कोलकाता, 9 नवंबर (आईएएनएस)। पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज में महिला डॉक्टर के साथ हुई दरिंदगी के 90 दिन पूरे होने पर जूनियर डॉक्टरों ने शनिवार को शहर की सड़कों पर विरोध-प्रदर्शन किया।
सिविल राइट्स एक्टिविस्ट अनुराग मैत्री ने कहा, “आरजी कर मेडिकल कॉलेज में हुए बलात्कार और उसके बाद लगातार हो रही बलात्कार और हत्याओं के खिलाफ हम आज यहां धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। हमने देखा है कि इस पर कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। हम इसके खिलाफ न्याय की मांग कर रहे हैं और देख रहे हैं कि कैसे महिलाओं के खिलाफ बलात्कार और हत्याएं हो रही हैं, लेकिन इन अपराधों के खिलाफ न्याय नहीं मिल रहा।”
उन्होंने बताया कि आज प्रदर्शनकारी डॉक्टर लाली हॉल में एकत्रित हुए। उनका उद्देश्य अपना हक और इंसाफ लेना है। उन्होंने कहा, “पिछले 90 दिन से कुछ भी ठोस कार्रवाई नहीं हुई है, और दोषियों को अब तक सजा नहीं मिली है। राज्य का न्याय पूरी तरह से विलंबित है और नकारा जा रहा है। हम यह देख रहे हैं कि कैसे यह सरकार, जो एक तानाशाही शासन की तरह काम कर रही है, अपनी लाचारी और असफलता को बार-बार सामने ला रही है।”
जूनियर डॉक्टर राजदीप ने कहा, “आपको पहले से ही मालूम है कि हमारा यह विरोध ‘अभया दीदी’ (आरजी कर मामले में पीड़िता डॉक्टर) के न्याय न मिलने के विरोध में है, और यह विरोध कब तक चलेगा, यह इस बात पर निर्भर करेगा कि हमें न्याय कब तक मिलता है। आप देख सकते हैं कि आज 90 दिन बाद भी लोग कतारों में खड़े होकर हमारे साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं। हमारा यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक हमें न्याय नहीं मिलता। हमारा उत्साह आने वाले दिनों में भी लगातार बना रहेगा।”
विरोध प्रदर्शन कर रही एक अन्य महिला ने कहा, “आप सभी जानते हैं कि एक लड़की के साथ जो बलात्कार हुआ है, उसे सजा दिलाने के लिए हम लगातार संघर्ष कर रहे हैं। डॉक्टर भी इस मामले में कुछ नहीं कर रहे हैं। यह केवल हमारा संघर्ष नहीं है, बल्कि पूरे नागरिक समाज का है। हम चाहते हैं कि इस मामले में शीघ्र सीबीआई जांच हो और दोषियों को सजा मिले। हम तीन महीने से इंतजार कर रहे हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। हम चाहते हैं कि हमारी आवाज सुनी जाए और दोषियों को सजा दिलाने के लिए उचित कार्रवाई की जाए।”
–आईएएनएस
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