तिरुवनंतपुरम, 6 नवंबर (आईएएनएस)। केरल माकपा की नजर कांग्रेस के दिग्गज नेता आर्यदान मोहम्मद के बेटे आर्यदान शौकत पर है, जो सोमवार को अपनी पार्टी की अनुशासन समिति के सामने पेश होने वाले हैं।
शौकत उस वक्त पार्टी का कोपभाजन बन गए जब उन्होंने फिलिस्तीन के मुद्दे के समर्थन में एक रैली का आयोजित करने का फैसला किया, जबकि प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व ने उन्हें अपने गृह नगर मलप्पुरम में रैली न करने की सख्त सलाह दी थी।
पार्टी की चेतावनी की अनदेखी करते हुये एक विशाल रैली का नेतृत्व किया, जिससे प्रदेश नेतृत्व नाराज हो गया और तुरंत उन्हें कारण बताओ नोटिस भेजकर अनुशासन समिति के सामने पेश होने के लिए कहा।
सोमवार सुबह माकपा के दिग्गज नेता और केंद्रीय समिति के सदस्य ए.के. बालन ने कहा कि अगर कांग्रेस ने शौकत को किसी भी तरह से छुआ, तो वे उनकी रक्षा करेंगे और उन्हें उत्साह के साथ अपने पाले में स्वीकार करेंगे।
बालन ने कहा, “अगर कांग्रेस शौकत के खिलाफ कोई कार्रवाई करती है, तो कांग्रेस पार्टी चूड़ियों की तरह कई टुकड़ों में टूट जाएगी। हम वामपंथी उनकी पूरी रक्षा करेंगे।”
जब करुणाकरण और एंटनी के बीच कांग्रेस पार्टी में गुटीय झगड़ा हुआ था तब आर्यदान मोहम्मद चार दशकों से अधिक समय तक मास्टर ब्रेन थे और एंटनी गुट के लिए दिमागी लड़ाई का नेतृत्व करने के लिए जाने जाते थे।
पिछले साल सितंबर में उनका निधन हो गया।
शौकत कांग्रेस की राजनीति में सक्रिय रहने के अलावा एक फिल्म निर्माता भी हैं। हालाँकि, वह 2016 में अपने पिता के पारंपरिक निर्वाचन क्षेत्र से अपना पहला चुनाव हार गए।
बालन के उत्साह पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए करुणाकरण के बेटे के. मुरलीधरन ने कहा कि कांग्रेस पार्टी चीजों को संभालने में काफी सक्षम है और उन्हें उनकी मदद की जरूरत नहीं है।
मुरलीधरन ने कहा, “बालन की समस्या यह है कि वह बहुत उत्साही है जिसका अंत में बुरा परिणाम होता है। इसलिए उनके लिए बेहतर होगा कि वह अपने काम से मतलब रखे। उन्हें दूसरी पार्टी के मामलों में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए।”
–आईएएनएस
एकेजे