि उसे ऐसा करने से कुछ भी हासिल होने वाला नहीं है। भाजपा ने सोचा कि अगर हम आप के नेताओं को सलाखों के पीछे भेज देंगे, तो ऐसा करने से हम दिल्ली पर कब्जा कर लेंगे, लेकिन ऐसा कुछ होने वाला नहीं है। इस बीच, मैं एक बात यहां पर और जोड़ना चाहूंगा कि मौजूदा समय में जिस तरह से चुनाव में गड़बड़ी हो रही है, मसलन मतदाता सूची में बांग्लादेशी रोहिंग्याओं के नाम शाम‍िल किए जा रहे हैं, इस पर तुरंत चुनाव आयोग को संज्ञान लेकर कार्रवाई करनी चाहिए। लेकिन, अफसोस चुनाव आयोग सारी बातों को एक कान से सुनता है और दूसरे कान से निकाल देता है। यह दुख की बात है कि आयोग किसी भी बात को गंभीरता से नहीं लेता है। अगर आज तक उसने किसी भी बात को गंभीरता से लिया होता, तो आज दिल्ली की राजनीति में इस तरह की स्थिति पैदा नहीं हुई होती। लेकिन, इस बात को भी खारिज नहीं किया जा सकता है कि मौजूदा समय में चुनाव आयोग भारतीय जनता पार्टी की सरपरस्ती में काम कर रहा है, तो ऐसे में वह आम आदमी पार्टी के आरोपों को नजरअंदाज कर ही देगा।

उन्होंने कांग्रेस को लेकर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि दिल्ली की राजनीति में अब कांग्रेस को अपनी खामियों का एहसास हो चुका है। अब वो दिन चले गए, जब दिल्ली में शीला दीक्षित के नेतृत्व में कांग्रेस का दबदबा हुआ करता था। दिल्ली में अब कांग्रेस बैकफुट पर है।

इसके अलावा, उन्होंने बीपीएससी अभ्यर्थियों द्वारा किए गए प्रदर्शन को लेकर कहा कि पुलिस ने बेहद ही अमानवीय तरीके से छात्रों को हटाया। इस तरह का रवैया स्वीकार नहीं किया जा सकता है। पुलिस ने जिस तरह छात्रों के ऊपर पानी की बौछार की और लाठीचार्ज किया, वो ठीक नहीं है।

–आईएएनएस

एसएचके/सीबीटी

ADVERTISEMENT

मुंबई, 30 दिसंबर (आईएएनएस)। एनसीपी (शरद चंद गुट) के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद माजिद मेमन ने सोमवार को आईएएनएस से बातचीत के दौरान भाजपा नेता नितेश राणे द्वारा केरल को ‘मिनी पाकिस्तान’ बताए जाने पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि कैबिनेट मंत्री की जिम्मेदारी होती है कि वह संविधान का सम्मान करें। किसी भी विषय पर अपमानजनक टिप्पणी करने से बचें। वह अब तक कई बार विवादित बयान दे चुके हैं। उनके बयानों को किसी भी प्रकार से स्वीकार नहीं किया जा सकता। वह अक्‍सर इस तरह के बयान देते रहते हैं, इसके बावजूद उन्हें कैबिनेट में शामिल कर लिया गया, यह देवेंद्र फडणवीस की मेहरबानी है।

उन्होंने कहा कि केरल भारत का सबसे शिक्षित राज्य है। ऐसी स्थिति में उस राज्य के बारे में इस तरह की टिप्पणी करना कि वह मिनी पाकिस्तान है, इसलिए गांधी परिवार वहां जीत का परचम लहराने में सफल हुआ। इस तरह के विवादित बयान को किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जाना चाहिए।

उन्होंने मांग की है कि गृह मंत्रालय को इस मामले का संज्ञान लेना चाहिए कि कैसे कोई मंत्री भारत के किसी भी राज्य को पाकिस्तान जैसा बता सकता है। मैं यही कहूंगा कि या तो मीडिया को इस पर किसी भी प्रकार का विचार विमर्श नहीं करना चाहिए या अगर आप इस पर चर्चा करते हैं, तो केंद्र सरकार को इस पर कार्रवाई जरूर करनी चाहिए। इस तरह के बयान देने वाले शख्स को मंत्री पद पर एक पल भी नहीं रहना चाहिए। लेकिन, अफसोस मुख्यमंत्री जी इस पर कुछ करेंगे नहीं, क्योंकि मंत्री जी उनके दुलारे हैं।

इसके साथ ही उन्होंने दिल्ली की मौजूदा राजनीतिक स्थिति को लेकर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि दिल्ली में मुख्य रूप से आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच मुकाबला है। भाजपा ने अपनी तरफ से पूरी कोशिश करते हुए आम आदमी पार्टी की बहुत बदनामी कर ली, लेकिन अब भाजपा को भी इस बात का एहसास हो चुका है कि उसे ऐसा करने से कुछ भी हासिल होने वाला नहीं है। भाजपा ने सोचा कि अगर हम आप के नेताओं को सलाखों के पीछे भेज देंगे, तो ऐसा करने से हम दिल्ली पर कब्जा कर लेंगे, लेकिन ऐसा कुछ होने वाला नहीं है। इस बीच, मैं एक बात यहां पर और जोड़ना चाहूंगा कि मौजूदा समय में जिस तरह से चुनाव में गड़बड़ी हो रही है, मसलन मतदाता सूची में बांग्लादेशी रोहिंग्याओं के नाम शाम‍िल किए जा रहे हैं, इस पर तुरंत चुनाव आयोग को संज्ञान लेकर कार्रवाई करनी चाहिए। लेकिन, अफसोस चुनाव आयोग सारी बातों को एक कान से सुनता है और दूसरे कान से निकाल देता है। यह दुख की बात है कि आयोग किसी भी बात को गंभीरता से नहीं लेता है। अगर आज तक उसने किसी भी बात को गंभीरता से लिया होता, तो आज दिल्ली की राजनीति में इस तरह की स्थिति पैदा नहीं हुई होती। लेकिन, इस बात को भी खारिज नहीं किया जा सकता है कि मौजूदा समय में चुनाव आयोग भारतीय जनता पार्टी की सरपरस्ती में काम कर रहा है, तो ऐसे में वह आम आदमी पार्टी के आरोपों को नजरअंदाज कर ही देगा।

