नई दिल्ली, 15 अगस्त (आईएएनएस)। कोलकाता स्थित आरजी कर मेडिकल कॉलेज में गुरुवार को आपातकालीन वार्ड में सभी रेजिडेंट डॉक्टर, छात्र और नर्सिंग स्टाफ जमा हुए। सभी ने न्याय के साथ साथ सुरक्षा की मांग की।
सभी का विरोध बीती रात हुई घटना को लेकर था। कॉलेज में एक बार फिर हिंसक हमला हुआ, जिसके विरोध में डॉक्टर और छात्र एकजुट हुए। आपातकालीन वार्ड में एकत्रित हुए ये सभी वर्तमान प्रिंसिपल के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे और पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराने में विफल रहने का आरोप लगा रहे थे।
वहीं, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल आनंदा बोस ने एमआरआई हॉल के अंदर प्रिंसिपल के साथ बैठक की। प्रदर्शनकारी एमआरआई रूम के बाहर जमा हुए और अपनी मांगों पर प्रतिक्रिया का इंतजार किया।
बता दें कि बीती रात आरजी मेडिकल कॉलेज में उपद्रवियों ने हिंसा की। करीब 40 से ज्यादा उपद्रवियों ने कॉलेज में जमकर तोड़फोड़ की। चश्मदीदों के अनुसार, सभी उपद्रवी वहां जाना चाहते थे, जहां महिला डॉक्टर के साथ रेप और उसके बाद हत्या हुई थी। वह जिस तरह से तोड़फोड़ कर रहे थे, उससे ऐसा प्रतीत होता है कि वह घटनास्थल से सबूत मिटाना चाहते थे। चश्मदीदों का आरोप है कि जिस दौरान कॉलेज में तोड़फोड़ की जा रही थी, उस दौरान पुलिस तमाशा देखती रही। लेकिन, कोई कार्रवाई नहीं की।
चश्मदीदों के अनुसार, उन्होंने कॉलेज में इससे पहले कभी ऐसी गुंडागर्दी नहीं देखी।
वहीं, एक चश्मदीद ने कहा, कॉलेज में मार्च शुरू करने को लेकर सभी डॉक्टर, छात्र एकजुट हो रहे थे। हम सभी एक जगह पर मिलने वाले थे। इसी दौरान भारी संख्या में लोग पहुंचे। महिला डॉक्टरों के साथ अभद्रता की। इसके अलावा मेडिकल स्टाफ के साथ भी मारपीट की गई। सभी अपनी जान बचाकर भागे।
कुछ दिनों पहले ही एक महिला डॉक्टर के साथ रेप और हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया। इस घटना के बाद से देश भर के अस्पतालों मे डॉक्टरों ने हड़ताल की और न्याय की गुहार लगाई है।
–आईएएनएस
डीकेएम/एसकेपी
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 15 अगस्त (आईएएनएस)। कोलकाता स्थित आरजी कर मेडिकल कॉलेज में गुरुवार को आपातकालीन वार्ड में सभी रेजिडेंट डॉक्टर, छात्र और नर्सिंग स्टाफ जमा हुए। सभी ने न्याय के साथ साथ सुरक्षा की मांग की।
सभी का विरोध बीती रात हुई घटना को लेकर था। कॉलेज में एक बार फिर हिंसक हमला हुआ, जिसके विरोध में डॉक्टर और छात्र एकजुट हुए। आपातकालीन वार्ड में एकत्रित हुए ये सभी वर्तमान प्रिंसिपल के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे और पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराने में विफल रहने का आरोप लगा रहे थे।
वहीं, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल आनंदा बोस ने एमआरआई हॉल के अंदर प्रिंसिपल के साथ बैठक की। प्रदर्शनकारी एमआरआई रूम के बाहर जमा हुए और अपनी मांगों पर प्रतिक्रिया का इंतजार किया।
बता दें कि बीती रात आरजी मेडिकल कॉलेज में उपद्रवियों ने हिंसा की। करीब 40 से ज्यादा उपद्रवियों ने कॉलेज में जमकर तोड़फोड़ की। चश्मदीदों के अनुसार, सभी उपद्रवी वहां जाना चाहते थे, जहां महिला डॉक्टर के साथ रेप और उसके बाद हत्या हुई थी। वह जिस तरह से तोड़फोड़ कर रहे थे, उससे ऐसा प्रतीत होता है कि वह घटनास्थल से सबूत मिटाना चाहते थे। चश्मदीदों का आरोप है कि जिस दौरान कॉलेज में तोड़फोड़ की जा रही थी, उस दौरान पुलिस तमाशा देखती रही। लेकिन, कोई कार्रवाई नहीं की।
चश्मदीदों के अनुसार, उन्होंने कॉलेज में इससे पहले कभी ऐसी गुंडागर्दी नहीं देखी।
वहीं, एक चश्मदीद ने कहा, कॉलेज में मार्च शुरू करने को लेकर सभी डॉक्टर, छात्र एकजुट हो रहे थे। हम सभी एक जगह पर मिलने वाले थे। इसी दौरान भारी संख्या में लोग पहुंचे। महिला डॉक्टरों के साथ अभद्रता की। इसके अलावा मेडिकल स्टाफ के साथ भी मारपीट की गई। सभी अपनी जान बचाकर भागे।
कुछ दिनों पहले ही एक महिला डॉक्टर के साथ रेप और हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया। इस घटना के बाद से देश भर के अस्पतालों मे डॉक्टरों ने हड़ताल की और न्याय की गुहार लगाई है।
–आईएएनएस
डीकेएम/एसकेपी
