कोच्चि, 16 जनवरी (आईएएनएस)। इतिहास के कुछ समय के दौरान पड़ोसी पाकिस्तान और म्यांमार में आम लोगों के जीवन को दर्शाने वाली कलात्मक प्रस्तुतियों को कोच्चि मुजिरिस बिएनिल में सराहा जा रहा है।
जबकि प्रसिद्ध फोटोग्राफर और फिल्म निर्माता मदीहा एजाज, जिनकी 2019 में मृत्यु हो गई थी, उनसे संबंधित तस्वीरें और वीडियो इंस्टालेशन पाकिस्तान में जिंदगी के कई चेहरों को सामने लाता है, अमेरिका में शरण लेने वाले म्यांमार के मूल निवासी मिन मा नाइंग के जरिए म्यांमार में लोगों की रहने की स्थिति का पता चलता है।
प्रदर्शित मदीहा ऐजाज के कार्यों में तस्वीरों की पांच श्रृंखलाएं और पृष्ठभूमि के रूप में कराची के साथ वीडियो शामिल है, यह पाकिस्तान में सबसे घनी आबादी वाला और धार्मिक, नस्लीय और भाषाई रूप से विविध शहर है। प्रस्तुति दर्शकों को क्षेत्र में विभिन्न स्तरों पर हो रहे परिवर्तनों और विषयों के साथ बातचीत का अनुभव करने में मदद करती है। रेलवे, व्यापारिक केंद्र, पूजा के स्थान और सार्वजनिक पुस्तकालयों जैसे सार्वजनिक स्थानों के चित्रण के माध्यम से विषय का पता चलता है।
वीडियो इंस्टॉलेशन दिस साइलेंस आर ऑल द वर्डस में पुस्तकालयाध्यक्षों द्वारा समझाए गए पुस्तकालयों के आसपास के सामाजिक वातावरण को दर्शाया गया है। उर्दू से अंग्रेजी में बदलाव और इसके परिणामों को यहां समझाया गया है। 38 साल की उम्र में दिल का दौरा पड़ने से मदीहा की असामयिक मौत ने न केवल पाकिस्तान बल्कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के कला और सांस्कृतिक परि²श्य को झकझोर कर रख दिया।
फोटोग्राफ श्रृंखला फोर्सेस ऑफ चेंज और बट इन माय ड्रीम्स के माध्यम से, जो एक दूसरे के पूरक हैं, मिन मा निंग इस बात की पड़ताल करती हैं कि कैसे तीन दशकों के सत्तावादी शासन ने देश के भीतर और उन लोगों के जीवन को प्रभावित किया जिन्हें पलायन के लिए मजबूर किया गया था। परिवर्तन की ताकतों के माध्यम से जीवन के विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े लोगों को प्रस्तुत किया जा रहा है, जिसमें व्यवसायी, सामाजिक कार्यकर्ता और स्वतंत्रता के लिए संघर्ष करने वाले लेखक शामिल हैं।
पलायन करने और अमेरिका में शरण लेने के लिए मजबूर लोग बट इन माय ड्रीम्स में दिखाई देते हैं। वतन वापसी उनके लिए एक सपना बनकर रह गई है।
–आईएएनएस
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