उन्होंने कांग्रेस को लेकर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि दिल्ली की राजनीति में अब कांग्रेस को अपनी खामियों का एहसास हो चुका है। अब वो दिन चले गए, जब दिल्ली में शीला दीक्षित के नेतृत्व में कांग्रेस का दबदबा हुआ करता था। दिल्ली में अब कांग्रेस बैकफुट पर है।

इसके अलावा, उन्होंने बीपीएससी अभ्यर्थियों द्वारा किए गए प्रदर्शन को लेकर कहा कि पुलिस ने बेहद ही अमानवीय तरीके से छात्रों को हटाया। इस तरह का रवैया स्वीकार नहीं किया जा सकता है। पुलिस ने जिस तरह छात्रों के ऊपर पानी की बौछार की और लाठीचार्ज किया, वो ठीक नहीं है।

–आईएएनएस

एसएचके/सीबीटी

मुंबई, 30 दिसंबर (आईएएनएस)। एनसीपी (शरद चंद गुट) के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद माजिद मेमन ने सोमवार को आईएएनएस से बातचीत के दौरान भाजपा नेता नितेश राणे द्वारा केरल को ‘मिनी पाकिस्तान’ बताए जाने पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि कैबिनेट मंत्री की जिम्मेदारी होती है कि वह संविधान का सम्मान करें। किसी भी विषय पर अपमानजनक टिप्पणी करने से बचें। वह अब तक कई बार विवादित बयान दे चुके हैं। उनके बयानों को किसी भी प्रकार से स्वीकार नहीं किया जा सकता। वह अक्‍सर इस तरह के बयान देते रहते हैं, इसके बावजूद उन्हें कैबिनेट में शामिल कर लिया गया, यह देवेंद्र फडणवीस की मेहरबानी है।

उन्होंने कहा कि केरल भारत का सबसे शिक्षित राज्य है। ऐसी स्थिति में उस राज्य के बारे में इस तरह की टिप्पणी करना कि वह मिनी पाकिस्तान है, इसलिए गांधी परिवार वहां जीत का परचम लहराने में सफल हुआ। इस तरह के विवादित बयान को किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जाना चाहिए।

उन्होंने मांग की है कि गृह मंत्रालय को इस मामले का संज्ञान लेना चाहिए कि कैसे कोई मंत्री भारत के किसी भी राज्य को पाकिस्तान जैसा बता सकता है। मैं यही कहूंगा कि या तो मीडिया को इस पर किसी भी प्रकार का विचार विमर्श नहीं करना चाहिए या अगर आप इस पर चर्चा करते हैं, तो केंद्र सरकार को इस पर कार्रवाई जरूर करनी चाहिए। इस तरह के बयान देने वाले शख्स को मंत्री पद पर एक पल भी नहीं रहना चाहिए। लेकिन, अफसोस मुख्यमंत्री जी इस पर कुछ करेंगे नहीं, क्योंकि मंत्री जी उनके दुलारे हैं।

इसके साथ ही उन्होंने दिल्ली की मौजूदा राजनीतिक स्थिति को लेकर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि दिल्ली में मुख्य रूप से आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच मुकाबला है। भाजपा ने अपनी तरफ से पूरी कोशिश करते हुए आम आदमी पार्टी की बहुत बदनामी कर ली, लेकिन अब भाजपा को भी इस बात का एहसास हो चुका है कि उसे ऐसा करने से कुछ भी हासिल होने वाला नहीं है। भाजपा ने सोचा कि अगर हम आप के नेताओं को सलाखों के पीछे भेज देंगे, तो ऐसा करने से हम दिल्ली पर कब्जा कर लेंगे, लेकिन ऐसा कुछ होने वाला नहीं है। इस बीच, मैं एक बात यहां पर और जोड़ना चाहूंगा कि मौजूदा समय में जिस तरह से चुनाव में गड़बड़ी हो रही है, मसलन मतदाता सूची में बांग्लादेशी रोहिंग्याओं के नाम शाम‍िल किए जा रहे हैं, इस पर तुरंत चुनाव आयोग को संज्ञान लेकर कार्रवाई करनी चाहिए। लेकिन, अफसोस चुनाव आयोग सारी बातों को एक कान से सुनता है और दूसरे कान से निकाल देता है। यह दुख की बात है कि आयोग किसी भी बात को गंभीरता से नहीं लेता है। अगर आज तक उसने किसी भी बात को गंभीरता से लिया होता, तो आज दिल्ली की राजनीति में इस तरह की स्थिति पैदा नहीं हुई होती। लेकिन, इस बात को भी खारिज नहीं किया जा सकता है कि मौजूदा समय में चुनाव आयोग भारतीय जनता पार्टी की सरपरस्ती में काम कर रहा है, तो ऐसे में वह आम आदमी पार्टी के आरोपों को नजरअंदाज कर ही देगा।

उन्होंने कांग्रेस को लेकर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि दिल्ली की राजनीति में अब कांग्रेस को अपनी खामियों का एहसास हो चुका है। अब वो दिन चले गए, जब दिल्ली में शीला दीक्षित के नेतृत्व में कांग्रेस का दबदबा हुआ करता था। दिल्ली में अब कांग्रेस बैकफुट पर है।

इसके अलावा, उन्होंने बीपीएससी अभ्यर्थियों द्वारा किए गए प्रदर्शन को लेकर कहा कि पुलिस ने बेहद ही अमानवीय तरीके से छात्रों को हटाया। इस तरह का रवैया स्वीकार नहीं किया जा सकता है। पुलिस ने जिस तरह छात्रों के ऊपर पानी की बौछार की और लाठीचार्ज किया, वो ठीक नहीं है।