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 15 अगस्त (आईएएनएस)। कोलकाता स्थित आरजी कर मेडिकल कॉलेज में गुरुवार को आपातकालीन वार्ड में सभी रेजिडेंट डॉक्टर, छात्र और नर्सिंग स्टाफ जमा हुए। सभी ने न्याय के साथ साथ सुरक्षा की मांग की।
सभी का विरोध बीती रात हुई घटना को लेकर था। कॉलेज में एक बार फिर हिंसक हमला हुआ, जिसके विरोध में डॉक्टर और छात्र एकजुट हुए। आपातकालीन वार्ड में एकत्रित हुए ये सभी वर्तमान प्रिंसिपल के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे और पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराने में विफल रहने का आरोप लगा रहे थे।
वहीं, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल आनंदा बोस ने एमआरआई हॉल के अंदर प्रिंसिपल के साथ बैठक की। प्रदर्शनकारी एमआरआई रूम के बाहर जमा हुए और अपनी मांगों पर प्रतिक्रिया का इंतजार किया।
बता दें कि बीती रात आरजी मेडिकल कॉलेज में उपद्रवियों ने हिंसा की। करीब 40 से ज्यादा उपद्रवियों ने कॉलेज में जमकर तोड़फोड़ की। चश्मदीदों के अनुसार, सभी उपद्रवी वहां जाना चाहते थे, जहां महिला डॉक्टर के साथ रेप और उसके बाद हत्या हुई थी। वह जिस तरह से तोड़फोड़ कर रहे थे, उससे ऐसा प्रतीत होता है कि वह घटनास्थल से सबूत मिटाना चाहते थे। चश्मदीदों का आरोप है कि जिस दौरान कॉलेज में तोड़फोड़ की जा रही थी, उस दौरान पुलिस तमाशा देखती रही। लेकिन, कोई कार्रवाई नहीं की।
चश्मदीदों के अनुसार, उन्होंने कॉलेज में इससे पहले कभी ऐसी गुंडागर्दी नहीं देखी।
वहीं, एक चश्मदीद ने कहा, कॉलेज में मार्च शुरू करने को लेकर सभी डॉक्टर, छात्र एकजुट हो रहे थे। हम सभी एक जगह पर मिलने वाले थे। इसी दौरान भारी संख्या में लोग पहुंचे। महिला डॉक्टरों के साथ अभद्रता की। इसके अलावा मेडिकल स्टाफ के साथ भी मारपीट की गई। सभी अपनी जान बचाकर भागे।
कुछ दिनों पहले ही एक महिला डॉक्टर के साथ रेप और हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया। इस घटना के बाद से देश भर के अस्पतालों मे डॉक्टरों ने हड़ताल की और न्याय की गुहार लगाई है।
–आईएएनएस
डीकेएम/एसकेपी
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 15 अगस्त (आईएएनएस)। कोलकाता स्थित आरजी कर मेडिकल कॉलेज में गुरुवार को आपातकालीन वार्ड में सभी रेजिडेंट डॉक्टर, छात्र और नर्सिंग स्टाफ जमा हुए। सभी ने न्याय के साथ साथ सुरक्षा की मांग की।
सभी का विरोध बीती रात हुई घटना को लेकर था। कॉलेज में एक बार फिर हिंसक हमला हुआ, जिसके विरोध में डॉक्टर और छात्र एकजुट हुए। आपातकालीन वार्ड में एकत्रित हुए ये सभी वर्तमान प्रिंसिपल के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे और पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराने में विफल रहने का आरोप लगा रहे थे।
वहीं, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल आनंदा बोस ने एमआरआई हॉल के अंदर प्रिंसिपल के साथ बैठक की। प्रदर्शनकारी एमआरआई रूम के बाहर जमा हुए और अपनी मांगों पर प्रतिक्रिया का इंतजार किया।
बता दें कि बीती रात आरजी मेडिकल कॉलेज में उपद्रवियों ने हिंसा की। करीब 40 से ज्यादा उपद्रवियों ने कॉलेज में जमकर तोड़फोड़ की। चश्मदीदों के अनुसार, सभी उपद्रवी वहां जाना चाहते थे, जहां महिला डॉक्टर के साथ रेप और उसके बाद हत्या हुई थी। वह जिस तरह से तोड़फोड़ कर रहे थे, उससे ऐसा प्रतीत होता है कि वह घटनास्थल से सबूत मिटाना चाहते थे। चश्मदीदों का आरोप है कि जिस दौरान कॉलेज में तोड़फोड़ की जा रही थी, उस दौरान पुलिस तमाशा देखती रही। लेकिन, कोई कार्रवाई नहीं की।
चश्मदीदों के अनुसार, उन्होंने कॉलेज में इससे पहले कभी ऐसी गुंडागर्दी नहीं देखी।
वहीं, एक चश्मदीद ने कहा, कॉलेज में मार्च शुरू करने को लेकर सभी डॉक्टर, छात्र एकजुट हो रहे थे। हम सभी एक जगह पर मिलने वाले थे। इसी दौरान भारी संख्या में लोग पहुंचे। महिला डॉक्टरों के साथ अभद्रता की। इसके अलावा मेडिकल स्टाफ के साथ भी मारपीट की गई। सभी अपनी जान बचाकर भागे।
कुछ दिनों पहले ही एक महिला डॉक्टर के साथ रेप और हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया। इस घटना के बाद से देश भर के अस्पतालों मे डॉक्टरों ने हड़ताल की और न्याय की गुहार लगाई है।
–आईएएनएस
डीकेएम/एसकेपी
