deshbandhu

deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Menu
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Facebook Twitter Youtube
  • भोपाल
  • इंदौर
  • उज्जैन
  • ग्वालियर
  • जबलपुर
  • रीवा
  • चंबल
  • नर्मदापुरम
  • शहडोल
  • सागर
  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
ADVERTISEMENT
Home ताज़ा समाचार

केसीआर ने महिलाओं, ओबीसी आरक्षण पर पीएम को लिखा पत्र

by
September 15, 2023
in ताज़ा समाचार
0
0
SHARES
2
VIEWS
Share on FacebookShare on Whatsapp
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

हैदराबाद, 15 सितंबर (आईएएनएस)। तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने महिलाओं और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के लिए संसद और राज्य विधानमंडलों में 33 प्रतिशत आरक्षण लागू करने के लिए संसद के आगामी विशेष सत्र में आवश्यक विधायी प्रक्रिया शुरू करने की मांग करते हुये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है।

मुख्यमंत्री, जो भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के अध्यक्ष भी हैं, ने शुक्रवार को हैदराबाद में बीआरएस संसदीय दल की बैठक के बाद प्रधानमंत्री को दो अलग-अलग पत्र भेजे।

READ ALSO

योगी सरकार की बड़ी पहल : 1990 से पहले के संपूर्ण राजस्व अभिलेखों के डिजिटलाइजेशन की तैयारी

खेल मंत्री मांडविया ने भारत के खेल पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने के लिए खेलो इंडिया के तहत वार्षिक कैलेंडर लॉन्च किया

बैठक में संसद और राज्य विधानमंडलों में महिलाओं और ओबीसी प्रत्येक के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण की मांग करते हुए प्रस्ताव पारित किया।

केसीआर ने लिखा कि तेलंगाना विधानसभा ने 14 जून 2014 को सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर केंद्र से संसद और राज्य विधानसभाओं में ओबीसी और महिलाओं के लिए 33-33 प्रतिशत आरक्षण प्रदान करने का अनुरोध किया।

पत्र में उन्‍होंने लिखा है, “मुझे यह जानकर निराशा हुई है कि भारत सरकार ने अब तक इस मोर्चे पर कोई कार्रवाई शुरू नहीं की है।

“जैसा कि आप जानते हैं, हमारे संविधान के दूरदर्शी वास्तुकारों ने समाज के सामाजिक और शैक्षिक रूप से हाशिए पर रहने वाले वर्गों के साथ की गई ऐतिहासिक गलतियों को सुधारने के लिए राज्य द्वारा सकारात्मक कार्रवाई के लिए संविधान में उपयुक्त प्रावधान प्रदान करने की परिकल्पना की है। इस उद्देश्य का एक हिस्सा हासिल कर लिया गया है। सरकारी नौकरियों और शैक्षणिक संस्थानों में प्रवेश में ओबीसी के लिए आरक्षण प्रदान किया गया है। हालाँकि, जैसा कि आप मुझसे सहमत होंगे, संसद और राज्य विधानसभाओं में आनुपातिक प्रतिनिधित्व एक लोकतांत्रिक राजनीति में हाशिए पर रहने वाले वर्गों की आशाओं और आकांक्षाओं को प्रतिबिंबित करने के लिए एक अनिवार्य शर्त है।”

एक अन्य पत्र में, केसीआर ने मोदी को सूचित किया कि तेलंगाना सरकार सार्वजनिक रोजगार और शैक्षणिक संस्थानों में प्रवेश में महिलाओं के लिए 30 प्रतिशत आरक्षण लागू कर रही है।

उन्होंने कहा, “हालांकि, समाज के हाशिए पर मौजूद वर्गों की आशाओं और आकांक्षाओं को प्रतिबिंबित करने के लिए लोकतांत्रिक राजनीति में संसद और राज्य विधानसभाओं में उपयुक्त प्रतिनिधित्व की आवश्यकता है।”

–आईएएनएस

एकेजे

ADVERTISEMENT

हैदराबाद, 15 सितंबर (आईएएनएस)। तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने महिलाओं और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के लिए संसद और राज्य विधानमंडलों में 33 प्रतिशत आरक्षण लागू करने के लिए संसद के आगामी विशेष सत्र में आवश्यक विधायी प्रक्रिया शुरू करने की मांग करते हुये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है।