–आईएएनएस

एसएचके/सीबीटी

ADVERTISEMENT

मुंबई, 30 दिसंबर (आईएएनएस)। एनसीपी (शरद चंद गुट) के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद माजिद मेमन ने सोमवार को आईएएनएस से बातचीत के दौरान भाजपा नेता नितेश राणे द्वारा केरल को ‘मिनी पाकिस्तान’ बताए जाने पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि कैबिनेट मंत्री की जिम्मेदारी होती है कि वह संविधान का सम्मान करें। किसी भी विषय पर अपमानजनक टिप्पणी करने से बचें। वह अब तक कई बार विवादित बयान दे चुके हैं। उनके बयानों को किसी भी प्रकार से स्वीकार नहीं किया जा सकता। वह अक्‍सर इस तरह के बयान देते रहते हैं, इसके बावजूद उन्हें कैबिनेट में शामिल कर लिया गया, यह देवेंद्र फडणवीस की मेहरबानी है।

उन्होंने कहा कि केरल भारत का सबसे शिक्षित राज्य है। ऐसी स्थिति में उस राज्य के बारे में इस तरह की टिप्पणी करना कि वह मिनी पाकिस्तान है, इसलिए गांधी परिवार वहां जीत का परचम लहराने में सफल हुआ। इस तरह के विवादित बयान को किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जाना चाहिए।

उन्होंने मांग की है कि गृह मंत्रालय को इस मामले का संज्ञान लेना चाहिए कि कैसे कोई मंत्री भारत के किसी भी राज्य को पाकिस्तान जैसा बता सकता है। मैं यही कहूंगा कि या तो मीडिया को इस पर किसी भी प्रकार का विचार विमर्श नहीं करना चाहिए या अगर आप इस पर चर्चा करते हैं, तो केंद्र सरकार को इस पर कार्रवाई जरूर करनी चाहिए। इस तरह के बयान देने वाले शख्स को मंत्री पद पर एक पल भी नहीं रहना चाहिए। लेकिन, अफसोस मुख्यमंत्री जी इस पर कुछ करेंगे नहीं, क्योंकि मंत्री जी उनके दुलारे हैं।

इसके साथ ही उन्होंने दिल्ली की मौजूदा राजनीतिक स्थिति को लेकर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि दिल्ली में मुख्य रूप से आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच मुकाबला है। भाजपा ने अपनी तरफ से पूरी कोशिश करते हुए आम आदमी पार्टी की बहुत बदनामी कर ली, लेकिन अब भाजपा को भी इस बात का एहसास हो चुका है कि उसे ऐसा करने से कुछ भी हासिल होने वाला नहीं है। भाजपा ने सोचा कि अगर हम आप के नेताओं को सलाखों के पीछे भेज देंगे, तो ऐसा करने से हम दिल्ली पर कब्जा कर लेंगे, लेकिन ऐसा कुछ होने वाला नहीं है। इस बीच, मैं एक बात यहां पर और जोड़ना चाहूंगा कि मौजूदा समय में जिस तरह से चुनाव में गड़बड़ी हो रही है, मसलन मतदाता सूची में बांग्लादेशी रोहिंग्याओं के नाम शाम‍िल किए जा रहे हैं, इस पर तुरंत चुनाव आयोग को संज्ञान लेकर कार्रवाई करनी चाहिए। लेकिन, अफसोस चुनाव आयोग सारी बातों को एक कान से सुनता है और दूसरे कान से निकाल देता है। यह दुख की बात है कि आयोग किसी भी बात को गंभीरता से नहीं लेता है। अगर आज तक उसने किसी भी बात को गंभीरता से लिया होता, तो आज दिल्ली की राजनीति में इस तरह की स्थिति पैदा नहीं हुई होती। लेकिन, इस बात को भी खारिज नहीं किया जा सकता है कि मौजूदा समय में चुनाव आयोग भारतीय जनता पार्टी की सरपरस्ती में काम कर रहा है, तो ऐसे में वह आम आदमी पार्टी के आरोपों को नजरअंदाज कर ही देगा।

उन्होंने कांग्रेस को लेकर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि दिल्ली की राजनीति में अब कांग्रेस को अपनी खामियों का एहसास हो चुका है। अब वो दिन चले गए, जब दिल्ली में शीला दीक्षित के नेतृत्व में कांग्रेस का दबदबा हुआ करता था। दिल्ली में अब कांग्रेस बैकफुट पर है।

इसके अलावा, उन्होंने बीपीएससी अभ्यर्थियों द्वारा किए गए प्रदर्शन को लेकर कहा कि पुलिस ने बेहद ही अमानवीय तरीके से छात्रों को हटाया। इस तरह का रवैया स्वीकार नहीं किया जा सकता है। पुलिस ने जिस तरह छात्रों के ऊपर पानी की बौछार की और लाठीचार्ज किया, वो ठीक नहीं है।

–आईएएनएस

एसएचके/सीबीटी

ADVERTISEMENT

मुंबई, 30 दिसंबर (आईएएनएस)। एनसीपी (शरद चंद गुट) के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद माजिद मेमन ने सोमवार को आईएएनएस से बातचीत के दौरान भाजपा नेता नितेश राणे द्वारा केरल को ‘मिनी पाकिस्तान’ बताए जाने पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि कैबिनेट मंत्री की जिम्मेदारी होती है कि वह संविधान का सम्मान करें। किसी भी विषय पर अपमानजनक टिप्पणी करने से बचें। वह अब तक कई बार विवादित बयान दे चुके हैं। उनके बयानों को किसी भी प्रकार से स्वीकार नहीं किया जा सकता। वह अक्‍सर इस तरह के बयान देते रहते हैं, इसके बावजूद उन्हें कैबिनेट में शामिल कर लिया गया, यह देवेंद्र फडणवीस की मेहरबानी है।

उन्होंने कहा कि केरल भारत का सबसे शिक्षित राज्य है। ऐसी स्थिति में उस राज्य के बारे में इस तरह की टिप्पणी करना कि वह मिनी पाकिस्तान है, इसलिए गांधी परिवार वहां जीत का परचम लहराने में सफल हुआ। इस तरह के विवादित बयान को किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जाना चाहिए।