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 15 अगस्त (आईएएनएस)। कोलकाता स्थित आरजी कर मेडिकल कॉलेज में गुरुवार को आपातकालीन वार्ड में सभी रेजिडेंट डॉक्टर, छात्र और नर्सिंग स्टाफ जमा हुए। सभी ने न्याय के साथ साथ सुरक्षा की मांग की।
सभी का विरोध बीती रात हुई घटना को लेकर था। कॉलेज में एक बार फिर हिंसक हमला हुआ, जिसके विरोध में डॉक्टर और छात्र एकजुट हुए। आपातकालीन वार्ड में एकत्रित हुए ये सभी वर्तमान प्रिंसिपल के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे और पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराने में विफल रहने का आरोप लगा रहे थे।
वहीं, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल आनंदा बोस ने एमआरआई हॉल के अंदर प्रिंसिपल के साथ बैठक की। प्रदर्शनकारी एमआरआई रूम के बाहर जमा हुए और अपनी मांगों पर प्रतिक्रिया का इंतजार किया।
बता दें कि बीती रात आरजी मेडिकल कॉलेज में उपद्रवियों ने हिंसा की। करीब 40 से ज्यादा उपद्रवियों ने कॉलेज में जमकर तोड़फोड़ की। चश्मदीदों के अनुसार, सभी उपद्रवी वहां जाना चाहते थे, जहां महिला डॉक्टर के साथ रेप और उसके बाद हत्या हुई थी। वह जिस तरह से तोड़फोड़ कर रहे थे, उससे ऐसा प्रतीत होता है कि वह घटनास्थल से सबूत मिटाना चाहते थे। चश्मदीदों का आरोप है कि जिस दौरान कॉलेज में तोड़फोड़ की जा रही थी, उस दौरान पुलिस तमाशा देखती रही। लेकिन, कोई कार्रवाई नहीं की।
चश्मदीदों के अनुसार, उन्होंने कॉलेज में इससे पहले कभी ऐसी गुंडागर्दी नहीं देखी।
वहीं, एक चश्मदीद ने कहा, कॉलेज में मार्च शुरू करने को लेकर सभी डॉक्टर, छात्र एकजुट हो रहे थे। हम सभी एक जगह पर मिलने वाले थे। इसी दौरान भारी संख्या में लोग पहुंचे। महिला डॉक्टरों के साथ अभद्रता की। इसके अलावा मेडिकल स्टाफ के साथ भी मारपीट की गई। सभी अपनी जान बचाकर भागे।
कुछ दिनों पहले ही एक महिला डॉक्टर के साथ रेप और हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया। इस घटना के बाद से देश भर के अस्पतालों मे डॉक्टरों ने हड़ताल की और न्याय की गुहार लगाई है।
–आईएएनएस
डीकेएम/एसकेपी
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 15 अगस्त (आईएएनएस)। कोलकाता स्थित आरजी कर मेडिकल कॉलेज में गुरुवार को आपातकालीन वार्ड में सभी रेजिडेंट डॉक्टर, छात्र और नर्सिंग स्टाफ जमा हुए। सभी ने न्याय के साथ साथ सुरक्षा की मांग की।
सभी का विरोध बीती रात हुई घटना को लेकर था। कॉलेज में एक बार फिर हिंसक हमला हुआ, जिसके विरोध में डॉक्टर और छात्र एकजुट हुए। आपातकालीन वार्ड में एकत्रित हुए ये सभी वर्तमान प्रिंसिपल के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे और पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराने में विफल रहने का आरोप लगा रहे थे।
वहीं, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल आनंदा बोस ने एमआरआई हॉल के अंदर प्रिंसिपल के साथ बैठक की। प्रदर्शनकारी एमआरआई रूम के बाहर जमा हुए और अपनी मांगों पर प्रतिक्रिया का इंतजार किया।
बता दें कि बीती रात आरजी मेडिकल कॉलेज में उपद्रवियों ने हिंसा की। करीब 40 से ज्यादा उपद्रवियों ने कॉलेज में जमकर तोड़फोड़ की। चश्मदीदों के अनुसार, सभी उपद्रवी वहां जाना चाहते थे, जहां महिला डॉक्टर के साथ रेप और उसके बाद हत्या हुई थी। वह जिस तरह से तोड़फोड़ कर रहे थे, उससे ऐसा प्रतीत होता है कि वह घटनास्थल से सबूत मिटाना चाहते थे। चश्मदीदों का आरोप है कि जिस दौरान कॉलेज में तोड़फोड़ की जा रही थी, उस दौरान पुलिस तमाशा देखती रही। लेकिन, कोई कार्रवाई नहीं की।
चश्मदीदों के अनुसार, उन्होंने कॉलेज में इससे पहले कभी ऐसी गुंडागर्दी नहीं देखी।
वहीं, एक चश्मदीद ने कहा, कॉलेज में मार्च शुरू करने को लेकर सभी डॉक्टर, छात्र एकजुट हो रहे थे। हम सभी एक जगह पर मिलने वाले थे। इसी दौरान भारी संख्या में लोग पहुंचे। महिला डॉक्टरों के साथ अभद्रता की। इसके अलावा मेडिकल स्टाफ के साथ भी मारपीट की गई। सभी अपनी जान बचाकर भागे।
कुछ दिनों पहले ही एक महिला डॉक्टर के साथ रेप और हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया। इस घटना के बाद से देश भर के अस्पतालों मे डॉक्टरों ने हड़ताल की और न्याय की गुहार लगाई है।
–आईएएनएस
डीकेएम/एसकेपी