मुख्यमंत्री, जो भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के अध्यक्ष भी हैं, ने शुक्रवार को हैदराबाद में बीआरएस संसदीय दल की बैठक के बाद प्रधानमंत्री को दो अलग-अलग पत्र भेजे।

बैठक में संसद और राज्य विधानमंडलों में महिलाओं और ओबीसी प्रत्येक के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण की मांग करते हुए प्रस्ताव पारित किया।

केसीआर ने लिखा कि तेलंगाना विधानसभा ने 14 जून 2014 को सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर केंद्र से संसद और राज्य विधानसभाओं में ओबीसी और महिलाओं के लिए 33-33 प्रतिशत आरक्षण प्रदान करने का अनुरोध किया।

पत्र में उन्‍होंने लिखा है, “मुझे यह जानकर निराशा हुई है कि भारत सरकार ने अब तक इस मोर्चे पर कोई कार्रवाई शुरू नहीं की है।

“जैसा कि आप जानते हैं, हमारे संविधान के दूरदर्शी वास्तुकारों ने समाज के सामाजिक और शैक्षिक रूप से हाशिए पर रहने वाले वर्गों के साथ की गई ऐतिहासिक गलतियों को सुधारने के लिए राज्य द्वारा सकारात्मक कार्रवाई के लिए संविधान में उपयुक्त प्रावधान प्रदान करने की परिकल्पना की है। इस उद्देश्य का एक हिस्सा हासिल कर लिया गया है। सरकारी नौकरियों और शैक्षणिक संस्थानों में प्रवेश में ओबीसी के लिए आरक्षण प्रदान किया गया है। हालाँकि, जैसा कि आप मुझसे सहमत होंगे, संसद और राज्य विधानसभाओं में आनुपातिक प्रतिनिधित्व एक लोकतांत्रिक राजनीति में हाशिए पर रहने वाले वर्गों की आशाओं और आकांक्षाओं को प्रतिबिंबित करने के लिए एक अनिवार्य शर्त है।”

एक अन्य पत्र में, केसीआर ने मोदी को सूचित किया कि तेलंगाना सरकार सार्वजनिक रोजगार और शैक्षणिक संस्थानों में प्रवेश में महिलाओं के लिए 30 प्रतिशत आरक्षण लागू कर रही है।

उन्होंने कहा, “हालांकि, समाज के हाशिए पर मौजूद वर्गों की आशाओं और आकांक्षाओं को प्रतिबिंबित करने के लिए लोकतांत्रिक राजनीति में संसद और राज्य विधानसभाओं में उपयुक्त प्रतिनिधित्व की आवश्यकता है।”

–आईएएनएस

एकेजे

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

हैदराबाद, 15 सितंबर (आईएएनएस)। तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने महिलाओं और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के लिए संसद और राज्य विधानमंडलों में 33 प्रतिशत आरक्षण लागू करने के लिए संसद के आगामी विशेष सत्र में आवश्यक विधायी प्रक्रिया शुरू करने की मांग करते हुये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है।

मुख्यमंत्री, जो भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के अध्यक्ष भी हैं, ने शुक्रवार को हैदराबाद में बीआरएस संसदीय दल की बैठक के बाद प्रधानमंत्री को दो अलग-अलग पत्र भेजे।

बैठक में संसद और राज्य विधानमंडलों में महिलाओं और ओबीसी प्रत्येक के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण की मांग करते हुए प्रस्ताव पारित किया।

केसीआर ने लिखा कि तेलंगाना विधानसभा ने 14 जून 2014 को सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर केंद्र से संसद और राज्य विधानसभाओं में ओबीसी और महिलाओं के लिए 33-33 प्रतिशत आरक्षण प्रदान करने का अनुरोध किया।

पत्र में उन्‍होंने लिखा है, “मुझे यह जानकर निराशा हुई है कि भारत सरकार ने अब तक इस मोर्चे पर कोई कार्रवाई शुरू नहीं की है।

