नई दिल्ली, 5 दिसंबर (आईएएनएस)। मशरूम पोषक तत्वों से भरपूर है। इसमें मौजूद विटामिन और मिनरल्स आहार को संतुलित बनाते हैं तो एक ताजा रिपोर्ट कहती है कि हृदय संबंधित रोग, कैंसर और डिमेंशिया से भी लड़ने में मदद करते हैं। नए शोध के अनुसार, दिन में सिर्फ पांच छोटे मशरूम खाने से शरीर को कई फायदे हो सकते हैं।
शोधकर्ताओं के मुताबिक ऐसा दो मुख्य एंटीऑक्सीडेंट – एर्गोथियोनीन और ग्लूटाथियोन के कारण होता है। ये पदार्थ हानिकारक ‘फ्री रेडिकल्स’ को बेअसर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जो कई तरह की गंभीर बीमारियों का कारण होते हैं।
अमेरिका में पेन स्टेट सेंटर फॉर प्लांट एंड मशरूम प्रोडक्ट्स फॉर हेल्थ के निदेशक रॉबर्ट बीलमैन ने कहा, “हमने पाया कि, मशरूम इन दो एंटीऑक्सीडेंट का बड़ा स्रोत है।”
पोर्टोबेलो, एनोकी, पोर्सिनी, चैंटरेल, स्टिंकहॉर्न, पफबॉल, डंग कैनन, हेयर आइस या हाइडनेलम पेकी समेत मशरूम के 14,000 प्रकार दुनिया भर में पाए जाते हैं।
इनमें से कुछ जहरीले होते हैं और उनके नाम भी उतने भयानक होते हैं। जैसे डेडली डैपरलिंग, डिस्ट्रॉइंग एंजल्स, डेथ कैप, ऑटम स्कलकैप। कुछ साइकेडेलिक मशरूम इतने अजीब होते हैं कि कई देशों ने उन्हें अवैध घोषित कर दिया है।
हालांकि, ऐसे कई मशरूम हैं जो पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। कोयंबटूर स्थित मशरूम फाउंडेशन ऑफ इंडिया के अनुसार, मशरूम प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और विटामिन से भरपूर होते हैं, कैलोरी में कम होते हैं और इसलिए हृदय और मधुमेह रोगियों को इसे खाने की सलाह दी जाती है।
वे अनाज, फलों और सब्जियों की तुलना में प्रोटीन में समृद्ध हैं; पकाने के बाद भी प्रोटीन बरकरार रहता है। शोधकर्ताओं का कहना है कि चूंकि मशरूम में कम कैलोरी, उच्च प्रोटीन, उच्च फाइबर सामग्री और उच्च पोटेशियम: सोडियम अनुपात होता है, इसलिए वे मधुमेह और उच्च रक्तचाप के रोगियों के लिए आदर्श हैं।
भारत में आठ सबसे लोकप्रिय मशरूम हैं। इनमें बटन मशरूम सबसे लोकप्रिय है। ये छोटे से दिखते हैं और दुनिया भर में उगाई और खाई जाने वाली सबसे लोकप्रिय मशरूम किस्म है।
यह विटामिन (बी विटामिन, विटामिन डी), खनिज (सेलेनियम, तांबा, पोटेशियम) और एंटीऑक्सीडेंट जैसे आवश्यक पोषक तत्वों का अच्छा स्रोत हैं।
वहीं ऑयस्टर मशरूम मखमली बनावट के लिए जाने जाते हैं। एक कप कच्चे, कटे हुए ऑयस्टर मशरूम में केवल 28 कैलोरी होती है। इसमें वसा, कोलेस्ट्रॉल और सोडियम कम होता है और नियासिन, फोलिक एसिड, विटामिन सी और बी12 और एमिनो एसिड एर्गोथायोनीन जैसे पोषक तत्व अधिक होते हैं।
भारत में पाई जाने वाली अन्य किस्में शिटेक मशरूम, कॉर्डिसेप्स मशरूम, लायन मेन मशरूम, रीशी मशरूम, टर्की टेल मशरूम और चागा मशरूम हैं।
–आईएएनएस
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