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 15 अगस्त (आईएएनएस)। कोलकाता स्थित आरजी कर मेडिकल कॉलेज में गुरुवार को आपातकालीन वार्ड में सभी रेजिडेंट डॉक्टर, छात्र और नर्सिंग स्टाफ जमा हुए। सभी ने न्याय के साथ साथ सुरक्षा की मांग की।
सभी का विरोध बीती रात हुई घटना को लेकर था। कॉलेज में एक बार फिर हिंसक हमला हुआ, जिसके विरोध में डॉक्टर और छात्र एकजुट हुए। आपातकालीन वार्ड में एकत्रित हुए ये सभी वर्तमान प्रिंसिपल के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे और पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराने में विफल रहने का आरोप लगा रहे थे।
वहीं, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल आनंदा बोस ने एमआरआई हॉल के अंदर प्रिंसिपल के साथ बैठक की। प्रदर्शनकारी एमआरआई रूम के बाहर जमा हुए और अपनी मांगों पर प्रतिक्रिया का इंतजार किया।
बता दें कि बीती रात आरजी मेडिकल कॉलेज में उपद्रवियों ने हिंसा की। करीब 40 से ज्यादा उपद्रवियों ने कॉलेज में जमकर तोड़फोड़ की। चश्मदीदों के अनुसार, सभी उपद्रवी वहां जाना चाहते थे, जहां महिला डॉक्टर के साथ रेप और उसके बाद हत्या हुई थी। वह जिस तरह से तोड़फोड़ कर रहे थे, उससे ऐसा प्रतीत होता है कि वह घटनास्थल से सबूत मिटाना चाहते थे। चश्मदीदों का आरोप है कि जिस दौरान कॉलेज में तोड़फोड़ की जा रही थी, उस दौरान पुलिस तमाशा देखती रही। लेकिन, कोई कार्रवाई नहीं की।
चश्मदीदों के अनुसार, उन्होंने कॉलेज में इससे पहले कभी ऐसी गुंडागर्दी नहीं देखी।
वहीं, एक चश्मदीद ने कहा, कॉलेज में मार्च शुरू करने को लेकर सभी डॉक्टर, छात्र एकजुट हो रहे थे। हम सभी एक जगह पर मिलने वाले थे। इसी दौरान भारी संख्या में लोग पहुंचे। महिला डॉक्टरों के साथ अभद्रता की। इसके अलावा मेडिकल स्टाफ के साथ भी मारपीट की गई। सभी अपनी जान बचाकर भागे।
कुछ दिनों पहले ही एक महिला डॉक्टर के साथ रेप और हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया। इस घटना के बाद से देश भर के अस्पतालों मे डॉक्टरों ने हड़ताल की और न्याय की गुहार लगाई है।
–आईएएनएस
डीकेएम/एसकेपी
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 15 अगस्त (आईएएनएस)। कोलकाता स्थित आरजी कर मेडिकल कॉलेज में गुरुवार को आपातकालीन वार्ड में सभी रेजिडेंट डॉक्टर, छात्र और नर्सिंग स्टाफ जमा हुए। सभी ने न्याय के साथ साथ सुरक्षा की मांग की।
सभी का विरोध बीती रात हुई घटना को लेकर था। कॉलेज में एक बार फिर हिंसक हमला हुआ, जिसके विरोध में डॉक्टर और छात्र एकजुट हुए। आपातकालीन वार्ड में एकत्रित हुए ये सभी वर्तमान प्रिंसिपल के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे और पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराने में विफल रहने का आरोप लगा रहे थे।
वहीं, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल आनंदा बोस ने एमआरआई हॉल के अंदर प्रिंसिपल के साथ बैठक की। प्रदर्शनकारी एमआरआई रूम के बाहर जमा हुए और अपनी मांगों पर प्रतिक्रिया का इंतजार किया।
बता दें कि बीती रात आरजी मेडिकल कॉलेज में उपद्रवियों ने हिंसा की। करीब 40 से ज्यादा उपद्रवियों ने कॉलेज में जमकर तोड़फोड़ की। चश्मदीदों के अनुसार, सभी उपद्रवी वहां जाना चाहते थे, जहां महिला डॉक्टर के साथ रेप और उसके बाद हत्या हुई थी। वह जिस तरह से तोड़फोड़ कर रहे थे, उससे ऐसा प्रतीत होता है कि वह घटनास्थल से सबूत मिटाना चाहते थे। चश्मदीदों का आरोप है कि जिस दौरान कॉलेज में तोड़फोड़ की जा रही थी, उस दौरान पुलिस तमाशा देखती रही। लेकिन, कोई कार्रवाई नहीं की।
चश्मदीदों के अनुसार, उन्होंने कॉलेज में इससे पहले कभी ऐसी गुंडागर्दी नहीं देखी।
वहीं, एक चश्मदीद ने कहा, कॉलेज में मार्च शुरू करने को लेकर सभी डॉक्टर, छात्र एकजुट हो रहे थे। हम सभी एक जगह पर मिलने वाले थे। इसी दौरान भारी संख्या में लोग पहुंचे। महिला डॉक्टरों के साथ अभद्रता की। इसके अलावा मेडिकल स्टाफ के साथ भी मारपीट की गई। सभी अपनी जान बचाकर भागे।
कुछ दिनों पहले ही एक महिला डॉक्टर के साथ रेप और हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया। इस घटना के बाद से देश भर के अस्पतालों मे डॉक्टरों ने हड़ताल की और न्याय की गुहार लगाई है।
–आईएएनएस