“जैसा कि आप जानते हैं, हमारे संविधान के दूरदर्शी वास्तुकारों ने समाज के सामाजिक और शैक्षिक रूप से हाशिए पर रहने वाले वर्गों के साथ की गई ऐतिहासिक गलतियों को सुधारने के लिए राज्य द्वारा सकारात्मक कार्रवाई के लिए संविधान में उपयुक्त प्रावधान प्रदान करने की परिकल्पना की है। इस उद्देश्य का एक हिस्सा हासिल कर लिया गया है। सरकारी नौकरियों और शैक्षणिक संस्थानों में प्रवेश में ओबीसी के लिए आरक्षण प्रदान किया गया है। हालाँकि, जैसा कि आप मुझसे सहमत होंगे, संसद और राज्य विधानसभाओं में आनुपातिक प्रतिनिधित्व एक लोकतांत्रिक राजनीति में हाशिए पर रहने वाले वर्गों की आशाओं और आकांक्षाओं को प्रतिबिंबित करने के लिए एक अनिवार्य शर्त है।”

एक अन्य पत्र में, केसीआर ने मोदी को सूचित किया कि तेलंगाना सरकार सार्वजनिक रोजगार और शैक्षणिक संस्थानों में प्रवेश में महिलाओं के लिए 30 प्रतिशत आरक्षण लागू कर रही है।

उन्होंने कहा, “हालांकि, समाज के हाशिए पर मौजूद वर्गों की आशाओं और आकांक्षाओं को प्रतिबिंबित करने के लिए लोकतांत्रिक राजनीति में संसद और राज्य विधानसभाओं में उपयुक्त प्रतिनिधित्व की आवश्यकता है।”

–आईएएनएस

एकेजे

ADVERTISEMENT

हैदराबाद, 15 सितंबर (आईएएनएस)। तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने महिलाओं और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के लिए संसद और राज्य विधानमंडलों में 33 प्रतिशत आरक्षण लागू करने के लिए संसद के आगामी विशेष सत्र में आवश्यक विधायी प्रक्रिया शुरू करने की मांग करते हुये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है।

मुख्यमंत्री, जो भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के अध्यक्ष भी हैं, ने शुक्रवार को हैदराबाद में बीआरएस संसदीय दल की बैठक के बाद प्रधानमंत्री को दो अलग-अलग पत्र भेजे।

बैठक में संसद और राज्य विधानमंडलों में महिलाओं और ओबीसी प्रत्येक के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण की मांग करते हुए प्रस्ताव पारित किया।

केसीआर ने लिखा कि तेलंगाना विधानसभा ने 14 जून 2014 को सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर केंद्र से संसद और राज्य विधानसभाओं में ओबीसी और महिलाओं के लिए 33-33 प्रतिशत आरक्षण प्रदान करने का अनुरोध किया।

पत्र में उन्‍होंने लिखा है, “मुझे यह जानकर निराशा हुई है कि भारत सरकार ने अब तक इस मोर्चे पर कोई कार्रवाई शुरू नहीं की है।

“जैसा कि आप जानते हैं, हमारे संविधान के दूरदर्शी वास्तुकारों ने समाज के सामाजिक और शैक्षिक रूप से हाशिए पर रहने वाले वर्गों के साथ की गई ऐतिहासिक गलतियों को सुधारने के लिए राज्य द्वारा सकारात्मक कार्रवाई के लिए संविधान में उपयुक्त प्रावधान प्रदान करने की परिकल्पना की है। इस उद्देश्य का एक हिस्सा हासिल कर लिया गया है। सरकारी नौकरियों और शैक्षणिक संस्थानों में प्रवेश में ओबीसी के लिए आरक्षण प्रदान किया गया है। हालाँकि, जैसा कि आप मुझसे सहमत होंगे, संसद और राज्य विधानसभाओं में आनुपातिक प्रतिनिधित्व एक लोकतांत्रिक राजनीति में हाशिए पर रहने वाले वर्गों की आशाओं और आकांक्षाओं को प्रतिबिंबित करने के लिए एक अनिवार्य शर्त है।”

एक अन्य पत्र में, केसीआर ने मोदी को सूचित किया कि तेलंगाना सरकार सार्वजनिक रोजगार और शैक्षणिक संस्थानों में प्रवेश में महिलाओं के लिए 30 प्रतिशत आरक्षण लागू कर रही है।