उन्होंने मांग की है कि गृह मंत्रालय को इस मामले का संज्ञान लेना चाहिए कि कैसे कोई मंत्री भारत के किसी भी राज्य को पाकिस्तान जैसा बता सकता है। मैं यही कहूंगा कि या तो मीडिया को इस पर किसी भी प्रकार का विचार विमर्श नहीं करना चाहिए या अगर आप इस पर चर्चा करते हैं, तो केंद्र सरकार को इस पर कार्रवाई जरूर करनी चाहिए। इस तरह के बयान देने वाले शख्स को मंत्री पद पर एक पल भी नहीं रहना चाहिए। लेकिन, अफसोस मुख्यमंत्री जी इस पर कुछ करेंगे नहीं, क्योंकि मंत्री जी उनके दुलारे हैं।

इसके साथ ही उन्होंने दिल्ली की मौजूदा राजनीतिक स्थिति को लेकर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि दिल्ली में मुख्य रूप से आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच मुकाबला है। भाजपा ने अपनी तरफ से पूरी कोशिश करते हुए आम आदमी पार्टी की बहुत बदनामी कर ली, लेकिन अब भाजपा को भी इस बात का एहसास हो चुका है कि उसे ऐसा करने से कुछ भी हासिल होने वाला नहीं है। भाजपा ने सोचा कि अगर हम आप के नेताओं को सलाखों के पीछे भेज देंगे, तो ऐसा करने से हम दिल्ली पर कब्जा कर लेंगे, लेकिन ऐसा कुछ होने वाला नहीं है। इस बीच, मैं एक बात यहां पर और जोड़ना चाहूंगा कि मौजूदा समय में जिस तरह से चुनाव में गड़बड़ी हो रही है, मसलन मतदाता सूची में बांग्लादेशी रोहिंग्याओं के नाम शाम‍िल किए जा रहे हैं, इस पर तुरंत चुनाव आयोग को संज्ञान लेकर कार्रवाई करनी चाहिए। लेकिन, अफसोस चुनाव आयोग सारी बातों को एक कान से सुनता है और दूसरे कान से निकाल देता है। यह दुख की बात है कि आयोग किसी भी बात को गंभीरता से नहीं लेता है। अगर आज तक उसने किसी भी बात को गंभीरता से लिया होता, तो आज दिल्ली की राजनीति में इस तरह की स्थिति पैदा नहीं हुई होती। लेकिन, इस बात को भी खारिज नहीं किया जा सकता है कि मौजूदा समय में चुनाव आयोग भारतीय जनता पार्टी की सरपरस्ती में काम कर रहा है, तो ऐसे में वह आम आदमी पार्टी के आरोपों को नजरअंदाज कर ही देगा।

उन्होंने कांग्रेस को लेकर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि दिल्ली की राजनीति में अब कांग्रेस को अपनी खामियों का एहसास हो चुका है। अब वो दिन चले गए, जब दिल्ली में शीला दीक्षित के नेतृत्व में कांग्रेस का दबदबा हुआ करता था। दिल्ली में अब कांग्रेस बैकफुट पर है।

इसके अलावा, उन्होंने बीपीएससी अभ्यर्थियों द्वारा किए गए प्रदर्शन को लेकर कहा कि पुलिस ने बेहद ही अमानवीय तरीके से छात्रों को हटाया। इस तरह का रवैया स्वीकार नहीं किया जा सकता है। पुलिस ने जिस तरह छात्रों के ऊपर पानी की बौछार की और लाठीचार्ज किया, वो ठीक नहीं है।

–आईएएनएस

एसएचके/सीबीटी

ADVERTISEMENT

मुंबई, 30 दिसंबर (आईएएनएस)। एनसीपी (शरद चंद गुट) के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद माजिद मेमन ने सोमवार को आईएएनएस से बातचीत के दौरान भाजपा नेता नितेश राणे द्वारा केरल को ‘मिनी पाकिस्तान’ बताए जाने पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि कैबिनेट मंत्री की जिम्मेदारी होती है कि वह संविधान का सम्मान करें। किसी भी विषय पर अपमानजनक टिप्पणी करने से बचें। वह अब तक कई बार विवादित बयान दे चुके हैं। उनके बयानों को किसी भी प्रकार से स्वीकार नहीं किया जा सकता। वह अक्‍सर इस तरह के बयान देते रहते हैं, इसके बावजूद उन्हें कैबिनेट में शामिल कर लिया गया, यह देवेंद्र फडणवीस की मेहरबानी है।

उन्होंने कहा कि केरल भारत का सबसे शिक्षित राज्य है। ऐसी स्थिति में उस राज्य के बारे में इस तरह की टिप्पणी करना कि वह मिनी पाकिस्तान है, इसलिए गांधी परिवार वहां जीत का परचम लहराने में सफल हुआ। इस तरह के विवादित बयान को किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जाना चाहिए।

उन्होंने मांग की है कि गृह मंत्रालय को इस मामले का संज्ञान लेना चाहिए कि कैसे कोई मंत्री भारत के किसी भी राज्य को पाकिस्तान जैसा बता सकता है। मैं यही कहूंगा कि या तो मीडिया को इस पर किसी भी प्रकार का विचार विमर्श नहीं करना चाहिए या अगर आप इस पर चर्चा करते हैं, तो केंद्र सरकार को इस पर कार्रवाई जरूर करनी चाहिए। इस तरह के बयान देने वाले शख्स को मंत्री पद पर एक पल भी नहीं रहना चाहिए। लेकिन, अफसोस मुख्यमंत्री जी इस पर कुछ करेंगे नहीं, क्योंकि मंत्री जी उनके दुलारे हैं।