डीकेएम/एसकेपी
नई दिल्ली, 15 अगस्त (आईएएनएस)। कोलकाता स्थित आरजी कर मेडिकल कॉलेज में गुरुवार को आपातकालीन वार्ड में सभी रेजिडेंट डॉक्टर, छात्र और नर्सिंग स्टाफ जमा हुए। सभी ने न्याय के साथ साथ सुरक्षा की मांग की।
सभी का विरोध बीती रात हुई घटना को लेकर था। कॉलेज में एक बार फिर हिंसक हमला हुआ, जिसके विरोध में डॉक्टर और छात्र एकजुट हुए। आपातकालीन वार्ड में एकत्रित हुए ये सभी वर्तमान प्रिंसिपल के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे और पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराने में विफल रहने का आरोप लगा रहे थे।
वहीं, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल आनंदा बोस ने एमआरआई हॉल के अंदर प्रिंसिपल के साथ बैठक की। प्रदर्शनकारी एमआरआई रूम के बाहर जमा हुए और अपनी मांगों पर प्रतिक्रिया का इंतजार किया।
बता दें कि बीती रात आरजी मेडिकल कॉलेज में उपद्रवियों ने हिंसा की। करीब 40 से ज्यादा उपद्रवियों ने कॉलेज में जमकर तोड़फोड़ की। चश्मदीदों के अनुसार, सभी उपद्रवी वहां जाना चाहते थे, जहां महिला डॉक्टर के साथ रेप और उसके बाद हत्या हुई थी। वह जिस तरह से तोड़फोड़ कर रहे थे, उससे ऐसा प्रतीत होता है कि वह घटनास्थल से सबूत मिटाना चाहते थे। चश्मदीदों का आरोप है कि जिस दौरान कॉलेज में तोड़फोड़ की जा रही थी, उस दौरान पुलिस तमाशा देखती रही। लेकिन, कोई कार्रवाई नहीं की।
चश्मदीदों के अनुसार, उन्होंने कॉलेज में इससे पहले कभी ऐसी गुंडागर्दी नहीं देखी।
वहीं, एक चश्मदीद ने कहा, कॉलेज में मार्च शुरू करने को लेकर सभी डॉक्टर, छात्र एकजुट हो रहे थे। हम सभी एक जगह पर मिलने वाले थे। इसी दौरान भारी संख्या में लोग पहुंचे। महिला डॉक्टरों के साथ अभद्रता की। इसके अलावा मेडिकल स्टाफ के साथ भी मारपीट की गई। सभी अपनी जान बचाकर भागे।
कुछ दिनों पहले ही एक महिला डॉक्टर के साथ रेप और हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया। इस घटना के बाद से देश भर के अस्पतालों मे डॉक्टरों ने हड़ताल की और न्याय की गुहार लगाई है।
–आईएएनएस
डीकेएम/एसकेपी
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 15 अगस्त (आईएएनएस)। कोलकाता स्थित आरजी कर मेडिकल कॉलेज में गुरुवार को आपातकालीन वार्ड में सभी रेजिडेंट डॉक्टर, छात्र और नर्सिंग स्टाफ जमा हुए। सभी ने न्याय के साथ साथ सुरक्षा की मांग की।
सभी का विरोध बीती रात हुई घटना को लेकर था। कॉलेज में एक बार फिर हिंसक हमला हुआ, जिसके विरोध में डॉक्टर और छात्र एकजुट हुए। आपातकालीन वार्ड में एकत्रित हुए ये सभी वर्तमान प्रिंसिपल के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे और पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराने में विफल रहने का आरोप लगा रहे थे।
वहीं, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल आनंदा बोस ने एमआरआई हॉल के अंदर प्रिंसिपल के साथ बैठक की। प्रदर्शनकारी एमआरआई रूम के बाहर जमा हुए और अपनी मांगों पर प्रतिक्रिया का इंतजार किया।
बता दें कि बीती रात आरजी मेडिकल कॉलेज में उपद्रवियों ने हिंसा की। करीब 40 से ज्यादा उपद्रवियों ने कॉलेज में जमकर तोड़फोड़ की। चश्मदीदों के अनुसार, सभी उपद्रवी वहां जाना चाहते थे, जहां महिला डॉक्टर के साथ रेप और उसके बाद हत्या हुई थी। वह जिस तरह से तोड़फोड़ कर रहे थे, उससे ऐसा प्रतीत होता है कि वह घटनास्थल से सबूत मिटाना चाहते थे। चश्मदीदों का आरोप है कि जिस दौरान कॉलेज में तोड़फोड़ की जा रही थी, उस दौरान पुलिस तमाशा देखती रही। लेकिन, कोई कार्रवाई नहीं की।
चश्मदीदों के अनुसार, उन्होंने कॉलेज में इससे पहले कभी ऐसी गुंडागर्दी नहीं देखी।
वहीं, एक चश्मदीद ने कहा, कॉलेज में मार्च शुरू करने को लेकर सभी डॉक्टर, छात्र एकजुट हो रहे थे। हम सभी एक जगह पर मिलने वाले थे। इसी दौरान भारी संख्या में लोग पहुंचे। महिला डॉक्टरों के साथ अभद्रता की। इसके अलावा मेडिकल स्टाफ के साथ भी मारपीट की गई। सभी अपनी जान बचाकर भागे।
कुछ दिनों पहले ही एक महिला डॉक्टर के साथ रेप और हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया। इस घटना के बाद से देश भर के अस्पतालों मे डॉक्टरों ने हड़ताल की और न्याय की गुहार लगाई है।
–आईएएनएस
डीकेएम/एसकेपी