उन्होंने कहा, “हालांकि, समाज के हाशिए पर मौजूद वर्गों की आशाओं और आकांक्षाओं को प्रतिबिंबित करने के लिए लोकतांत्रिक राजनीति में संसद और राज्य विधानसभाओं में उपयुक्त प्रतिनिधित्व की आवश्यकता है।”

–आईएएनएस

एकेजे

ADVERTISEMENT

हैदराबाद, 15 सितंबर (आईएएनएस)। तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने महिलाओं और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के लिए संसद और राज्य विधानमंडलों में 33 प्रतिशत आरक्षण लागू करने के लिए संसद के आगामी विशेष सत्र में आवश्यक विधायी प्रक्रिया शुरू करने की मांग करते हुये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है।

मुख्यमंत्री, जो भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के अध्यक्ष भी हैं, ने शुक्रवार को हैदराबाद में बीआरएस संसदीय दल की बैठक के बाद प्रधानमंत्री को दो अलग-अलग पत्र भेजे।

बैठक में संसद और राज्य विधानमंडलों में महिलाओं और ओबीसी प्रत्येक के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण की मांग करते हुए प्रस्ताव पारित किया।

केसीआर ने लिखा कि तेलंगाना विधानसभा ने 14 जून 2014 को सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर केंद्र से संसद और राज्य विधानसभाओं में ओबीसी और महिलाओं के लिए 33-33 प्रतिशत आरक्षण प्रदान करने का अनुरोध किया।

पत्र में उन्‍होंने लिखा है, “मुझे यह जानकर निराशा हुई है कि भारत सरकार ने अब तक इस मोर्चे पर कोई कार्रवाई शुरू नहीं की है।

“जैसा कि आप जानते हैं, हमारे संविधान के दूरदर्शी वास्तुकारों ने समाज के सामाजिक और शैक्षिक रूप से हाशिए पर रहने वाले वर्गों के साथ की गई ऐतिहासिक गलतियों को सुधारने के लिए राज्य द्वारा सकारात्मक कार्रवाई के लिए संविधान में उपयुक्त प्रावधान प्रदान करने की परिकल्पना की है। इस उद्देश्य का एक हिस्सा हासिल कर लिया गया है। सरकारी नौकरियों और शैक्षणिक संस्थानों में प्रवेश में ओबीसी के लिए आरक्षण प्रदान किया गया है। हालाँकि, जैसा कि आप मुझसे सहमत होंगे, संसद और राज्य विधानसभाओं में आनुपातिक प्रतिनिधित्व एक लोकतांत्रिक राजनीति में हाशिए पर रहने वाले वर्गों की आशाओं और आकांक्षाओं को प्रतिबिंबित करने के लिए एक अनिवार्य शर्त है।”

एक अन्य पत्र में, केसीआर ने मोदी को सूचित किया कि तेलंगाना सरकार सार्वजनिक रोजगार और शैक्षणिक संस्थानों में प्रवेश में महिलाओं के लिए 30 प्रतिशत आरक्षण लागू कर रही है।

उन्होंने कहा, “हालांकि, समाज के हाशिए पर मौजूद वर्गों की आशाओं और आकांक्षाओं को प्रतिबिंबित करने के लिए लोकतांत्रिक राजनीति में संसद और राज्य विधानसभाओं में उपयुक्त प्रतिनिधित्व की आवश्यकता है।”

–आईएएनएस

एकेजे

ADVERTISEMENT

हैदराबाद, 15 सितंबर (आईएएनएस)। तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने महिलाओं और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के लिए संसद और राज्य विधानमंडलों में 33 प्रतिशत आरक्षण लागू करने के लिए संसद के आगामी विशेष सत्र में आवश्यक विधायी प्रक्रिया शुरू करने की मांग करते हुये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है।

मुख्यमंत्री, जो भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के अध्यक्ष भी हैं, ने शुक्रवार को हैदराबाद में बीआरएस संसदीय दल की बैठक के बाद प्रधानमंत्री को दो अलग-अलग पत्र भेजे।

बैठक में संसद और राज्य विधानमंडलों में महिलाओं और ओबीसी प्रत्येक के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण की मांग करते हुए प्रस्ताव पारित किया।

केसीआर ने लिखा कि तेलंगाना विधानसभा ने 14 जून 2014 को सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर केंद्र से संसद और राज्य विधानसभाओं में ओबीसी और महिलाओं के लिए 33-33 प्रतिशत आरक्षण प्रदान करने का अनुरोध किया।