इसके साथ ही उन्होंने दिल्ली की मौजूदा राजनीतिक स्थिति को लेकर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि दिल्ली में मुख्य रूप से आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच मुकाबला है। भाजपा ने अपनी तरफ से पूरी कोशिश करते हुए आम आदमी पार्टी की बहुत बदनामी कर ली, लेकिन अब भाजपा को भी इस बात का एहसास हो चुका है कि उसे ऐसा करने से कुछ भी हासिल होने वाला नहीं है। भाजपा ने सोचा कि अगर हम आप के नेताओं को सलाखों के पीछे भेज देंगे, तो ऐसा करने से हम दिल्ली पर कब्जा कर लेंगे, लेकिन ऐसा कुछ होने वाला नहीं है। इस बीच, मैं एक बात यहां पर और जोड़ना चाहूंगा कि मौजूदा समय में जिस तरह से चुनाव में गड़बड़ी हो रही है, मसलन मतदाता सूची में बांग्लादेशी रोहिंग्याओं के नाम शाम‍िल किए जा रहे हैं, इस पर तुरंत चुनाव आयोग को संज्ञान लेकर कार्रवाई करनी चाहिए। लेकिन, अफसोस चुनाव आयोग सारी बातों को एक कान से सुनता है और दूसरे कान से निकाल देता है। यह दुख की बात है कि आयोग किसी भी बात को गंभीरता से नहीं लेता है। अगर आज तक उसने किसी भी बात को गंभीरता से लिया होता, तो आज दिल्ली की राजनीति में इस तरह की स्थिति पैदा नहीं हुई होती। लेकिन, इस बात को भी खारिज नहीं किया जा सकता है कि मौजूदा समय में चुनाव आयोग भारतीय जनता पार्टी की सरपरस्ती में काम कर रहा है, तो ऐसे में वह आम आदमी पार्टी के आरोपों को नजरअंदाज कर ही देगा।

उन्होंने कांग्रेस को लेकर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि दिल्ली की राजनीति में अब कांग्रेस को अपनी खामियों का एहसास हो चुका है। अब वो दिन चले गए, जब दिल्ली में शीला दीक्षित के नेतृत्व में कांग्रेस का दबदबा हुआ करता था। दिल्ली में अब कांग्रेस बैकफुट पर है।

इसके अलावा, उन्होंने बीपीएससी अभ्यर्थियों द्वारा किए गए प्रदर्शन को लेकर कहा कि पुलिस ने बेहद ही अमानवीय तरीके से छात्रों को हटाया। इस तरह का रवैया स्वीकार नहीं किया जा सकता है। पुलिस ने जिस तरह छात्रों के ऊपर पानी की बौछार की और लाठीचार्ज किया, वो ठीक नहीं है।

–आईएएनएस

एसएचके/सीबीटी

ADVERTISEMENT

मुंबई, 30 दिसंबर (आईएएनएस)। एनसीपी (शरद चंद गुट) के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद माजिद मेमन ने सोमवार को आईएएनएस से बातचीत के दौरान भाजपा नेता नितेश राणे द्वारा केरल को ‘मिनी पाकिस्तान’ बताए जाने पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि कैबिनेट मंत्री की जिम्मेदारी होती है कि वह संविधान का सम्मान करें। किसी भी विषय पर अपमानजनक टिप्पणी करने से बचें। वह अब तक कई बार विवादित बयान दे चुके हैं। उनके बयानों को किसी भी प्रकार से स्वीकार नहीं किया जा सकता। वह अक्‍सर इस तरह के बयान देते रहते हैं, इसके बावजूद उन्हें कैबिनेट में शामिल कर लिया गया, यह देवेंद्र फडणवीस की मेहरबानी है।

उन्होंने कहा कि केरल भारत का सबसे शिक्षित राज्य है। ऐसी स्थिति में उस राज्य के बारे में इस तरह की टिप्पणी करना कि वह मिनी पाकिस्तान है, इसलिए गांधी परिवार वहां जीत का परचम लहराने में सफल हुआ। इस तरह के विवादित बयान को किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जाना चाहिए।

उन्होंने मांग की है कि गृह मंत्रालय को इस मामले का संज्ञान लेना चाहिए कि कैसे कोई मंत्री भारत के किसी भी राज्य को पाकिस्तान जैसा बता सकता है। मैं यही कहूंगा कि या तो मीडिया को इस पर किसी भी प्रकार का विचार विमर्श नहीं करना चाहिए या अगर आप इस पर चर्चा करते हैं, तो केंद्र सरकार को इस पर कार्रवाई जरूर करनी चाहिए। इस तरह के बयान देने वाले शख्स को मंत्री पद पर एक पल भी नहीं रहना चाहिए। लेकिन, अफसोस मुख्यमंत्री जी इस पर कुछ करेंगे नहीं, क्योंकि मंत्री जी उनके दुलारे हैं।

इसके साथ ही उन्होंने दिल्ली की मौजूदा राजनीतिक स्थिति को लेकर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि दिल्ली में मुख्य रूप से आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच मुकाबला है। भाजपा ने अपनी तरफ से पूरी कोशिश करते हुए आम आदमी पार्टी की बहुत बदनामी कर ली, लेकिन अब भाजपा को भी इस बात का एहसास हो चुका है कि उसे ऐसा करने से कुछ भी हासिल होने वाला नहीं है। भाजपा ने सोचा कि अगर हम आप के नेताओं को सलाखों के पीछे भेज देंगे, तो ऐसा करने से हम दिल्ली पर कब्जा कर लेंगे, लेकिन ऐसा कुछ होने वाला नहीं है। इस बीच, मैं एक बात यहां पर और जोड़ना चाहूंगा कि मौजूदा समय में जिस तरह से चुनाव में गड़बड़ी हो रही है, मसलन मतदाता सूची में बांग्लादेशी रोहिंग्याओं के नाम शाम‍िल किए जा रहे हैं, इस पर तुरंत चुनाव आयोग को संज्ञान लेकर कार्रवाई करनी चाहिए। लेकिन, अफसोस चुनाव आयोग सारी बातों को एक कान से सुनता है और दूसरे कान से निकाल देता है। यह दुख की बात है कि आयोग किसी भी बात को गंभीरता से नहीं लेता है। अगर आज तक उसने किसी भी बात को गंभीरता से लिया होता, तो आज दिल्ली की राजनीति में इस तरह की स्थिति पैदा नहीं हुई होती। लेकिन, इस बात को भी खारिज नहीं किया जा सकता है कि मौजूदा समय में चुनाव आयोग भारतीय जनता पार्टी की सरपरस्ती में काम कर रहा है, तो ऐसे में वह आम आदमी पार्टी के आरोपों को नजरअंदाज कर ही देगा।