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 15 अगस्त (आईएएनएस)। कोलकाता स्थित आरजी कर मेडिकल कॉलेज में गुरुवार को आपातकालीन वार्ड में सभी रेजिडेंट डॉक्टर, छात्र और नर्सिंग स्टाफ जमा हुए। सभी ने न्याय के साथ साथ सुरक्षा की मांग की।
सभी का विरोध बीती रात हुई घटना को लेकर था। कॉलेज में एक बार फिर हिंसक हमला हुआ, जिसके विरोध में डॉक्टर और छात्र एकजुट हुए। आपातकालीन वार्ड में एकत्रित हुए ये सभी वर्तमान प्रिंसिपल के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे और पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराने में विफल रहने का आरोप लगा रहे थे।
वहीं, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल आनंदा बोस ने एमआरआई हॉल के अंदर प्रिंसिपल के साथ बैठक की। प्रदर्शनकारी एमआरआई रूम के बाहर जमा हुए और अपनी मांगों पर प्रतिक्रिया का इंतजार किया।
बता दें कि बीती रात आरजी मेडिकल कॉलेज में उपद्रवियों ने हिंसा की। करीब 40 से ज्यादा उपद्रवियों ने कॉलेज में जमकर तोड़फोड़ की। चश्मदीदों के अनुसार, सभी उपद्रवी वहां जाना चाहते थे, जहां महिला डॉक्टर के साथ रेप और उसके बाद हत्या हुई थी। वह जिस तरह से तोड़फोड़ कर रहे थे, उससे ऐसा प्रतीत होता है कि वह घटनास्थल से सबूत मिटाना चाहते थे। चश्मदीदों का आरोप है कि जिस दौरान कॉलेज में तोड़फोड़ की जा रही थी, उस दौरान पुलिस तमाशा देखती रही। लेकिन, कोई कार्रवाई नहीं की।
चश्मदीदों के अनुसार, उन्होंने कॉलेज में इससे पहले कभी ऐसी गुंडागर्दी नहीं देखी।
वहीं, एक चश्मदीद ने कहा, कॉलेज में मार्च शुरू करने को लेकर सभी डॉक्टर, छात्र एकजुट हो रहे थे। हम सभी एक जगह पर मिलने वाले थे। इसी दौरान भारी संख्या में लोग पहुंचे। महिला डॉक्टरों के साथ अभद्रता की। इसके अलावा मेडिकल स्टाफ के साथ भी मारपीट की गई। सभी अपनी जान बचाकर भागे।
कुछ दिनों पहले ही एक महिला डॉक्टर के साथ रेप और हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया। इस घटना के बाद से देश भर के अस्पतालों मे डॉक्टरों ने हड़ताल की और न्याय की गुहार लगाई है।
–आईएएनएस
डीकेएम/एसकेपी
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 15 अगस्त (आईएएनएस)। कोलकाता स्थित आरजी कर मेडिकल कॉलेज में गुरुवार को आपातकालीन वार्ड में सभी रेजिडेंट डॉक्टर, छात्र और नर्सिंग स्टाफ जमा हुए। सभी ने न्याय के साथ साथ सुरक्षा की मांग की।
सभी का विरोध बीती रात हुई घटना को लेकर था। कॉलेज में एक बार फिर हिंसक हमला हुआ, जिसके विरोध में डॉक्टर और छात्र एकजुट हुए। आपातकालीन वार्ड में एकत्रित हुए ये सभी वर्तमान प्रिंसिपल के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे और पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराने में विफल रहने का आरोप लगा रहे थे।
वहीं, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल आनंदा बोस ने एमआरआई हॉल के अंदर प्रिंसिपल के साथ बैठक की। प्रदर्शनकारी एमआरआई रूम के बाहर जमा हुए और अपनी मांगों पर प्रतिक्रिया का इंतजार किया।
बता दें कि बीती रात आरजी मेडिकल कॉलेज में उपद्रवियों ने हिंसा की। करीब 40 से ज्यादा उपद्रवियों ने कॉलेज में जमकर तोड़फोड़ की। चश्मदीदों के अनुसार, सभी उपद्रवी वहां जाना चाहते थे, जहां महिला डॉक्टर के साथ रेप और उसके बाद हत्या हुई थी। वह जिस तरह से तोड़फोड़ कर रहे थे, उससे ऐसा प्रतीत होता है कि वह घटनास्थल से सबूत मिटाना चाहते थे। चश्मदीदों का आरोप है कि जिस दौरान कॉलेज में तोड़फोड़ की जा रही थी, उस दौरान पुलिस तमाशा देखती रही। लेकिन, कोई कार्रवाई नहीं की।
चश्मदीदों के अनुसार, उन्होंने कॉलेज में इससे पहले कभी ऐसी गुंडागर्दी नहीं देखी।
वहीं, एक चश्मदीद ने कहा, कॉलेज में मार्च शुरू करने को लेकर सभी डॉक्टर, छात्र एकजुट हो रहे थे। हम सभी एक जगह पर मिलने वाले थे। इसी दौरान भारी संख्या में लोग पहुंचे। महिला डॉक्टरों के साथ अभद्रता की। इसके अलावा मेडिकल स्टाफ के साथ भी मारपीट की गई। सभी अपनी जान बचाकर भागे।
कुछ दिनों पहले ही एक महिला डॉक्टर के साथ रेप और हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया। इस घटना के बाद से देश भर के अस्पतालों मे डॉक्टरों ने हड़ताल की और न्याय की गुहार लगाई है।
–आईएएनएस
डीकेएम/एसकेपी