पत्र में उन्‍होंने लिखा है, “मुझे यह जानकर निराशा हुई है कि भारत सरकार ने अब तक इस मोर्चे पर कोई कार्रवाई शुरू नहीं की है।

“जैसा कि आप जानते हैं, हमारे संविधान के दूरदर्शी वास्तुकारों ने समाज के सामाजिक और शैक्षिक रूप से हाशिए पर रहने वाले वर्गों के साथ की गई ऐतिहासिक गलतियों को सुधारने के लिए राज्य द्वारा सकारात्मक कार्रवाई के लिए संविधान में उपयुक्त प्रावधान प्रदान करने की परिकल्पना की है। इस उद्देश्य का एक हिस्सा हासिल कर लिया गया है। सरकारी नौकरियों और शैक्षणिक संस्थानों में प्रवेश में ओबीसी के लिए आरक्षण प्रदान किया गया है। हालाँकि, जैसा कि आप मुझसे सहमत होंगे, संसद और राज्य विधानसभाओं में आनुपातिक प्रतिनिधित्व एक लोकतांत्रिक राजनीति में हाशिए पर रहने वाले वर्गों की आशाओं और आकांक्षाओं को प्रतिबिंबित करने के लिए एक अनिवार्य शर्त है।”

एक अन्य पत्र में, केसीआर ने मोदी को सूचित किया कि तेलंगाना सरकार सार्वजनिक रोजगार और शैक्षणिक संस्थानों में प्रवेश में महिलाओं के लिए 30 प्रतिशत आरक्षण लागू कर रही है।

उन्होंने कहा, “हालांकि, समाज के हाशिए पर मौजूद वर्गों की आशाओं और आकांक्षाओं को प्रतिबिंबित करने के लिए लोकतांत्रिक राजनीति में संसद और राज्य विधानसभाओं में उपयुक्त प्रतिनिधित्व की आवश्यकता है।”

–आईएएनएस

एकेजे

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

हैदराबाद, 15 सितंबर (आईएएनएस)। तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने महिलाओं और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के लिए संसद और राज्य विधानमंडलों में 33 प्रतिशत आरक्षण लागू करने के लिए संसद के आगामी विशेष सत्र में आवश्यक विधायी प्रक्रिया शुरू करने की मांग करते हुये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है।

मुख्यमंत्री, जो भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के अध्यक्ष भी हैं, ने शुक्रवार को हैदराबाद में बीआरएस संसदीय दल की बैठक के बाद प्रधानमंत्री को दो अलग-अलग पत्र भेजे।

बैठक में संसद और राज्य विधानमंडलों में महिलाओं और ओबीसी प्रत्येक के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण की मांग करते हुए प्रस्ताव पारित किया।

केसीआर ने लिखा कि तेलंगाना विधानसभा ने 14 जून 2014 को सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर केंद्र से संसद और राज्य विधानसभाओं में ओबीसी और महिलाओं के लिए 33-33 प्रतिशत आरक्षण प्रदान करने का अनुरोध किया।

पत्र में उन्‍होंने लिखा है, “मुझे यह जानकर निराशा हुई है कि भारत सरकार ने अब तक इस मोर्चे पर कोई कार्रवाई शुरू नहीं की है।

“जैसा कि आप जानते हैं, हमारे संविधान के दूरदर्शी वास्तुकारों ने समाज के सामाजिक और शैक्षिक रूप से हाशिए पर रहने वाले वर्गों के साथ की गई ऐतिहासिक गलतियों को सुधारने के लिए राज्य द्वारा सकारात्मक कार्रवाई के लिए संविधान में उपयुक्त प्रावधान प्रदान करने की परिकल्पना की है। इस उद्देश्य का एक हिस्सा हासिल कर लिया गया है। सरकारी नौकरियों और शैक्षणिक संस्थानों में प्रवेश में ओबीसी के लिए आरक्षण प्रदान किया गया है। हालाँकि, जैसा कि आप मुझसे सहमत होंगे, संसद और राज्य विधानसभाओं में आनुपातिक प्रतिनिधित्व एक लोकतांत्रिक राजनीति में हाशिए पर रहने वाले वर्गों की आशाओं और आकांक्षाओं को प्रतिबिंबित करने के लिए एक अनिवार्य शर्त है।”