उन्होंने कांग्रेस को लेकर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि दिल्ली की राजनीति में अब कांग्रेस को अपनी खामियों का एहसास हो चुका है। अब वो दिन चले गए, जब दिल्ली में शीला दीक्षित के नेतृत्व में कांग्रेस का दबदबा हुआ करता था। दिल्ली में अब कांग्रेस बैकफुट पर है।

इसके अलावा, उन्होंने बीपीएससी अभ्यर्थियों द्वारा किए गए प्रदर्शन को लेकर कहा कि पुलिस ने बेहद ही अमानवीय तरीके से छात्रों को हटाया। इस तरह का रवैया स्वीकार नहीं किया जा सकता है। पुलिस ने जिस तरह छात्रों के ऊपर पानी की बौछार की और लाठीचार्ज किया, वो ठीक नहीं है।

–आईएएनएस

एसएचके/सीबीटी

ADVERTISEMENT

मुंबई, 30 दिसंबर (आईएएनएस)। एनसीपी (शरद चंद गुट) के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद माजिद मेमन ने सोमवार को आईएएनएस से बातचीत के दौरान भाजपा नेता नितेश राणे द्वारा केरल को ‘मिनी पाकिस्तान’ बताए जाने पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि कैबिनेट मंत्री की जिम्मेदारी होती है कि वह संविधान का सम्मान करें। किसी भी विषय पर अपमानजनक टिप्पणी करने से बचें। वह अब तक कई बार विवादित बयान दे चुके हैं। उनके बयानों को किसी भी प्रकार से स्वीकार नहीं किया जा सकता। वह अक्‍सर इस तरह के बयान देते रहते हैं, इसके बावजूद उन्हें कैबिनेट में शामिल कर लिया गया, यह देवेंद्र फडणवीस की मेहरबानी है।

उन्होंने कहा कि केरल भारत का सबसे शिक्षित राज्य है। ऐसी स्थिति में उस राज्य के बारे में इस तरह की टिप्पणी करना कि वह मिनी पाकिस्तान है, इसलिए गांधी परिवार वहां जीत का परचम लहराने में सफल हुआ। इस तरह के विवादित बयान को किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जाना चाहिए।

उन्होंने मांग की है कि गृह मंत्रालय को इस मामले का संज्ञान लेना चाहिए कि कैसे कोई मंत्री भारत के किसी भी राज्य को पाकिस्तान जैसा बता सकता है। मैं यही कहूंगा कि या तो मीडिया को इस पर किसी भी प्रकार का विचार विमर्श नहीं करना चाहिए या अगर आप इस पर चर्चा करते हैं, तो केंद्र सरकार को इस पर कार्रवाई जरूर करनी चाहिए। इस तरह के बयान देने वाले शख्स को मंत्री पद पर एक पल भी नहीं रहना चाहिए। लेकिन, अफसोस मुख्यमंत्री जी इस पर कुछ करेंगे नहीं, क्योंकि मंत्री जी उनके दुलारे हैं।

इसके साथ ही उन्होंने दिल्ली की मौजूदा राजनीतिक स्थिति को लेकर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि दिल्ली में मुख्य रूप से आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच मुकाबला है। भाजपा ने अपनी तरफ से पूरी कोशिश करते हुए आम आदमी पार्टी की बहुत बदनामी कर ली, लेकिन अब भाजपा को भी इस बात का एहसास हो चुका है कि उसे ऐसा करने से कुछ भी हासिल होने वाला नहीं है। भाजपा ने सोचा कि अगर हम आप के नेताओं को सलाखों के पीछे भेज देंगे, तो ऐसा करने से हम दिल्ली पर कब्जा कर लेंगे, लेकिन ऐसा कुछ होने वाला नहीं है। इस बीच, मैं एक बात यहां पर और जोड़ना चाहूंगा कि मौजूदा समय में जिस तरह से चुनाव में गड़बड़ी हो रही है, मसलन मतदाता सूची में बांग्लादेशी रोहिंग्याओं के नाम शाम‍िल किए जा रहे हैं, इस पर तुरंत चुनाव आयोग को संज्ञान लेकर कार्रवाई करनी चाहिए। लेकिन, अफसोस चुनाव आयोग सारी बातों को एक कान से सुनता है और दूसरे कान से निकाल देता है। यह दुख की बात है कि आयोग किसी भी बात को गंभीरता से नहीं लेता है। अगर आज तक उसने किसी भी बात को गंभीरता से लिया होता, तो आज दिल्ली की राजनीति में इस तरह की स्थिति पैदा नहीं हुई होती। लेकिन, इस बात को भी खारिज नहीं किया जा सकता है कि मौजूदा समय में चुनाव आयोग भारतीय जनता पार्टी की सरपरस्ती में काम कर रहा है, तो ऐसे में वह आम आदमी पार्टी के आरोपों को नजरअंदाज कर ही देगा।

उन्होंने कांग्रेस को लेकर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि दिल्ली की राजनीति में अब कांग्रेस को अपनी खामियों का एहसास हो चुका है। अब वो दिन चले गए, जब दिल्ली में शीला दीक्षित के नेतृत्व में कांग्रेस का दबदबा हुआ करता था। दिल्ली में अब कांग्रेस बैकफुट पर है।

इसके अलावा, उन्होंने बीपीएससी अभ्यर्थियों द्वारा किए गए प्रदर्शन को लेकर कहा कि पुलिस ने बेहद ही अमानवीय तरीके से छात्रों को हटाया। इस तरह का रवैया स्वीकार नहीं किया जा सकता है। पुलिस ने जिस तरह छात्रों के ऊपर पानी की बौछार की और लाठीचार्ज किया, वो ठीक नहीं है।