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 15 अगस्त (आईएएनएस)। कोलकाता स्थित आरजी कर मेडिकल कॉलेज में गुरुवार को आपातकालीन वार्ड में सभी रेजिडेंट डॉक्टर, छात्र और नर्सिंग स्टाफ जमा हुए। सभी ने न्याय के साथ साथ सुरक्षा की मांग की।
सभी का विरोध बीती रात हुई घटना को लेकर था। कॉलेज में एक बार फिर हिंसक हमला हुआ, जिसके विरोध में डॉक्टर और छात्र एकजुट हुए। आपातकालीन वार्ड में एकत्रित हुए ये सभी वर्तमान प्रिंसिपल के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे और पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराने में विफल रहने का आरोप लगा रहे थे।
वहीं, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल आनंदा बोस ने एमआरआई हॉल के अंदर प्रिंसिपल के साथ बैठक की। प्रदर्शनकारी एमआरआई रूम के बाहर जमा हुए और अपनी मांगों पर प्रतिक्रिया का इंतजार किया।
बता दें कि बीती रात आरजी मेडिकल कॉलेज में उपद्रवियों ने हिंसा की। करीब 40 से ज्यादा उपद्रवियों ने कॉलेज में जमकर तोड़फोड़ की। चश्मदीदों के अनुसार, सभी उपद्रवी वहां जाना चाहते थे, जहां महिला डॉक्टर के साथ रेप और उसके बाद हत्या हुई थी। वह जिस तरह से तोड़फोड़ कर रहे थे, उससे ऐसा प्रतीत होता है कि वह घटनास्थल से सबूत मिटाना चाहते थे। चश्मदीदों का आरोप है कि जिस दौरान कॉलेज में तोड़फोड़ की जा रही थी, उस दौरान पुलिस तमाशा देखती रही। लेकिन, कोई कार्रवाई नहीं की।
चश्मदीदों के अनुसार, उन्होंने कॉलेज में इससे पहले कभी ऐसी गुंडागर्दी नहीं देखी।
वहीं, एक चश्मदीद ने कहा, कॉलेज में मार्च शुरू करने को लेकर सभी डॉक्टर, छात्र एकजुट हो रहे थे। हम सभी एक जगह पर मिलने वाले थे। इसी दौरान भारी संख्या में लोग पहुंचे। महिला डॉक्टरों के साथ अभद्रता की। इसके अलावा मेडिकल स्टाफ के साथ भी मारपीट की गई। सभी अपनी जान बचाकर भागे।
कुछ दिनों पहले ही एक महिला डॉक्टर के साथ रेप और हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया। इस घटना के बाद से देश भर के अस्पतालों मे डॉक्टरों ने हड़ताल की और न्याय की गुहार लगाई है।
–आईएएनएस
डीकेएम/एसकेपी
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 15 अगस्त (आईएएनएस)। कोलकाता स्थित आरजी कर मेडिकल कॉलेज में गुरुवार को आपातकालीन वार्ड में सभी रेजिडेंट डॉक्टर, छात्र और नर्सिंग स्टाफ जमा हुए। सभी ने न्याय के साथ साथ सुरक्षा की मांग की।
सभी का विरोध बीती रात हुई घटना को लेकर था। कॉलेज में एक बार फिर हिंसक हमला हुआ, जिसके विरोध में डॉक्टर और छात्र एकजुट हुए। आपातकालीन वार्ड में एकत्रित हुए ये सभी वर्तमान प्रिंसिपल के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे और पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराने में विफल रहने का आरोप लगा रहे थे।
वहीं, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल आनंदा बोस ने एमआरआई हॉल के अंदर प्रिंसिपल के साथ बैठक की। प्रदर्शनकारी एमआरआई रूम के बाहर जमा हुए और अपनी मांगों पर प्रतिक्रिया का इंतजार किया।
बता दें कि बीती रात आरजी मेडिकल कॉलेज में उपद्रवियों ने हिंसा की। करीब 40 से ज्यादा उपद्रवियों ने कॉलेज में जमकर तोड़फोड़ की। चश्मदीदों के अनुसार, सभी उपद्रवी वहां जाना चाहते थे, जहां महिला डॉक्टर के साथ रेप और उसके बाद हत्या हुई थी। वह जिस तरह से तोड़फोड़ कर रहे थे, उससे ऐसा प्रतीत होता है कि वह घटनास्थल से सबूत मिटाना चाहते थे। चश्मदीदों का आरोप है कि जिस दौरान कॉलेज में तोड़फोड़ की जा रही थी, उस दौरान पुलिस तमाशा देखती रही। लेकिन, कोई कार्रवाई नहीं की।
चश्मदीदों के अनुसार, उन्होंने कॉलेज में इससे पहले कभी ऐसी गुंडागर्दी नहीं देखी।
वहीं, एक चश्मदीद ने कहा, कॉलेज में मार्च शुरू करने को लेकर सभी डॉक्टर, छात्र एकजुट हो रहे थे। हम सभी एक जगह पर मिलने वाले थे। इसी दौरान भारी संख्या में लोग पहुंचे। महिला डॉक्टरों के साथ अभद्रता की। इसके अलावा मेडिकल स्टाफ के साथ भी मारपीट की गई। सभी अपनी जान बचाकर भागे।
कुछ दिनों पहले ही एक महिला डॉक्टर के साथ रेप और हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया। इस घटना के बाद से देश भर के अस्पतालों मे डॉक्टरों ने हड़ताल की और न्याय की गुहार लगाई है।
–आईएएनएस