एक अन्य पत्र में, केसीआर ने मोदी को सूचित किया कि तेलंगाना सरकार सार्वजनिक रोजगार और शैक्षणिक संस्थानों में प्रवेश में महिलाओं के लिए 30 प्रतिशत आरक्षण लागू कर रही है।

उन्होंने कहा, “हालांकि, समाज के हाशिए पर मौजूद वर्गों की आशाओं और आकांक्षाओं को प्रतिबिंबित करने के लिए लोकतांत्रिक राजनीति में संसद और राज्य विधानसभाओं में उपयुक्त प्रतिनिधित्व की आवश्यकता है।”

–आईएएनएस

एकेजे

ADVERTISEMENT

हैदराबाद, 15 सितंबर (आईएएनएस)। तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने महिलाओं और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के लिए संसद और राज्य विधानमंडलों में 33 प्रतिशत आरक्षण लागू करने के लिए संसद के आगामी विशेष सत्र में आवश्यक विधायी प्रक्रिया शुरू करने की मांग करते हुये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है।

मुख्यमंत्री, जो भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के अध्यक्ष भी हैं, ने शुक्रवार को हैदराबाद में बीआरएस संसदीय दल की बैठक के बाद प्रधानमंत्री को दो अलग-अलग पत्र भेजे।

बैठक में संसद और राज्य विधानमंडलों में महिलाओं और ओबीसी प्रत्येक के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण की मांग करते हुए प्रस्ताव पारित किया।

केसीआर ने लिखा कि तेलंगाना विधानसभा ने 14 जून 2014 को सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर केंद्र से संसद और राज्य विधानसभाओं में ओबीसी और महिलाओं के लिए 33-33 प्रतिशत आरक्षण प्रदान करने का अनुरोध किया।

पत्र में उन्‍होंने लिखा है, “मुझे यह जानकर निराशा हुई है कि भारत सरकार ने अब तक इस मोर्चे पर कोई कार्रवाई शुरू नहीं की है।

“जैसा कि आप जानते हैं, हमारे संविधान के दूरदर्शी वास्तुकारों ने समाज के सामाजिक और शैक्षिक रूप से हाशिए पर रहने वाले वर्गों के साथ की गई ऐतिहासिक गलतियों को सुधारने के लिए राज्य द्वारा सकारात्मक कार्रवाई के लिए संविधान में उपयुक्त प्रावधान प्रदान करने की परिकल्पना की है। इस उद्देश्य का एक हिस्सा हासिल कर लिया गया है। सरकारी नौकरियों और शैक्षणिक संस्थानों में प्रवेश में ओबीसी के लिए आरक्षण प्रदान किया गया है। हालाँकि, जैसा कि आप मुझसे सहमत होंगे, संसद और राज्य विधानसभाओं में आनुपातिक प्रतिनिधित्व एक लोकतांत्रिक राजनीति में हाशिए पर रहने वाले वर्गों की आशाओं और आकांक्षाओं को प्रतिबिंबित करने के लिए एक अनिवार्य शर्त है।”

एक अन्य पत्र में, केसीआर ने मोदी को सूचित किया कि तेलंगाना सरकार सार्वजनिक रोजगार और शैक्षणिक संस्थानों में प्रवेश में महिलाओं के लिए 30 प्रतिशत आरक्षण लागू कर रही है।

उन्होंने कहा, “हालांकि, समाज के हाशिए पर मौजूद वर्गों की आशाओं और आकांक्षाओं को प्रतिबिंबित करने के लिए लोकतांत्रिक राजनीति में संसद और राज्य विधानसभाओं में उपयुक्त प्रतिनिधित्व की आवश्यकता है।”

–आईएएनएस

एकेजे

Related Posts

ताज़ा समाचार

योगी सरकार की बड़ी पहल : 1990 से पहले के संपूर्ण राजस्व अभिलेखों के डिजिटलाइजेशन की तैयारी

May 18, 2025
ताज़ा समाचार

खेल मंत्री मांडविया ने भारत के खेल पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने के लिए खेलो इंडिया के तहत वार्षिक कैलेंडर लॉन्च किया

May 18, 2025
ताज़ा समाचार

विदेश मंत्री जयशंकर 19 से 24 मई तक नीदरलैंड, डेनमार्क, जर्मनी की यात्रा पर रहेंगे

May 18, 2025
ताज़ा समाचार

‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर सेलेब्स की चुप्पी से आहत पुनीत इस्सर, पूछा- हम खामोश क्यों हैं?