–आईएएनएस

एसएचके/सीबीटी

ADVERTISEMENT

मुंबई, 30 दिसंबर (आईएएनएस)। एनसीपी (शरद चंद गुट) के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद माजिद मेमन ने सोमवार को आईएएनएस से बातचीत के दौरान भाजपा नेता नितेश राणे द्वारा केरल को ‘मिनी पाकिस्तान’ बताए जाने पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि कैबिनेट मंत्री की जिम्मेदारी होती है कि वह संविधान का सम्मान करें। किसी भी विषय पर अपमानजनक टिप्पणी करने से बचें। वह अब तक कई बार विवादित बयान दे चुके हैं। उनके बयानों को किसी भी प्रकार से स्वीकार नहीं किया जा सकता। वह अक्‍सर इस तरह के बयान देते रहते हैं, इसके बावजूद उन्हें कैबिनेट में शामिल कर लिया गया, यह देवेंद्र फडणवीस की मेहरबानी है।

उन्होंने कहा कि केरल भारत का सबसे शिक्षित राज्य है। ऐसी स्थिति में उस राज्य के बारे में इस तरह की टिप्पणी करना कि वह मिनी पाकिस्तान है, इसलिए गांधी परिवार वहां जीत का परचम लहराने में सफल हुआ। इस तरह के विवादित बयान को किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जाना चाहिए।

उन्होंने मांग की है कि गृह मंत्रालय को इस मामले का संज्ञान लेना चाहिए कि कैसे कोई मंत्री भारत के किसी भी राज्य को पाकिस्तान जैसा बता सकता है। मैं यही कहूंगा कि या तो मीडिया को इस पर किसी भी प्रकार का विचार विमर्श नहीं करना चाहिए या अगर आप इस पर चर्चा करते हैं, तो केंद्र सरकार को इस पर कार्रवाई जरूर करनी चाहिए। इस तरह के बयान देने वाले शख्स को मंत्री पद पर एक पल भी नहीं रहना चाहिए। लेकिन, अफसोस मुख्यमंत्री जी इस पर कुछ करेंगे नहीं, क्योंकि मंत्री जी उनके दुलारे हैं।

इसके साथ ही उन्होंने दिल्ली की मौजूदा राजनीतिक स्थिति को लेकर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि दिल्ली में मुख्य रूप से आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच मुकाबला है। भाजपा ने अपनी तरफ से पूरी कोशिश करते हुए आम आदमी पार्टी की बहुत बदनामी कर ली, लेकिन अब भाजपा को भी इस बात का एहसास हो चुका है कि उसे ऐसा करने से कुछ भी हासिल होने वाला नहीं है। भाजपा ने सोचा कि अगर हम आप के नेताओं को सलाखों के पीछे भेज देंगे, तो ऐसा करने से हम दिल्ली पर कब्जा कर लेंगे, लेकिन ऐसा कुछ होने वाला नहीं है। इस बीच, मैं एक बात यहां पर और जोड़ना चाहूंगा कि मौजूदा समय में जिस तरह से चुनाव में गड़बड़ी हो रही है, मसलन मतदाता सूची में बांग्लादेशी रोहिंग्याओं के नाम शाम‍िल किए जा रहे हैं, इस पर तुरंत चुनाव आयोग को संज्ञान लेकर कार्रवाई करनी चाहिए। लेकिन, अफसोस चुनाव आयोग सारी बातों को एक कान से सुनता है और दूसरे कान से निकाल देता है। यह दुख की बात है कि आयोग किसी भी बात को गंभीरता से नहीं लेता है। अगर आज तक उसने किसी भी बात को गंभीरता से लिया होता, तो आज दिल्ली की राजनीति में इस तरह की स्थिति पैदा नहीं हुई होती। लेकिन, इस बात को भी खारिज नहीं किया जा सकता है कि मौजूदा समय में चुनाव आयोग भारतीय जनता पार्टी की सरपरस्ती में काम कर रहा है, तो ऐसे में वह आम आदमी पार्टी के आरोपों को नजरअंदाज कर ही देगा।

उन्होंने कांग्रेस को लेकर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि दिल्ली की राजनीति में अब कांग्रेस को अपनी खामियों का एहसास हो चुका है। अब वो दिन चले गए, जब दिल्ली में शीला दीक्षित के नेतृत्व में कांग्रेस का दबदबा हुआ करता था। दिल्ली में अब कांग्रेस बैकफुट पर है।

इसके अलावा, उन्होंने बीपीएससी अभ्यर्थियों द्वारा किए गए प्रदर्शन को लेकर कहा कि पुलिस ने बेहद ही अमानवीय तरीके से छात्रों को हटाया। इस तरह का रवैया स्वीकार नहीं किया जा सकता है। पुलिस ने जिस तरह छात्रों के ऊपर पानी की बौछार की और लाठीचार्ज किया, वो ठीक नहीं है।

–आईएएनएस

एसएचके/सीबीटी

ADVERTISEMENT

मुंबई, 30 दिसंबर (आईएएनएस)। एनसीपी (शरद चंद गुट) के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद माजिद मेमन ने सोमवार को आईएएनएस से बातचीत के दौरान भाजपा नेता नितेश राणे द्वारा केरल को ‘मिनी पाकिस्तान’ बताए जाने पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि कैबिनेट मंत्री की जिम्मेदारी होती है कि वह संविधान का सम्मान करें। किसी भी विषय पर अपमानजनक टिप्पणी करने से बचें। वह अब तक कई बार विवादित बयान दे चुके हैं। उनके बयानों को किसी भी प्रकार से स्वीकार नहीं किया जा सकता। वह अक्‍सर इस तरह के बयान देते रहते हैं, इसके बावजूद उन्हें कैबिनेट में शामिल कर लिया गया, यह देवेंद्र फडणवीस की मेहरबानी है।

उन्होंने कहा कि केरल भारत का सबसे शिक्षित राज्य है। ऐसी स्थिति में उस राज्य के बारे में इस तरह की टिप्पणी करना कि वह मिनी पाकिस्तान है, इसलिए गांधी परिवार वहां जीत का परचम लहराने में सफल हुआ। इस तरह के विवादित बयान को किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जाना चाहिए।