डीकेएम/एसकेपी
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 15 अगस्त (आईएएनएस)। कोलकाता स्थित आरजी कर मेडिकल कॉलेज में गुरुवार को आपातकालीन वार्ड में सभी रेजिडेंट डॉक्टर, छात्र और नर्सिंग स्टाफ जमा हुए। सभी ने न्याय के साथ साथ सुरक्षा की मांग की।
सभी का विरोध बीती रात हुई घटना को लेकर था। कॉलेज में एक बार फिर हिंसक हमला हुआ, जिसके विरोध में डॉक्टर और छात्र एकजुट हुए। आपातकालीन वार्ड में एकत्रित हुए ये सभी वर्तमान प्रिंसिपल के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे और पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराने में विफल रहने का आरोप लगा रहे थे।
वहीं, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल आनंदा बोस ने एमआरआई हॉल के अंदर प्रिंसिपल के साथ बैठक की। प्रदर्शनकारी एमआरआई रूम के बाहर जमा हुए और अपनी मांगों पर प्रतिक्रिया का इंतजार किया।
बता दें कि बीती रात आरजी मेडिकल कॉलेज में उपद्रवियों ने हिंसा की। करीब 40 से ज्यादा उपद्रवियों ने कॉलेज में जमकर तोड़फोड़ की। चश्मदीदों के अनुसार, सभी उपद्रवी वहां जाना चाहते थे, जहां महिला डॉक्टर के साथ रेप और उसके बाद हत्या हुई थी। वह जिस तरह से तोड़फोड़ कर रहे थे, उससे ऐसा प्रतीत होता है कि वह घटनास्थल से सबूत मिटाना चाहते थे। चश्मदीदों का आरोप है कि जिस दौरान कॉलेज में तोड़फोड़ की जा रही थी, उस दौरान पुलिस तमाशा देखती रही। लेकिन, कोई कार्रवाई नहीं की।
चश्मदीदों के अनुसार, उन्होंने कॉलेज में इससे पहले कभी ऐसी गुंडागर्दी नहीं देखी।
वहीं, एक चश्मदीद ने कहा, कॉलेज में मार्च शुरू करने को लेकर सभी डॉक्टर, छात्र एकजुट हो रहे थे। हम सभी एक जगह पर मिलने वाले थे। इसी दौरान भारी संख्या में लोग पहुंचे। महिला डॉक्टरों के साथ अभद्रता की। इसके अलावा मेडिकल स्टाफ के साथ भी मारपीट की गई। सभी अपनी जान बचाकर भागे।
कुछ दिनों पहले ही एक महिला डॉक्टर के साथ रेप और हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया। इस घटना के बाद से देश भर के अस्पतालों मे डॉक्टरों ने हड़ताल की और न्याय की गुहार लगाई है।
–आईएएनएस
डीकेएम/एसकेपी
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 15 अगस्त (आईएएनएस)। कोलकाता स्थित आरजी कर मेडिकल कॉलेज में गुरुवार को आपातकालीन वार्ड में सभी रेजिडेंट डॉक्टर, छात्र और नर्सिंग स्टाफ जमा हुए। सभी ने न्याय के साथ साथ सुरक्षा की मांग की।
सभी का विरोध बीती रात हुई घटना को लेकर था। कॉलेज में एक बार फिर हिंसक हमला हुआ, जिसके विरोध में डॉक्टर और छात्र एकजुट हुए। आपातकालीन वार्ड में एकत्रित हुए ये सभी वर्तमान प्रिंसिपल के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे और पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराने में विफल रहने का आरोप लगा रहे थे।
वहीं, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल आनंदा बोस ने एमआरआई हॉल के अंदर प्रिंसिपल के साथ बैठक की। प्रदर्शनकारी एमआरआई रूम के बाहर जमा हुए और अपनी मांगों पर प्रतिक्रिया का इंतजार किया।
बता दें कि बीती रात आरजी मेडिकल कॉलेज में उपद्रवियों ने हिंसा की। करीब 40 से ज्यादा उपद्रवियों ने कॉलेज में जमकर तोड़फोड़ की। चश्मदीदों के अनुसार, सभी उपद्रवी वहां जाना चाहते थे, जहां महिला डॉक्टर के साथ रेप और उसके बाद हत्या हुई थी। वह जिस तरह से तोड़फोड़ कर रहे थे, उससे ऐसा प्रतीत होता है कि वह घटनास्थल से सबूत मिटाना चाहते थे। चश्मदीदों का आरोप है कि जिस दौरान कॉलेज में तोड़फोड़ की जा रही थी, उस दौरान पुलिस तमाशा देखती रही। लेकिन, कोई कार्रवाई नहीं की।
चश्मदीदों के अनुसार, उन्होंने कॉलेज में इससे पहले कभी ऐसी गुंडागर्दी नहीं देखी।
वहीं, एक चश्मदीद ने कहा, कॉलेज में मार्च शुरू करने को लेकर सभी डॉक्टर, छात्र एकजुट हो रहे थे। हम सभी एक जगह पर मिलने वाले थे। इसी दौरान भारी संख्या में लोग पहुंचे। महिला डॉक्टरों के साथ अभद्रता की। इसके अलावा मेडिकल स्टाफ के साथ भी मारपीट की गई। सभी अपनी जान बचाकर भागे।
कुछ दिनों पहले ही एक महिला डॉक्टर के साथ रेप और हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया। इस घटना के बाद से देश भर के अस्पतालों मे डॉक्टरों ने हड़ताल की और न्याय की गुहार लगाई है।