May 18, 2025
ताज़ा समाचार

गोंडा में ‘शौर्य तिरंगा यात्रा’ का आयोजन, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता को समर्पित

May 18, 2025
ताज़ा समाचार

केंद्र सरकार को विदेश जाने वाले प्रतिनिधिमंडल में और सदस्यों को शामिल करना चाहिए था : फखरुल हसन चांद

May 18, 2025
Next Post

ग्रेटर नोएडा लिफ्ट हादसा : गिरधारी लाल कंस्ट्रक्शन और एनबीसीसी के अफसरों के खिलाफ एफआईआर

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

POPULAR NEWS

बंदा प्रकाश तेलंगाना विधान परिषद के उप सभापति चुने गए

बंदा प्रकाश तेलंगाना विधान परिषद के उप सभापति चुने गए

February 12, 2023
बीएसएफ ने मेघालय में 40 मवेशियों को छुड़ाया, 3 तस्कर गिरफ्तार

बीएसएफ ने मेघालय में 40 मवेशियों को छुड़ाया, 3 तस्कर गिरफ्तार

February 12, 2023
चीनी शताब्दी की दूर-दूर तक संभावना नहीं

चीनी शताब्दी की दूर-दूर तक संभावना नहीं

February 12, 2023

बंगाल के जलपाईगुड़ी में बाढ़ जैसे हालात, शहर में घुसने लगा नदी का पानी

August 26, 2023
राधिका खेड़ा ने छोड़ा कांग्रेस का दामन, प्राथमिक सदस्यता से दिया इस्तीफा

राधिका खेड़ा ने छोड़ा कांग्रेस का दामन, प्राथमिक सदस्यता से दिया इस्तीफा

May 5, 2024

EDITOR'S PICK

जब धोतियों की रस्सी बनाकर जेल की 17 फीट ऊंची दीवार लांघ गए थे लोकनायक जयप्रकाश नारायण

October 11, 2024

पूर्व विधायक अनंत सिंह का नाम लिए बिना तेजस्वी ने सीएम नीतीश कुमार को घेरा

September 13, 2024

घसीट रहा था आदमखोर भेड़िया, लोगों ने बचाई जान, 70 साल की बुजुर्ग महिला ने सुनाई आपबीती

September 2, 2024
भाजपा नेता की हत्या : एनआईए ने पीएफआई के 4 सदस्यों के लिए कैश रिवॉर्ड पोस्टर कैंपेन किया तेज

भाजपा नेता की हत्या : एनआईए ने पीएफआई के 4 सदस्यों के लिए कैश रिवॉर्ड पोस्टर कैंपेन किया तेज

January 6, 2023
ADVERTISEMENT

Contact us

Address

Deshbandhu Complex, Naudra Bridge Jabalpur 482001

Mail

deshbandhump@gmail.com

Mobile

9425156056

Important links

  • राशि-भविष्य
  • वर्गीकृत विज्ञापन
  • लाइफ स्टाइल
  • मनोरंजन
  • ब्लॉग

Important links

  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
  • ई पेपर

Related Links

  • Mayaram Surjan
  • Swayamsiddha
  • Deshbandhu

Social Links

081786
Total views : 5876380
Powered By WPS Visitor Counter

Published by Abhas Surjan on behalf of Patrakar Prakashan Pvt.Ltd., Deshbandhu Complex, Naudra Bridge, Jabalpur – 482001 |T:+91 761 4006577 |M: +91 9425156056 Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions The contents of this website is for reading only. Any unauthorised attempt to temper / edit / change the contents of this website comes under cyber crime and is punishable.

Copyright @ 2022 Deshbandhu. All rights are reserved.

  • Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions
No Result
View All Result
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर

Copyright @ 2022 Deshbandhu-MP All rights are reserved.

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password? Sign Up

Create New Account!

Fill the forms below to register

All fields are required. Log In

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In