उन्होंने मांग की है कि गृह मंत्रालय को इस मामले का संज्ञान लेना चाहिए कि कैसे कोई मंत्री भारत के किसी भी राज्य को पाकिस्तान जैसा बता सकता है। मैं यही कहूंगा कि या तो मीडिया को इस पर किसी भी प्रकार का विचार विमर्श नहीं करना चाहिए या अगर आप इस पर चर्चा करते हैं, तो केंद्र सरकार को इस पर कार्रवाई जरूर करनी चाहिए। इस तरह के बयान देने वाले शख्स को मंत्री पद पर एक पल भी नहीं रहना चाहिए। लेकिन, अफसोस मुख्यमंत्री जी इस पर कुछ करेंगे नहीं, क्योंकि मंत्री जी उनके दुलारे हैं।

इसके साथ ही उन्होंने दिल्ली की मौजूदा राजनीतिक स्थिति को लेकर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि दिल्ली में मुख्य रूप से आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच मुकाबला है। भाजपा ने अपनी तरफ से पूरी कोशिश करते हुए आम आदमी पार्टी की बहुत बदनामी कर ली, लेकिन अब भाजपा को भी इस बात का एहसास हो चुका है कि उसे ऐसा करने से कुछ भी हासिल होने वाला नहीं है। भाजपा ने सोचा कि अगर हम आप के नेताओं को सलाखों के पीछे भेज देंगे, तो ऐसा करने से हम दिल्ली पर कब्जा कर लेंगे, लेकिन ऐसा कुछ होने वाला नहीं है। इस बीच, मैं एक बात यहां पर और जोड़ना चाहूंगा कि मौजूदा समय में जिस तरह से चुनाव में गड़बड़ी हो रही है, मसलन मतदाता सूची में बांग्लादेशी रोहिंग्याओं के नाम शाम‍िल किए जा रहे हैं, इस पर तुरंत चुनाव आयोग को संज्ञान लेकर कार्रवाई करनी चाहिए। लेकिन, अफसोस चुनाव आयोग सारी बातों को एक कान से सुनता है और दूसरे कान से निकाल देता है। यह दुख की बात है कि आयोग किसी भी बात को गंभीरता से नहीं लेता है। अगर आज तक उसने किसी भी बात को गंभीरता से लिया होता, तो आज दिल्ली की राजनीति में इस तरह की स्थिति पैदा नहीं हुई होती। लेकिन, इस बात को भी खारिज नहीं किया जा सकता है कि मौजूदा समय में चुनाव आयोग भारतीय जनता पार्टी की सरपरस्ती में काम कर रहा है, तो ऐसे में वह आम आदमी पार्टी के आरोपों को नजरअंदाज कर ही देगा।

उन्होंने कांग्रेस को लेकर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि दिल्ली की राजनीति में अब कांग्रेस को अपनी खामियों का एहसास हो चुका है। अब वो दिन चले गए, जब दिल्ली में शीला दीक्षित के नेतृत्व में कांग्रेस का दबदबा हुआ करता था। दिल्ली में अब कांग्रेस बैकफुट पर है।

इसके अलावा, उन्होंने बीपीएससी अभ्यर्थियों द्वारा किए गए प्रदर्शन को लेकर कहा कि पुलिस ने बेहद ही अमानवीय तरीके से छात्रों को हटाया। इस तरह का रवैया स्वीकार नहीं किया जा सकता है। पुलिस ने जिस तरह छात्रों के ऊपर पानी की बौछार की और लाठीचार्ज किया, वो ठीक नहीं है।

–आईएएनएस

एसएचके/सीबीटी

Related Posts

ताज़ा समाचार

प्रधानमंत्री मोदी का तीन दिवसीय विदेश दौरा, साइप्रस के लिए रवाना

June 15, 2025
ताज़ा समाचार

उत्तराखंड: केदारनाथ के पास हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त : 5 की मौत, सीएम धामी ने जताया दुख

June 15, 2025
ताज़ा समाचार

पीएम मोदी तीन देशों की यात्रा पर रवाना, कहा- ‘आतंकवाद से निपटने के लिए वैश्विक समझ बढ़ाने का अवसर’

June 15, 2025
ताज़ा समाचार

इराक ने अमेरिका को याद दिलाई जिम्मेदारी, कहा-‘ इजरायल कर रहा हवाई स्पेस का उल्लंघन, उसे रोके यूएस’

June 15, 2025
ताज़ा समाचार

गाजियाबाद: पुलिस मुठभेड़ के बाद दो बदमाश गिरफ्तार, लूट के 7.5 लाख रुपये बरामद

June 15, 2025
ताज़ा समाचार

वाराणसी में योग सप्ताह का भव्य शुभारंभ, ‘एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य’ का संदेश

June 15, 2025
Next Post

उज्जैन: राजनाथ सिंह ने गर्भगृह में किए महाकाल के दर्शन, बोले- 'मैं खुद को धन्य महसूस कर रहा हूं'

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

ADVERTISEMENT

Contact us

Address

Deshbandhu Complex, Naudra Bridge Jabalpur 482001

Mail

deshbandhump@gmail.com

Mobile

9425156056

Important links

  • राशि-भविष्य
  • वर्गीकृत विज्ञापन
  • लाइफ स्टाइल
  • मनोरंजन
  • ब्लॉग

Important links

  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
  • ई पेपर

Related Links

  • Mayaram Surjan
  • Swayamsiddha
  • Deshbandhu

Social Links

084457
Total views : 5893255
Powered By WPS Visitor Counter

Published by Abhas Surjan on behalf of Patrakar Prakashan Pvt.Ltd., Deshbandhu Complex, Naudra Bridge, Jabalpur – 482001 |T:+91 761 4006577 |M: +91 9425156056 Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions The contents of this website is for reading only. Any unauthorised attempt to temper / edit / change the contents of this website comes under cyber crime and is punishable.

Copyright @ 2022 Deshbandhu. All rights are reserved.

  • Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions
No Result
View All Result
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर

Copyright @ 2022 Deshbandhu-MP All rights are reserved.

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password? Sign Up

Create New Account!

Fill the forms below to register

All fields are required. Log In

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In